July 13, 2025

Kerala Elephant Hindi News Update

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Kerala elephant News Update in Hindi: आज हम जानेंगे एक दर्दनाक घटना के बारे में; केरल में हथिनी को खिलाया पटाखों से भरा अनानास, जिससे हुई उसकी मौत; मानवता को भूलता जा रहा है मानव; कर रहा है बहुत ही शर्मनाक काम; देश के प्रसिद्ध उद्योगपति Ratan Tata सहित लोगों में इस बात से गुस्सा है; घटना की चौतरफा निंदा हो रही है।

Kerala Elephant Hindi News-केरल में हथिनी की हत्या

केरल में एक हथिनी के साथ मानव बर्बरता की घटना सामने आई है जिसने पूरे देश को सकते में ला दिया है। लोगों ने इस दर्दनाक हादसे की कड़ी निंदा करते हुए दोषियों पर सख्‍त कार्रवाई करने की मांग की है।

मुख्य बिंदु

  • गर्भवती हथिनी को खिलाया गया पटाखों से भरा अनानास, हथिनी हुई जख्मी
  • गर्भ में पल रहे बच्चे के साथ जख्मी हथिनी ने तोड़ा दम
  • घटना के बाद सकते में आया पर्यावरण विभाग, मामले की तहकीकात में जुटा
  • सोशल मीडिया पर लोगों ने जमकर जताया आक्रोश और की निंदा

क्यों है इस घटना का संबंध केरल से

भारतीय उपमहाद्वीप के मालाबार तट से लगे केरल की जलवायु उष्ण कटिबंधीय है। चाय बागानों के साथ साथ घने जंगल, पहाड़ियां व भारी वर्षा बहुतायत में होने के कारण इस अनुकूल वातावरण में हाथी पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं।

गर्भवती हथिनी की ऐसे हुई दर्दनाक हत्या

माना जा रहा है कि पटाखों से भरा अनानास गर्भवती हथिनी के मुंह के अंदर फट गया। वन विभाग ने साइलेंट वैली नेशनल पार्क (एसएनवीपी) के अंदर पटाखों से भरे अनानास से गर्भवती हथिनी की मौत की अपनी जांच में सफलता हासिल की है । वन विभाग के अफसरों ने बताया कि जाल बिछाने वाले लोगों के बारे में उन्हें जानकारी मिल गई है।

माना जा रहा है कि 27 मई को पलक्कड़ और मलप्पुरम जिले की सीमा के पास वेलियार नदी में हथिनी की मौत हो गई थी। पटाखा फल चबाने पर हथिनी के मुंह के अंदर विस्फोट हो गया। इसका जबड़ा टूट गया। वह नदी में घुस गयी और मुंह की आग को शांत करने के लिए घंटों तक पानी में खड़ा रही ।

डॉक्टर के अनुसार हथिनी की मौत दर्द और भूख से हुई

हथिनी के शरीर की जांच करने के पश्चात डॉक्टरों ने बताया कि पटाखों के कारण हथिनी का जबड़ा और जीभ बुरी तरह जल गए थे। जबड़े में फ्रैक्चर की बात भी सामने आई। हथिनी व गर्भ में पल रहे बच्चे दोनों लंबे समय से भूखे थे लेकिन कुछ भी खाने को नहीं मिल पा रहा था।

अनानास बम का प्रयोग जंगली सूअरों के लिए भी

देश में अनानास में पटाखों क्या प्रयोग अमूमन जंगली सूअरों को भगाने के लिए किया जाता रहा है। वन्य अधिकारियों के मुताबिक सम्भवतः भोजन की तलाश में हथिनी ऐसे किसी गांव पहुंची होगी और उसने अनानास खाया होगा।

पढें आज की Today Headlines News in Hindi

घटना पर सभी ने दुख जताया और निर्मम कृत्य की निंदा की है। वहीं वन संरक्षण मंत्री, सुरेंद्र कुमार ने दोषी को गिरफ्तार करने के आदेश दिए हैं। केरल वन मंत्री राजू ने शीर्ष अधिकारियों से हथिनी की मौत के सम्बंध में रिपोर्ट की मांग की है। केरल के मुख्यमंत्री, पेनराई विजयन ने हथिनी की मौत के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिए।

अप्रैल माह में भी हुई थी ऐसी घटना

वन विभाग के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि कोल्लम जिले के अंतर्गत पठानपुरम वन रेंज क्षेत्र में इसी तरह एक मादा हाथी गम्भीर स्थिति में पाई गई थी। उसका निचला जबड़ा टूट चुका था। उसे पकड़ने की कोशिश की गई लेकिन वह भाग कर अपने झुंड में शामिल हो गई। लेकिन अगले दिन इसे फिर अलग थलग उसी स्थिति में बैठे पाया गया। लेकिन इलाज करने पर भी अंततः उसने भी दम तोड़ दिया।

Credit: OneIndia

सोशल मीडिया द्वारा जमकर जताया गया आक्रोश

वन्य अधिकारी मोहन कृष्णा के फेसबुक पोस्ट करने के बाद मामला संज्ञान में आया। अपनी पोस्ट के माध्यम से वेलियार नदी पर हथिनी द्वारा मुंह में पानी भरे खड़े होने और अपनी मृत्यु का भान हो जाने के बाद खड़े खड़े मरने वाली बात उन्होंने नदी से हथिनी की तस्वीर के साथ साझा की। सोशल मीडिया पर इस खबर के फैलते ही #elephant #RIPhumanity टैग ट्रेंड करने लगा। रत्न टाटा सहित कई हस्तियों ने भी ट्वीट और फेसबुक पोस्ट के माध्यम से दुःख व्यक्त किया।

इस तरह की अमानवीय घटनाएं हैं, मानवता का ह्रास

मानव और प्रकृति का संबंध अभिन्न है। मनुष्यों को सभी जीवों पर अधिकार दिया गया है ताकि वे उसके रक्षक बनें लेकिन इसके उलट मानव भक्षक बन जाता है। हाथी से चींटी तक सभी एक परमात्मा के बच्चे हैं। कबीर साहेब अपने ज्ञान में कहते हैं-

दुर्बल को न सताइये जाकी मोटी हाय,

बिना जीव की श्वास से लौह भसम हो जाए |

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