Shane Warne Death News: ऑस्ट्रेलिया के महान स्पिनर शेन वॉर्न का शुक्रवार को अचानक निधन हो गया है। 52 वर्षीय शेन वॉर्न को हार्ट अटैक आया था (Shane Warne Death Reason), जिसके बाद उन्हें मृत घोषित किया गया। श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन के बाद वह दूसरे गेंदबाज थे जिन्होंने 1000 अंतर्राष्ट्रीय विकेट (टेस्ट और वनडे मैचों में) लिये। उन्होंने सालों तक क्रिकेट के सभी फॉर्मेट पर राज किया। बड़े बड़े बल्लेबाज वॉर्न की गुगली को समझने में फेल हो जाते थे। वॉर्न की गिनती दुनिया के सबसे महान स्पिनर में की जाती है।
हार्ट अटैक के कारण हुई शेन वॉर्न (Shane Warne Death Reason) की मौत
रोड मॉर्श के निधन पर शोक जताने वाले शेन वॉर्न को नहीं पता था कि वह कल का सूरज नहीं देख पाएंगे। ऑस्ट्रेलियाई समाचार चैनल फॉक्स क्रिकेट की रिपोर्ट में शेन वॉर्न के निधन का कारण हार्ट अटैक को बताया गया है। वॉर्न कोह सामुई के एक विला में बेहोश पाए गए थे। बाद में उन्हें बचाने की कोशिश की गई, लेकिन तब तक बहुत देर हो गई थी।
कौन थे शेन वार्न?
शेन वार्न का पूरा नाम शेन कीथ वॉर्न (Shane Keith Warne) था। इनका उपनाम वारने, हॉलीवुड था। इनका जन्म 13 सितंबर 1969, को विक्टोरिया,ऑस्ट्रेलिया में और निधन 04 मार्च 2022 को थाईलैंड में हुआ। इनके पिता का नाम कीथ वॉर्न, माता का नाम ब्रिजेट वॉर्न, भाई का नाम जैसन वॉर्न, पत्नी का नाम सिमोन कैलाहान (1995-2005 ) इनका बेटा-समर और जैक्सन और बेटी ब्रूक है। वार्न अधिकतर समय फोन पर बिताते थे। टिंडर, बीयर, डार्ट्स, जुआ और क्रिकेट उनकी जिंदगी इन चीजों पर ही घूमती थी।
शेन वॉर्न की शिक्षा कहां हुई थी? (Education of Shane Warne)
शेन वॉर्न ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा हैम्पटन हाई स्कूल और मेंटोन ग्रामर स्कूल, मेलबर्न से और इसके बाद उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ मेलबर्न से अपनी ग्रेजुएशन पूरी की।
शेन वॉर्न का क्रिकेट करियर कैसा था? (Shane Warne Career)
शेन ने अपना टेस्ट डेब्यू 2 जनवरी 1992 में भारत के खिलाफ सिडनी में किया था। इन्होंने अपना पहला ओडीआई मैच 24 मार्च 1993 में न्यूजीलैंड के खिलाफ वेलिंगटन में खेला था। वॉर्न ने 708 विकेट टेस्ट क्रिकेट में लिए। शेन उपयोगी निचले क्रम के बल्लेबाज भी थे, वह ऐसे एकमात्र खिलाड़ी हैं जिन्होंने 3000 से ज्यादा टेस्ट रन बनाए लेकिन कभी शतक नहीं जड़ पाए।
Also Read: Well-Known Commentator And Former Cricketer Dean Jones’ Sudden Demise
वॉर्न जनवरी 2007 में ऑस्ट्रेलिया की इंग्लैंड पर 5-0 की जीत के अंत में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से रिटायर हुए। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से अपनी रिटायरमेंट के बाद वॉर्न ने हैम्पशायर काउंटी क्रिकेट क्लब के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेला। साल 2008 में आईपीएल की टीम राजस्थान रॉयल्स के कोच और कप्तान भी रहे और टीम को जीत भी दिलाई। साल 1992 से 2007 तक शेन वॉर्न ने 145 टेस्ट मैच खेले जिनमें उन्होंने 708 विकेट लिए। वहीं साल 1993 से 2005 तक उन्होंने 194 ODI मैच खेले जिसमें उन्होंने 293 विकेट लिए। साल 1999 क्रिकेट वर्ल्ड कप के विजेता टीम में उनका काफ़ी अहम योगदान रहा।
शेन वॉर्न की कैरियर उपलब्धियां और रिकॉर्ड्स क्या हैं?
- 16 साल से अधिक के करियर में वार्न ने 339 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 1,001 विकेट लिए।
- इनमें 38 बार पारी में पांच या उससे ज्यादा विकेट और 10 बार मैच में 10 या उससे ज्यादा विकेट शामिल हैं।
- वॉर्न ने बतौर लेग स्पिनर सबसे ज्यादा विकेट लिए हैं।
- उनके नाम 708 टेस्ट विकेट हैं। वे टेस्ट में सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में श्रीलंका के ऑफ स्पिनर मुथैया मुरलीधरन के बाद दूसरे नंबर पर हैं। मुरलीधरन ने 800 विकेट लिए थे।
- वॉर्न 700 विकेट के आंकड़े को छूने वाले एकमात्र ऑस्ट्रेलियाई हैं। वॉर्न 700 के अलावा 600 टेस्ट विकेट लेने वाले भी पहले गेंदबाज थे। उन्होंने 2005 में इंग्लैंड के मार्कस ट्रेस्कोथिक को आउट कर यह उपलब्धि हासिल की थी।
- शेन वार्न ने 1992 में इंटरनेशनल क्रिकेट जगत में कदम रखा था।
- 1992 से 2007 तक 145 टेस्ट मैच खेले थे जिसमें उन्होंने 25.41 की गेंदबाज़ी औसत से 708 विकेट लिये।
- 1993 से 2005 तक उन्होंने 194 एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय में 293 विकेट लिये। 1999 क्रिकेट विश्व कप की विजेता टीम में उनका अहम योगदान था।
- शेन वॉर्न ने (1992-2007)- कुल 339 मैच खेलकर 25.51 रन के औसत से कुल 1001 विकेट लिए।
- राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) जिसमें वार्न की जादुई कप्तानी (RR Captain Shane Warne) में आईपीएल 2008 का पहला सीजन जीता था। राजस्थान रॉयल्स ने 2008 (IPL 2008) के फाइनल में 4 बार की आईपीएल विजेता चेन्नई सुपर किंग्स को हराया था।
विवादों से भरा रहा था वॉर्न का करियर
वॉर्न दुनिया के इकलौते ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने टेस्ट में 3000+ रन बनाए, लेकिन कभी शतक नहीं जड़ा। उनका करियर मैदान के बाहर कई बार विवादों में रहा। वह प्रतिबंधित पदार्थ का सेवन करने के भी दोषी पाए गए थे। उन पर प्रतिबंध भी लगा था। इसके अलावा सट्टेबाजी के भी कई आरोप लगे थे।
Shane Warne Death News: वॉर्न ने सुबह ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर रोड मार्श की मौत पर जताया था ट्विटर पर शोक
ऑस्ट्रेलियाई पूर्व क्रिकेटर रोड मार्श (Rod Marsh) का शुक्रवार सुबह ही देहांत हुआ था। वॉर्न ने मार्श के निधन पर शोक भी जताया था। लेकिन किसे पता था कि शाम तक वॉर्न खुद इस दुनिया को अलविदा कह देंगे।
शेन वॉर्न की मृत्यु (Shane Warne Death) पर अचरज करने वालों अपनी मौत की भी परवाह करो
Shane Warne Death News: 12 घंटे पहले ही शेन वार्न ने, रोड मार्श के निधन पर शोक जताया था किंतु उन्हें अपनी मौत के बारे में जरा भी भनक नहीं थी। यही होता है हम सब के साथ हम दूसरों की मौत पर शोक जताते हैं पर अपनी मौत के बारे में कभी नहीं सोचते कि हमारी मृत्यु भी कभी भी आ सकती है। इस मिट्टी के शरीर का एक पल का ठिकाना नहीं है, इससे पहले कि यह शरीर हाथ से निकल जाए सभी को सत भक्ति करके अपने जीवन को सफल बनाना चाहिए।
कबीर परमेश्वर जी हमें समझाते हुए कहते हैं:
नहीं भरोसा देहि का, बिनस जाए छिन मांहि।
साँस-साँस में नाम जपो, और यतन कुछ नांहि ॥
अर्थात इस शरीर का क्या विश्वास है, यह तो अगले पल भी खत्म हो सकता है। इसीलिए पूर्ण संत से नाम दीक्षा लेकर, अपने हर साँस पर “कबीर परमेश्वर” का सुमिरन करो और दूसरा कोई उपाय नहीं है।
माली आवत देख के, कलियन करी पुकार।
फूले-फूले चुन लिए, काल हमारी बार।।
कबीर परमेश्वर जी कहते हैं कि माली (काल) को आते देख कर कलियाँ (जीवात्मा) कहती हैं कि आज वाटिका के रक्षक ने खिले-खिले पुष्पों को चुन लिया है कल हमारा भी नम्बर आने वाला है। अर्थात जो आज शोक संवेदना व्यक्त कर रहे हैं अगला नंबर उन्हीं का है और वह कभी भी और किसी का भी आ सकता है।
आए हैं सो जाएंगे, राजा रंक फकीर ।
एक सिंहासन चढ़ि चले, एक बंधे जात जंजीर ॥
अर्थात जो आए हैं सभी जाएंगे किंतु सत भक्ति करने वालों को परमात्मा लेने आएंगे और जो जीवन व्यर्थ कर गए उनको जंजीरों में बांधकर ले जाया जाएगा।
कामी, क्रोधी, लालची इनसे भक्ति न होय।
भक्ति करे कोई सूरमा, जाति, वरन, कुल खोय ॥
“कबीर परमेश्वर जी” कहते हैं कि कामी, क्रोधी, लोभी इन तीनों से भक्ति नहीं हो सकती। भक्ति तो कोई शूरवीर ही कर सकता है जिसने जाति, वर्ण और कुल का मोह त्याग दिया हो।
आया था किस काम को, तू सोया चादर तान।
सूरत संभाल ए काफिल, अपना आप पहचान ।।
“कबीर परमेश्वर जी” कहते हैं कि प्राणी तू यहाँ मनुष्य योनि में जन्म लेकर भगवान भजन के लिए आया था। परंतु सांसारिक मोह, वासनाओं में फँस कर तू उसको भूल गया है।
एक हरि के नाम बिना, ये राजा ऋषभ हो।
गली गली भौंकत फिरे,और टूक ना डाले कोय।।
एक राजा भी अगर सत भक्ति नहीं करता है तो फिर एक दिन गधा भी बनेगा, और फिर 1 टुकड़े रोटी के लिए गली-गली में भोंकता हुआ फिरेगा, अर्थात आज कोई भी किसी भी पद- पोस्ट, प्रसिद्धि पर है और सत भक्ति ना करके, मनुष्य जीवन बर्बाद करके, चला जाता है तो फिर आगे 84 लाख योनियों और नरक में महान कष्ट उठाता है।
कबीर यह तन जाएगा, सके तो ठाहर ला |
एक सेवा कर सतगुरु की और गोविंद के गुण गा।।
कबीर परमेश्वर हमें बोलते हैं कि यह शरीर तो निश्चित ही छूटना है इस शरीर से सतगुरु सेवा और पूर्ण ब्रह्म कबीर परमेश्वर की मर्यादा में रहकर भक्ति कर इसके अतिरिक्त और कुछ उपाय नहीं है।
खेलो सच्चे खेल को और जीतो जिंदगी का गेम
कबीर परमेश्वर के अवतार “तत्वदर्शी बाखबर संत रामपाल जी महाराज” जी अपनी वाणी में बताते हैं, क्रिकेट में जिस तरह हम छक्का लगाते हैं, तो एक साथ छह रन मिलते हैं, उसी प्रकार सत भक्ति इतने प्रेम और भाव से करनी चाहिए कि रोम-रोम खड़ा हो जाए और ऐसे समय पर जब हम सतनाम मंत्र का जाप करते हैं तो इसका बहुत पुण्य मिलता है जैसे कि एक छक्का मारने पर एक साथ 6 रन मिलते हैं, उसी प्रकार यह भक्ति मार्ग का खेल है जिसे हमें सतभक्ति करके खेलना है और जन्म मृत्यु को सदा के लिए पराजित करना है। जन्म मृत्यु के खेल तथा तत्वज्ञान को समझने के लिए आप आज ही अपने मोबाइल मे Sant Rampal Ji Maharaj App डाउनलोड करें.