December 26, 2025

BREAKING NEWS Gandhinagar Gujarat

Published on

spot_img

बिना दहेज की हुई एक जोड़ें की शादी, 17 मिनट में एक दूजे के!

आजकल इस फैशन के दौर में कौन अपनी बिटिया की शादी सादगी से कर सकता है लेकिन यही हुआ गुजरात की राजधानी गांधीनगर में #संतरामपालजी महाराज के सत्संग कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें दूर दराज के लोग एकत्रित हुए तथा सत्संग प्रवचन का लाभ उठाया। सत्संग प्रवचन के बाद एक जोड़े का दहेज रहित विवाह संत रामपाल जी महाराज जी के बताई विधि अनुसार हुआ जो कि गांधीनगर शहर में सुर्खियां बटोर रहा है। लोगों ने ऐसा विवाह कहीं नहीं देखा जिसमें न बैंड बाजा, न कोई रस्म और न ही कोई फिजूलखर्ची हुई। विवाह मात्र 17 मिनट में सादगीपूर्ण सम्पन्न हुआ।।

#दहेज मुक्त भारत का सपना साकार होता हुआ।
#संतरामपालजी का उद्देश्य था कि अपना #भारत देश एक दहेज मुक्त राष्ट्र बने जिससे बहु बेटियों को हीन भावना से ना देखा जा सके, कन्या भ्रूण हत्या ना हो, लोग बेटियों को जन्म देने से ना डरे, संत जी का ये सपना उनके अनुयायी पूरी निष्ठा के साथ पूरा कर रहें है।।

संत रामपाल जी का उद्देश्य।
संत रामपाल जी का उद्देश्य है कि पूरे विश्व से बुराइयां जड़ से समाप्त हो और सभी तरफ अध्यात्म का मार्ग हो समाज मे फैली चोरी ,रिश्वतखोरी, दहेज,नशाखोरी आदि सभी बुराइयों को खत्म करके एक सभ्य समाज की स्थापना करना संत रामपाल जी का उद्देश्य है।।

Latest articles

संत रामपाल जी महाराज ने भैणी चंद्रपाल के किसानों को दिया जीवनदान: गांव के बाढ़ पीड़ितों के लिए भेजी पाइपलाइन और मोटरें

हरियाणा के रोहतक जिले की महम तहसील के अंतर्गत आने वाले गांव भैणी चंद्रपाल...

क्यों माना बाढ़ प्रभावित सिंहपुरा खुर्द ने संत रामपाल जी महाराज को भगवान!

जब प्रकृति अपना रौद्र रूप दिखाती है, तो उसका सबसे पहला और गहरा प्रहार...

गुमी में ज्योति याराजी का स्वर्ण रक्षा अभियान, 12.96 सेकंड का ऐतिहासिक रिकॉर्ड

दक्षिण कोरिया के गुमी में 29 मई को आयोजित एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में...
spot_img

More like this

संत रामपाल जी महाराज ने भैणी चंद्रपाल के किसानों को दिया जीवनदान: गांव के बाढ़ पीड़ितों के लिए भेजी पाइपलाइन और मोटरें

हरियाणा के रोहतक जिले की महम तहसील के अंतर्गत आने वाले गांव भैणी चंद्रपाल...

क्यों माना बाढ़ प्रभावित सिंहपुरा खुर्द ने संत रामपाल जी महाराज को भगवान!

जब प्रकृति अपना रौद्र रूप दिखाती है, तो उसका सबसे पहला और गहरा प्रहार...