ED Raid Pooja Singhal IAS Officer | स्कूल से लेकर यूनिवर्सिटी तक टॉपर रही और सर्विस में भी कई अच्छे रिकॉर्ड बनाने वाली पूजा सिंघल देहरादून में जन्मी थी। सिंघल ने गढ़वाल विश्वविद्यालय देहरादून से स्नातक की पढ़ाई पूरी की और फिर अपने पहले प्रयास में आईएएस की परीक्षा पास की। वह अपने स्कूल के दिनों से लेकर विश्वविद्यालय की परीक्षा तक टॉपर की सूची में शामिल रही और उनका अकादमिक ट्रैक रिकॉर्ड काफी बेहतर रहा। आईएएस बनने के बाद हजारीबाग में एसडीओ में कार्य करने के दौरान उन्होंने विभिन्न गोदामों और शिक्षा परियोजना की ओर से बच्चों को दी जाने वाली किताबों की अवैध बिक्री का भंडाफोड़ किया।
पूजा सिंघल ने ही शारीरिक रूप से अक्षम लोगों का डेटा एकत्र करने के लिए झारखंड में पहली बार विकलांग सर्वेक्षण भी किया। रिम्स निदेशक के रूप में भी लोग उनके योगदान को याद करते हैं। उन्होंने राज्य के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल की व्यवस्था को सुधारने में बड़ी भूमिका निभायी। किंतु वर्तमान में ईडी के द्वारा की गई छापेमारी के कारण वह चर्चा का विषय बनी हुई हैं।
झारखंड की खान सचिव पूजा सिंघल पर चल रही छापेमारी के दौरान ईडी ने पहले दिन 19.31 करोड़ रुपये नकद के साथ कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और बेनामी संपत्ति के कागजात को जब्त करने में सफलता पायी है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पूजा सिंघल के पास करीब 150 करोड़ रुपये की बेहिसाब संपत्ति से संबंधित दस्तावेज मिले हैं जिसकी छानबीन ईडी की टीम कर रही है। हालांकि अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि ईडी की ओर से नहीं की गयी है।
ED Raid Pooja Singhal IAS Officer: मुख्यबिंदु
- महज 21 साल में देश की प्रतिष्ठित UPSC परीक्षा पास कर IAS कैडर में प्रवेश पाने की सबसे कम उम्र होने के कारण पूजा सिंघल का नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में भी दर्ज हुआ। पूजा सिंघल साल 2000 बैच की आईएएस अधिकारी हैं।
- पूजा सिंघल वर्तमान में खान और भूविज्ञान विभाग की सचिव और झारखंड राज्य खनिज विकास निगम लिमिटेड (जेएसएमडीसी) की प्रबंध निदेशक हैं।
- झारखंड कैडर की वरिष्ठ आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल ( Pooja Singhal IAS) पर पहले ही झारखंड उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता राजीव कुमार ने उनके खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को शिकायत सौंपी है।
- पूजा सिंघल पर छापेमारी में 19.31 करोड़ रुपये मिले हैं और करोड़ों की संपत्ति के दस्तावेज।
- पूजा के पति अभिषेक के रांची के रातू रोड स्थित एक ठिकाने पर ईडी के अधिकारी ने छापेमारी में कई दस्तावेज जब्त किए हैं।
- मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की करीबी रहीं हैं आइएएस पूजा सिंघल।
- सभी 25 ठिकानों पर शुक्रवार की सुबह करीब सात बजे एक साथ ईडी ने छापेमारी शुरू की। ये ठिकाने झारखंड के रांची, राजस्थान के जयपुर, बंगाल के कोलकाता, बिहार के मुजफ्फरपुर व दिल्ली एनसीआर में थे।
- राजस्थान के जयपुर में सहयोगी आरके जैन, कोलकाता में तत्कालीन एंट्री आपरेटर, दिल्ली में पूजा सिंघल के भाई, उनके चार्टर्ड अकाउंटेंट सुमन कुमार के यहां भी दबिश दी गई।
- बिहार के मुजफ्फरपुर में पूजा सिंघल की ससुराल है, वहां भी ईडी ने तलाशी ली है।
- पूजा सिंघल के चार्टर्ड अकाउंटेंट सुमन सिंह के चार फ्लैट और ओरमांझी में डेयरी फार्म से संबंधित दस्तावेज ईडी को मिले हैं। सुमन सिंह के भाई पवन सिंह को ईडी ने हिरासत में लिया है।
- ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आईएएस पूजा सिंघल की चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) सुमन कुमार को आज कोर्ट में पेश किया।
ED Raid Pooja Singhal IAS Officer | ईडी की टीम ने की छापेमारी
ईडी की टीम ने शुक्रवार को झारखंड की राजधानी रांची के विभिन्न ठिकानों के अलावा बिहार के मुजफ्फरपुर, दिल्ली एनसीआर और पश्चिम बंगाल के कोलकाता में भी एक साथ छापेमारी की। इस दौरान रांची में पूजा सिंघल के करीबी एक सीए के घर से लगभग 17 करोड़ रुपये कैश मिले। बताया जा रहा है कि उसने घर में पैसे का बिछौना बनाकर रखा था। इसके अलावा उसके पास से 8 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति भी मिलने की खबर है, लेकिन इसकी अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पायी है। वहीं बिहार के मधुबनी से पूजा सिंघल के ससुर कामेश्वर झा को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) की अधिकारी पूजा सिंघल कौन हैं?
साल 2000 बैच की झारखंड-कैडर की आईएएस अधिकारी, सिंघल ने पिछली भाजपा सरकार में कृषि सचिव से लेकर वर्तमान झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व वाली सरकार में पर्यटन और उद्योग सचिव तक कई शीर्ष पदों पर कार्य किया है। उनके पति अभिषेक झा पल्स संजीवनी हेल्थकेयर प्राइवेट हॉस्पिटल के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं।
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महज 21 साल में देश की प्रतिष्ठित यूपीएस परीक्षा पास कर आईएएस कैडर में जाने की सबसे कम उम्र होने के कारण पूजा सिंघल का नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में भी दर्ज हुआ। आईएएस पूजा सिंघल की पहली शादी आईएएस अधिकारी रहे राहुल पुरवार से हुई, लेकिन शुरू के वर्षों के दौरान ही कुछ निजी कारणों को लेकर दोनों के बीच विवाद शुरू हो गया और फिर तलाक हो गया। इसके बाद पूजा सिंघल ने दूसरी शादी अभिषेक झा से की। पढ़ाई से लेकर नौकरी तक सिंघल का कैरियर शानदार रहा है। पूजा सिंघल देहरादून में पैदा हुईं और गढ़वाल विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन की पढ़ाई की और पहले ही प्रयास में वर्ष 2000 में वो IAS बन गईं।
प्रवर्तन निदेशालय की टीम गुरुवार रात ही रांची पहुंच गई थी
देर रात टीम एयरपोर्ट रोड स्थित ईडी कार्यालय में रुकी और यहीं से छापेमारी का पूरा खाका तैयार किया। शुक्रवार सुबह होते ही ईडी की टीम पूजा सिंघल के पति अभिषेक झा के पल्स अस्पताल पहुंच गई। इसके अलावा रांची में उनके अन्य ठिकानों पर भी पहुंची और फिर अपनी कार्रवाई को अंजाम दिया।
रांची पुलिस को भी नहीं दी गई थी छापेमारी की सूचना
ED Raid Pooja Singhal IAS Officer | जानकारी के मुताबिक, ईडी की टीम ने इस कार्रवाई की भनक रांची पुलिस को भी नहीं लगने दी। जांच में सहायता के लिए ईडी ने सीआईएसएफ और सीआरपीएफ पर भरोसा जताया और उन्हें साथ लिया। स्कूल बस, कार व अन्य वाहनों से ईडी के अधिकारी संबंधित जगहों पर पहुंचे, वहीं पल्स अस्पताल को सीआरपीएफ अधिकारियों ने घेर लिया। इसके अलावा अधिकारी पूजा सिंघल के आवास पर भी पहुंचे। यह कार्रवाई एक ही समय पर कई जगह की गई। ताकि कार्रवाई में और छापेमारी में किसी भी तरह की कोई भी चूक ना हो, तथा कोई भी संदिग्ध और अपराधी बच ना पाए।
कई घोटालों में आ चुका है पूजा सिंघल का नाम
- झारखंड के चतरा में उपायुक्त (DC) रहते हुए पूजा सिंघल ने मनरेगा योजना से 2 एनजीओ को 6 करोड़ रुपये दिये। इस मामले में विधानसभा में भी सवाल उठा, लेकिन बाद में उन्हें इस मामले में क्लीन चिट मिल गयी।
- वहीं खूंटी जिले में उपायुक्त रहने के दौरान मनरेगा में 16 करोड़ रुपये के घोटाले में नाम आया, जिस मामले की जांच अभी ईडी कर रही है।
- इससे पहले पलामू में उपायुक्त रहने के दौरान पूजा सिंघल पर उषा मार्टिन ग्रुप को कठौतिया कोल ब्लॉक आवंटन में नियमों की अनदेखी का आरोप लगा। इस तरह से उनका नाम कई तरह के मामलों में सामने आया।
- ईडी खूंटी और छतरा जिलों में राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना अधिनियम (मनरेगा) में अनियमितताओं में सिंघल की संलिप्तता की जांच भी कर रही है।
- वह पहले खूंटी जिले में उपायुक्त के रूप में तैनात थीं। इसके साथ ही ईडी सिंघल के खिलाफ शिकायत के आधार पर भी जांच कर रही है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि वह अपनी मर्जी से रेत खनन के लिए ठेके अपने पसंद के ठेकेदारों को ही दे रही हैं।
- झारखंड हाईकोर्ट के अधिवक्ता राजीव कुमार ने यह शिकायत फरवरी 2022 में ईडी के पास दर्ज कराई थी।
- पूजा सिंघल पर यह आरोप है कि उन्होंने करीब 83 एकड़ जंगल भूमि को निजी कंपनी को खनन के लिए ट्रांसफर किया था। यह कठौतिया कोल माइंस से जुड़ा मामला है। ईडी ने कोर्ट को बताया था कि इस मामले की भी जांच जारी है।
जहरीली सूई से जानलेवा हमले की खबर भी आई थी सामने
चतरा में उपायुक्त के कार्यकाल के दौरान एक दिन अचानक यह खबर मिली कि नक्सलियों ने जहरीली सूई से पूजा सिंघल पर हमला किया है, तब उन्हें आनन-फानन में इरबा स्थित अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी जान बची। हालांकि यह भी चर्चा है कि उन्होंने खुद जहर खाकर जान देने की कोशिश की, लेकिन बाद में किसी तरह का कोई केस ना हो, इसलिए मामले को नक्सली हमला रूप देने की कोशिश की गयी थी।
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पूजा का सीए बता नहीं पाया कि उसके पास इतना पैसा कहां से आया?
ED Raid Pooja Singhal IAS Officer | आइएएस अधिकारी पूजा सिंघल के सीए सुमन सिंह का दावा है कि उनके यहां से जो नकदी मिली है वह उन्हीं की है। ईडी ने सुबह करीब सात बजे उनके बूटी मोड़, हनुमान मंदिर स्थित आवास पर छापा मार कर 19.31 करोड़ रुपये बरामद किए। छापेमारी के दौरान अर्द्धसैनिक बलों के जवान भी मौजूद थे। सुमन से यह पूछे जाने पर कि इतनी नकदी उनके पास कहां से आई, जबकि भारत सरकार का नियम है कि अधिक नकद नहीं रख सकते। सुमन ने कहा कि नकदी एक सप्ताह पहले ही उनके पास आई थी। अभी तक आयकर में इसका उल्लेख नहीं किया है। इसका वे एसेसमेंट करेंगे। सीए इस बात का जवाब नहीं दे पाए कि आखिरकार इतनी अधिक नकदी उनके पास कहां से आई?
यह गीदड़ भभकी है, हम अपवाद नहीं हैं : हेमंत सोरेन
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी को गीदड़ भभकी बताया है। उन्होंने कहा कि हम अपवाद नहीं हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा राजनीतिक लड़ाई के मैदान में नहीं जीत पाती है तो अपनी मशीनरी का ‘सदुपयोग’ करके उसे लगता है कि वह पार पा लेगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि ऐसा है नहीं और न ही होगा। प्रोजेक्ट भवन में शुक्रवार को चुनाव आयोग की त्वरित कार्रवाई से जुड़े मीडिया के सवालों पर उन्होंने कहा कि यह आयोग से ही पूछना बेहतर होगा देश में कानून है, संविधान है।
भ्रष्टाचार के संबंध में कबीर साहिब जी के विचार
गरीब, तुमने उस दरगाह का महल नहीं देखा।
धर्मराज के तिल-तिल का लेखा।।
जो भी अधिकारी, अफसर, नेतागण, व्यापारी, नकली फरेबी गुरु, धोखेबाज़ गरीबों के धन को लूट लूट कर अपनी तिजोरियां भर रहे हैं, धर्मराज के दरबार में पाई पाई लिखी जा रही है, कबीर साहिब जी कहते हैं कि उन सभी धोखाधड़ी करने वालों को आने वाले जन्मों में गधे, कुत्ते, गाय, भैंस, बकरा आदि बनकर सभी के लूटे हुए धन को वापस लौटाना पड़ेगा। अर्थात हमें किसी के भी धन को नहीं हड़पना चाहिए। दूसरे के धन पर कदापि नज़र नहीं रखनी चाहिए।
कबीर परमेश्वर जी कहते हैं
रूखी सूखी खाय के, ठंडा पानी पी ।
देख पराई चुपड़ी, मत ललचावे जी ।।
कबीर परमेश्वर जी के अवतार संत रामपाल जी महाराज जी अपने शिष्यों को समझाते हुए ज्ञान देते हैं कि तुम अपनी नियत सही रखना परमात्मा तुम्हारे घर भर देगा। और वास्तव में ऐसा हो भी रहा है। लालच और भ्रष्टाचार से दूर रहने वाले भगतों के घर और मन परमात्मा संत रामपाल जी महाराज जी ने संतोष रूपी धन से भर दिए है। अब धन की ज़रूरत पड़ने पर सभी ज़रूरी काम परमात्मा की कृपा से समय पर पूरे हो जाते हैं। आपको बता दें ऐसा संभव हो पा रहा है सतभक्ति करने के कारण। धन का लोभ और चोरी तो भक्ति न करने वाले करते हैं। आप भक्ति धन इकट्ठा कीजिए परमात्मा आपके बैंक भर देगा। भक्ति धन एकत्रित करने के लिए कृपया अवश्य पढ़ें पुस्तक ‘‘ज्ञान गंगा’’।