Dowry Free Marriages: वर्तमान युग शिक्षा व आधुनिकता की चरम सीमा पर खड़ा हुआ युग है, परन्तु आज भी समाज में कुछ अप्रसांगिक, अमानवीय व रूढ़िवादी कुरीतियां प्रचलित हैं जिनमें से एक का नाम दहेज है, यह कुप्रथा आज की नहीं बहुत ही लंबे अरसे से चली आ रही कुप्रथा है। इस कुप्रथा ने समय-समय पर समाज में गहरे आघात किये हैं, कई बहन-बेटियों की बलि ली है, परन्तु अब संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में इस कुप्रथा का अंत निकट है, इस लेख के माध्यम से प्रिय पाठकों को अवगत कराएंगे कि कैसे जगतगुरू संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में दहेज जैसी दीमक से सभ्य मानव समाज को छुटकारा मिलेगा तथा स्वच्छ मानव समाज का निर्माण होगा, साथ ही कलयुग में सतयुग जैसी सत्ता स्थापित होगी।
दहेज मुक्त विवाह ‘रमैनी’ सम्बन्धी मुख्य बिंदु
- संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में सम्पन्न हुए दहेज मुक्त विवाह जिसे संत भाषा में ‘रमैनी’ नाम से उच्चारित किया जाता है
- दहेज मुक्त विवाह आज के आधुनिक में एक अद्वितीय, अनूठी व प्रेरणादायक पहल
- इन सादगीपूर्ण दहेज मुक्त विवाहों ने समाज में अमीर-गरीब के फांसले को किनारे कर दिया
- फिजूलखर्ची पर लगेगा विराम ‘विवाह सिर्फ संयोग तो फिर व्यर्थ की फिजूलखर्ची क्यों?’
- पूर्ण संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में कुरीतियों व आडम्बरों से मुक्त मानव समाज हो रहा है तैयार
आइये रूबरू होते हैं अद्वितीय दहेज मुक्त विवाहों से
बिहार की युवती, झारखंड का युवक दहेज मुक्त विवाह कर बने चर्चा का विषय
दिनाँक 03/07/2021 को पूर्ण संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में ग्राम नीमा फतेहपुर, पोस्ट धनारा, थाना सनोखर, जिला भागलपुर, बिहार निवासी मनोज दास ने अपनी पुत्री गुड़िया दासी का पूर्णता दहेज मुक्त विवाह (जिसे संत भाषा में रमैनी कहा जाता है) ग्राम मोरडीहा, थाना गंगटी, जिला गोड्डा, झारखंड निवासी सुरेश दास के पुत्र कृष्ण दास के साथ सम्पन्न किया।
मध्यप्रदेश में सम्पन्न हुए दहेज मुक्त विवाह, लोगों ने कहा यह ‘एक अद्वितीय पहल’
- संत रामपाल जी महाराज जी के अद्वितीय तत्वज्ञान आधार से प्रेरित होकर मध्यप्रदेश के जिला शिवपुरी, बदरवास निवासी जगदीश दास ने अपनी पुत्री लक्ष्मी का पूर्णतया दहेज मुक्त विवाह कोटिया पटन तहसील मनोहर थाना जिला झालावाड़ राजस्थान निवासी संत रामपाल जी महाराज जी के अनुयायी कल्याण दास के पुत्र कैलाश दास के साथ सम्पन्न किया।
- संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में मध्य प्रदेश के जिला रतलाम में जावरा तहसील के ग्राम ऊनी में आडम्बरों से रहित सादगीपूर्ण दहेज मुक्त विवाह संपन्न हुआ।।
इन अनुपम दहेज मुक्त विवाहों को जिन भी क्षेत्रीय लोगों ने देखा या इन अनूठे विवाहों की चर्चा सुनी तो उनके मुख से सिर्फ यही शब्द निकले
“संत रामपाल जी को अपनाएंगे ।।
दहेज मुक्त भारत बनाएंगे।।”
दहेज मुक्त विवाह कर राजस्थान के स्वर्णिम इतिहास के पन्नों में इन नवदम्पत्तियों ने दर्ज कराए नाम
- दिनांक 11/07/2021 ग्राम सिरपोइ, तहसील पचपहाड़ निवासी रानु दासी पुत्री मोहन दास का दहेज़ मुक्त विवाह ‘रमैनी’ महेश दास पुत्र रामलाल दास ग्राम बुरनखेड़ी तहसील रामगंजमण्डी जिला कोटा के साथ संपन्न हुआ, जिसमें सरकारी आदेशों का पालन करते हुए नगण्य मात्र जन वैवाहिक स्थल पर मौजूद थे। वैवाहिक नवदम्पति ने बताया कि मानव जाति को दीमक की तरह खोखला कर रहा है, दहेज रूपी दानव! इसी लिये मानव समाज में दहेज मुक्त विवाह जरूरी है। इस नवदम्पति ने आगे बताया कि संत रामपाल जी महाराज जी द्वारा लिखित अनमोल पुस्तक “जीने की राह” को पढ़ने से मिली दहेज मुक्त विवाह करने की प्ररेणा”
- दिनाँक 05 जुलाई 2021, सोमवार को संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में गंगानगर जिले की श्री विजयनगर तहसील के एक छोटे से गांव चक 12 Bld में दहेज मुक्त विवाह सम्पन्न हुआ। जिसमें वर पक्ष शेरसिंह पुत्र हेतराम निवासी ग्राम मिर्जेवाला तहसील जिला श्री गंगानगर राजस्थान उपस्थित थे व ग्राम 12Bld तहसील विजयनगर निवासरत वधु पक्ष मंजु पुत्री जेमल राम मौजूद थे। दोनों ही नवदम्पति ने दहेज मुक्त विवाह कर आजीवन बुराइयों से दूर रहकर, एक-दूसरे का सुख-दुःख में साथ देने का वचन दिया।
- दिनाँक 05 जुलाई 2021, सोमवार को संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में गंगानगर जिले की श्री विजयनगर तहसील के एक छोटे से गांव चक 12 Bld में पूर्णता दहेज मुक्त विवाह सम्पन्न हुआ । जिसमें वर पक्ष एसएसबी रोड़ गंगानगर राजस्थान निवासी अजय दास पुत्र ओमप्रकाश दास ने वधु पक्ष प्रतिभा दासी पुत्री राधाकृष्ण सरपंच निवासी ग्राम निहालखेड़ा अबोहर पंजाब के साथ सम्पन्न किया।
- संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में दहेज मुक्त विवाह की अनूठी पहल से प्रेरित होकर पूर्ण संत रामपाल जी महाराज जी के अनुयायियों के द्वारा तहसील बसवा जिला दौसा में एक अनूठा दहेज मुक्त विवाह संपन्न किया गया जिसमें न मण्डप, न पंडित, न फेरे तथा न ही अन्य कोई आडम्बर देखने नहीं मिले। स्थानीय लोगों का कहना था कि अगर समाज में ऐसे ही दहेज मुक्त विवाह होने लगें तो निश्चित रूप से कई पिता कर्जदार होने से बचेंगे तथा बेटियों का जीवन पूर्णताः सुखमय हो जाएगा।
- जिला अजमेर की सरवाड़ तहसील के स्यार ग्राम में एक अनूठा विवाह देखने को मिला। इस विवाह की खास बात यह रही है यह विवाह पूर्णतः दहेज से रहित था। वर-वधु अपने गुरु संत रामपाल जी महाराज जी के वचनों को साक्षी मानकर एक-दूसरे के हमसफर बन गए। संत रामपाल महाराज के अनुयायी रामस्वरूप दास ने पुत्री रानी दासी का दहेज मुक्त विवाह अजमेर निवासी यश दास पुत्र कैलाश दास के साथ संम्पन किया। इस दहेज मुक्त विवाह की विशेषता यह रही कि वर यश दास ना तो घोड़ी पर चढ़ा और ना ही वर (यश दास) ने वधु (रानी दासी) के साथ सात फेरे लिए, ना ही वरमाला की रस्म अदा की और प्रतिभोज के स्थान पर चाय-बिस्कुट का इंतजाम किया गया।
देश की राजधानी दिल्ली में सम्पन्न हुआ एक अनोखा विवाह, जिसकी लोगों ने की भरपूर तारीफ
दिल्ली के बहादुरपुर निवासी पूर्ण संत रामपाल जी महाराज के अनुयायी गीतम दास ने अपनी पुत्री चंचल दासी का पूर्ण रूप से दहेज मुक्त विवाह हरियाणा के सांपला निवासी संत रामपाल जी महाराज जी के अनुयायी अशोक दास के पुत्र सुधीर उर्फ मोनू के साथ सम्पन्न किया। इस विवाह की विशेषता यह रही कि वर-वधु दोनों पक्षों की ओर से कोई सा भी आडम्बर देखने को नहीं मिला साथ ही दोनों पक्ष बेहद ही साधारण वेशभूषा में दिखे।
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संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में रक्तदान जैसा महादान देकर दिया मानवता का संदेश
संत रामपाल जी महाराज अपने अनमोल सत्संगों में बताते हैं कि रक्तदान एक महादान है इसी प्रेरणा को ध्यान में रखते हुए संत रामपाल जी महाराज जी के अनुयायियों ने कांगड़ा हमीरपुर मैत्री सभा चंबाघाट रोड सोलन में 27 यूनिट रक्तदान किया। संत रामपाल जी महाराज अपने अनुयायियों को हमेशा समाज हितैषी व परोपकारी कार्यों की प्रेरणा दृढ़ाते हैं इसी के फलस्वरूप आज पूर्ण संत रामपाल जी के अनुयायी समाज के हर हितैषी कार्य में अग्रणी रहते हैं चाहे वो नशा मुक्त भारत अभियान हो, दहेज मुक्त भारत अभियान हो या रक्तदान जैसा महादान हो।
आध्यात्मिक ज्ञान ही हर बुराई का समाधान
कई सरकारों ने भी दहेज मुक्त भारत बनाने के लिए कई कानून बनाये पर धरातल पर देखा जाए तो उन कानूनों से वह लाभ नहीं हुआ जिस लाभ की अपेक्षा थी।
वहीं दूसरी ओर समाजसुधारक पूर्ण संत रामपाल जी महाराज जी ने अपने अद्वितीय आध्यात्मिक ज्ञान से दहेज मुक्त भारत के सपने को धरातल पर साकार करके दिखाया है संत रामपाल जी महाराज जी ने सिर्फ दहेज जैसे घातक रोग से ही मुक्ति नहीं दिलाई है अपितु आज लाखों लोग संत रामपाल जी महाराज जी से निःशुल्क नामदीक्षा प्राप्त कर सर्व बुराइयों (नशा, चोरी, जारी, रिश्वतखोरी इत्यादि) का त्याग कर सुखमय जीवन व्यतीत कर रहे हैं।
सुखी होगा हर इंसान, धरती बनेगी स्वर्ग समान
आप भी अगर संत रामपाल जी महाराज जी की इस अद्वितीय मुहिम का हिस्सा बन, समाज हित में कार्य करना चाहते हैं तो आज ही संत रामपाल जी महाराज जी से निःशुल्क नामदीक्षा प्राप्त करें। अधिक जानकारी के लिए सतलोक आश्रम यूट्यूब चैनल देखे।