संत रामपाल जी महाराज जी का उद्देश्य: 8 सितंबर, युग निर्माता संत रामपाल जी महाराज के 71वें अवतरण दिवस के अवसर पर जानिए वे समाज के एकमात्र पथ प्रदर्शक हैं जो सतभक्ति देकर सर्व बुराइयां दूर कर कलयुग में सतयुग ला रहे हैं। श्रीमद्भगवदगीता, वेदों, क़ुरान, बाईबल, श्रीगुरुग्रंथ साहिब आदि सदग्रंथों के ज्ञान सार “एक भगवान और एक भक्ति” के अनुरूप सतभक्ति द्वारा पूर्ण मोक्ष प्रदान कर सतगुरु मानव कल्याण कर रहे हैं। कुरीतियों, बुराइयों और भ्रष्टाचार से मुक्त समाज बनाने के लिए कृतसंकल्प हैं। आपसी वैमनस्य मिटाकर विश्व शांति स्थापित कर धरती को स्वर्ग बनाने की ओर अग्रसर हैं। सतगुरु की असीम कृपा से भारत शीघ्र सोने की चिड़िया बनेगा और विश्वगुरु के खोए सम्मान को अर्जित करेगा।
माह-ए-मोहर्रम, 2021 (Muharram kab hai): अल्लाहु अकबर, आशादू अल्लाह इलाहा इल्लल्लाह 'माह-ए-मोहर्रम ' इस्लामिक कैलेंडर के पहले महीने का नाम है। इसी महीने के पहले दिन से इस्लाम का नया वर्ष प्रारंभ होता है। इस महीने की 10 तारीख को रोज-ए-आशुरा (Day Of Ashura) कहा जाता है। मुहर्रम/ मोहर्रम इस्लामिक कैलेंडर का पहला महीना है, जिसे महत्वपूर्ण महीना माना जाता है। 1341 वर्ष पहले मुहर्रम महीने की 10वीं तारीख को पैगंबर मोहम्मद के नाती हज़रत हुसैन का कत्ल किया गया था। इसी कारण इस्लाम में मोहर्रम के महीने को शिया और सुन्नी मुसलमानों द्वारा मातम के रूप में मनाया जाता है।