COVID Cases in India: भारत में लगातार कोरोना वायरस के केसों में बढ़ोतरी हो रही है। लेकिन कल कोरोना मामलों में 43 फीसदी कमी आई है। कोरोना वायरस से बचने के सम्भावित उपाय एवं आंकड़े जानें। हालाँकि कोरोना वायरस संक्रमण से अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या कम बताई जा रही है।
COVID Cases in India के मुख्य बिंदु
- पिछले 24 घण्टों में 1,247 मामले आये सामने।
- बीते दिनों की अपेक्षा 43 प्रतिशत आई कमी।
- पिछले 24 घण्टों में कोरोना से देश भर में एक की मौत।
- आखिर कौन बचाएगा इन टूटते कहरों से?
COVID Cases in India: भारत में कोरोना के मामले
कोरोना वायरस ने लगातार अपनी पहली दूसरी और तीसरी लहर में उत्पात मचाया है। वर्तमान में एक्टिव मामलों की संख्या 11,860 बताई जा रही है। बीते 24 घण्टों में कोरोना वायरस महामारी से एक मृत्यु भी दर्ज की गई है जबकि इन्ही घण्टों में 928 मरीज़ कोरोना वायरस से स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके हैं।
भारत में कोरोनावायरस से संक्रमित लोगों के ठीक होने की संख्या 4,25,11,701 है। इसके अनुसार कोरोना महामारी से रिकवरी रेट 98.76% है।
वहीं राजधानी दिल्ली में लगातार कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी पाई गई। सोमवार को 501 नए मामलों के साथ संक्रमण दर 7.72% दर्ज की गए हैं जोकि बीते दिनों से 16 कम हैं। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के अनुसार कोरोना महामारी से अस्पताल में भर्ती होने वालों की दर कम है अतः स्थिति गम्भीर नहीं कही जा रही है। हालांकि सरकार बकायदा हालातों पर नज़र रखे हुए है।
COVID Cases in India: कोरोना वायरस का न्यू वैरिएंट- XE वैरिएंट
कोरोना वायरस के डेल्टा और ओमिक्रोन वैरिएंट के एक साथ वैरिएंट डेल्टाक्रोन के बाद अब एक नया वैरिएंट एक्स ई (XE) वैरिएंट आ चुका है। XE वैरिएंट को BA.2 वैरिएंट से भी अधिक खतरनाक एवं 10 प्रतिशत अधिक संक्रामक है। विश्व स्वास्थ्य संगठन इस वैरिएंट की पुष्टि कर चुका है। कोरोना के लक्षण अलग अलग व्यक्ति में अलग अलग भी हो सकते हैं जिनमें खांसी, बुखार, सांस लेने में तकलीफ, गन्ध एवं स्वाद का पता न चलना शामिल हैं। नए वैरिएंट के लक्षण में इनके अतिरिक्त घबराहट, ब्रेन फॉग, अधिक पल्स रेट शामिल हैं। पिछले वैरिएंट्स को दुनिया भर में फैलने में अधिक समय नहीं लगा था और इस नए वैरिएंट के मामले लंदन (ब्रिटेन) में मिल चुके हैं।
कोरोना वायरस को लेकर राज्यों की सावधानी
चूंकि कोरोना महामारी का अभी तक सही इलाज नही मिल पाया है। अतः इससे बचने के सम्भावी उपायों में सर्वप्रथम है इससे बचाव। कोरोना वायरस से बचने के लिए राज्य सरकारें अपने स्तर पर कार्यवाही कर रही हैं। दिल्ली में कोरोना से जुड़े नए मामले सामने आए जिनके लिए दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि अस्पतालों में भर्ती होने की दर कम होने के कारण चिंता की आवश्यकता नहीं वहीं सरकार बराबर आंकड़ों पर नज़र रखे हुए है।
वहीं केंद्र सरकार ने केरल को प्रतिदिन के कोरोना के आंकड़े जारी करने के आदेश दिए हैं। कोरोना के पुनः बढ़ते मामलों के कारण मास्क पहनना अनिवार्य हो गया है। मास्क न होने की स्थिति में दंड के रूप में शुल्क लिया जाएगा। कुछ राज्यों ने अपने राज्य में आने के लिए नेगेटिव RT-PCR अनिवार्य कर दिया है। टीकाकरण की प्रक्रिया निश्चित रूप से तेजी पर है जिसमें 18 से कम आयु के बच्चों का टीकाकरण भी प्रारम्भ हो गया है।
क्या है कोरोनावायरस?
कोरोनावायरस, वायरस के एक ऐसे परिवार हैं जो शरीर में प्रवेश कर शरीर के इम्यूनिटी सिस्टम को कमजोर कर देता है। जिससे सर्दी, खांसी, जुकाम, तथा सांस लेने की समस्या बढ़ जाती है। शुरुआती दौर पर यह साधारण लक्षण के होते हैं परंतु कुछ समय बाद ही यह एक भयानक व गंभीर स्थिति में परिवर्तित हो जाता है। जिससे जान भी जाने का खतरा होता है।
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कोरोनावायरस चीन के वुहान शहर में दिसंबर 2019 में पाया गया था। इस वायरस की भयावहता एवं लक्षण देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन डब्ल्यूएचओ ने इसे महामारी घोषित कर दिया। यह वायरस बहुत ही सूक्ष्म तथा अत्यधिक प्रभावी है। वुहान शहर के सीफूड और पोल्ट्री बाजार में दिसंबर 2019 में पाया गया। जो दुनिया के लिए गंभीर समस्या बन गया है। कोरोनावायरस के कई प्रकार के वेरिएंट जैसे अल्फा वैरिएंट, बीटा वैरिएंट, गामा वैरिएंट, डेल्टा वैरिएंट, ओमिक्रोन वैरिएंट पाए गए जिसके बाद लगातार इन वैरिएंट्स के आपस में मिलकर नए वैरिएंट भी सामने आए।
COVID cases in India: कोविड-19 के लक्षण और इससे बचाव
कोरोना वायरस के मुख्य लक्षणों में लगातार खांसी, बुखार, गन्ध एवं स्वाद का पता न चलना है। इन लक्षणों के दिखते ही चिकित्सकीय परामर्श आवश्यक होता है। अब तक कोरोना वायरस को खत्म करने की कोई दवा नहीं बन सकी है। हालांकि इससे लड़ने की क्षमता बढ़ाने के लिए विभिन्न वैक्सीन सामने आ चुकी हैं। वर्तमान स्थिति से निपटने के लिए केवल सावधानी ही कारगर हो सकती है।
- सामाजिक दूरी का सतर्कता के साथ पालन
- भीड़-भाड़ वाली जगहों से यथासंभव बचाव
- अधिक से अधिक लोगों द्वारा वैक्सीन के डोज़ लेना
- मास्क एवं सैनिटाइजर का प्रयोग
- उचित एवं पोषक आहार
रामनाम है असरदार औषधि
वास्तव में जब विज्ञान असफल होता है तब एकमात्र सहारा परमेश्वर बचता है। आध्यात्म की शुरुआत वहीं से होती है। रामनाम वास्तव में राम राम जपना या मंदिरों मस्जिदों में भक्ति करना नहीं है। बल्कि यह तो तत्वदर्शी सन्त की शरण में जाकर नाम उपदेश लेकर फिर गीता अध्याय 17 श्लोक 23 में दिए अनुसार मन्त्र जाप करना है। गीता अध्याय 4 के श्लोक 34 में तत्वदर्शी सन्त की शरण में जाने एवं उपदेश प्राप्त करने के लिए कहा भी गया है। जब परमेश्वर का कवच साथ हो तो इस विश्व की किसी भी आपदा से डरने की आवश्यकता साधक को नहीं होती है।
वर्तमान में पूरे विश्व में एकमात्र तत्वदर्शी सन्त रामपाल जी महाराज हैं जिनकी शरण में आकर अपना मनुष्य जन्म सफल बनाया जा सकता है। इसलिए सन्त गरीबदास जी महाराज ने कहा है कि कबीर परमेश्वर की भक्ति पूर्ण सन्त से उपदेश लेकर करो नहीं तो यह अवसर फिर हाथ नहीं आएगा।
गरीब, समझा है तो सिर धर पांव, बहुर नहीं रे ऐसा दाव।।
शास्त्रानुकूल साधना बताई है सन्त रामपाल जी ने
सन्त रामपाल जी के द्वारा दी गई सद्भक्ति एवं तत्वज्ञान से समाज ने सर्व बुराइयों को छोड़कर साधारण तरीके से जीवन व्यतीत कर मोक्ष मार्ग के राह पर चलने का संकल्प लिया है। संत रामपाल जी महाराज चार वेद, छह शास्त्र, 18 पुराण व अन्य सभी धर्म ग्रंथों के आधार पर ज्ञान बताते हैं। संत रामपाल जी ने सभी धर्म गुरुओं, शंकराचार्यों मंडलेश्वरों, काजियों को ज्ञान चर्चा में आमंत्रित कर ज्ञान चर्चा में निरुत्तर कर दिया। केवल इतना ही नहीं बल्कि अनेकों प्रकार से समाज हित मे कार्य करवाये हैं जैसे देहदान, रक्तदान, दहेजमुक्त विवाह, नशामुक्ति आदि। अधिक जानकारी के लिए देखें सतलोक आश्रम यूट्यूब चैनल एवं वेदों पुराणों एवं गीता तथा अन्य धर्मों को पढ़ने व सुनने के लिए डाउनलोड करें सन्त रामपाल जी महाराज एप्प।