Golden Temple Yoga Girl विवाद
Golden Temple Yoga Girl: 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर गोल्डन टेंपल यानी हरिमन्दिर साहेब में अर्चना मकवाना ने योगासन किया, जिससे लोगों में खलबली मच गई। यहां तक कि अमृतसर पुलिस की ओर से अर्चना मकवाना को समन भी जारी किया गया। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने अर्चना मकवाना का कड़ा विरोध किया है।
क्या है पूरा मामला?
Golden Temple Yoga Girl: सोशल मीडिया इन्फुलेंसर अर्चना मकवाना 20 जून को गोल्डन टेंपल माथा टेकने गई थी। सूत्रों की माने तो 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर उन्होंने गोल्डन टेंपल अमृतसर में योगासन किया। उन्होंने वह विडियोज और फोटोज अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर भी डाल दी, जिससे लोगों में खलबली मच गई। इस बात का शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने भी विरोध किया है और अर्चना मकवाना के खिलाफ लोगों की धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप में आईपीसी की धारा 295 – ए के तहत एफआईआर भी दर्ज करवाई गई। अमृतसर पुलिस की ओर से रविवार को सम्मन जारी किए गए, जिसमें उन्हें 30 जून तक पेश होने का आदेश दिया गया है।
अर्चना मकवाना का कहना है कि उनका इरादा किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का नहीं था। इस बात के लिए उन्होंने माफी भी मांगी। उन्होंने कहा कि शनिवार से ही उन्हें उनके ह्वाट्सऐप पर जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें गुजरात पुलिस ने पुलिस प्रोटेक्शन भी दे दिया है। अर्चना ने इंस्टाग्राम अकाउंट पर दो दूसरे लोगों की फोटो भी पोस्ट की है जिसमें एक फोटो 1905 की बताई जा रही है और दूसरी कुछ समय पहले की बताई जा रही है। अर्चना ने आरोप लगाया है कि जब इन लोगों पर कोई जांच नहीं हुई तो मुझे इतना परेशान क्यों किया जा रहा है।
Golden Temple Yoga Girl: पुलिस कर रही है मामले की जांच
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) द्वारा एफआईआर दर्ज करवाने के बाद पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। अमृतसर पुलिस उस स्थान की भी जांच कर रही है जहां पर बैठकर युवती ने योगासन किया था। अर्चना मकवाना ने कहा कि रविवार को समन मिलने पर ही उन्होंने इस मामले में माफी मांग ली थी। क्योंकि उनका उद्देश्य लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था।
एसजीपीसी की टास्क फोर्स के दो कर्मचारियों को किया गया निलंबित
Golden Temple Yoga Girl: शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) का कहना है कि जिस जगह पर अर्चना मकवाना ने बैठकर योगासन किया, वहां पर एसजीपीसी की टास्क फोर्स के कर्मचारी भी थे। एसजीपीसी ने उन तीन कर्मचारियों पर अपना काम सही ढंग से न करने का आरोप लगाया है। क्योंकि वह अर्चना मकवाना को योगासन करने से रोक सकते थे। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा दो कर्मचारियों को निलंबित और तीन कर्मचारियों को ड्यूटी से हटा दिया है। इतना ही नहीं शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने एक कर्मचारी पर 5000 का जुर्माना भी लगाया और उसका तबादला गुरदासनंगल स्थित गुरुद्वारा गढ़ी साहिब में कर दिया।
एसजीपीसी प्रधान हरजिंदर सिंह धामी और ज्ञानी रघवीर सिंह जी की आई प्रतिक्रिया
एसजीपीसी प्रधान हरजिंदर सिंह धामी ने अर्चना मकवाना द्वारा गोल्डन टेंपल में किए गए योगासन का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि सिख मर्यादा के खिलाफ कोई भी कार्य बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि फिलहाल मामले की गहराई से जांच की जा रही है।
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Golden Temple Yoga Girl: ज्ञानी रघवीर सिंह जी ने भी इस मामले का सख्त शब्दों में विरोध किया है। उन्होंने कहा कि गोल्डन टेंपल एक पवित्र स्थान है, यहां पर योगासन जैसी क्रियाएं बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। उन्होंने यह भी कहा कि सिख योग जैसी क्रियाएं नहीं करते बल्कि गतका करते हैं। उन्होंने एसजीपीसी को भी ऐसे मामलों पर ध्यान देने के लिए कहा है।
योग के बारे में परमात्मा का विधान
ईश्वर का विधान है कि एक जगह बैठकर ध्यान (Meditation) करने से ईश्वर की प्राप्ति नहीं हो सकती। ईश्वर का विधान है कि असली ध्यान तो वह है जब मनुष्य काम करते हुए ईश्वर का ध्यान करता है। हमारे पवित्र शास्त्रों में हठयोग का प्रमाण नहीं है। गीता अध्याय 3 श्लोक 3 से 8 तक में भी यही प्रमाण है कि जो लोग समस्त इंद्रियों को रोक कर हठयोग करते हैं, वह तो पाखंडी हैं। इसके अलावा गीता अध्याय 6 श्लोक 16 में भी समाधि लगाने को व्यर्थ बताया है। क्योंकि आंतरिक शांति तो पूर्ण परमेश्वर की भक्ति करने से ही प्राप्त हो सकती है। वह पूर्ण परमेश्वर तत्वदर्शी संत की बताई साधना करने से ही प्राप्त हो सकता है। वर्तमान में केवल संत रामपाल जी महाराज ही एकमात्र पूर्ण संत हैं, जो हमारे शास्त्रों के अनुसार भक्ति प्रदान कर रहे हैं। अधिक जानकारी के लिए संत रामपाल जी महाराज ऐप डाउनलोड करें।
FAQs: गोल्डन टेंपल में योगासन से संबंधित
उत्तर: 21 जून।
उत्तर अर्चना मकवाना।
उत्तर: अर्चना मकवाना के खिलाफ लोगों की धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप में आईपीसी की धारा 295 – ए के तहत एफआईआर दर्ज करवाई गई है।
उत्तर: तत्वदर्शी संत से दीक्षा लेकर भक्ति करने से ही आंतरिक शांति प्राप्त की जा सकती है।
उत्तर: वर्तमान में तत्वदर्शी संत केवल संत रामपाल जी महाराज ही हैं।