July 16, 2025

Delhi Temperature: उफ्फ ये गर्मी! दिल्ली में पारा 52 के पार, तापमान ने तोड़े देश के सारे रिकॉर्ड

Published on

spot_img

Delhi Temperature: कल दिल्ली के मुंगेशपुर (Mungeshpur) नामक स्थान पर पिछले वर्षो के सारे रिकार्ड तोड़ते हुये तापमान 52.9℃ दर्ज किया गया। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली एनसीआर का तापमान 50℃ के आसपास ही रहने वाला है। बीते बुधवार की शाम को हुई रिमझिम बारिश ने जरूर दिल्लीवासियों के लिए थोड़ी राहत की खबर पहुंचाई। पर गर्मी का कहर अभी भी जारी है। इस भीषण गर्मी के लिये हम ही जिम्मेदार हैं। आज आधुनिक चकाचौंध की दुनिया मे धड़ाधड़ पेड़ों की कटाई की जा रही है। लाखों वृक्ष प्रतिवर्ष काटे जाते है जिसका परिणाम यह भीषण गर्मी है। यही हाल रहा तो थोड़े समय बाद मानव जीवन संकट में पड़ जाएगा। अगर भविष्य के इस संकट से बचना है तो हमें समय रहते पर्यावरण पर ध्यान देना होगा।

  • दिल्ली में गर्मी ने तोड़ा पिछले 10 साल का रिकॉर्ड
  • राजस्थान को पीछे छोड़ गर्मी में टॉप कर रही दिल्ली 
  • सबसे ज्यादा मुंगेशपुर में 52.9℃ तापमान रिकॉर्ड किया गया 
  • भीषण गर्मी से घर से बाहर निकलना हुआ दूभर 
  • सतलोक है वह शाश्वत स्थान जहाँ है शीतलता ही शीतलता

राजस्थान भारत का सबसे गर्म प्रदेश है जहां का तापमान सबसे अधिक रहता है। लेकिन इस वर्ष दिल्ली के बढ़े तापमान ने सारे रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए हैं। अभी दिल्ली का मुंगेशपुर (Mungeshpur) चर्चा का विषय बना हुआ है। जहां का तापमान 52.9℃ दर्ज किया गया है। भीषण गर्मी का जन जीवन पर बुरा प्रभाव दिखा रहा है। लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है।

Delhi Temperature: मौसम विभाग ने पहले ही दिल्ली में रेड अलर्ट कर तापमान बढ़ने की सूचना दी थी। उत्तर भारत में अब आसमान से आग के गोले बरस रहे हैं। बुधवार को मुंगेशपुर में बढ़े हुए तापमान ने पिछले सारे रिकॉर्डों को धराशायी कर दिया है।

दिल्ली के मुंगेशपुर (Mungeshpur) नामक स्थान पर रिकॉर्ड 52.9°C दर्ज किए तापमान के आंकड़ों को देख मौसम विभाग को यकीन नहीं हो रहा है भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने कहा है कि “ यह सेंसर में त्रुटि या स्थानीय कारक के कारण भी हो सकता है। भारतीय जनता विभाग डेटा और सेंसर की जांच कर रहा है।”

Delhi Temperature: उत्तर भारत भीषण गर्मी से जूझ रहा है। बीते बुधवार दिल्ली के मुंगेशपुर इलाके की गर्मी ने पिछले सारे रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए। जिसका तापमान 52.9℃ तक पहुंच गया। इससे पूर्व मई 2016 में राजस्थान के फलोदी में 50.8 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था। दिल्ली में देर शाम आई बारिश ने कुछ तापमान कम किया लेकिन मौसम विभाग का कहना है कि इससे काम नहीं चलेगा अभी हाल फिलहाल तापमान 40 के पार ही रहने वाला है।

लगातार कुछ वर्षों से पृथ्वी का तापमान बढ़ता ही जा रहा है। इसका प्रमुख कारण है पेड़ों की अंधाधुंध कटाई जिसके कारण प्रकृति का संतुलन बिगड़ रहा है। भीषण गर्मी की वजह से पशु-पक्षियों का जीवन भी संकट में आ गया है। गर्मी के कारण फोड़े फुंसी, सिर दर्द जैसी समस्या उत्पन्न हो गई हैं।

■ यह भी पढ़ें: Heatwave in India: उत्तरी पश्चिम भारत भयंकर गर्मी की चपेट में

  • जब भी घर से बाहर निकलें सूती वस्त्र का तोलिया अपने सिर पर रखें और पूरे कपड़े पहनें।
  • जब बहुत जरुरी कार्य हो तो ही घर से बाहर निकलें, यथासम्भव सुबह दस बजे से पहले और शाम को पांच बजे के बाद ही घर से निकलें, छोटे बच्चो का विशेष ध्यान रखें।
  • पानी अधिक से अधिक पिये, साथ ही नारियल पानी का भी सेवन करें।
  • एसी, कूलर की हवा के बाद सीधे धूप में ना जाएं।

मानव जीवन सतयुग से प्रारंभ होता है। सतयुग में जीव सबसे ज्यादा सुखी होता है। समय के साथ-साथ युग बदलते हैं। और मानव की सुख सुविधाओं में कमी आती जाती है। सतयुग के बाद त्रेता फिर द्वापर, अंत में कलयुग। सबसे ज्यादा कष्ट जीव को कलयुग में होता है। इसका प्रमुख कारण है आध्यात्मिक तत्वज्ञान और सतभक्ती की कमी जिसे न करने से कर्म बिगड़ते जाते हैं और आपत्ति भी बढ़ती हैं। तत्वज्ञान में सुखमय स्थान की सही जानकारी तत्वदर्शी संत के द्वारा बताई जाती हैं।

मानव सदियों से सुख की खोज में लगा है। हम सुखी होने के लिए पिछले समय में या पिछले युग में नहीं जा सकते लेकिन अपने वर्तमान के माहौल को पिछले युगों जैसा बना सकते हैं। सतभक्ति ही वो कुंजी है जिससे हम वर्तमान में कलयुग में सतयुग जैसा माहौल बना सकते हैं। यह तत्वदर्शी संत के मार्गदर्शन बिना असंभव हैं। वर्तमान में पृथ्वी पर संत रामपाल जी महाराज एकमात्र तत्वदर्शी संत हैं जो सतभक्ति बता रहे हैं। जिनके मार्गदर्शन में कलयुग में सतयुग जैसा माहौल आने वाला हैं। अधिक जानकारी के लिये आज ही प्ले स्टोर से Sant Rampal Ji Maharaj App डाऊनलोड करें और जानें इस अद्वितीय ज्ञान के बारे में विस्तार से।

Q.1 इस भीषण गर्मी का कौन है जिम्मेदार? 

Ans. अन्धाधुंध पेड़ों की कटाई करके इस गर्मी का जिम्मेदार मानव ही है।

Q-2 भीषण गर्मी से प्रकृति पर क्या असर पड़ रहा है?

Ans. मानव तो क्या पशु-पक्षी समेत समस्त जीव-जंतुओं पर यह गर्मी कहर ढहा रही है, साथ अत्यधिक गर्मी के कारण ग्लोबल वार्मिंग का खतरा भी गम्भीर हो रहा है।

Q-3 मानव की सेहत पर इस भीषण गर्मी का क्या असर पड़ रहा है?

Ans. इस भीषण गर्मी से मानव जीवन पर गहरा असर पड़ रहा है। त्वचा से संबंधित बीमारियां तथा सिर दर्द जैसी अन्य गम्भीर बीमारियां लगातार देखने को मिल रही हैं।

Q-4 यह गर्मी किसी बड़े परिवर्तन का संकेत तो नही है?

Ans. यह भीषण गर्मी, प्रकृति के साथ छेड़छाड़ करने से भविष्य के गर्भ में छुपी किसी बडी अनहोनी घटना का संकेत भी हो सकती है। इसलिए प्राकृतिक दोहन को सीमित करें तथा पर्यावरण को बचाने की ओर ध्यान दें।

Q.5 हाल ही में सर्वाधिक तापमान देश में कहां दर्ज किया गया है?

Ans. 29 मई 2024 को दिल्ली के मुंगेशपुर नामक स्थान पर 52.9℃ तापमान दर्ज किया जो कि देशभर में अब तक का सर्वाधिक है।

निम्न सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर हमारे साथ जुड़िए

WhatsApp ChannelFollow
Telegram Follow
YoutubeSubscribe
Google NewsFollow

Latest articles

Kanwar Yatra 2025: The Spiritual Disconnect Between Tradition And Scriptures

Last Updated on 12 July 2025 IST | The world-renowned Hindu Kanwar Yatra festival...

कांवड़ यात्रा (Kanwar Yatra 2025): कांवड़ यात्रा की वह सच्चाई जिससे आप अभी तक अनजान है!

हिन्दू धर्म में प्रचलित मान्यताओं के अनुसार श्रावण (सावन) का महीना शिव जी को बहुत पसंद है, परन्तु इस बात का शास्त्रों में कोई प्रमाण नहीं है। श्रावण का महीना आते ही प्रतिवर्ष हजारों की तादाद में शिव भक्त कांवड़ यात्रा (Kanwar Yatra 2022 in HIndi) करते नजर आते हैं। पाठकों को यह जानना अत्यंत आवश्यक है कि क्या कांवड़ यात्रा रूपी साधना शास्त्र सम्मत है और इसे करने से कोई लाभ होता है या नहीं?

World Population Day 2025: The best time for world’s Population to Attain Salvation

Last Updated 09 July 2025, 1:16 PM IST | World Population Day 2025: Today...
spot_img

More like this

Kanwar Yatra 2025: The Spiritual Disconnect Between Tradition And Scriptures

Last Updated on 12 July 2025 IST | The world-renowned Hindu Kanwar Yatra festival...

कांवड़ यात्रा (Kanwar Yatra 2025): कांवड़ यात्रा की वह सच्चाई जिससे आप अभी तक अनजान है!

हिन्दू धर्म में प्रचलित मान्यताओं के अनुसार श्रावण (सावन) का महीना शिव जी को बहुत पसंद है, परन्तु इस बात का शास्त्रों में कोई प्रमाण नहीं है। श्रावण का महीना आते ही प्रतिवर्ष हजारों की तादाद में शिव भक्त कांवड़ यात्रा (Kanwar Yatra 2022 in HIndi) करते नजर आते हैं। पाठकों को यह जानना अत्यंत आवश्यक है कि क्या कांवड़ यात्रा रूपी साधना शास्त्र सम्मत है और इसे करने से कोई लाभ होता है या नहीं?