Chhath Pooja Video | भारत में अनेकों पर्व मनाये जाते हैं, उन्हीं में से एक है छठ पूजा। लोक मान्यताओं के अनुसार, इसे सूर्योपासना और छठ मैया की पूजा का पर्व माना जाता है। जिसे खासकर उत्तर भारत के बिहार, झारखण्ड, पूर्वी उत्तरप्रदेश में मनाया जाता है। यह लोकपर्व कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की षष्ठी को मनाया जाने वाला एक त्योहार है जिसे चार दिनों तक मनाया जाता है। इस दौरान महिलाएं व्रत रखती हैं, लोग सूर्य को अर्घ्य देते हैं और छठ मैया की पूजा करते हैं और लोग इन सभी को करने से अपने परिवार में सुख समृद्धि चाहते हैं तथा लोक मान्यताओं के अनुसार इन सभी क्रियाओं को करने लोग अपनी संतान की लंबी उम्र की कामना करते हैं।
जबकि पवित्र श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय 6 श्लोक 16 में व्रत, उपवास करने के लिए गीता ज्ञानदाता ने मना किया है तथा शास्त्र विरुद्ध मनमानी क्रियाओं को करने के लिए भी पवित्र गीता जी मना करती है। जिसके विषय में गीता अध्याय 16 श्लोक 23 में कहा गया है कि मनमानी साधनाओं से साधक को कोई लाभ नहीं होता। फिर सोचने वाली बात यह भी है कि छठ पर्व मनाने, सूर्य उपासना करने तथा छठ मैया की पूजा करने का जिक्र किसी भी प्रमाणित धर्म ग्रंथ श्रीमद्भगवद्गीता, वेद आदि में नहीं दिया गया। जिससे स्पष्ट है कि यह एक शास्त्रविरुद्ध मनमानी साधना है। तो क्या छठ पूजा करने या छठ व्रत रखने से मानव को सुख समृद्धि की प्राप्ति हो सकती है? क्या इस पर्व को मनाने से संतान की आयु वृद्धि हो सकती है? वह परमात्मा कौन जिसकी भक्ति करने से आयु वृद्धि होती है? तथा वह परमात्मा कौन है जिसकी भक्ति करने से मानव को परम शांति, सनातन परम धाम और परम सुख की प्राप्ति होती है? जानने के लिए देखिये पूरा वीडियो…..