Last Updated on 12 June 2024 IST: Father’s Day in Hindi: Father’s Day in Hindi: जिस तरह प्रतिवर्ष मातृ दिवस के रूप में सभी माताओं को एक दिन समर्पित किया जाता है, उसी प्रकार पितृ दिवस भी मनाया जाता है। पितृ दिवस दुनिया के सभी पिताओं को समर्पित होता है। यह दिन पिता के प्यार, समर्पण और त्याग के लिए उन्हें सम्मान देने का एक खास अवसर माना जाता है। आज इस लेख में हम जानेंगे उस परमपिता परमेश्वर के बारे में जिन्होंने सृष्टि की रचना की है और यह भी जानेंगे कि उस परमपिता को प्रसन्न करने का शास्त्रानुकूल तरीका क्या है? जिससे हमारे सभी दुःख दूर होंगे और हम अपने असली पिता (परमेश्वर) के लोक में जाकर सदा के लिए सुखी हो जाएंगे।
Father’s Day in Hindi: 2024 में फादर्स डे कब मनाया जाएगा?
भारत में, फादर्स-डे हर साल जून के तीसरे रविवार को मनाया जाता है। 2024 में, फादर्स-डे 16 जून को मनाया जाएगा।यह भी जानना महत्वपूर्ण है कि फादर्स-डे मनाने की तारीख दुनिया भर में अलग-अलग होती है। भारत की तरह ही यूनाइटेड किंगडम, जापान, कनाडा और अमेरिका में भी जून महीने के तीसरे रविवार को यह मनाया जाता है। कुछ अन्य देशों में फादर्स-डे मनाने की तारीखें इस प्रकार हैं:
- ऑस्ट्रेलिया: जून का पहला रविवार
- जर्मनी: जून का 21वां दिन
- ब्राजील: अगस्त का दूसरा रविवार
Father’s Day in Hindi: मुख्य बिंदु
- साल 1909 में मदर्स-डे से मिली थी, इस खास दिन को मनाने की प्रेरणा।
- 19 जून 1910 में पहली बार मनाया गया था अमेरिका में फादर्स डे।
- अमेरिका के वाशिंगटन की सोनोरा स्मार्ट डॉड नामक एक महिला ने अपने पिता, विलियम जैक्सन स्मार्ट के सम्मान में पितृ दिवस मनाने की शुरुआत की थी।
- 1910: इस विचार को वाशिंगटन राज्य के स्पोकेन शहर में व्यापक रूप से स्वीकार किया गया और इसे पितृ दिवस के रूप में मनाया गया।
- 1916: अमेरिकी राष्ट्रपति वुडरो विल्सन ने जून के तीसरे रविवार को राष्ट्रीय पितृ दिवस के रूप में घोषित किया।
- 1924: इस दिन को आधिकारिक तौर पर संयुक्त राज्य अमेरिका में एक राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया गया।
फादर्स-डे 2024 थीम (Theme on Fathers Day)
2024 में पितृ दिवस के लिए कोई आधिकारिक थीम घोषित नहीं की गई है। हालांकि, पिछले वर्षों में, कुछ संगठनों द्वारा कुछ अनौपचारिक थीमों का उपयोग पितृत्व के विभिन्न पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करने के लिए किया गया था, जैसे:
- 2019: पिता और पुत्री: एक अटूट बंधन
- 2020: सभी पिताओं को धन्यवाद
- 2021: पिता: पहला शिक्षक, पहला कोच, पहला हीरो
- 2022: पिता: हमेशा मौजूद
- 2023: हमारे जीवन के महानायकों का जश्न
यह भी संभव है कि कुछ संगठन या समुदाय पितृ दिवस की गतिविधियों और समारोहों के लिए अपनी-अपनी थीम तय करें।
क्या है फादर्स डे का इतिहास | Father’s day History in Hindi?
फादर्स डे मनाने के पीछे कई कहानियां प्रचलित हैं, जिनमें से यहां पर दो मुख्य कहानियां हम आपके साथ साझा कर रहे हैं जो फादर्स डे से जुड़ी हुई हैं, जिन्हें फादर्स डे मनाने की वजह माना जाता है।
फादर्स डे मनाने को लेकर पहली कहानी (First Story of Father’s Day in Hindi)
पहली बार फादर्स डे 19 जून 1910 को अमेरिका में Ms. Sonora Smart Dodd के पिता को सम्मानित करने के लिए मनाया गया था। Sonora के पिता William’s Smart गृह युद्ध अनुभवी थे। उनकी पत्नी की मृत्यु उनके छठे बच्चे को जन्म देने के समय हुई थी। उन्होंने अपनी पत्नी के गुजर जाने के बाद अकेले ही अपने 6 बच्चों को पाल-पोस कर बड़ा किया। विलियम्स स्मार्ट के गुज़र जाने के बाद उनकी बेटी Sonora चाहती थी कि जिस दिन उसके पिता विलियम्स की मृत्यु (5 जून) हुई थी उस दिन फादर्स डे मनाया जाए। लेकिन कुछ कारणों की वजह से यह दिन जून के तीसरे रविवार को कर दिया गया था। तभी से लोग जून के तीसरे रविवार को फादर्स डे मनाते हैं।
फादर्स डे मनाने को लेकर दूसरी कहानी (Second Story of Father’s Day)
“दूसरी कहानी” के अनुसार, फादर्स डे अमेरिका में पहली बार Fairmont शहर, वर्जीनिया राज्य में 5 जुलाई 1908 को मनाया गया था।
■ Read in English: Fathers Day: History, Quotes, Best Gift, Real Father, Significance
अमेरिका के वर्जीनिया राज्य में पहली बार 5 जुलाई 1908 को उन 361 पुरुषों की याद में father’s day मनाया गया था जिनकी मृत्यु एक कोयला खदान विस्फोट में दिसंबर 1907 में हुई थी। बाद में, 1972 में राष्ट्रपति निक्सन के शासन काल के दौरान Father’s day को आधिकारिक तौर पर राष्ट्रीय अवकाश के रूप में मान्यता दी गई और जून के तीसरे रविवार को फादर्स डे के रूप में नामित किया गया।
फादर्स-डे को त्योहार का दर्जा कैसे मिला?
20वीं शताब्दी के शुरुआती दौर में, अमेरिका में मातृ दिवस (Mother’s Day) का उत्सव बड़े पैमाने पर मनाया जाने लगा था। इसको देखकर, सोनोरा लुईस डोड ने अपने पिता, विलियम जैक्सन स्मार्ट के सम्मान में पितृ दिवस मनाने का विचार रखा।
उनके प्रस्ताव को शुरुआत में कुछ विरोध का सामना भी करना पड़ा, लेकिन सोनोरा डोड ने हार नहीं मानीं। उन्होंने लगातार स्पोकेन, वाशिंगटन में पितृ दिवस मनाने के लिए अभियान चलाया। 1910 में, उन्होंने शहर के चर्चों में पिताओं के सम्मान में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए। धीरे-धीरे, उनके प्रयासों को सफलता मिली। 1916 में, वाशिंगटन राज्य ने आधिकारिक तौर पर तीसरे जून को पितृ दिवस के रूप में घोषित किया। 1924 में, राष्ट्रपति कैल्विन कूलिज ने पूरे देश में पितृ दिवस मनाने की घोषणा की।
फादर्स-डे कैसे मनाया जाता है?
इस दिन पिता के प्रति आभार और प्रेम प्रकट करने के लिए बच्चे ;
पिताजी के रूम और पूरे घर को सजाते हैं। पिताजी के सम्मान में कुछ पंक्तियां सुनाते हैं। उनके लिए पसंदीदा व्यंजन बनाते हैं। पिताजी के द्वारा किए गए उनके जीवन में संघर्ष के लिए उनका धन्यवाद बोलते हैं और उनका विशेष आदर सत्कार करते हैं।
बच्चों के जीवन में क्या है फादर्स डे का महत्व (Importance of Father’s Day in Hindi) ?
बच्चों के जीवन में मां के साथ-साथ पिता का भी विशेष महत्व होता है। इसलिए एक बच्चे के लिए उसके पिता भी उसके जीवन में खास स्थान रखते हैं। बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए पिता दिन-रात मेहनत करते हैं, काम करते हैं और तब जाकर कहीं वो अपने बच्चों के सपनों को पूरा कर पाते हैं। इसलिए बच्चे अपने पिता को सम्मान देने के लिए, उनके प्रति अपना आभार प्रकट करने के लिए फादर्स डे को मनाते हैं।
स्वयं कबीर परमेश्वर जी कहते हैं-
कोटिक अवगुण बालक करहीं,
पिता एक हिरदय नहीं धरहीं | |
अर्थात बच्चा चाहे कितनी भी गलती कर ले लेकिन पिता कभी भी उसका बुरा नहीं मानता अर्थात उसकी सभी गलतियों को माफ कर देता है और उसे बराबर प्यार करता है।
कौन हैं हमारे असली पिता ?
पूर्ण सृष्टि के रचनहार, परमपिता कबीर परमात्मा हैं जिन्होंने सर्व सृष्टि की रचना मात्र छ: दिन में की। वह सर्व शक्तिमान, सर्व व्यापक हैं जिनको सभी देवी देवता भी पूजते हैं और सब धर्म ग्रंथों में उनके बारे में वर्णन भी है। कबीर परमेश्वर अपने बच्चों को दुखी देख बहुत दुखी होते हैं। कबीर जी अपने दोहों के माध्यम से इस दुख को जताते हैं।
हाड़ जले ज्यों लाकड़ी, केस जले ज्यों घास।।
सब जग जलता देख कर भया कबीर उदास।।
किस विधि से पूर्ण परमात्मा को पाया जा सकता है?
हमारे सद्ग्रन्थों में वर्णित विधिवत साधना करने से ही हम अपने पिता परमेश्वर कबीर साहिब को पा सकते हैं। और वर्तमान समय में विधिवत साधना केवल संत रामपाल जी महाराज बताते हैं जिससे साधक को न केवल सर्व सुख प्राप्त होते हैं बल्कि मोक्ष भी मिलता है। इसीलिए ज़्यादा समय व्यर्थ न गवांकर जल्दी संत रामपाल जी महाराज से दीक्षा प्राप्त करें।
Quotes on Father’s Day in Hindi
- “एक पिता अपने बेटे का पहला हीरो और अपनी बेटी का पहला प्यार होते है।”
- “एक पिता का अपने बच्चे के जीवन में महत्वपूर्ण किरदार होता है।”
- “पिता परिवार का मुख्य आधार होता है, जिसके बिना कोई भी परिवार पूरा नहीं होता।”
- “पिता एक विशाल मजबूत पेड़ की तरह होते हैं जिसका हर भाग अपने परिवार के लिए समर्पित होता है।”
- “पिता भगवान का प्रतिरूप है जो हमेशा अपने परिवार से प्यार करता है और उसकी देखभाल करता है।”
- “एक पिता का गुण उन लक्ष्यों, सपनों और आकांक्षाओं में देखा जा सकता है जो वह न केवल अपने लिए, बल्कि अपने परिवार के लिए भी निर्धारित करता है।” -रीड मार्खम
- “जब कोई व्यक्ति किसी बच्चे की मदद करने के लिए झुकता है तो उससे अधिक ऊँचा कोई नहीं खड़ा हो सकता।” -अब्राहम लिंकन
- “परम पिता कबीर अपने बच्चों का मार्गदर्शन करते हैं और उन्हें उनके वास्तविक घर सतलोक तक पहुँचने में मदद करते हैं और उन्हें मोक्ष प्रदान करते हैं।”
- “हमारे असली पिता कबीर इस ब्रह्मांड के निर्माता हैं, उन्हें पहचानें और उस देखभाल करने वाले पिता का सम्मान करे।”
FAQ About Father’s Day in Hindi | फादर्स डे के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
लिंडन बी. जॉनसन ने जून 1966 में तीसरे रविवार को फादर्स के सम्मान में एक घोषणा की। अंततः1972 में राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन ने जून में तीसरे रविवार को फादर्स डे के रूप में निर्दिष्ट करने वाले एक अध्यादेश पर हस्ताक्षर किए। तब से यह आधिकारिक तौर पर एक स्थायी राष्ट्रीय अवकाश है।
पहला फादर्स डे 19 जून 1910 को वाशिंगटन राज्य में मनाया गया था।
भारत सहित अधिकांश क्षेत्रों में फादर्स डे जून के तीसरे रविवार को मनाया जाता है। यह इस वर्ष 16 जून को है। पुर्तगाल और स्पेन समेत कई देशों में 8 अगस्त को फादर्स डे मनाया जाता है।
फादर्स डे पर पिता के परिवार और समाज के लिए किए गये बलिदानों को सम्मान दिया जाता है। इस दिन बच्चे अपने पिता और पिता तुल्य लोगों के साथ-साथ किसी अन्य व्यक्ति को भी सम्मान दे सकते हैं जिसने उनके जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई हो।
फादर्स डे की शुरुआत वाशिंगटन के स्पोकेन में हुई। फादर्स डे की स्थापना 1910 में स्पोकेन मूल निवासी सोनोरा स्मार्ट डोड द्वारा की गई थी, जिनके पिता ने प्रसव के दौरान उनकी मां की मृत्यु के बाद उनका और उनके पांच भाई-बहनों का पालन-पोषण किया था।