Neet Result 2020: NEET 2020 यानी मेडिकल प्रवेश परीक्षा का परिणाम NTA द्वारा 12 अक्टूबर 2020 को घोषित किया जाना था किन्तु NTA द्वारा परिणाम जारी नहीं किए गए। सोमवार 12 अक्टूबर 2020 को रिज़ल्ट आने की संभावनाओं पर NTA प्रमुख विनीत जोशी ने विराम लगाया है। रिज़ल्ट 16 अक्टूबर 2020 को घोषित किए जाने की संभावना है। पाठकगण यह भी जानेंगे कि मनुष्य जन्म की असली परीक्षा में पास होना हुआ आसान।
Neet Result 2020 News Update के मुख्य बिंदु
- NEET 2020 परीक्षा का आयोजन 13 सितम्बर 2020 को किया गया था जिसके परिणाम 12 अक्टूबर 2020 को घोषित होने की खबरें थीं।
- NTA ने परिणाम स्थगित किए हैं और 16 अक्टूबर को परिणाम घोषित होने की संभावना है।
- परीक्षा कोरोनावायरस के चलते दो बार स्थगित की गई थी।
- मनुष्य जन्म की परीक्षा में पास होना हुआ आसान केवल इसी युग में जानें कैसे।
Neet Result 2020: 81 फीसदी छात्र हुए थे शामिल
गौरतलब है कि एम्स (AIIMS), जिपमर (JIPMER) व देश के अन्य मेडिकल कॉलेजों व डेंटल कॉलेजों में प्रवेश के लिए NEET 2020 का आयोजन 13 सितम्बर 2020 को किया गया था। कोरोनावायरस के चलते यह परीक्षा पहले भी दो बार स्थगित की जा चुकी थी।
NEET 2020 के परीक्षा में 15.97 लाख अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। NTA के मुताबिक देश भर में कोरोनावायरस और बाढ़ जैसे हालातों के बावजूद 13 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे। इस परीक्षा के परिणाम सोमवार, 12 अक्टूबर 2020 को जारी किए जाने थे जो कि अब 16 अक्टूबर को जारी किए जाएंगे। परीक्षा परिणाम का इंतज़ार लाखों अभ्यर्थियों को है।
Neet Result 2020: 16 अक्टूबर को जारी होंगे परिणाम
परीक्षा परिणाम 16 अक्टूबर को घोषित होंगे जो NTA की आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड होंगे। 50 फीसदी स्कोर करने वाले छात्र पास माने जाएंगे व सीटों का आवंटन मेरिट लिस्ट के आधार पर होगा। अभ्यर्थी मेरिट के आधार पर कॉलेज में प्रवेश ले पाएंगे।
कॉलेजो में होगी काउंसलिंग मेरिट लिस्ट जारी होने के पश्चात
मेरिट लिस्ट जारी होने के पश्चात ही कॉलेजो में काउंसलिंग होगी। सीटों का आवंटन NEET रैंक, आरक्षण व अन्य सभी आधारों पर किया जाएगा। इस दौरान सत्यापित डॉक्युमेंट्स ले जाने होंगे और हर बार काउंसलिंग के आधार पर सीट आवंटन की जानकारी दी जाएगी।
Neet Result 2020: कैसे करें चेक NEET 2020 का रिजल्ट
- NTA की आधिकारिक वेबसाइट ntaneet.nic.in पर जाएं
- NEET रिज़ल्ट्स 2020 पर क्लिक करें
- दिए गए बॉक्स में अपना रजिस्ट्रेशन नम्बर और जानकारी के साथ लॉगिन करें
- अगले पेज पर आपका रिजल्ट खुलेगा। आप इसे डाउनलोड करके प्रिंट आउट लेकर भविष्य के उपयोग के लिए रख सकते हैं।
सबसे कठिन परीक्षा है मानव जीवन के असली उद्देश्य को प्राप्त करना
मानव जीवन की ये वास्तविक परीक्षा ये नहीं है कि यहां आपको संघर्ष करना है, कैसे परीक्षा में अंक लाएं, कैसे सबसे आगे रहें, कैसे अच्छे से अच्छा पैकेज पाएं, कैसे अच्छा साथी चुनें और अंततः मर जाये। क्या मर जाने के लिए ही इंसान पैदा होता है? बिल्कुल नहीं। इसी सवाल पर जवाब ये हो सकता है इंसान परमार्थ के लिए जन्म लेता है। तो क्या परमार्थ मनुष्य का मूल उद्देश्य है? कतई नहीं। परमार्थ तो उस उद्देश्य का हिस्सा मात्र है जिसके लिए मनुष्य जन्म लेता है। मनुष्य का जन्म होता है भक्ति के लिए।
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लेकिन भक्ति किसकी? केवल पूर्ण परमात्मा की भक्ति न कि मन्दिरों, मस्जिदों में जाने, व्रत करने और तीज त्यौहारों में पूजा पाठ करने वाली भक्ति। और भक्ति न करने वाले 84 लाख योनियों के शरीरों में जाते हैं वे कीट, पतंगे, सुअर, कुत्ते जाने किन – किन योनियों में दुःख उठाते हैं। पूर्ण परमेश्वर कबीर साहेब की भक्ति ही परम् सुख दायक और मोक्ष दायक है लेकिन यह मात्र तत्वदर्शी संत की शरण में जाने से ही सम्भव है और तत्वदर्शी संत की शरण बिरले ही लोगों को नसीब होती है।
मनुष्य जन्म की परीक्षा पास करना आसान हुआ इसी युग में
इसी युग में और इसी जन्म में तत्वदर्शी संत की शरण में चले जाने से भक्ति आसान हो जाएगी, और इस जन्म का उद्धार भी हो सकेगा। परमात्मा कविर्देव प्रत्येक युग में अलग – अलग नामों से तत्वदर्शी संत की भूमिका में आते हैं। इसके अतिरिक्त भी वे तत्वदर्शी संत बन कर प्रकट होते हैं अपनी प्यारी आत्माओं के लिए।
कलियुग में कबीर साहेब स्वयं अपने वास्तविक नाम से आते हैं और वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज भी उन्हीं के अवतार हैं जिनके बारे में सैकड़ों वर्षों पूर्व ही जीन डिक्सन, नास्त्रेदमस, कीरो, आनंदाचार्य, फ्लोरेंस, बोरिस्का, नानक देव आदि महानुभावों ने भविष्यवाणी की है। प्रत्येक धर्म ग्रन्थ में तत्वदर्शी संत होने के प्रमाण केवल संत रामपाल जी महाराज की ओर ही इशारा करते हैं। वेदों में और गीता में दिए हुए तत्वदर्शी संत की पहचान भी केवल संत रामपाल जी महाराज पर खरी उतरती हैं। कबीर साहेब कहते हैं-
गुरू के लक्षण चार बखाना, प्रथम वेद शास्त्र को ज्ञाना।।
दुजे हरि भक्ति मन कर्म बानि, तीजे समदृष्टि करि जानी।।
चौथे वेद विधि सब कर्मा, ये चार गुरू गुण जानों मर्मा।।
संत रामपाल जी महाराज से लें नाम दीक्षा
संत रामपाल जी महाराज ने सभी धर्मों के धर्मग्रंथों को खोलकर समझाया और सत्य साधना बताई। पूरे विश्व में आध्यात्मिक क्रांति लाने वाले वे ही एकमात्र संत हैं। यह कलियुग का वह समय है जब होगी प्रलय और इस प्रलय में तत्वदर्शी संत की शरण में रहने वाले भक्त बचेंगे अन्य सभी काल के ग्रास बनेंगे। यही तत्वदर्शी संत अपनी आध्यात्मिक क्रांति से विश्व में शांति और भाईचारा स्थापित करेंगे जो हजारों वर्षों तक कायम रहेगा। संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लें व गीता अध्याय 17 के श्लोक 23 में दिए सांकेतिक मंत्रों को तत्वदर्शी संत से प्राप्त करें। अधिक जानकारी के लिए देखें सतलोक आश्रम यूट्यूब चैनल।