Mandsaur News: दिनांक 12 दिसम्बर 2021, दिन रविवार को मध्यप्रदेश जिला मंदसौर में सन्त रामपाल जी महाराज के अनुयायियों द्वारा दहेजमुक्त विवाह (रमैनी) एवं सत्संग का कार्यक्रम चलाया जा रहा था जिसमें बजरंग दल व विश्व हिन्दू परिषद के कुछ बदमाशों ने लाठी डंडे लेकर धावा बोला एवं गोलियां बरसाईं। इस दौरान एक 55 वर्षीय भक्त देवीलाल मीणा पुत्र उदयराम मीणा की गोली लगने से मौत हो गई।
MP Mandsaur News के मुख्य बिंदु
- 12 दिसम्बर 2021, रविवार को मंदसौर में आयोजित सन्त रामपाल जी के सत्संग में बदमाशो ने चलाई गोलियां।
- बजरंग दल के गुंडे लाठी डंडे लेकर आये एवं अंधाधुंध प्रहार किया जिससे दहेज मुक्त विवाह भी नही हो सका।
- एक 55 वर्षीय अनुयायी देवीलाल मीणा की अपराधियों द्वारा हत्या की गई साथ ही 3 अन्य घायल हुए।
- निहत्थों पर ताकत आज़माने आए बजरंग दल के अपराधी जय श्री राम के नारे लगाते हुए पंडाल में घुसे।
- सन्त सताने वाले तेज, बल और वंश तक खो देते हैं।
- आखिर क्यों नहीं किया अनुयायियों ने पलटवार?
MP Mandsaur News: बजरंग दल के बदमाशों ने सत्संग में चलाई गोलियां
राजस्थान के समीपवर्ती मध्यप्रदेश मंदसौर (MP Mandsaur News) जिले में सन्त रामपाल जी महाराज के सत्संग एवं दहेजमुक्त विवाह आयोजित किये गए थे। यहाँ भानपुरा के भैसोदा मंडी में सत्संग था जिसमें दो जोड़े का दहेजमुक्त विवाह भी होना था। भैसोदा मंडी के भैरव मैरिज गार्डन में यह कार्यक्रम चल रहा था जिसमें बड़ी संख्या में अनुयायी आये हुए थे। इस दौरान कुछ आपराधिक तत्व जोकि बजरंग दल से थे उन्होंने सत्संग में हथियारों से लैस होकर निहत्थे, निर्दोष एवं शांतिपूर्वक सत्संग सुन रहे अनुयायियों पर हमला करना आरम्भ कर दिया।
गौरतलब है कि सत्संग में महिलाएं, बच्चे, बुजुर्ग सभी बड़ी संख्या में उपस्थित थे। बजरंग दल के अपराधियों ने किसी को न देखते हुए न केवल लाठियां बरसाईं बल्कि बंदूक से फायरिंग की जिसमें एक अनुयायी की मृत्यु हो गई।
बजरंग दल के बदमाशों के द्वारा हुए कई घायल और एक मृत
MP Mandsaur News: सत्संग में भानपुर निवासी हेमंत एवं राजस्थान कोटा निवासी सुनीता का दहेजमुक्त विवाह हो रहा था। अचानक बजरंग दल के आपराधिक तत्व 10-12 की संख्या में पहुँचे एवं कार्यक्रम को बंद करवाने के लिए कहा। वे अपने साथ लाठी, डंडे, पाइप, सरिए और बंदूक एवं अन्य हथियारों के साथ घुसे। अचानक हुए हमले से घबराए भक्तों ने उनसे रुकने की प्रार्थना की किन्तु किसी की एक न सुनते हुए आंखें बंद कर लाठियां बरसाना आरम्भ कर दिया। बजरंग दल के बदमाशों ने न केवल तोड़-फोड़ की बल्कि दीवार पर लगी एलईडी भी तोड़ दी। लाठियां बरसाने के साथ ही बदमाशों ने निहत्थे बैठे अनुयायियों पर जलियांवाला बाग की तर्ज पर फायरिंग शुरू कर दी।
इस दौरान आधे दर्जन लोगों को चोटें आईं। फायरिंग करने पर समिति के कॉर्डिनेटर, मध्यप्रदेश शामगढ़ निवासी देवीलाल की गोली लगने से मौत हो गई। गोली लगते ही वे ज़मीन पर गिर पड़े और उन्हें गम्भीर अवस्था में भवानी मंडी अस्पताल ले जाया गया जहाँ से उन्हें कोटा रैफर कर दिया इस दौरान उनकी मृत्यु हो गई।
वीडियो में देख सकतें हैं बजरंग दल व विहिप की दादागिरी
MP Mandsaur News: इस वीडियो में आप बजरंग दल के बदमाशों की दादागिरी देख सकते हैं। कैसे निर्दोष एवं निहत्थे अनुयायियों पर फायरिंग की जा रही है एवं लाठियां बरसाई जा रही हैं। न तो बजरंग दल के गुंडे महिला, बुजुर्ग या बच्चे देख रहे हैं और न ही कोई बात सुन रहे है। पुलिस द्वारा धारा 307 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। अनुयायियों ने तुरन्त पुलिस को सूचना दी जिससे पुलिस बल वहाँ पहुंचा लेकिन बजरंग दल के बदमाश वहाँ से फरार हो गए।
पुलिस ने गोली चलाने वाले शख्स की शेलेन्द्र ओझा (चंदू) नाम के लड़के के रूप में पहचान की है। जानकारी के अनुसार पुलिस आरोपियों की तलाश में है। मौके पर मिले वीडियो फुटेज और फोटो के आधार पर बजरंग दल के कुछ अन्य गुंडों को भी नामजद किया गया है।
एक नहीं अनेकों बार हुआ जलियांवाला कांड
जलियांवाला कांड में निहत्थे लोगों पर गोलियां बरसाईं गईं थीं। इतिहास की उस दुर्घटना को जानते बूझते हुए कइयों बार दोहराया गया है। यह घटना बरवाला कांड में दोहराई गई है। पुनः बजरंग दल द्वारा की गई इस घटना में भी वह स्पष्ट दिखाई दे रहा है। निर्दोष और सदाचारी सन्तों को सताने का पाप तो इनके सिर पर जाएगा ही बल्कि एक निर्दोष और सत्य साधक की हत्या करने का पाप भी इन्हें लगेगा। ऐसे कुकृत्यों से परमेश्वर रूष्ट होते हैं और भगवान के संविधान के अनुसार ये बुरी सजा भी पाते हैं। बजरंग दल ने केवल देश का ही नहीं बल्कि परमात्मा का संविधान भी अपने हाथों में लेने की कोशिश की है।
सन्त सताना कोटि पाप है,अनगिन हत्या अपराधम् |
सन्त सताय साहेब दुःख पावै, कर देत बरबादम् ||
राम कबीर कह मेरे सन्त को दुःखी न दीजो कोए |
सन्त दुखाए मैं दुःखी मेरा आपा भी दुःखी होए ||
हिरणाकुश उदर विदारिया मैं ही मारा कंस |
जो मेरे सन्त को दुःखी करे उसका खो दूं वंश ||
सन्त रामपाल जी ने किया है समाज सुधार
सन्त रामपाल जी महाराज ने पूर्णतः वैज्ञानिक एवं सर्व शास्त्रों पर आधारित ज्ञान समाज के समक्ष रखा है। यह तत्वज्ञान सुनकर ही लोग लाखों की संख्या में उनसे जुड़ रहे हैं एवं सत्यभक्ति अपना रहे हैं। सन्त रामपाल जी महाराज ने अनेकों समाज सुधार के कार्य किये हैं। उनके ज्ञान के माध्यम से नशामुक्ति ने ऐसा जोर पकड़ा है कि उनका एक भी अनुयायी किसी भी तरह का नशा नहीं करता है। उनकी शरण में आने वाला हर व्यक्ति नशा छोड़ देता है मात्र सन्त रामपाल जी महाराज के वचन सुनकर। ऐसी ताकत केवल पूर्ण सन्त के वचनों में ही हो सकती है। सन्त रामपाल जी महाराज के अनुयायी अक्सर ही रक्तदान शिविर एवं देहदान शिविर लगाते हैं एवं अपने गुरुजी के आदेशानुसार समाजोपयोगी कार्यों में सदैव तत्पर रहते हैं।
कोरोना महामारी के समय भी न केवल सन्त रामपाल जी के आश्रम मजदूरों के लिए शरणस्थल बने थे बल्कि उनकी ओर से कई दिनों तक खाने पीने की रसद सामग्री भी लोगों को निशुल्क दी गई थी। कन्या भ्रूण हत्या जैसी समस्याएं कानून बनने के बाद भी बंद नहीं हुईं। दहेजप्रथा आज भी चली आ रही है किंतु सन्त रामपाल जी महाराज ने एक ऐसा रास्ता बताया जिससे इन दोनों ही बुराईयों में गिरावट आई है। अक्सर ही सन्त रामपाल जी महाराज के सान्निध्य में इस प्रकार के सत्संगों एवं दहेजमुक्त विवाह का आयोजन होता रहता है।
कबीर, और ज्ञान सब ज्ञानड़ी, कबीर ज्ञान सो ज्ञान |
जैसे गोला तोब का, करता चले मैदान ||
यह लड़ाई सच और झूठ के बीच की है
यह जो लड़ाई है जिसमें आये दिन सन्त रामपाल जी महाराज के निर्दोष अनुयायियों के साथ ज्यादती की जाती है यह सत्य और झूठ की है। सन्त रामपाल जी महाराज ने सच का मार्ग प्रशस्त किया है। किन्तु अनेकों झूठे और पाखंडी जिन्हें समाज का भला गवारा नहीं है वे उनका समर्थन नहीं करते। सन्त रामपाल जी महाराज के ज्ञान के कारण ही रमेश मन्डोला एवं कैलाश विजयवर्गीय जैसे समझदार एवं समाज का भला चाहने वाले नेता उनके प्रवचनों एवं समाज सुधार का समर्थन करते हैं.
MP Mandsaur News: वहीं दूसरी ओर बजरंग दल जैसे ऐसी घटनाओं को अंजाम देने वाले अपराधी हैं, जिन्हें इस बात का अंदेशा भी नहीं है कि उन्होंने कितना बड़ा पाप कर दिया है। आखिर निर्दोष और निहत्थे लोगों पर ताकत आज़मा कर क्या दिखाना चाहता है बजरंग दल। क्या बजरंग दल के नियमों में इस तरह की मारपीट है? कि वे किसी की जान लेने से भी गुरेज़ नहीं करते। न औरत देखते हैं ना मर्द! फिर किस बात पर मर्यादापुरुषोत्तम राम के नारे लगाते हैं।
संत सताये तीनों जायें, तेज बल और वंश |
ऐसे ऐसे कई गये रावण, कौरव और कंस ||
सन्त रामपाल जी के अनुयायी क्यों नहीं करते पलटवार
एक पूर्ण सन्त के सद्वचनों ने समाज को नई राह दिखाई जिसके चलते लाखों की संख्या में दहेजमुक्त विवाह हुए हैं एवं हो रहे हैं तथा युगल सुखी वैवाहिक जीवन व्यतीत कर रहे हैं। सन्त रामपाल जी ने सदैव चोरी डकैती, भ्रष्टाचार आदि न करने की शिक्षा दी है जिसका पालन उनसे नामदीक्षा लिया हुआ हर शिष्य अपनी अंतिम श्वांस तक करता है। ऐसे महान सन्त जिनके खिलाफ झूठे आरोप लगाए गए, कुछ में वे बरी हो गए हैं। मीडिया ने भी अफवाहों के लिए क्षमा मांगी है। किन्तु न तो सन्त रामपाल जी महाराज ने सम्बल खोया और न ही अपने अनुयायियों को सम्बल खोने दिया। उन्होंने सदैव कहा कि अन्यायी सदा हारता है। भारत के संविधान पर अथाह विश्वास रखते हुए उन्होंने सदैव अपने अनुयायियों को न डरने और न लड़ने की शिक्षा दी है।
यही कारण है कि इतना कुछ होने के बाद भी सन्त रामपाल जी के अनुयायी न डरते हैं और न ही अन्य तत्वों एवं बजरंग दल की भांति लड़ने पर उतारू होते हैं। इस समाज को, राष्ट्र को और पूरे विश्व को सन्त रामपाल जी महाराज के तत्वज्ञान की अत्यधिक आवश्यकता है। ऐसे निर्मल ज्ञान और सदाचरण रखने वाले सन्तों पर ज्यादती अन्याय है। तथा शीघ्र ही ऐसे हत्या एवं तोड़ फोड़ करने वाले बजरंग दल के अपराधियों को सजा मिलनी चाहिए। भारत के संविधान में किसी भी साधना पद्धति को अपनाने के लिए स्वतंत्र हैं। फिर बजरंग दल वाले संविधान अपने हाथों में क्यों लेते हैं। इसकी सजा उन्हें मिलनी ही चाहिए।
निरजंन धन तेरा दरबार, जहां पर तनिक न न्याय विचार |
सच्चों को तो झूठा बतावें, इन झूठों पर ऐतबार ||
तत्वदर्शी सन्त रामपाल जी ने बताया परमात्मा का संविधान
सन्त रामपाल जी महाराज शास्त्रों से प्रमाण बताकर लोगों को सदाचारी बनने और सत्य भक्ति करने के लिए प्रेरित करते हैं। जानकारी के लिए बता दें कि सन्त रामपाल जी के विषय में अनेकों भविष्यवाणियाँ देश विदेश के प्रसिद्ध भविष्यवक्ताओं के माध्यम से की जा चुकी हैं। सन्त रामपाल जी महाराज एवं उनके अनुयायी पूरी तरह निर्दोष हैं। उनका ज्ञान कैसा है यह जानने के लिये सन्त रामपाल जी के ज्ञान को पढ़ें एवं देखें। उनके माध्यम से निःशुल्क पुस्तक वितरित की जाती हैं।
उन्हें निःशुल्क घर बैठे मंगवाएं व पढ़ें एवं अधिक जानकारी के लिए सतलोक आश्रम यूट्यूब चैनल पर भी सत्संग सुने। बुद्धिमान समुदाय स्वयं निर्णय निकाले कि कितना अद्भुत ज्ञान सन्त रामपाल जी महाराज ने दिया है। परमेश्वर के संविधान के अनुसार निर्दोष एवं संतों को सताने वाले कईयों ने बुरी सजा पाई है। उदाहरण के लिए रावण, हिरण्यकश्यप, कंस, कौरव आदि जड़ सहित नष्ट हो गए वैसे ही ऐसे कुकृत्यों को अंजाम देने वाले बजरंग दल के बदमाश भी अपने आकाओं सहित सजा पाएंगें। कबीर साहेब कहते हैं-
कबीर गरीब को ना सताईये, जाकि मोटि हाय |
बिना जीव की श्वांस से लोह भस्म हो जाये ||
अर्थात लोहार द्वारा चमड़े की बनी धौंकनी जिसमें कोई दया नहीं है वह तो उसकी हत्या के पश्चात उसके चमड़े से बनाई गई। उससे लोहा पिघल जाता है फिर ऐसे परमात्मा के बच्चे जिनके भीतर जीव है उन्हें सताने वालों का भला क्या हश्र होगा? परमेश्वर अपने बच्चों को अत्यधिक प्रेम करते हैं एवं वही असली न्यायकारी है। परमेश्वर कबीर जी ने तत्वज्ञान सन्त रामपाल जी महाराज के माध्यम से जन जन के समक्ष रखा है एवं सच्चाई सामने ला रहे हैं।