January 3, 2025

Hathras Satsang Accident: हाथरस में भीषण त्रासदी: साकार हरि बाबा के सत्संग में भगदड़, 122 की मौत, अलर्ट जारी!

Published on

spot_img

Hathras Satsang Accident: उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में बुधवार को एक दिल दहला देने वाली घटना घटी, जिसने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया। सिकंदराराऊ थाना क्षेत्र के फुलरई मुगलगढ़ी गांव के एक खेत में आयोजित साकार हरि बाबा के एक दिवसीय सत्संग के बाद मची भगदड़ में अब तक 122 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। इस हृदय विदारक घटना में मृतकों में महिलाओं और मासूम बच्चों की संख्या ज्यादा बताई जा रही है।

स्थानीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, फुलरई मुगलगढ़ी के एक विशाल खेत में साकार हरि बाबा का एक दिवसीय सत्संग आयोजित किया गया था। सत्संग में हजारों की संख्या में महिलाएं, पुरुष और बच्चे शामिल हुए। दोपहर लगभग 1:45 बजे जब सत्संग समाप्त हुआ, तो श्रद्धालु बाहर निकलने लगे। 

सूत्रों का कहना है कि करीब 50,000 अनुयायियों को सेवादारों ने वहीं रोक लिया, जबकि साकार हरि बाबा के काफिले को सुरक्षित निकाला गया। इस दौरान श्रद्धालु भीषण गर्मी और उमस में खड़े रहे। बाबा के काफिले के जाने के बाद जैसे ही सेवादारों ने अनुयायियों को जाने की अनुमति दी, वहां भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई।

Hathras Satsang Accident: हमारे संवाददाता की रिपोर्ट के मुताबिक, गर्मी, उमस और भारी भीड़ में दम घुटने से कई अनुयायी बेहोश होकर गिर गए। इस हृदय विदारक हादसे में अब तक 122 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। मृतकों और घायलों में महिलाओं की संख्या अधिक है, साथ ही कई मासूम बच्चों के भी हताहत होने की खबर है।

■ यह भी पढ़ें: Bengal Train Accident in Hindi | पश्चिम बंगाल में ट्रेन नंबर 13174 (सियालदह कंचनजंगा एक्सप्रेस) के साथ हुआ दिल दहला देने वाला हादसा 

घटना के तुरंत बाद घायलों को सिकंदराराऊ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) और एटा के अस्पतालों में एम्बुलेंस द्वारा भेजा गया है। स्वास्थ्य विभाग ने रेड अलर्ट जारी कर दिया है और इमरजेंसी से लेकर पोस्टमार्टम हाउस तक के सभी स्टाफ को 24 घंटे तैनात रहने के कड़े निर्देश दिए गए हैं।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस त्रासदी पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा, “हाथरस की दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में हुई जनहानि अत्यंत दुःखद एवं हृदय विदारक है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं।”

मुख्यमंत्री ने तत्काल प्रभाव से संबंधित अधिकारियों को राहत और बचाव कार्यों के युद्ध स्तर पर संचालन और घायलों के समुचित उपचार हेतु कड़े निर्देश दिए हैं। उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी और संदीप सिंह को फौरन घटना स्थल पर भेजा गया है। साथ ही, मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को भी तुरंत घटना स्थल पर पहुंचने के आदेश दिए गए हैं।

Hathras Satsang Accident: योगी सरकार ने एडीजी (ADG) आगरा और कमिश्नर अलीगढ़ के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल गठित करने और दुर्घटना के कारणों की गहन जांच करने के निर्देश दिए हैं। घटना स्थल पर एडीजी आगरा जोन अनुपमा कुलश्रेष्ठ पहुंच चुकी हैं। उन्होंने हाथरस के आसपास के जिलों के पुलिस कप्तानों को भी सख्त निर्देश जारी किए हैं।

मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये तथा घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। इसके अलावा, कार्यक्रम आयोजकों के खिलाफ सख्त FIR दर्ज करने का आदेश दिया गया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर संबोधन के दौरान हाथरस हादसे का जिक्र करते हुए गहरा दुख प्रकट किया और पीड़ितों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर घटना पर शोक व्यक्त किया और कहा, “उत्तर प्रदेश के हाथरस ज़िले में हुआ हादसा अत्यंत पीड़ादायक है। इस दुर्घटना में जिन्होंने अपनों को खोया है, उन शोकाकुल परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं।”

Hathras Satsang Accident: इस दिल दहला देने वाली त्रासदी ने एक बार फिर बड़े धार्मिक आयोजनों में सुरक्षा व्यवस्था की जांच करने की आवश्यकता को रेखांकित किया है। अधिकारियों का कहना है कि घटना की विस्तृत जांच की जाएगी और भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे। हाथरस की यह घटना लंबे समय तक लोगों के जहन में रहेगी और सवाल उठता है कि क्या इस तरह की त्रासदियों से कोई सबक सीखा जाएगा?

  • 25 जनवरी 2005: मंधारदेवी मंदिर: महाराष्ट्र के सतारा में मंधारदेवी मंदिर में यात्रा में भगदड़, 340 की मौत।
  • 3 अगस्त 2006: नैना देवी मंदिरः हिमाचल के नैना देवी मंदिर में भगदड़, 160 श्रद्धालु मारे गए।
  • 30 सितंबर, 2008: चामुंडा देवी मंदिर: नवरात्र में जोधपुर में चामुंडा देवी मंदिर में भगदड़, 224 की मौत।
  • 14 जनवरी 2011: सबरीमला मंदिरः केरल के सबरीमाला मंदिर में 14 जनवरी 2011 को भगदड़ मची। 106 श्रद्धालु मारे गए।
  • 13 अक्टूबर 2013: रतनगढ़ मंदिरः मप्र के दतिया में रत्नगढ़ मंदिर के पास पुल पर भगदड़ में 115 की मौत।
  • राम जानकी मंदिरः प्रतापगढ़ के मंदिर में भगदड़ से 63 की मौत हुई।
  • प्रयागराज कुंभ 2013 में रेलवे स्टेशन पर भगदड़ में 42 लोगों की मौत। वहीं, 2003 के नासिक कुंभ में 40 की मौत।

इस हृदयविदारक घटना ने एक बार फिर हमें सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या हम सच्चे आध्यात्म के मार्ग पर चल रहे हैं? क्या भीड़ में खड़े होकर किसी भी व्यक्ति को सुनना ही सच्ची भक्ति है? क्या हमें अपने आध्यात्मिक ज्ञान के स्रोतों पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता नहीं है? सच्चा अध्यात्म वह है जो जीवन को सुरक्षित और सार्थक बनाए, न कि खतरे में डाले। यह समय है कि हम सच्चे ज्ञान की ओर मुड़ें, जो हमें जीवन जीने की सही राह दिखाए।

इस संदर्भ में, संत रामपाल जी महाराज द्वारा लिखित पुस्तकें “ज्ञान गंगा” और “जीने की राह” एक नया दृष्टिकोण प्रदान करती हैं। ये पुस्तकें न केवल आध्यात्मिक ज्ञान का खजाना हैं, बल्कि जीवन जीने की कला भी सिखाती हैं। इनमें बताया गया है कि कैसे सच्चे ईश्वर की भक्ति करें और कैसे अपने जीवन को सुखमय और सार्थक बनाएं। यह समय है कि हम अंधविश्वास और भीड़ की मानसिकता से ऊपर उठकर, संत रामपाल जी द्वारा बताये सच्चे ज्ञान की ओर बढ़ें।

WhatsApp ChannelFollow
Telegram Follow
YoutubeSubscribe
Google NewsFollow

Latest articles

World Hindi Day 2025: Hindi and India’s Rise as a Global Spiritual Power

Vishwa Hindi Diwas 2025 (World Hindi Day): This day is a very special day...

Vishwa Hindi Diwas 2025: विश्व हिंदी दिवस पर जानिए हिंदी की संवैधानिक यात्रा के बारे में विस्तार से

हिंदी दिवस पर जानें कि कैसे हिंदी को राजभाषा का दर्जा मिला व कैसी रही हिंदी की संवैधानिक यात्रा

National Human Trafficking Awareness Day 2025: Right Solution for Human Trafficking

National Human Trafficking Awareness Day 2025, as the name suggests, is dedicated to raising...
spot_img

More like this

World Hindi Day 2025: Hindi and India’s Rise as a Global Spiritual Power

Vishwa Hindi Diwas 2025 (World Hindi Day): This day is a very special day...

Vishwa Hindi Diwas 2025: विश्व हिंदी दिवस पर जानिए हिंदी की संवैधानिक यात्रा के बारे में विस्तार से

हिंदी दिवस पर जानें कि कैसे हिंदी को राजभाषा का दर्जा मिला व कैसी रही हिंदी की संवैधानिक यात्रा