Panama Papers Leak Case: ऐश्वर्या राय बच्चन (Aishwarya Rai Bachchan) पनामा पेपर्स के लीक होने के बाद से सुर्खियों में हैं। ED (प्रवर्तन निदेशालय) ने उनसे पांच घण्टे पूछताछ भी की है। आइए जानते हैं पूरी खबर।
ऐश्वर्या राय बच्चन Panama Papers Leak Case: मुख्य बिंदु
- पनामा पेपर्स लीक होने के बाद आये कई दिग्गज हस्तियों के नाम सामने
- ऐश्वर्या राय बच्चन (Aishwarya Rai Bachchan) को भेजा गया था समन
- 5 घण्टे चली ED के माध्यम से पूछताछ
- इनकम टैक्स को बचाने से जुड़ा है पूरा मामला
- अरब खरब लग माया जोड़ी, संग न चलसी धेला रे।
Panama Papers Leak Case: क्या है पनामा पेपर्स लीक का मामला?
पनामा पेपर्स लीक के मामले में एक विदेशी कम्पनी जिसका नाम Mossack Fonseca है उसके कानूनी पेपर्स लीक हुए थे। यह जानकारी जर्मन न्यूज़पेपर (SZ) ने पनामा पेपर्स के नाम से 3 अप्रैल 2016 को छपी। इसमें भारत एवं कई अन्य देशों के भी नाम सम्मिलित पाए गए। जानकारी के लिए बता दें कि इसमें 1977 से 2015 के आखिर तक की सभी जानकारी शामिल थी।
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Panama Papers Leak Case: लिस्ट में कई दिग्गज राजनेताओं, अभिनेत्रियों एवं अभिनेताओं के नाम सम्मिलित हैं। कुछ प्रमुख नाम हैं ऐश्वर्या राय बच्चन (Aishwarya Rai Bachchan), अमिताभ बच्चन, विजय माल्या, अजय देवगन, देश के पूर्व सॉलिसिटर जनरल तथा सुप्रीम कोर्ट के वकील हरीश साल्वे। साथ ही इसमें इकबाल मिर्ची का नाम शामिल है जिन पर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगे।
Panama Papers Leak Case: सुप्रीम कोर्ट ने किया SIT का गठन
यह मामला देश के सर्वोच्च न्यायालय में पहुँचा था। इस मामले की जांच के लिए MAG (Multi Agency Group) का गठन किया गया था। इस ग्रुप में RBI, CBDT, ED, FIU शामिल थे। MAG ने मामले की जांच की रिपोर्ट काले धन की जांच के लिए बनाई गई SIT एवं केंद्र सरकार को दी।
ईडी (ED) ने भेजा था ऐश्वर्या राय बच्चन (Aishwarya Rai Bachchan) को समन
ऐश्वर्या पर विदेशी मुद्रा प्रबन्धन अधिनियम का उल्लंघन कर विदेश में पैसा जमा करने का आरोप है। ऐश्वर्या को दो बार समन के लिए नोटिस भेजा जा चुका है किंतु दोनो ही बार वे सामने आने से बचती रही हैं तथा नोटिस स्थगित करने की गुजारिश करती रही। ईडी ने ऐश्वर्या को समन भेजा था। 9 नवम्बर को ऐश्वर्या राय बच्चन (Aishwarya Rai Bachchan) के आवास पर नोटिस भेजा गया जिसका जवाब ऐश्वर्या ने ईमेल के ज़रिए दिया था। सोमवार को वे पनामा पेपर्स के मामले में ED के समक्ष आईं एवं उनसे 5 घण्टे पूछताछ हुई है। बयानों को रिकार्ड किया गया है।
क्यों तलब किया जा रहा है ऐश्वर्या राय बच्चन (Aishwarya Rai Bachchan) को
Panama Papers Leak Case: सुप्रीम कोर्ट ने किया SIT का गठन ऐश्वर्या राय बच्चन (Aishwarya Rai Bachchan) अपने परिवार के सदस्यों के साथ, सन 2004 में BVI (British Virgin Island) की एक कम्पनी एमिक पार्टनर्स की डायरेक्टर घोषित की गईं थीं। यह एक विदेशी कम्पनी थी जो 3 साल बाद निष्क्रिय भी हो गई थी। माना जा रहा है कि इनकम टैक्स से बचने के लिए इसे बनाया गया था। ED ने इस मामले में प्रीवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट 2002 के तहत केस दर्ज किया है। ऐश्वर्या पर सभी समन फेमा ( Foreign Exchange Management Act) के तहत जारी किए गए थे। जानकारी के लिए बता दें कि बच्चन परिवार पर चार सेल कम्पनियों को बनाने का आरोप है जो केवल कागज़ों पर रही हैं तथा वास्तविकता से उनका कोई अस्तित्व नहीं था। सेल कम्पनियों के ज़रिए तथा अमीर टैक्स चोरों के द्वारा भारत सरकार का 20 हजार करोड़ रुपये का कर चोरी हुआ है।
अरब खरब लग माया जोड़ी, संग न चलसी धेला रे
केवल धन की नहीं बल्कि चोरी कर्तव्यों से मुख मोड़ना भी होती है। देश में रहकर इनकम टैक्स से चोरी एक तरह की देश के साथ गद्दारी है। यह काफी शर्मनाक है कि इनकम टैक्स की चोरी उनके द्वारा की जा रही है जो इसे भरने में सक्षम हैं। यह भ्रष्टाचार यानी शुद्ध रूप से भ्रष्ट आचरण है। इंसान धन और सुख जोड़ते और भोगते वक्त भूल जाता है कि कफ़न में जेब नहीं होती है। मानव का जन्म ही भक्ति और मोक्ष के उद्देश्य से हुआ है किंतु वह अधिकांशतः धन जोड़ने में व्यस्त रह जाता है। इसे कमाने के लिए वह सभी भ्रष्ट आचरण, बेईमानी, चोरी एवं अन्याय का सहारा लेता रहता है।
धन व्यक्ति के साथ जाएगा नहीं लेकिन इसे इकट्ठा करने में आज़माए सारे गलत तरीके पापों के रूप में आपके साथ जाएंगे, जन्मों तक रहेंगे। व्यक्ति अपनी साधारण आवश्यकताओं एवं सुख सुविधाओं से अतिरिक्त माया जोड़ने की कोशिश में रहता है जो उसके विनाश का कारण बनती है। इस लोक में हो सकता है उसे सुख हो लेकिन उसने अपना मनुष्य जन्म बर्बाद किया, आने वाली चौरासी लाख योनियों में भी वो धक्के खायेगा। जब यह शरीर ही नश्वर है जो आपका है ही नहीं तो यह माया, धन, सुख सुविधाएं कैसे आपके हो गए?
गरीब, काया माया खण्ड है, खण्ड राज और पाट |
अमर नाम निज बन्दगी, सतगुरु सें भई साँट ||
दुनिया को ज़रूरत है तत्वज्ञान की
तत्वज्ञान वास्तव में आपकी ज्ञान की आंखें खोलता है। ज्ञान की आंखें खुलने पर मनुष्य सत्य-असत्य, पाप और पुण्य के साथ ही भविष्य में क्या करना है इससे अवगत होता है। तत्वज्ञान आपको ज्ञान कराता है कि आप कौन हैं, कहाँ से आये हैं, क्या उद्देश्य है एवं कहाँ जाना है। तत्वज्ञान प्राप्त कर चुका प्राणी चोरी, ठगी, झूठ, व्यभिचार, पाप, हत्या, लालच, भ्रष्टाचार से दूर रहता है। तत्वदर्शी सन्त रामपाल जी महाराज ने अपने तत्वज्ञान से सभी शास्त्रों के निचोड़ का सही तर्कपूर्ण आध्यात्मिक ज्ञान दिया है। सन्त रामपाल जी के अनुयायी न तो भ्रष्टाचार, चोरी, झूठ, नशाखोरी में लिप्त हैं बल्कि समाजोपयोगी कार्यों यथा रक्तदान, देहदान, नशामुक्ति एवं दहेजमुक्त विवाहों के माध्यम से समाज हित के कार्य कर रहे हैं।
जीव का वास्तविक स्थान सतलोक है
सन्त रामपाल जी के कोई भी अनुयायी चोरी अथवा भ्रष्टाचार में लिप्त नहीं पाए जाते। जो कार्य किसी कानून के डर से नहीं हो सका वह कार्य सन्त रामपाल जी महाराज ने अपने तत्वज्ञान से कर दिया है। सन्त रामपाल जी महाराज ने अपने तत्वज्ञान के माध्यम से बताया है कि जीव का वास्तविक स्थान सतलोक है और यह पृथ्वी उसके लिए केवल सराय है। सन्त रामपाल जी के सत्संगों की खासियत यह है कि वे बच्चे, बुज़ुर्ग एवं युवा सभी के लिए एवं सभी के आसानी से समझ आने वाले होते हैं। अधिक जानकरी के लिए सुनें सतलोक आश्रम यूट्यूब चैनल या ऑर्डर करेंपुस्तक ज्ञान गंगा।