February 5, 2025

627वें कबीर प्रकट दिवस के उपलक्ष्य में सतलोक आश्रम कुरुक्षेत्र (हरियाणा) में होने वाले महासमागम की व्यवस्थाओं पर एक नजर

Published on

spot_img

सतलोक आश्रम कुरुक्षेत्र (हरियाणा) में 627वाँ कबीर प्रकट दिवस 20, 21, 22 जून 2024 को आयोजित होगा। इस अदभुत समागम में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु होंगे शामिल। आध्यात्मिक जागरूकता के साथ समाज हित में निःशुल्क रक्तदान, देहदान संकल्प तथा दहेज मुक्त विवाह जैसे अद्वितीय कार्यक्रम आयोजित होंगे। साथ ही चौबीसों घंटे चलने वाला शुद्ध देशी घी से निर्मित मोहन भंडारा भी श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र रहेगा। इस मोहन भंडारे के लिए लड्डू, जलेबी, हलुआ इत्यादि पकवान तैयार किये जा रहे हैं।

  • कबीर प्रकट दिवस सतलोक आश्रम कुरुक्षेत्र (हरियाणा) में 20 से 22 जून 2024 को मनाया जाएगा 
  • महासमागम में भंडारे के साथ रक्तदान शिविर एवं दहेज मुक्त शादियों का आयोजन भी किया गया है 
  • संत गरीबदासजी महाराज जी की अमर वाणी का होगा तीन दिवसीय अखंड पाठ 
  • आध्यात्मिक प्रदर्शनी रहेगी आकर्षण का केंद्र 
  • इस विशाल समागम में विश्वभर है सादर आमंत्रित
  • देश विदेश से आयेंगे लाखों श्रद्धालु 

सतलोक आश्रम का भंडारा पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। इस तीन दिवसीय महासमागम में दुनियाभर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए निःशुल्क भंडारे की व्यवस्था की गई है। इस अद्भुत भंडारे में लड्डू, जलेबी, हलवा, पूड़ी, चावल, सब्जी, आदि व्यंजन शुद्ध देशी घी से बनाये जा रहे हैं। यह विशाल भंडारा लगातार तीन दिनों तक चलेगा। कबीर साहेब जी ने अपने प्रिय शिष्य धर्मदास जी से कहा था कि जहां धर्म भंडारे होते हैं वहां मैं विद्यमान रहता हूँ।

जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी के सानिध्य में परमेश्वर कबीर जी के 627वें प्रकट दिवस के उपलक्ष्य में सतलोक आश्रम कुरुक्षेत्र (हरियाणा) में आयोजित होने वाले विशाल समागम में संत रामपाल जी महाराज जी के अनुयायियों के द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से, शोभायात्राएं निकालकर, पैम्पलेट के द्वारा, निमंत्रण पत्र देकर तथा होर्डिंग व बैनर लगाकर जन-जन को आमंत्रित किया गया है। इस दिव्य भंडारे में सपरिवार आएं तथा इस भंडारे का जरूर आनन्द उठाएं।

दुनिया में सतलोक आश्रम ही एक ऐसी जगह है जहां किसी प्रकार का भेदभाव नहीं किया जाता, ना जाति का, ना कोई धर्म का, ना पद का। सबके लिए समान व्यवस्था यहां बहुत अच्छे से उपलब्ध रहती है। सभी धर्मों के लोग संत रामपाल जी महाराज से जुड़ रहे हैं। क्योंकि संत रामपाल जी महाराज सर्व धर्म शास्त्रों के आधार पर ही सत्संग करते हैं जिससे बिखरा समाज पुनः एकता के सूत्र में बंध रहा है।

■ Also Read: कबीर प्रकट दिवस: सतलोक आश्रम धनाना धाम में ‘भव्य समागम’ की तैयारियां जोरों पर

सतलोक आश्रम कुरुक्षेत्र (हरियाणा) में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सर्वप्रथम पार्किंग की अच्छे से व्यवस्था की गई है। श्रद्धालुओं के लिए जूता घर की व्यवस्था रहेगी। इस समागम में निःशुल्क नहाने धोने की व्यवस्था उपलब्ध रहेगी। वहीं मोबाइल चार्जिंग की भी व्यवस्था, मेडिकल सुविधा तीन दिनों तक 24 घंटे रहेगी। भंडारे में श्रद्धालुओं को पंक्ति में बैठाकर सारी सामग्री उनके स्थान पर ही उपलब्ध कराई जायेगी। भंडारे की व्यवस्था तीन दिनों तक 24 घंटे उपलब्ध रहेगी तथा श्रद्धालुओं को प्रस्थान के समय भी रास्ते के लिए भोजन के पैकेट आवश्यकता अनुसार दिए जाएंगे।

सतलोक आश्रम कुरुक्षेत्र में होने वाले 627वें कबीर साहेब प्रकट दिवस में बिना प्रशासन अदभुत अनुशासन देखने को मिलेगा। संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में प्रतिवर्ष 11 आश्रमों में 6 बार विशाल समागमों का आयोजन किया जाता है जिसमें करोड़ों श्रद्धालु देश-विदेश से शामिल होते हैं। इतने लोगों में आपको कोई भी नशीली वस्तु देखने को नहीं मिलती है। साथ ही संत रामपाल जी महाराज जी के अनुयायियों के अनुशासन का तो कहना ही क्या है। खुद प्रशासन भी इसका गवाह है। आपस में पूर्ण परमात्मा की चर्चा समागम में संगत के बीच होती है। सभी सुविधाओं का लाभ शांति से पंक्ति बनाकर लिया जाता है। यह सब संत रामपाल जी महाराज जी की शिक्षाओं का ही असर है कि एक अनुशासित समाज तैयार हो रहा है।

संत रामपाल जी महाराज ही एकमात्र पूर्ण संत हैं जो शास्त्र प्रमाणित भक्ति बताते हैं। आने वाले श्रद्धालुओं को शास्त्रों से रूबरू कराने के लिए सतलोक आश्रम में शास्त्रों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। इनमें पवित्र चारों वेद, श्रीमद्भगवत गीता, अठारह पुराण, पवित्र कुरान शरीफ, बाइबिल, गुरुग्रंथ साहिब सहित फ्लैक्स के माध्यम से उन सभी महापुरुषों की वाणियों को पढ़ा जा सकेगा जिन्होंने परमात्मा प्राप्ति की है। साथ ही लगातार तीन दिनों तक संत गरीबदास जी महाराज जी के अमर ग्रंथ साहिब की वाणी के अखंड पाठ के माध्यम से अद्वितीय आध्यात्मिक ज्ञान की वर्षा होगी जो सम्पूर्ण वातावरण को निर्मल करेगी।

संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में सामाजिक कार्य समय-समय पर होते रहते हैं। इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए इस बार भी समागम में दहेज मुक्त शादियां होंगी जो बिना किसी खर्च के मात्र 17 मिनट में गुरुवाणी द्वारा संपन्न होंगी। वहीं निःशुल्क रक्तदान शिविर, निःशुल्क नाम दीक्षा की सेवाएं उपलब्ध रहेंगी जो उनके सच्चे समाज हितैषी होने का प्रतीक हैं। समागम में संत रामपाल जी महाराज जी द्वारा सभी धर्म शास्त्रों से प्रमाणित सत्संग भी होगा, ताकि इस समागम में आने वाले श्रद्धालुओं की आध्यात्मिक क्षुधा की तृप्ति हो सके, क्योंकि आत्मा का वास्तविक भोजन तत्वज्ञान है और जीव आत्मा युगों-युगों से तत्वज्ञान की भूखी है, इसलिए इस समागम में सपरिवार आएं और अपनी तथा अपने परिवार की आध्यात्मिक क्षुधा की तृप्ति करें।

इस अदभुत समागम का सबसे प्रमुख उद्देश्य पूर्ण परमात्मा के बारे में वास्तविक जानकारी देना है। पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी हैं जो चारों युगों में सशरीर आते हैं। कलयुग में कबीर साहेब जी काशी के लहरतारा तालाब में सन 1398 (विक्रमी संवत् 1455) ज्येष्ठ मास शुद्धी पूर्णमासी को ब्रह्ममूर्त में अपने सत्यलोक से सशरीर आकर कमल के फूल पर विराजमान हुए। इस दिवस को ही प्रतिवर्ष “प्रकट दिवस” के रूप में मनाया जाता है। परमात्मा काशी में 120 वर्ष रहे और उन्होंने एक गरीब जुलाहे की भूमिका करते हुए समाज को परमात्मा प्राप्ति का सही ज्ञान कराया। साथ ही उस समय समाज में फैले जातिवाद, पाखंडवाद, सामाजिक कुरीतियों को समाप्त किया। कबीर परमेश्वर जी के 64 लाख हिंदू और मुसलमान शिष्य हो गए थे। जिन्हें अदभुत लाभ कबीर साहेब जी द्वारा बताए भक्ति मार्ग से हुए थे। आज पूर्ण परमात्मा कबीर जी संत रामपाल जी महाराज के रूप में आए हैं जिनके बताए भक्ति मार्ग से आज भी वही लाभ हो रहे है जो लाभ कबीर परमेश्वर जी द्वारा बताए भक्तिमार्ग से होते थे।

Q.1 कबीर प्रकट दिवस 2024 कब है? 

Ans. इस साल 22 जून के दिन कबीर साहेब जी का प्रकट दिवस है जिसके उपलक्ष्य में सतलोक आश्रम कुरुक्षेत्र (हरियाणा) में 3 दिवसीय विशाल समागम का आयोजन किया गया है। 

Q.2 इस वर्ष कौन सा वां कबीर प्रकट दिवस मनाया जायेगा? 

Ans. साल 2024 में कबीर परमेश्वर जी का 627वां प्रकट दिवस मनाया जायेगा। 

Q.3 कबीर साहिब जी के 627वें प्रकट दिवस के उपलक्ष्य में विशाल समागम का आयोजन किसके सानिध्य में किया जा रहा है? 

Ans. पूर्ण परमेश्वर् कबीर साहिब जी के प्रकट दिवस के उपलक्ष्य में विशाल समागम का आयोजन संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में सतलोक आश्रम कुरुक्षेत्र (हरियाणा) सहित 11 सतलोक आश्रमों में किया जा रहा है। साथ ही संत रामपाल जी महाराज जी के अनुयाइयों के द्वारा इंग्लैण्ड, इटली, ऑस्ट्रेलिया, बेल्जियम, कुवैत, पुर्तगाल आदि देशों में भी कबीर प्रकट दिवस मनाया जायेगा। 

Q4. सतलोक आश्रम कुरुक्षेत्र (हरियाणा) में होने वाले इस विशाल समागम में किस-किस को आमंत्रित किया गया है?

Ans. पूरे विश्व को इस महासमागम मे आमंत्रित किया गया है, इसलिए इस समागम में सपरिवार जरूर आएं और इस पर्व का आनंद उठाएं।

Q5. 627वें कबीर प्रकट दिवस के उपलक्ष्य में सतलोक आश्रम कुरुक्षेत्र (हरियाणा) में कौन-कौन से विशेष कार्यक्रम आयोजित होंगे? 

Ans. निशुल्क विशाल भंडारा, दहेज मुक्त विवाह, रक्तदान शिविर तथा आध्यात्मिक प्रदर्शनी जैसे अद्वितीय कार्यक्रम इस समागम को विशेष बनाएंगे।

निम्न सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर हमारे साथ जुड़िए

WhatsApp ChannelFollow
Telegram Follow
YoutubeSubscribe
Google NewsFollow

Latest articles

World Cancer Day 2025: सतभक्ति रूपी अचूक दवा है, कैंसर जैसी लाईलाज बीमारी का इलाज

Last Updated on 3 February 2025 IST: विश्व कैंसर दिवस (World Cancer Day in...

Top 20 Spiritual & Religious Leaders of India and World

Last Updated on 30 April 2024 IST: Top 20 Spiritual & Religious Leaders of...

Shab-e-Barat 2025: Only True Way of Worship Can Bestow Fortune and Forgiveness

Last Updated on 3 February 2025 IST | Shab-e-Barat 2025: A large section of...

Maghar Story: Kabir Saheb’s Maghar Leela of Departing to Satlok

Last Updated on 3 Feb 2025 IST | Maghar Story: The Supreme God appears...
spot_img

More like this

World Cancer Day 2025: सतभक्ति रूपी अचूक दवा है, कैंसर जैसी लाईलाज बीमारी का इलाज

Last Updated on 3 February 2025 IST: विश्व कैंसर दिवस (World Cancer Day in...

Top 20 Spiritual & Religious Leaders of India and World

Last Updated on 30 April 2024 IST: Top 20 Spiritual & Religious Leaders of...

Shab-e-Barat 2025: Only True Way of Worship Can Bestow Fortune and Forgiveness

Last Updated on 3 February 2025 IST | Shab-e-Barat 2025: A large section of...