भारत देश की धर्म नगरी के नाम से प्रसिद्ध कुरुक्षेत्र में संत रामपाल जी महाराज के सत्संग का आयोजन किया गया जिसमें हजारों की संख्या में लोगों ने संत रामपाल जी के अमृत वचनों का लाभ उठाने के लिए बढ़-चढ़कर भाग लिया जिसमें माताएं, बहने, बच्चे व बुजुर्ग सभी शामिल थे । संत रामपाल जी महाराज ने सत्संग के माध्यम से लोगों को बताया कि शास्त्र अनुकूल भक्ति से ही मोक्ष मिल सकता है । शास्त्र विरुद्ध साधना हमें किसी भी प्रकार का कोई लाभ नहीं देती ।
संत रामपाल जी महाराज ने सत्संग के माध्यम से लोगों को विकारों से दूर रहने को भी कहा ।
तंबाकू जैसे विकार से दूर रहने के लिए लोगों को एक बहुत ही अच्छी धार्मिक कथा भी सुनाई जिसे सुनकर लोगों ने साफ कहा कि आज के बाद हम नशीली वस्तु को कभी छूएंगे भी नही । लोगों ने कहा कि इतनी अच्छी तरह से किसी ने भी आज तक हमें नही समझाया । अगर यह ज्ञान हमे पहले मिल गया होता तो कभी भी नशा नहीं करते और 15 लोगों ने संत रामपाल जी महाराज द्वारा बनाए सिस्टम के अनुसार नाम दीक्षा प्राप्त की और आजीवन भक्ति करने का प्रण लिया ।