July 27, 2024

Umesh Pal Murder Case [Hindi]: उमेश पाल हत्याकांड की पूरी कहानी, ऐसे होंगे अपराध खत्म

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Umesh Pal Murder Case: प्रयागराज के उमेश पाल पेशे से वकील थे जिनकी 24 फरवरी 2023 को दिन दहाड़े हत्या कर दी गई। उमेश पाल 18 साल पहले बसपा विधायक राजू पाल के केस के सबसे अहम गवाह थे। जब वह कार से उतरकर घर की ओर जा रहे थे तभी उनकी हत्या कर दी गई। अब यह फिर से चर्चा में इसलिए है क्योंकि उमेश पाल के मर्डर के एक आरोपी को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया है।

Umesh Pal Murder Case: मुख्य बिंदु

  • बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के अहम गवाह उमेश पाल की हुई थी हत्या।
  • उमेश पाल पर गोली चलाने वाले उस्मान का हुआ एनकाउंटर।
  • उस्मान को लोग नान बाबा के नाम से जानते थे।
  • उस्मान के पहले एक और शूटर अरबाज को नेहरू पार्क में मारा गया था।

Umesh Pal Murder Case: उमेश पाल हत्याकांड

Umesh Pal Murder Case: प्रयागराज में उमेश पाल पेशे से वकील और बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के एकमात्र चश्मदीद गवाह थे जो 24 फरवरी 2023 को दिन दहाड़े अपने घर के सामने गोलियों और बम से भून दिए गए। यह घटना धूमनगंज थाना क्षेत्र की है। उमेश पाल सहित उनके दो सुरक्षा कर्मी भी मारे गए थे। यह घटना आसपास के सीसीटीवी कैमरों में दर्ज हो गई थी। गोलियों और बम की आवाज से पूरा इलाका थर्रा गया था। तीनों को एसआरएन अस्पताल ले जाया गया जहां उमेश पाल और सुरक्षाकर्मी संदीप निषाद को मृत घोषित कर दिया गया। राघवेंद्र का इलाज चला लेकिन उसके बावजूद उसने भी दम तोड़ दिया।

Umesh Pal Murder Case News Update: हत्यारों की हुई पहचान

Umesh Pal Murder Case: घटना के बाद उमेश की पत्नी जया ने पूर्व सांसद अतीक अहमद उसके दो बेटों, पत्नी और भाई तथा 9-10 साथियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी। हत्या के लिए आरोपी पांच हत्यारों के लिए पुलिस ने ढाई लाख के इनाम घोषित किए हैं। इस हत्याकांड का मास्टर माइंड अतीक अहमद का बेटा ठहराया जा रहा है। अतीक अहमद तो अभी गुजरात की जेल में है। हत्याकांड में आरोपियों की पहचान असद, गुड्डू मुस्लिम, गुलाम, अरमान, साबिर और शाहरुख उर्फ पिंटू के रूप में हुई है।

Umesh Pal Murder Case: अतीक अहमद के पूरे परिवार के खिलाफ एफआईआर दर्ज

Umesh Pal Murder Case: अतीक अहमद जो गुजरात जेल में है वह उत्तर प्रदेश लाया जा सकता है। इसके लिए अतीक ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर सुरक्षा की गुहार लगाई है। अतीक के पूरे परिवार पर एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार माफियाओं को जड़ से खत्म करेगी। पुलिस बल द्वारा अतीक के कई गुर्गों के यहां छापेमारी की गई। 

अतीक की हत्या के लिए गुंडे जिस क्रेटा गाड़ी में आए थे उसे अतीक के घर के पास से ही बरामद किया गया। उमेश की पत्नी जया का आरोप है कि उसके पति को 2006 में अपहृत करके गलत गवाही दिलवाई गई थी जिसके बारे में कोर्ट में उमेश पाल ने प्राथमिकी दर्ज कराई थी और इसी की सुनवाई शुक्रवार को होनी थी। पुलिस बल घटना के बाद ही हरकत में आ गया था और विभिन्न टीमें इस केस की जांच के लिए गठित की गईं हैं।

पहली गोली चलाने वाला उस्मान हुआ ‘ ढेर ‘

Umesh Pal Murder Case: उमेश पाल पर पहली गोली उस्मान ने चलाई थी जिसके लगने के बाद उमेश वापस उठकर अपने घर की तरफ भागे थे लेकिन अन्य शूटर्स ने गोलियां बरसाकर उसकी जान ले ली। गत दिवस सोमवार की सुबह कौंधियारा गांव में उस्मान का एनकाउंटर उत्तर प्रदेश पुलिस ने कर दिया है। इस मुठभेड़ में उस्मान के कंधे, जांघ और सीने में गोलियां लगी थीं। इसके पहले अरबाज को भी पुलिस नेहरू पार्क में ढेर कर चुकी है। उस्मान का असली नाम विजय चौधरी बताया जा रहा है जिसे उस्मान नाम अतीक अहमद की गैंग में शामिल होने पर मिला।

मीडिया रिपोर्टों में यह भी दावा किया जा रहा है कि उसका धर्म परिवर्तन कर दिया गया था। उस्मान पर पचास हजार का इनाम था जबकि अन्य शूटरों पर ढाई लाख का इनाम पुलिस ने रखा है। उस्मान का भाई भी हिस्ट्रीशीटर बताया जा रहा है जिस पर हत्या सहित कई गंभीर मुकदमे लगे हैं।

Umesh Pal Murder Case: अरबाज का एनकाउंटर पुलिस ने किया

Umesh Pal Murder Case: अरबाज़ को धूमनगंज थाना क्षेत्र के अंतर्गत ही 27 फरवरी को पुलिस मुठभेड़ में मार गिराया गया। इस दौरान थाना प्रभारी राजेश मौर्या घायल भी हुए। अरबाज वही क्रेटा गाड़ी चला रहा था जिस पर सवार होकर उस्मान और अन्य हत्यारे उमेश पाल की हत्या के लिए आए थे।

■ यह भी पढ़ें: Vikas Dubey Encounter News Today [Hindi]: आठ पुलिस वालों का हत्यारा विकास दुबे ढेर

पुलिस लगातार अतीक अहमद के प्रमुख गुर्गों को पकड़कर कार्यवाही में लगी है। पुलिस ने प्रमुख गुर्गे जफर अहमद के घर पर बुलडोजर चढ़ाकर उसे ध्वस्त कर दिया है। घर की लागत तीन करोड़ बताई जा रही है। जफर का घर मुख्य अड्डा था। कत्ल के बाद भी सभी आरोपी इसी स्थान पर मिले थे। इसके घर पर विदेशी राइफल और तलवारें भी बरामद हुई हैं।

Umesh Pal Murder Case: अतीक अहमद का बेटा असद है गैंग मास्टर

Umesh Pal Murder Case: अतीक अहमद का बेटा असद इस समय गैंग का लीडर है। असद के इशारे पर ही सभी घटनाएं अंजाम दी जाती हैं। इसके गैंग में कई खतरनाक आरोपी शामिल हैं। इन सभी के खिलाफ कोई न कोई केस चल रहा है। असद के खिलाफ अब तक कोई केस सामने नहीं आया है। वह सेंट जोसेफ कॉलेज का छात्र भी है। असद इस समय भागा भागा फिर रहा है। पहली किसी भी बड़ी घटना में असद इस प्रकार शामिल हुआ था।

गुड्डू मुस्लिम शातिर बमबाज

Umesh Pal Murder Case: गुड्डू मुस्लिम का नाम बहुत पहले से प्रसिद्ध है जो शातिर बमबाज है। गुड्डू मुस्लिम बाइक पर बम बांधकर लोगों को मौत के घाट उतार देता है। गुड्डू मुस्लिम को कई सांसदों और विधायकों की छत्रचाया प्राप्त थी। श्रीप्रकाश शुक्ल, टाडा परवेज और अब अतीक अहमद के गिरोह में वह शामिल था। अपराधी श्रीप्रकाश शुक्ल को यह अपना गुरु मानता था। राजू पाल हत्याकांड में भी गुड्डू मुस्लिम का नाम शामिल था। ऐसे कई खतरनाक शूटर्स और बमबाज अतीक अहमद के गिरोह में शामिल हैं जिनमें प्रमुख हैं साबिर, अरमान, गुलाम।

Umesh Pal Murder Case: उमेशपाल हत्याकांड का सिलसिलेवार घटनाक्रम

Umesh Pal Murder Case: दिनांक 24 फरवरी को उमेश पाल की घर के सामने ही गोलियों और बमों से निर्मम हत्या की जाती है। 25 फरवरी को सीसीटीवी की मदद से हत्यारे नामजद हुए। पुलिस ने क्रेटा कार अतीक के घर के पास से बरामद की और इस बीच अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन फरार हो गई। 26 फरवरी को सदाकत खान को गिरफ्तार कर लिया गया। सदाकत छात्र है जो इलाहाबाद विश्विद्यालय के मुस्लिम हॉस्टल में रहता था। उसके कमरे में ही इस षड्यंत्र को अंजाम दिया गया था। 27 फरवरी को क्रेटा का ड्राइवर अरबाज पुलिस एनकाउंटर में मार गिराया गया। 

28 फरवरी को पुलिस ने क्रेटा कार के असली मालिक नफीस को हिरासत में ले लिया जिसे वह अपने रिश्तेदार को बेच चुका था। 1 मार्च को अतीक की पत्नी का घर बुलडोजर से ध्वस्त किया गया। 2 मार्च को उमेश के दूसरे सुरक्षाकर्मी की भी मौत हो गई। इसी दिन अतीक के गुर्गे सफदर का मकान भी पुलिस ने बुलडोजर से जमींदोज़ कर दिया।

3 मार्च को भी बुलडोजर के द्वारा अतीक के गुर्गों के मकान ध्वस्त करने की प्रक्रिया जारी रही। 4 मार्च को अतीक के नाबालिग बेटे, जो पुलिस हिरासत में 24 की रात ही ले लिए गए थे, उन्हें बाल संरक्षण गृह भेजा गया। 5 मार्च को हत्यारों पर इनामी राशि 50 हजार से ढाई लाख तक बढ़ाई गई और 6 मार्च को पुलिस ने उस्मान उर्फ विजय चौधरी को भी मुठभेड़ में ढेर कर दिया।

Umesh Pal Murder Case: युवाओं में बढ़ती जा रही अपराधिक प्रवृत्ति

Umesh Pal Murder Case: आपराधिक प्रवृत्तियों के संस्कार कम उम्र में ही पड़ने शुरू हो सकते हैं। वर्तमान समय में युवाओं में जो जोश अपराध करने में सामने आ रहा है वह यकीनन सकारात्मक कार्यों में नहीं है। अपराधिक प्रवृत्तियां कभी भी कानून से खत्म नहीं होतीं। आपराधिक तत्व जरूर खत्म किए जा सकते हैं परंतु जब तक इनका पैदा होना जारी रहेगा तब तक इसकी जड़ पर हमला नहीं किया जाता। जड़ हैं संस्कार। 

संस्कार यदि शुभ हैं तो व्यक्ति सकारात्मक कार्यों की ओर झुकता है और यदि संस्कार ठीक नहीं हैं तो भी उन्हें ज्ञान की मदद से उचित दिशा और दशा में मोड़ा जा सकता है। इनके लिए राजनैतिक परिस्थितियां और लालच भी जिम्मेदार है। गोलीबारी, बम धमाके, हत्या, डकैती, बदमाशी निश्चित रूप से कोई अपने बच्चों के भावी भविष्य के रूप में नहीं देखना चाहता। इन विकारों को सत्संग और तत्वज्ञान के माध्यम से ही खत्म किया जा सकता है।

तत्वज्ञान है समाज सुधारक

बात आपराधिक प्रवृत्तियों या अपराधों के दमन की हो अथवा समाज में व्याप्त अन्य बुराइयों को दूर करने की हो तो तत्वज्ञान सबका हल है। वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज एकमात्र ऐसे संत हैं जिन्होंने तत्वज्ञान के माध्यम से लोगों में इन प्रवृतियों को खत्म किया है और अपराध की लगाम कसी है। आज संत रामपाल जी महाराज के अनेकों समागम साल भर में होते हैं जहां प्रतिदिन कई लाखों की संख्या में लोग आते जाते हैं। किंतु किसी भी प्रकार के अपराध की बात दूर छोटी नोंक झोंक भी नहीं होती। यह केवल तत्वज्ञान से संभव है। 

नशा मुक्ति का बीड़ा जो संत रामपाल जी महाराज ने उठाया, उसे करके दिखाया है जोकि आज तक असंभव जान पड़ता था। वास्तव में मनुष्य अपने कर्मों से अनजान रहता है और मनमुताबिक कार्य करता रहता है। जब इसे भगवान के संविधान का ज्ञान होता है और अपने प्रत्येक कर्म के हिसाब का पता तत्वज्ञान के माध्यम से चलता है तो उसकी आत्मा के चक्षु खुल जाते हैं और वह अपराधों की दुनिया से कोसों दूर मनुष्य जन्म के उद्देश्य को सार्थक करने में लग जाता है। 

युवा पीढ़ी लगातार अवसाद, बेचैनी, नशा और अपराध के गर्त में गिर रही है। संत रामपाल जी महाराज की शरण में आए युवा अपना कर्म, किस्मत और जीवन संवार रहे हैं। समाज को ऐसे निर्मल ज्ञान और सत्संग की आवश्यकता है जिससे युवा पीढ़ी सही दिशा में अग्रसर हो और समाज में अपराधों की रोकथाम हो। अधिक जानकारी के लिए निशुल्क डाउनलोड करें संत रामपाल जी महाराज एप और पढ़ें आध्यात्मिक ज्ञान की अनमोल पुस्तकें बिल्कुल मुफ्त।

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