July 27, 2024

Corona Vaccine India: भारत में हुई 16 जनवरी, 2021 से कोविड 19 वैक्सीनेशन की शुरूआत

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Corona Vaccine India News Update: हिंदुस्तान में शुरू हुआ कोविड-19 के खिलाफ महाअभियान, तीन चरणों में पहुंचाई जा रही है वैक्सीन। पहली और दूसरी डोज के बीच, लगभग एक महीने का अंतराल भी रखा जाएगा। दूसरी डोज़ लगने के 2 हफ्ते बाद ही शरीर में कोरोना के विरुद्ध ज़रूरी शक्ति विकसित हो सकती है। राम नाम (सतनाम) है सबसे बड़ी वैक्सीन।

निम्न बिंदुओं के माध्यम से जानिए Corona Vaccine India बारे में

  • एम्स सफाई कर्मचारी को दिया गया पहला डोज़ दिल्ली के एम्स में एक सफाई कर्मचारी मनीष कुमार को दी गई कोरोना वैक्सीन, वह वैक्सीन लेने वाले देश के पहले व्यक्ति हैं।
  • दूसरे चरण में लगेगा 30 करोड़ लोगों को टीका
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा वैक्सीन के दोनों डोज लेना ज़रूरी है।
  • तेलंगाना में 139 केंद्रों पर लाभार्थियों को टीकाकरण के लिए सभी व्यवस्थाएं की गई हैं
  • मध्यप्रदेश भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के नेतृत्व में अस्पताल से टीकाकरण की शुरुआत हुई।
  • जम्मू कश्मीर में मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में वैक्सीन की शुरुआत हुई।
  • मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र में मुंबई में बांद्रा कुर्ला कांपलेक्स से टीकाकरण अभियान की शुरुआत करेंगे मुंबई में 9 केंद्रों पर टीकाकरण होगा।
  • मुंबई के कूपर अस्पताल में महाराष्ट्र के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और शिवसेना नेता दीपक सामंत और उनकी पत्नी को पहला कोरोना टीका लगाया गया है।
  • छत्तीसगढ़ के रायपुर में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर अस्पताल में वैक्सीन की शुरुआत हुई।
  • उत्तर प्रदेश में 317 केंद्र बनाए गए हैं जिनमें लखनऊ में कुल 12 केंद्र पर टीकाकरण होगा, जिनमें 8 सरकारी और चार निजी अस्पताल शामिल हैं, सबसे पहले टीके के लिए सफाई कर्मचारी संगीता वाल्मीकि को चुना गया।
  • पूरे देश में एक टीकाकरण की शुरुआत हुई जिसमें सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में कुल 3000 के आसपास टीकाकरण केंद्र बनाए गए हैं।
  • वैक्सीन लेने वाले ज्यादातर लाभार्थियों का कहना है कि वैक्सीन पूरी तरीके से सही है और हम अच्छा महसूस कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने किया वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों को धन्यवाद

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए देश में पहले चरण के टीकाकरण अभियान की शुरुआत की। बेहद कम समय में कोविड वैक्सीन बनाने के लिए भारतीय वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों का धन्यवाद अदा किया ।

प्रेस कांफ्रेंस के ज़रिए दी गई Corona Vaccine India की जानकारी

शनिवार शाम 7:00 बजे स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया कि देश भर में 3,351 सेंटरों पर कोरोना का टीका लगाया गया और दोनों ही कोवैक्सीन और कोविशील्ड दी गई और लगभग 70,000 लोगों को कोरोना का टीका लगाया गया।वैक्सीन के लिए दिल्ली में 81 सेंटर बनाए गए।

देर शाम केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के संग वर्चुअल बैठक में, चर्चा करते हुए कहा,” वैक्सीन निश्चित ही एक संजीवनी है, उन्होंने कहा कि इसके खिलाफ दुष्प्रचार से बचकर रहें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें, उन्होंने कहा चिंता की कोई बात नहीं है देश के बड़े-बडे़ डॉक्टरों ने वैक्सीन लगवाई है, साथ ही परिणाम बहुत ही अच्छे आ रहे हैं।

किन किन लोगों को दी जाएगी Corona Vaccine?

प्रथम चरण में हेल्थ केयर वर्कर्स को, दूसरे चरण में फ्रंटलाइन वर्कर्स जैसे पुलिस, डिफेंस कर्मचारी, राजस्व विभाग कर्मचारी, नगर निकाय के कर्मचारी, तीसरे चरण में 50 वर्ष की आयु से ऊपर तथा 50 वर्ष के लोगों को वैक्सीन दी जाएगी। जिन जिन को पहले कोरोना हुआ था उनको भी कोरोना वैक्सीन दी जाएगी।

Corona Vaccine India: किस किस को नहीं दी जाएगी कोरोना वैक्सीन

कोरोना वैक्सीन 18 साल से कम उम्र के लोगों को, गर्भवती महिलाओं को, स्तनपान कराने वाली महिलाओं को तथा सिर्फ केंद्र सरकार की तय गाइडलाइन के मुताबिक ही दी जाएगी।

इसके अलावा जिन लोगों को कोरोना वैक्सीन दी गई है और उन पर एलर्जी रिएक्शन हो जाता है तो इस स्थिति में उनको कोरोना की दूसरी वैक्सीन नहीं दी जाएगी, अस्पताल में भर्ती मरीजों को, वैक्सीन नहीं दी जाएगी।

कोरोना वैक्सीन लगवाने वालों के लिए महत्वपूर्ण जानकारी

  • सप्ताह में 4 दिन सोमवार, बुधवार , गुरुवार और शनिवार को ही कोरोना वैक्सीन का टीकाकरण होगा।
  • साथ ही मंगलवार और शुक्रवार को गर्भवती महिलाओं और बच्चों को नियमित टीकाकरण किया जाएगा।
  • सरकारी गाइडलाइन्स के अनुसार अपना पहचान पत्र व संबंधित दस्तावेज को लेकर ही कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण केंद्र पर पहुंचे।

कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine India) के दुष्प्रभाव

दिल्ली में कुल 4,319 कर्मचारियों को टीका लगाया गया था जिसमें सभी जिलों में 52 पर दुष्प्रभाव (side effects) के मामले सामने आए हैं जिसमें एक की हालत गंभीर है। कुछ लोगों को कोरोना वैक्सीन लेने के कुछ समय बाद से एलर्जी होने लगी थी।

कौन कौन सी सावधानियां बरतनी पड़ेंगी ?

कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण केंद्र पर स्वास्थ्य विभाग की 5 लोगों की टीम तैनात रहेगी जिसमें एक वैक्सीनेटर ऑफिसर तीन सपोर्ट स्टाफ, एक ऑब्जर्वेशन अधिकारी होगा, इसके साथ ही सुरक्षा और अन्य इंतजाम के लिए अन्य स्टाफ की टीम की तैनाती होगी।

  • कोरोना वैक्सीन के रजिस्ट्रेशन के लिए आपका ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन अनिवार्य होगा, साथ ही टीकाकरण के समय आपको फोटो युक्त पहचान पत्र, या वोटर आईडी , आधारकार्ड , ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड आदि होना आवश्यक है।
  • वैक्सीन के दोनों टीके लगने के बाद आपके मोबाइल नंबर पर क्यूआर कोड वाला प्रमाण पत्र भी भेजा जाएगा।
  • कोरोना वैक्सीन लगने के तुरंत बाद आपको लगभग आधे घंटे तक वैक्सीन ऑब्जर्वेशन अधिकारी की निगरानी में रहना होगा जिसके लिए टीकाकरण केंद्र पर अलग तरीके की व्यवस्था की गई है। इस दौरान कोई अन्य परेशानी होने पर ज़रूरी उपचार उपलब्ध कराया जाएगा।

वैक्सीनेशन के बाद बरती जाने वाली सावधानियां

  • जिन्हें टीका लगा है वो लोग कम से कम दो महीने तक शराब का सेवन न करें। क्योंकि शराब पीने की आदत वैक्सीन को बेअसर कर सकती है।
  • यात्रा करने से बचें। क्योंकि विशेषज्ञों का कहना है कि कोई भी कोरोना वैक्सीन शत-प्रतिशत असरदार नहीं है। कोविड प्रोटोकॉल तोड़ने से बचें ।
  • वैक्सीनेशन के बाद भी जन संपर्क में आने से पहले मास्क लगाना और दो गज़ दूरी बनाए रखना ज़रूरी है।

Corona Vaccine India पर विशेषज्ञों की राय

राजीव गांधी अस्पताल के नोडल अधिकारी डॉ अजीत जैन ने बताया कि वैक्सीन का दुष्प्रभाव कई प्रकार का होता है जिसमें घबराहट, बुखार आना, एलर्जी, टीका लगने की जगह पर दर्द इत्यादि शामिल हैं। गंभीर समस्या की स्थिति में वालंटियर को बड़े अस्पताल में रेफर किए जाने की सुविधा है।

राम नाम है सबसे बड़ी वैक्सीन

यह सारी समस्या तो सिर्फ राम नाम की वैक्सीन से ही खत्म हो सकती है जो संत रामपाल जी महाराज जी द्वारा निशुल्क दी जा रही है। राम नाम की जड़ी को पाने के लिए श्री गुरु नानक जी पंजाब से पैदल काशी पहुंचे। जिस राम नाम को पाने के लिए मीराबाई ने संत रविदास जी (कबीर साहेब जी के कहने पर) को अपना गुरु बनाया। मलूक दास, नामदेव, धन्ना जाट, रविदास, धर्मदास जी जैसे महापुरुषों ने सतनाम से अपने जन्म मृत्यु तक का रोग कटवा लिया ।

रामायण में श्री तुलसीदास जी ने कहा है कि:

पूर्ण ब्रह्म परमेश्वर कबीर साहिब जी ने सत्यनाम को ही संत भाषा में राम नाम कहा है, अगर नियम और मर्यादा में रहकर, उसका जाप किया जाए, तो बड़े से बड़ा रोग खत्म हो जाता है।

साथ ही “कबीर परमेश्वर” जी ने कहा है:

जब ही सत्यनाम ह्रदय धरो, भयो पाप को नाश।
जैसे चिंगारी अग्नि की पड़ी पुरानी घास ।।

“कबीर परमेश्वर” जी कहते हैं, जैसे ही आप पूर्ण संत अर्थात तत्वदर्शी संत से नाम दीक्षा लेकर (वर्तमान में तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी द्वारा निशुल्क प्रदान की जा रही है ) उनके द्वारा दिए हुए सत्य नाम/सतनाम का जाप करते हैं तो आपका बड़े से बड़ा रोग कट जाता है। पूर्ण परमेश्वर (कबीर साहेब) के विषय में वेदों में यह भी लिखा है कि वह पूर्ण परमात्मा (कबीर देव) मृतक व्यक्ति को जीवित करके 100 वर्ष की आयु प्रदान कर सकता है इसलिए जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी से नाम दीक्षा लेकर सतभक्ति करें और आजीवन निरोगी रहें तथा पूर्ण मोक्ष प्राप्त करें।

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