Chaitra Navratri Video in Hindi [2024] | नवरात्रि के परंपरागत पूजन के बीच, देवी दुर्गा और महिषासुर के मध्य युद्ध की कथा महत्वपूर्ण है। एक शक्तिशाली राक्षस महिषासुर ने ब्रह्मा जी की तपस्या कर उनसे अजेयता का वर प्राप्त किया, जिससे उसे किसी भी अस्त्र-शस्त्र से नहीं मारा जा सकता था।
लेकिन अपने अहंकार में डूबकर उसने स्वर्ग को अपने अधीन करने का प्रयास किया। देवताओं ने अपनी पराजय होते देख त्रिदेवों से सहायता मांगी और सहायता के लिए मां दुर्गा का आह्वान किया। देवी दुर्गा ने महिषासुर के खिलाफ नौ दिनों तक पूरे दम-खम के साथ युद्ध किया। अपनों शक्ति और साहस के बल पर उसने महिषासुर को पराजित कर लोगों की सहायता की।
Chaitra Navratri Video [2024] | नवरात्रि का महत्व और पूजन
नवरात्रि त्योहार में लोग नौ दिनों तक व्रत रखते हैं और देवी दुर्गा की पूजा और उपासना करते हैं। जिसमें विभिन्न प्रकार के आहार का त्याग किया जाता है। अष्टमी और नवमी के दिन, कन्या पूजन में उनके पैर धोकर उन्हें भोग लगाया जाता है और आशीर्वाद लिया जाता है। यह परंपरा प्राचीन समय से ही चली आ रही है।
देवी दुर्गा ने अपनी पूजा के लिए नहीं कहा: कौन है पूर्ण परमात्मा?
हाँ, श्रीमद् देवी महापुराण में देवी दुर्गा ने हिमालय राजा को अपनी पूजा करने के लिए नहीं कहा। भगवद्गीता में भी कहा गया है कि भगवान की शरण में जाने से ही संपूर्ण लाभ होता है। यजुर्वेद, सामवेद, अथर्ववेद और ऋग्वेद प्रमाणित करते हैं कि परमेश्वर का नाम कबीर है। सभी धर्मों के ग्रंथ भी कबीर को ही परमात्मा मानते हैं। इसलिए नवरात्रि मनाना शास्त्रों के अनुसार उचित नहीं है। सर्व सुख और पूर्ण मोक्ष को अर्जित करने के लिए हमें तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज की शरण में जाकर पूर्ण परमेश्वर कबीर साहेब जी की सतभक्ति पूरी मर्यादा में रहकर करनी चाहिए।