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Udaipur Tailor Murder News (Hindi): उदयपुर में हुई कन्हैया लाल की नृशंस हत्या से देशवासी स्तब्ध

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Udaipur Tailor Murder News (Hindi): उदयपुर घटनाक्रम की शुरुआत ज्ञानवापी मस्जिद पर नूपुर शर्मा और एक मौलाना के बयान से शुरू होती है। जब एक मौलाना ने भगवान शिव जी के अपमान में कुछ कहा तो नुपुर शर्मा ने हजरत मोहम्मद जी के विषय में भी गलत बयानबाजी की, जिस पर बड़ा बवाल हुआ। एक तरफ हिंदू लोग नूपुर शर्मा के समर्थन में खड़े थे तो वहीं पर मुस्लिम लोग नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे।

इसी संदर्भ में कन्हैया लाल के बेटे ने नूपुर शर्मा के समर्थन में एक विवादित पोस्ट डाली, जिस वजह से आसपास के मुस्लिम इलाकों से कन्हैया लाल को मारने की धमकियां आने लगी। मामला थोड़ा बड़ा लेकिन पुलिस ने रफा-दफा कर दिया, किंतु कन्हैया कुमार को लगातार धमकी भरे संदेश आ रहे थे, 6 दिन दुकान बंद करने के बाद जब कन्हैया कुमार ने अपनी दुकान खोली तो उसके दूसरे दिन दो लोग उनकी दुकान पर कपड़े सिलवाने के बहाने आए और धारदार हथियार से उन पर हमला किया और बेरहमी और तालिबानी तरीके से कन्हैया कुमार की हत्या कर दी और आसपास मौजूद लोगों पर भी वार किया।

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कन्हैया लाल मर्डर केस (Udaipur Tailor Murder News) : मुख्यबिंदु

  • मांग के बावजूद कन्हैया लाल को नहीं मिली थी पुलिस सुरक्षा
  • कातिलों ने वीडियो के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी जान से मारने की धमकी दी थी। 
  • पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) की भूमिका पूरे मामले में संदिग्ध है। पीएफआई संगठन के सक्रिय कार्यकर्ता अजमेर के शांत माहौल को भी भड़काने की कोशिश कर रहे थे।
  • पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कन्हैया के शरीर पर धारदार हथियार के निशान समेत 26 चोट के निशान मिले हैं। 
  • कन्हैया लाल के अंतिम संस्कार में जुटे थे भारी संख्या में लोग।
  • सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को कहा कि नूपुर शर्मा को पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए।
  • राजस्थान के डीजीपी एमएल लाठेर ने बताया मुख्य आरोपी दावत-ए-इस्लामी संगठन (Dawat-e-Islami) के संपर्क में थे। उनमें से एक 2014 में संगठन से मिलने पाकिस्तान के कराची भी गया था।
  • उदयपुर मामले की जांच एनआईए कर रही है जिसमें राज्य पुलिस उन्हें सहयोग करेगी।

सुप्रीम कोर्ट ने नूपुर शर्मा को लगाई कड़ी फटकार

ईश निंदा की श्रेणी में आने वाला बयान देने वाली नूपुर शर्मा को कोर्ट ने बुरी तरह फटकार लगाई। कोर्ट ने कहा कि जो कौमी आग लगी, जो नफरत का माहौल बना, वह सब नूपुर शर्मा के बयान का ही दुष्परिणाम है।

सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को कहा कि नूपुर शर्मा को पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए। कोर्ट ने पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी के लिए कई राज्यों में नूपुर शर्मा के खिलाफ दर्ज एफआईआर को जांच के लिए दिल्ली स्थानांतरित करने की मांग पर सुनवाई करते हुए ये टिप्पणी की। कोर्ट ने नूपुर शर्मा को हाईकोर्ट जाने को कहा है।

नूपुर शर्मा का कहना है कि अपनी टिप्पणियों को वापस लेने के बावजूद उन्हें लगातार रेप और जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि नूपुर के बयान से देश उबल गया। नूपुर को खतरा है या उनके बयान से देश खतरे में पड़ गया है। नूपुर ने जिसके खिलाफ टिप्पणी की उसे गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन नूपुर के खिलाफ अब तक कुछ नहीं हुआ है।

कौन है कन्हैया लाल के हत्यारे?

उदयपुर हत्याकांड में दोनों आरोपियों की पहचान मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद के रूप में हुई है। मोहम्मद रियाज उदयपुर के परकोटे में ही एक दुकान पर वेल्डर का काम करता था। इसके अलावा वह शहर की ही एक मस्जिद में भी काम करता था और मज़हबी प्रचार करता रहता था। उसने पुलिस को पूछताछ में बताया था कि वह दूसरे मुस्लिम युवाओं को दूसरे धर्म के लोगों पर हमला करने के लिए उकसाता रहता था। रियाज 12 जून को ही अपनी पत्नी और 2 बच्चों के साथ किराए के मकान में रहने गया था।

दूसरे हत्यारे मोहम्मद गौस ने पूछताछ में किया अहम खुलासा

रियाज की 2001 में शादी हुई थी और उसने 2002 में आसींद छोड़ दिया था। वह पिछले साल अपने पिता की मौत के बावजूद आसींद वापस नहीं गया। पुलिस ने बताया कि रियाज का साथी गौस मोहम्मद के पाकिस्तान के इस्लामी संगठन दावत-ए-इस्लामी के साथ संबंध थे, और वह छोटा-मोटा काम करता था। 2014 में गौस मोहम्मद कराची के दावत ए इस्लामी संगठन गया था। संगठन के मुंबई और दिल्ली में भी दफ्तर हैं। पुलिस से पूछताछ में गौस ने बताया कि उदयपुर के वसीम अख्तरी और अख्तर राजा भी पाकिस्तान गए थे जहां उन्हें आतंकी संगठनों ने ट्रेनिंग दी।

कन्हैयालाल हत्याकांड में सामने आया BJP कनेक्शन

कन्हैयालाल हत्याकांड में बीजेपी नेता गुलाबचंद कटारिया के साथ हत्यारे रियाज़ की फोटो सामने आने के बाद कांग्रेस ने विपक्ष पर हमला बोल दिया है। इसे लेकर शनिवार को पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। पवन खेड़ा ने कहा कि “मुंह में राष्ट्रवाद, बगल में छुरी, बीजेपी कांग्रेस पर आरोप लगाती है, लेकिन आज जो कन्हैयालाल केस के मुख्य आरोपी मोहम्मद रियाज को लेकर खुलासा हुआ है, उसके बाद भी अगर यह सवाल उठता है कि कांग्रेस सवाल क्यों उठाती है, तो माफ कीजिए, इस देश में फिर बहुत कुछ गलत हो रहा है। खेड़ा ने कहा कि ये आज की पोस्ट नहीं है। 2018, 2019, 2020 और 2021 ऐसी तमाम पोस्ट हैं जिसमें रियाज अंसारी बीजेपी नेता के रूप में सामने आ रहा है।

अब नए तथ्यों के बाद एक बहुत बड़ा सवाल यह उठता है कि ये NIA का निर्णय केंद्र सरकार ने कुछ घंटों में ही लिया था, तो क्या इन तथ्यों को छुपाने के लिए ही लिया था। खेड़ा ने कहा कि यह देश का सवाल है। सिर्फ आरोप तक इसे सीमित रखने का कोई सवाल नहीं उठता।

भावनाओं को भड़काने वाली सामग्री हटाएं सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से

मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए आईटी मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से लोगों की भावनाओं को भड़काने वाली सामग्री हटाने के लिए कहा है। आईटी मंत्रालय ने नोटिस जारी कर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स से कहा है कि वे किसी भी तरह के उकसावे संबंधी कंटेंट को हटा दें। ताकि सार्वजनिक व्यवस्था में किसी भी तरह का कोई व्यवधान न हो। दरअसल कन्हैया लाल की हत्या के बाद से सोशल मीडिया पर कई तरह के वीडियो, फोटो और मैसेज वायरल हो रहे हैं। इतना ही नहीं कई लोग सोशल मीडिया पर एक समुदाय को हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहरा रहे है। तो वहीं, कुछ लोग हत्या के समर्थन में भी पोस्ट कर रहे हैं।

उदयपुर मर्डर केस में गृह मंत्रालय ने लिया बड़ा फैसला  

हत्या की जांच करने का आदेश राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को दिया गया है। गृह मंत्रालय ने एनआईए को राजस्थान के उदयपुर में हुई कन्हैया लाल तेली की नृशंस हत्या (Udaipur Murder) की जांच अपने हाथ में लेने का निर्देश दिया है। इस मामले ने पूरे देश के लोगों के बीच सनसनी फैला दी। इसमें राजस्थान में उदयपुर के धानमंडी थाना क्षेत्र में सोमवार को दो व्यक्तियों ने एक दर्जी की कथित रूप से गला काटकर हत्या कर दी। इस घटना के बाद पूरे राजस्थान में धारा 144 लागू कर दी गई है और कई जगहों पर इंटरनेट भी बंद कर दिया गया।

राजस्थान में 1 महीने के लिए धारा 144 लागू, उदयपुर में लगा कर्फ्यू

आरोपियों से पूछताछ के आधार पर करीब 10 लोगों को हिरासत में लिया गया है। उनसे भी पूछताछ जारी है। वहीं उदयपुर प्रशासन ने शहरभर में कर्फ्यू लगाया था। प्रदेशभर में इंटरनेट भी बंद है। हत्या के बाद शहर में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए गुरुवार को कर्फ्यू में और सख्ती बरती जाएगी। पूरे प्रदेश में एक महीने के लिए धारा-144 लगी है।

कन्हैया लाल हत्याकांड के विरोध में सर्व समाज ने निकाली विशाल रैली

कन्हैया लाल की हत्या के विरोध में गुरुवार को हजारों लोगों ने उदयपुर में एक विरोध रैली में हिस्सा लिया। हिंदू संगठनों द्वारा ‘सर्व हिंदू समाज’ रैली बुलाई गई थी और जिला प्रशासन की अनुमति से टाउन हॉल से समाहरणालय तक शांतिपूर्ण ढंग से आयोजित की गई। अतिरिक्त डीजी दिनेश एमएन ने कहा कि रैली के लिए अनुमति दी गई थी और मार्च के रास्ते में कर्फ्यू में ढील दी गई थी। हालांकि इसे एक शांति मार्च कहा गया था, इस सबके बावजूद 2 जुलाई को यहां से जगन्नाथ पुरी यात्रा भी निकाली गई। कुछ लोग भगवा झंडे लिए भी देखे गए। केंद्र और राज्य सरकार ने उदयपुर हत्याकांड को आतंकी घटना करार दिया है। 

स्थानीय प्रशासन पर गिरी गाज

राजस्थान के डीजीपी एमएल लाठेर ने कहा कि उदयपुर हत्याकांड के चलते ASI और SHO को निलंबित कर दिया गया है क्योंकि उन्होंने इस घटना से पहले पीड़ित क्षेत्र में पहले से ही ध्रुवीकृत स्थिति (Polarised Situation in Udaipur) को शांत करने के लिए आवश्यक कार्रवाई नहीं की थी। लोगों का मानना है कि अगर पुलिस समय रहते उचित कार्रवाई या सुरक्षा प्रदान करती तो यह घटना टल सकती थी।

केंद्रीय मंत्री ने गहलोत सरकार पर लगाए आरोप

उदयपुर हत्याकांड में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के सीएम अक्सर अपनी जिम्मेदारी से बचते हैं। ऐसा पहले भी कई बार देखा गया है लेकिन इस बार तो हद हो गई। उन्होंने कहा कि राजस्थान में ऐसी कई वारदातें सामने आई हैं। जिसमें करौली जैसी घटनाएं पथराव व अन्य घटनाएं भी शामिल हैं।

राजस्थान सरकार ने किया मुआवजे का ऐलान

गहलोत ने पीड़ित परिवार को मुआवजे के तौर पर 50 लाख रुपये का चेक दिया है। सीएम गहलोत ने पीड़ित परिवार को इस बात का आश्वासन दिया कि ये केस फास्ट ट्रैक में चलाकर आरोपियों को जल्द से जल्द सजा दिलवाई जाएगी। इसके अलावा सीएम ने कन्हैयालाल के दोनों बेटों को सरकारी नौकरी देने का ऐलान भी किया है। इस हत्याकांड के बाद उदयपुर के लोगों में आक्रोश का महाौल है। इस हत्या के विरोध में हजारों लोग सड़कों पर उतरे हुए हैं। नुपुर शर्मा से संबंधित पोस्ट करने के मामले में कन्हैयालाल का समझौता कराने वाले स्थानीय ASI को भी निलंबित किया गया है।

उदयपुर मर्डर केस में ममता बनर्जी ने की टिप्पणी

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राजस्थान के उदयपुर में एक दर्ज़ी की हत्या की बुधवार को निंदा करते हुए कहा कि हिंसा और चरमपंथ अस्वीकार्य है। बनर्जी ने ट्वीट किया, “ हिंसा और चरमपंथ अस्वीकार्य है, चाहे कुछ भी हो। उदयपुर में जो हुआ उसकी मैं निंदा करती हूं। कानून अपना काम करेगा। मैं लोगों से शांति बनाए रखने का आग्रह करती हूं।”

उदयपुर घटना पर पाकिस्तान का बयान 

इसी बीच पाकिस्तान का भी बयान सामने आया है। पाकिस्तान की तरफ से कहा गया, “हमने उदयपुर में हुई हत्या का बारे में सुना। इस मामले में जांच से जुड़ी एक रिपोर्ट भारतीय मीडिया पर देखी, जिसमें आरोपियों को पाकिस्तान के एक संगठन से जोड़ा जा रहा है। हम इन आरोपों को खारिज करते हैं।” हालांकि, पाकिस्तान ने अपने बयान में दावत ए इस्लामी का नाम नहीं लिया। इस बयान के साथ पाकिस्तान की तरफ से भाजपा, आरएसएस के साथ हिंदुत्व पर भी निशाना साधा गया।

दोषियों को फांसी मिले- मुस्लिम राष्ट्रीय मंच

आरएसएस से जुड़े संगठन मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (MRM) ने कहा कि इस बर्बर घटना को अंजाम देकर आरोपियों ने शर्मनाक काम किया है। MRM ने कहा कि हम इस तरह की जघन्य हत्या से गहरे सदमे में हैं। इसकी कड़ी निंदा करते हैं। मंच ने मांग की है कि इन शैतानों को कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए। उन्हें उनके द्वारा किए गए बर्बर अपराध के लिए फांसी दी जानी चाहिए। मंच ने कहा कि सरकार को इस मामले में एक फास्ट ट्रैक कोर्ट स्थापित करना चाहिए।

उदयपुर मर्डर केस मैं कन्हैया लाल की मौत का जिम्मेदार कौन है?

कन्हैया लाल की मौत का जिम्मेदार टीवी चैनलों पर डिबेट करने वाले राजनीतिक पार्टियों के प्रवक्ता, धर्मगुरू हैं जो जनसाधारण को ईश्वर के नाम पर भड़काते हैं और आपस में लड़ाते हैं। आपने कभी किसी पार्टी प्रवक्ता, तथा धर्मगुरुओं, काजी मौलानाऔं, के लड़के लड़कियों को दंगों में मरते हुए नहीं देखा होगा, किंतु यह धर्म गुरु, भोले भाले श्रद्धालुओं को ईश्वर, अल्लाह के नाम पर भड़का कर, आपस में लड़ाने का काम करते हैं।

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जिसमें इन का मूल उद्देश्य अपनी सत्ता को बनाए रखना है, तथा हिंदू और मुस्लिम समाज के नकली धर्मगुरु भी अपनी धार्मिक सत्ता को बनाए रखने के लिए हमें आपस में लड़ाते हैं। कन्हैया लाल की मौत के जिम्मेदार कोई और नहीं राजनीतिक पार्टियां और नकली धर्मगुरु काज़ी मौलाना और कट्टरवादी सोच रखने वाले लोग ही हैं। जिन्होंने न जाने कितने कन्हैयालाल जैसे लोगों को उनके परिवार से हमेशा हमेशा के लिए दूर कर दिया।

मुसलमान नहीं समझे ज्ञान कुरान

आज हम प्रमाण सहित जानेंगे कि पवित्र कुरान शरीफ में कितना निर्मल ज्ञान दिया है, तथा यह काजी मुल्लाह मौलाना पवित्र कुरान शरीफ के विपरीत ज्ञान देकर पवित्र मुसलमान समाज को भ्रमित करने में लगे हुए हैं। आप सभी भाई बहनों को जानकर हैरानी होगी इल्म वाले कहलाने वाले इन मौलानाओं को कुरान का सामान्य ज्ञान भी नहीं है, आज तक काजी मौलानाओं के ऊपर अंधा विश्वास करने के कारण तथा पवित्र कुरान शरीफ के अनमोल ज्ञान से बाखबर ना होने के कारण ही भोले श्रद्धालु नकली काजी मौलानाओं अर्थात धर्म गुरुओं के बहकावे में आकर हिंसात्मक कार्य करते रहे।

जिसकी वजह से वे तथा उनका परिवार हमेशा के लिए नष्ट हो जाते है तथा अल्लाह हू कबीर के आदेशों के विरुद्ध हिंसात्मक तथा गलत इबादत कर के दोजक अर्थात नरक में चले जाते हैं। इसीलिए सभी श्रद्धालुओं को चाहिए कि वह रहमान और बड़े अल्लाह कबीर के बताए रास्ते पर चलें। तो आइए जानते हैं क्या है उस बड़े अल्लाह कबीर के आदेश।

कैसे करें सच्ची इबादत, प्रमाण सहित अब समझें ज्ञान कुरान?

कुरआन की सूरत फुरकानि 18 आयत 60-82 में कुरआन ज्ञान दाता ने मुहम्मद जी को बताया कि हज़रत मूसा को ज्ञान प्राप्ति के लिए मैंने अल-खिद्र के पास भेजा।  साथ ही सूरत फुरकानि 25 आयत 52-59 में कुरआन ज्ञान देने वाला खुदा कहता कि जिस खुदा ने सम्पूर्ण सृष्टि की रचना की उसका नाम कबीर है, उसकी खबर किसी बाख़बर संत से पूछो।

कुरान कहता है, किसी को जबरन अपना धर्म नहीं मनवाना चाहिए

क़ुरान मजीद, सूर: अल् बकरा नं. 2 आयत 256 :- धर्म के विषय में कोई जोर जबरदस्ती न कर।

अल्लाह अर्थात् परमात्मा साकार है

कुरान शरीफ के अनुसार अल्लाह साकार है जबकि मुसलमान भाई कहते हैं कि अल्लाह बेचून (निराकार) है। फिर यह भी कहते हैं कि खुदा सातवें आसमान पर तख्त (सिंहासन) पर बैठा है। जब सिंहासन पर बैठा है तो वह साकार मानव समान है।

मुस्लिम धर्म की सच्चाई

पुस्तक “जीवनी हज़रत मुहम्मद” जिसके लेखक हैं – मुहम्मद इनायतुल्लाह सुब्हानी, के पृष्ठ 157-165 में लिखा है कि फरिश्ते जिब्राईल ने नबी मुहम्मद को खच्चर जैसे जानवर (बुराक) पर बैठकर जब ऊपर ले गया तो वहाँ नबियों की जमात आई, उनमें हज़रत मूसा, ईसा, इब्राहिम, आदम आदि सभी मिले। बाबा आदम एक तरफ नेक संतानों को स्वर्ग (जन्नत) में देखकर हंस रहे थे और दूसरी तरफ निकम्मी संतान को नरक (जहन्नुम) में देखकर रो रहे थे। 

इस लेख से स्पष्ट है कि मुसलमान प्रवक्ताओं का क़यामत के बाद कब्रों से निकाले जाने वाला विधान गलत सिद्ध होता है। कर्मों का फल बाख़बर की शरण में आये बिना नहीं कट सकता।

मक्का महादेव का मंदिर है

सिक्ख धर्म की पुस्तक भाई बाले वाली जन्म साखी में प्रमाण है:-

सतगुरू नानक देव जी ने चार इमामों से चर्चा करते हुए कहा कि जिस मक्का शहर में जो काबा (मंदिर) है जिसको आप अपना पवित्र स्थान मानते हो। वह महादेव (शिवजी) का मंदिर है। इसमें सब देवी-देवताओं की मूर्तियां(बुत) थी। उसकी स्थापना करने वाला सुल्तान (राजा) ब्राह्मण था। बाद में सब मूर्तियां उठा दी गई थी। नबी इब्राहिम व हजरत इस्माईल (अलैहि.) ने इसका पुनः निर्माण करवाया था।

हम सब एक ही जगह से आए हैं

कबीर परमेश्वर जी कहते हैं;

वही मुहम्मद वही महादेव, वही आदम वही ब्रह्मा।

दास गरीब दूसरा कोई नहीं, देख आपने घरमा।। 

बाबा आदम, श्री ब्रह्मा जी के लोक से आये थे और हजरत मुहम्मद, श्री शिव जी के लोक से आये थे क्योंकि मानव जन्म में की गई भक्ति साधना अनुसार वो प्राणी तीनों देवताओं (श्री ब्रह्मा, श्री विष्णु, श्री शिव) के लोकों में बारी-बारी से जाता है और पुण्य क्षीण होने के बाद पुनः पृथ्वी पर संस्कारवश जन्म लेता है।

पुनर्जन्म होता है इस बात का पवित्र कुरान शरीफ में स्पष्ट प्रमाण

मुस्लिम समाज में एक अस्पष्ट धारणा है कि कोई पुनर्जन्म नहीं है। मुस्लिम संतों के अनुसार, एक व्यक्ति सिर्फ एक बार जन्म लेता है। मृत्यु के बाद उस व्यक्ति को कब्र में दफना दिया जाता है जहां वह कयामत आने तक रहता है। जबकि बाख़बर संत रामपाल जी महाराज जी ने क़ुरान शरीफ – सूरा अल अंबिया 21:104 से प्रमाणित करके बताया कि पुर्नजन्म होता है। कयामत तक कमरों में दबे रहने की धारणा पवित्र कुरान शरीफ के अनुसार गलत है।

कुरान शरीफ का ज्ञानदाता अल्लाह दे रहा है किसी बड़े अल्लाह की भक्ति करने का संदेश

पूरा मुस्लिम समाज ये मानता है कि पवित्र क़ुरान शरीफ का ज्ञान दाता स्वयं अल्लाह (पूर्ण प्रभु) ही है। वही हजरत मुहम्मद को कुरान शरीफ बोलने वाला प्रभु (अल्लाह) कह रहा है कि वह कबीर प्रभु वही है जिसने जमीन तथा आसमान के बीच में जो भी विद्यमान है सर्व सृष्टी की रचना छः दिन में की तथा सातवें दिन ऊपर अपने सत्यलोक में सिंहासन पर विराजमान हो गया- क़ुरान सूरा अल-फुरकान नं. 25 आयत 59

बाखबर देता है बड़े अल्लाह कबीर की इबादत का सही तरीका

पवित्र क़ुरान शरीफ सूरा लुकमान-32 आयत नं. 33 तथा सूरा फ़ुरक़ानी-25 आयत नं. 52-59 में जिस बाखबर (खुदा की सच्ची इबादत बताने वाला) के विषय में कहा गया है, वह बाखबर संत रामपाल जी महाराज ही हैं जिन्होंने वर्तमान समय में एक कादर खुदा कबीर के विषय में बताया और उनकी इबादत करने का सही तरीका बताया है जो हमारी सभी किताबों (तौरेत, जबूर, इंजिल और कुरान) से प्रमाणित है।

यह कहता है ज्ञान कुरान?

जीव हमारी जाति है, मानव धर्म हमारा।

हिंदू मुस्लिम सिक्ख ईसाई, धर्म नहीं कोई न्यारा।।

हम जीव हैं। हिंदू, मुस्लिम, सिक्ख तथा ईसाई सब मानव हैं। सबका मानव धर्म है। मानवता कर्म है। कोई भिन्न धर्म नहीं है। पूरी पृथ्वी के मानव एक खुदा (प्रभु) के बच्चे हैं।

बाखबर तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज

तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज द्वारा लिखित पुस्तक “मुसलमान नहीं समझे ज्ञान कुरान” सभी धर्म के लोग अवश्य पढ़ें, सत्य ज्ञान प्राप्त कर बड़े अल्लाह कबीर की सत भक्ति व सच्ची इबादत कर जीवन सफल बनाएं और आपस के सब धार्मिक मतभेद भुलाएं।

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