Last Updated on 7 October 2024 IST | Indian Air Force Day 2024 in Hindi (भारतीय वायुसेना दिवस): Indian Air Force Day 2024 in Hindi (भारतीय वायुसेना दिवस 2024): 8 अक्टूबर 2024 को 92 वां भारतीय वायुसेना दिवस मनाया जा रहा है। इस दिवस पर होने वाले मुख्य समारोह का आयोजन इस वर्ष चेन्नई में हो रहा है, जो पहली बार दक्षिण भारत में आयोजित किया जाएगा। 6 अक्टूबर को मरीना बीच पर भव्य एयर शो में 72 विमान, जैसे राफेल, सुखोई-30MKI, तेजस, और लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर, अपनी ताकत का प्रदर्शन करेंगे और मुख्य कार्यक्रम 8 अक्टूबर को तांबरम एयरफोर्स स्टेशन पर 64 विमानों के साथ होगा, जिसमें सूर्यकिरण और सारंग एरोबेटिक टीम के शानदार प्रदर्शन भी शामिल होंगे। अनुमान है कि इस समारोह में लगभग 15 लाख दर्शकों की उपस्थिति दर्ज हो सकती है।
Indian Air Force Day 2024 [Hindi] | (भारतीय वायुसेना दिवस) के मुख्य बिंदु
- 8 अक्टूबर 1932 को भारतीय वायुसेना की स्थापना हुई थी। जिसके उपलक्ष्य में यह दिवस भव्य रूप से मनाया जाता है।
- इस वर्ष भारतीय वायु सेना दिवस 2024 का मुख्य समारोह का आयोजन चेन्नई में हो रहा है
- भारतीय वायुसेना का आदर्श वाक्य है “नभः स्पृशं दीप्तम” जो कि श्रीमद्भागवत गीता से लिया गया है।
- सारी सृष्टि को रचने वाले कबीर परमात्मा समर्थ और सबसे बड़े हैं।
भारतीय वायुसेना दिवस 2024 कार्यक्रम का शेड्यूल
Indian Air Force Day in Hindi [2024] 6 अक्टूबर 2024 को Marina Beach पर सुबह 11 बजे से 1:30 बजे तक शानदार एयर शो का आयोजन किया जाएगा। इसमें भारतीय वायुसेना के 72 विमानों का प्रदर्शन होगा, जिसमें राफेल, सुखोई-30, मिग-29, और स्वदेशी तेजस जैसे विमान शामिल होंगे। मुख्य समारोह 8 अक्टूबर को होगा।
आकाश गंगा’ और ‘सूर्य किरण’ टीम का प्रदर्शन
भारतीय वायुसेना की अपनी अद्वितीय कौशल और स्टंट के लिए जानी जाने वाली “आकाश गंगा” पैराशूट टीम इस आयोजन का मुख्य आकर्षण होगी। आकाश गंगा टीम अपनी साहसिक स्काइडाइविंग के लिए जानी जाती है। वहीं, सूर्य किरण और सारंग टीम्स अपनी हवाई कलाबाजी और उच्च स्तरीय एरोबेटिक्स का प्रदर्शन करेंगे।
Indian Air Force Day in Hindi: फ्लाई पास्ट का शेड्यूल
Indian Air Force Day 2024 (भारतीय वायुसेना दिवस): एयर डिस्प्ले दोपहर 2:45 से शाम 4:46 तक चलेगा। जिसके दौरान लड़ाकू विमान अपने बल का प्रदर्शन करेंगे। फ्लाईपास्ट में 44 फाइटर एयरक्राफ्ट, 20 हेलीकॉप्टर, 7 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट के और 3 विंटेज विमान भी शामिल होंगे। इसके साथ ही 9 एयरक्राफ्ट स्टैंडबाई पर होंगे।
■ Read in English | Know About 3rd Largest Air Force of the World on Indian Air Force Day
Tambaram Air Force Station पर परेड
8 अक्टूबर 2024 को Tambaram Air Force Station पर एक भव्य परेड आयोजित की जाएगी। इस परेड में भारतीय वायुसेना के सभी प्रमुख विमान और हेलीकॉप्टर, जैसे कि राफेल, सुखोई, मिराज 2000 और तेजस, भाग लेंगे। परेड के दौरान वायुसेना की विभिन्न इकाइयों के द्वारा युद्ध कौशल और सामरिक क्षमताओं का भी प्रदर्शन किया जाएगा। इस वर्ष के आयोजन में केवल आधुनिक लड़ाकू विमानों का ही प्रदर्शन नहीं होगा, बल्कि हेरिटेज विमानों को भी प्रदर्शित किया जाएगा। इसमें द्वितीय विश्व युद्ध के समय के डकोटा और हार्वर्ड जैसे ऐतिहासिक विमान शामिल होंगे। ये विमान भारतीय वायुसेना के इतिहास और उसकी वीरता को दर्शाते हैं
भारतीय वायुसेना का इतिहास (History Of Indian Air Force in Hindi)
Indian Air Force Day in Hindi [2024] (भारतीय वायुसेना दिवस): भारतीय वायुसेना का गठन 8 अक्टूबर 1932 को हुआ था। भारतीय वायुसेना की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार इंडियन एयरफोर्स के वायुयान ने अपनी पहली उड़ान 1 अप्रैल 1933 को भरी थी। भारतीय वायुसेना की स्थापना ब्रिटिश साम्राज्य की वायु सेना की एक इकाई के तौर पर हुई थी। द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान इसके नाम में रॉयल शब्द जोड़ा गया था और तब भारतीय वायु सेना ने यानी रॉयल इंडियन एयरफोर्स (RIAF) ने एक अहम भूमिका युद्ध मे निभाई थी। स्वतन्त्रता प्राप्ति के पश्चात सन 1950 मे रॉयल शब्द निकाल दिया गया था।
चार युद्धों में कर चुकी है भारतीय वायुसेना कार्यवाही
आजादी के बाद से चार युद्धों में भारतीय वायुसेना कार्यवाही कर चुकी है जिनमें तीन युद्ध पाकिस्तान के खिलाफ और एक चीन के खिलाफ लड़े गए।
भारतीय वायुसेना के प्रमुख ऑपरेशन:
- द एनेक्सेशन ऑफ गोवा
- ऑपरेशन मेघदूत
- ऑपरेशन कैक्टस
- ऑपरेशन पूमलाई
- सर्जिकल स्ट्राइक
- बालाकोट एयर स्ट्राइक
इनके अतिरिक्त भारतीय वायुसेना संयुक्त राष्ट्र शान्ति के स्थापना कार्यों में सहयोग दे चुकी है।
Indian Air Force Day 2024 [Hindi]: भारतीय वायुसेना की ताकत
भारतीय वायुसेना में कई आधुनिक विमान है जैसे
- सुखोई-30 MKI
- मिराज 2000
- मिग-29
- मिग-27
- मिग-21 और जगुआर फाइटर जेट हैं।
- इसके अलावा हेलीकॉप्टर श्रेणी में वायुसेना के पास MI- 25/35, MI-26, MI-17, चेतक और चीता हेलीकॉप्टर हैं।
- ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट में सी-130 जे, सी-17 ग्लोबमास्टर, IL-76, AA-32 और बोइंग 737 जैसे प्लेन शामिल हैं।
- भारत को डसॉल्ट एविएशन से कुल 29 राफेल विमान मिल चुके हैं जो पश्चिमी क्षेत्र में अंबाला और पूर्वी क्षेत्र में हाशिमारा में ऑपरेशनल हैं.
वायुसेना का आदर्श वाक्य- गीता अध्याय 11 के श्लोक 24 से
वायुसेना का आदर्श वाक्य “नभः स्पृशं दीप्तम” गीता के अध्याय 11 के श्लोक 24 से लिया गया है। इस श्लोक का अर्थ है कि अर्जुन गीता ज्ञानदाता के काल रूप को देखकर भयभीत होकर कहता है कि “क्योंकि हे विष्णो आकाश को स्पर्श करने वाले देदीप्यमान, अनेक वर्णों से युक्त तथा फैलाये हुए मुख और प्रकाशमान विशाल नेत्रों से युक्त आपको देखकर भयभीत अंतःकरण वाला मैं धीरज और शांति नहीं पाता हूँ।” यह गीता ज्ञानदाता के काल रूप से भयभीत होकर अर्जुन ने कहा था। यह काल रूप विष्णु का नहीं बल्कि ज्योति निरंजन ब्रह्म का था। नकली धर्मगुरुओं ने कभी सत्य नहीं बताया इनके लिए ही पूर्ण परमेश्वर कबीर साहेब ने कहा है-
वेद पढ़ें पर भेद ना जानें, बांचे पुराण अठारा |
पत्थर की पूजा करें, भूले सिरजनहारा ||
मानव अंधी दौड़ में भूला अपना लक्ष्य
आज वैज्ञानिक तरक्की के बाद, ढेरों लड़ाकू विमान बनाने के बाद, परमाणु बमों को बनाने में सफलता हासिल करने के बाद हम वही के वही हैं। शांति और भाईचारा असली मानवता का संदेश है। मानव ज्यों ही सभ्य कहलाया उसने सबसे पहले सीमाएं बनाकर धरती को बांट दिया उसके बाद उसमें कमज़ोर पर विजय पाने और शक्तिशाली कहलाने की प्रवृत्ति प्रबल हुई और उसने हथियार जोड़ने शुरू कर दिए।
ये हथियार कभी बचाव के उपलक्ष्य में एकत्रित किए गए तो कभी आक्रमण के लिए। धीरे-धीरे, जैसे-जैसे तरक्की हासिल हुई मानव ने अपने संसाधनों का एक बड़ा हिस्सा बम, परमाणु शक्तियाँ बनाने, लड़ाकू विमान बनाने सेना इकट्ठी करने में लगाया। मानव विज्ञान की अंधी दौड़ में ऐसे दौड़ा कि उसने अध्यात्म रूपी तत्व जिसके लिए उसका जन्म हुआ था, उसे पीछे छोड़ दिया।
मानव अपने मूल उद्देश्य मोक्ष को भूलता गया और अंततः उसका पतन शुरू हो गया। ये पतन आज भी जारी है बलात्कार, डकैती, युद्ध, महामारियों के रूप में जो तब तक जारी रहेगा जब तक मानव परमात्मा की ओर उन्मुख नहीं होता।
सृष्टि के रचनहार से बड़ी नहीं कोई ताकत
सारी सृष्टि को रचने वाले कबीर परमात्मा से बड़ा कोई तत्व, कोई विमान, कोई देव नहीं है। वही सर्वोच्च, सर्वशक्तिमान, सर्वसक्षम, दयालु परमात्मा है जिसके बराबर कोई अन्य नहीं।
गरीब, पानी से पैदा नहीं, श्वासा नहीं शरीर |
अन्न आहार करता नहीं, ताका नाम कबीर ||
सभी देव एवं तीन गुणयुक्त देव मात्र अपने कार्य पूर्ण करने के लिए नियुक्त किए गए हैं जो केवल कर्मफल देने के लिए बाध्य हैं। इनकी भक्ति भाग्य से अधिक लाभ नहीं दे सकती। उस सर्वशक्तिमान परमात्मा के अंश हैं हम जो अपनी गलती का फल इस लोक में पा रहे हैं। हम स्वयं अपनी इच्छा से इस काल लोक में आये हैं। 84 लाख योनियों में हम सभी भटक रहे हैं।
कबीर हरि के नाम बिन, राजा रषभ होय |
मिट्टी लदे कुम्हार के, घास न नीरै कोए ||
फिर पीछे तू पशुआ कीजै, दीजै बैल बनाए |
चार पहर जंगल में डोले, तो नहीं उदर भराय ||
5 तत्व के मनुष्य शरीर से ही हमारी मुक्ति सम्भव है। मनुष्य शरीर को देवता भी तरसते हैं। मनुष्य भूल गया है कि उसे भक्ति करके मोक्ष प्राप्त कर निजधाम सतलोक में जाना है। वह सांसारिक दौड़, युद्ध, माया जोड़ने में लगा रहता है। अंत में मृत्यु को प्राप्त होकर 84 लाख योनियों में कीड़ी-कुंजर के जन्म प्राप्त करके दुःख उठाता है।
सही आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त करें किसी तत्वदर्शी सन्त से। गीता में भी अध्याय 4 श्लोक 34 में तत्वदर्शी सन्त ढूंढने के लिए कहा गया है। वही तत्वज्ञान देगा और गीता अध्याय 17 के श्लोक 23 के अनुसार सही मन्त्र जाप बताएगा जिनसे मानव की मुक्ति सम्भव है। पूरे विश्व मे इस समय केवल सन्त रामपाल जी महाराज ही पूर्ण तत्वदर्शी सन्त हैं उनसे नामदीक्षा लेकर जीवन को सफल बनायें। अधिक जानकारी के लिए सतलोक आश्रम यूट्यूब चैनल विज़िट करें।
FAQ about Indian Air Force Day 2024 [Hindi]
उत्तर : प्रत्येक वर्ष 8 अक्टूबर को मनाया जाता है भारतीय वायुसेना दिवस।
इस वर्ष, भारतीय वायुसेना दिवस का आयोजन चेन्नई में किया जाएगा।
एयर शो 6 अक्टूबर 2024 को मरीना बीच, चेन्नई पर होगा। इसमें 72 विमानों का प्रदर्शन किया जाएगा।
2024 के लिए वायुसेना दिवस की थीम “सक्षम, सशक्त और आत्मनिर्भर” है।
इस वर्ष के कार्यक्रम में राफेल, सुखोई-30MKI, हल्के लड़ाकू विमान (LCA) तेजस, और लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर (LCH) प्रचंड सहित 64 विमानों का प्रदर्शन किया जाएगा।
एयर शो को मुफ्त में देखा जा सकता है और इसे मरीना बीच पर विभिन्न स्थानों से लाइव भी देखा जा सकता है।