July 24, 2025

संत रामपाल जी महाराज के अवतरण दिवस के भव्य तीन दिवसीय समारोह की विशेष रिपोर्ट

Published on

spot_img

संत रामपाल जी महाराज के अवतरण दिवस के शुभ अवसर पर सतलोक आश्रम में तीन दिवसीय भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें देश-विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया। 6 सितंबर से 8 सितंबर 2024 तक चले इस कार्यक्रम ने न केवल भक्तों के बीच भक्ति और आस्था का संचार किया, बल्कि सेवा कार्यों और मानवता के प्रति समर्पण का उत्कृष्ट उदाहरण भी प्रस्तुत किया। 

इस अद्वितीय कार्यक्रम में तीन दिवसीय अमरग्रंथ साहेब का अखंड पाठ, अध्यात्मिक प्रदर्शनी द्वारा शास्त्रों का ज्ञान, और सामाजिक सेवा कार्यों की विशेष झलक देखने को मिली। संत रामपाल जी महाराज के अमृतवचन और शिक्षाओं ने श्रद्धालुओं के जीवन में शांति और आध्यात्मिक प्रेरणा प्रबल कर दी है । इस मौके पर दहेज मुक्त विवाह और रक्तदान जैसे समाजसेवा के कार्यों ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 

पूरे कार्यक्रम में आध्यात्मिकता का सर्वोच्च उदाहरण प्रस्तुत करते हुए, अमर ग्रन्थ साहेब का तीन दिन तक अखंड पाठ आयोजित किया गया। इस पाठ ने वातावरण को पूरी तरह से आध्यात्मिक बना दिया और श्रद्धालुओं के मन में शांति और संतुलन स्थापित किया। तीन दिनों तक लगातार अमर ग्रन्थ साहेब के पाठ ने इस कार्यक्रम को और भी भव्य और पवित्र बना दिया।

इस तीन दिवसीय कार्यक्रम के दौरान आध्यात्मिक प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया, जिसमें शास्त्रों का सही ज्ञान और संत रामपाल जी महाराज द्वारा प्रकट की गई वास्तविकताओं को सभी श्रद्धालुओं तक पहुँचाया गया। इस प्रदर्शनी में शास्त्रों में लिखी बातों और आज की वास्तविकता के बीच के सम्बन्ध को दिखाया गया। प्रदर्शनी ने श्रद्धालुओं को धार्मिक भ्रांतियों से मुक्त करने और सच्चे ज्ञान की दिशा में मार्गदर्शन किया।

लाखों श्रद्धालुओं के लिए भोजन की नि:शुल्क व्यवस्था की गई थी, जिसमें सभी को प्रेम और समानता के साथ भोजन कराया गया। यह सेवा कार्य संत रामपाल जी महाराज के नेतृत्व में श्रद्धालुओं ने किया, जिससे सेवा, समानता और समर्पण का संदेश समाज में और मजबूत हुआ।

सतलोक आश्रम में 134 जोड़ों का सामूहिक दहेज मुक्त विवाह कराया गया, जो समाज में प्रेम, समर्पण और सादगी का सन्देश दे रहा था। इन पवित्र विवाहों का आयोजन विभिन्न आश्रमों में हुआ। 

  • सतलोक आश्रम खमाणो रमैणी: 4 जोड़े  
  • सतलोक आश्रम बैतूल रमैणी: 51 जोड़े  
  • सतलोक आश्रम भिवानी रमैणी: 6 जोड़े  
  • सतलोक आश्रम शामली रमैणी: 10 जोड़े  
  • सतलोक आश्रम धनाना धाम रमैणी: 20 जोड़े  
  • सतलोक आश्रम कुरूक्षेत्र रमैणी: 9 जोड़े  
  • सतलोक आश्रम सोजत रमैणी: 24 जोड़े  
  • सतलोक आश्रम नेपाल रमैणी: 10 जोड़े  

इस आयोजन ने दहेज जैसी कुप्रथा को खत्म करने और समाज को सादगी व समानता के रास्ते पर चलने का प्रेरणादायक सन्देश दिया।

संत रामपाल जी महाराज के मार्गदर्शन में रक्तदान शिविरों का आयोजन किया गया, जिसमें श्रद्धालुओं ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया। कुल 1957 यूनिट रक्तदान हुआ, जो इस आयोजन का एक महत्वपूर्ण और सराहनीय हिस्सा था। 

  • सतलोक आश्रम खमाणो: 200 यूनिट  
  • सतलोक आश्रम बैतूल: 472 यूनिट  
  • सतलोक आश्रम भिवानी: 155 यूनिट  
  • सतलोक आश्रम शामली: 300 यूनिट  
  • सतलोक आश्रम धूरी: 80 यूनिट  
  • सतलोक आश्रम धनाना धाम: 335 यूनिट  
  • सतलोक आश्रम कुरूक्षेत्र: 260 यूनिट  
  • सतलोक आश्रम सोजत: 155 यूनिट  

यह रक्तदान अभियान कई ज़िंदगियों को बचाने और समाज में सेवा भाव का प्रतीक बना।

मानव सेवा के क्षेत्र में और एक कदम आगे बढ़ाते हुए, सतलोक आश्रम धनाना में फ्री नेत्र जांच शिविर का आयोजन किया गया। इसमें हजारों लोगों की नेत्र जांच की गई और उन्हें निःशुल्क परामर्श एवं उपचार प्रदान किया गया। इस प्रयास ने लोगों को नेत्र स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया और चिकित्सा सेवाओं की पहुंच को आसान बनाया। इसके साथ ही, कार्यक्रम में उपस्थित सभी श्रद्धालुओं के लिए नि:शुल्क प्राथमिक चिकित्सा सेवाएं भी उपलब्ध कराई गईं, ताकि किसी भी आपात स्थिति में श्रद्धालुओं को त्वरित सहायता मिल सके। आश्रम में अनुभवी चिकित्सा कर्मियों और स्वयंसेवकों की एक टीम लगातार तैनात रही, जिन्होंने किसी भी स्वास्थ्य समस्या का तुरंत समाधान किया।

तीन दिवसीय अवतार दिवस कार्यक्रम में स्वच्छता को विशेष प्राथमिकता दी गई। लाखों श्रद्धालुओं की उपस्थिति में सतलोक आश्रम ने साफ-सफाई के लिए विस्तृत और प्रभावी व्यवस्था की। आश्रम के स्वयंसेवकों ने पूरे आयोजन स्थल को स्वच्छ रखने के लिए लगातार काम किया। साफ-सफाई को लेकर उठाए गए कदमों से न केवल श्रद्धालुओं को एक स्वच्छ वातावरण मिला, बल्कि स्वच्छता के प्रति जागरूकता भी बढ़ी। 

संत रामपाल जी महाराज के अवतरण दिवस के इस तीन दिवसीय आयोजन ने समाज में आस्था, सेवा और समर्पण का संदेश फैलाया। लाखों श्रद्धालुओं ने इस कार्यक्रम में भाग लेकर अपने जीवन में भक्ति और सेवा का महत्व समझा। यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से, बल्कि सामाजिक दृष्टिकोण से भी एक मील का पत्थर साबित हुआ, जहां आध्यात्मिकता और सेवा का अनूठा संगम देखने को मिला।

निम्न सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर हमारे साथ जुड़िए

WhatsApp ChannelFollow
Telegram Follow
YoutubeSubscribe
Google NewsFollow

Latest articles

अन्नपूर्णा मुहिम: गरीबी और भूख के विरुद्ध संत रामपाल जी महाराज की राष्ट्रव्यापी प्रेरणा

क्या आप जानते हैं कि भारत में आज भी करोड़ों लोग ऐसे हैं जिन्हें...

Kargil Vijay Diwas 2025: A Day to Remember the Martyrdom of Brave Soldiers

Every year on July 26th, Kargil Vijay Diwas is observed to honor the heroes of the Kargil War. Every year, the Prime Minister of India pays homage to the soldiers at Amar Jawan Jyoti at India Gate. Functions are also held across the country to honor the contributions of the armed forces.
spot_img

More like this

अन्नपूर्णा मुहिम: गरीबी और भूख के विरुद्ध संत रामपाल जी महाराज की राष्ट्रव्यापी प्रेरणा

क्या आप जानते हैं कि भारत में आज भी करोड़ों लोग ऐसे हैं जिन्हें...

Kargil Vijay Diwas 2025: A Day to Remember the Martyrdom of Brave Soldiers

Every year on July 26th, Kargil Vijay Diwas is observed to honor the heroes of the Kargil War. Every year, the Prime Minister of India pays homage to the soldiers at Amar Jawan Jyoti at India Gate. Functions are also held across the country to honor the contributions of the armed forces.