Arvind Kejriwal Latest News Hindi: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल में दिखे कोरोना के लक्षण आज हुआ टेस्ट अब रिपोर्ट का इंतजार. कोरोना वायरस के तेज़ी से बढ़ते संक्रमण के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तबियत खराब हो गई । मुख्यमंत्री को हल्का बुखार और खांसी होने लगी। कोरोना के लक्षण मानते हुए मुख्यमंत्री ने खुद को अपने आवास पर आइसोलेट किया। आज मंगलवार को उनकी कोरोना जांच हुई जिसकी रिपोर्ट आने तक वह खुद को सभी बैठकों से दूर रखेंगे। उधर, तबियत खराब होने की खबर बाहर आते ही सोशल मीडिया पर उनकी सेहत को लेकर लोगों ने चिंता जताई।
■ कोरोनावायरस लाइव अपडेट: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की Covid19 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव आने से सभी मंत्रियों , परिवार, वैलविशरस ने ली राहत की सांस।
- दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिया सैंपल, कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट का इंतजार
- संडे को कैबिनेट मीटिंग के बाद से नासाज़ है केजरीवाल की तबीयत, सारे कार्यक्रम रद्द
- गले में खराश, खांसी के साथ-साथ हल्का बुखार भी, कोरोना के मिले लक्षण
- शुगर के मरीज़ हैं केजरीवाल, फिलहाल होम क्वारंटीन से देख रहे हैं पूरा कामकाज
- रिपोर्ट आने के बाद तक खुद को सभी बैठकों से दूर रखेंगे केजरीवाल, आज होगी कोरोना जांच
लक्षण उभरते ही किया खुद को सेल्फ क्वारंटीन
अधिकारियों का कहना है कि रविवार से ही उनकी तबियत खराब है। हल्का बुखार व खांसी होने पर उन्होंने खुद को आइसोलेट कर लिया है। इस बीच उन्होंने अपनी सभी बैठकें रद्द कर दी हैं। मंगलवार को सुबह उनकी जांच हुई। रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही वह आइसोलेशन से बाहर आएंगे।
वीडियो कांफ्रेंसिंग से कर रहे हैं बैठकें
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को कोविड-19 टेस्ट के लिए अपना सैंपल दिया। उन्हें रविवार से खांसी, गले में खराश और बुखार की शिकायत हो रही थी। कोविड-19 के संभावित लक्षण देखते हुए केजरीवाल ने खुद को होम क्वारंटीन किया हुआ है। 51 साल के केजरीवाल को डायबिटीज की भी बीमारी है। रविवार दोपहर को दिल्ली कैबिनेट की बैठक के बाद केजरीवाल की तबीयत खराब हुई थी। इसके बाद उनके सारे आधिकारिक कार्यक्रमों को रद्द कर दिया। वह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए घर से सारी बैठकें निपटा रहे हैं।
रिपोर्ट पॉज़िटिव आने पर पूरी कैबिनेट की होगी जांच
सूत्रों का कहना है कि अगर मुख्यमंत्री की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉज़िटिव आती है, तो पूरी कैबिनेट और उनके साथ काम करने वाली टीम की जांच होगी। सभी को आइसोलेशन में जाना पड़ेगा। इसकी वजह यह है कि रविवार को कैबिनेट की बैठक हुई थी। इसमें केजरीवाल के कैबिनेट सहयोगी मौजूद थे। इस दौरान केजरीवाल की टीम भी उनके आवास पर थी।
कैबिनेट मीटिंग के बाद बिगड़ी तबीयत
Arvind Kejriwal Latest News Hindi: अधिकारियों ने बताया कि रविवार सुबह मुख्यमंत्री ने अपने आधिकारिक आवास पर एक कैबिनेट बैठक रखी थी जिसमें सिसोदिया, पर्यावरण मंत्री गोपाल राय, स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन सहित कई मंत्रियों ने हिस्सा लिया था। बैठक में मुख्य सचिव विजय देव भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि कैबिनेट बैठक के बाद केजरीवाल ने अपने सभी आधिकारिक कार्यक्रम रद्द कर दिये।
एलजी ऑफिस से आ चुके हैं 13 मामले
मुख्यमंत्री पिछले दो महीने से अपनी अधिकतर बैठकें अपने घर से ही वीडियो कांफ्रेंस के जरिए कर रहे हैं। कुछ महत्वपूर्ण बैठकों के लिए दिल्ली के उपराज्यपाल कार्यालय जाते रहे हैं। दो जून को केजरीवाल और सिसोदिया उपराज्यपाल कार्यालय में एक बैठक में शामिल हुए थे जहां अभी तक कोविड-19 के 13 मामले सामने आ चुके हैं।
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने दी थी जानकारी
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सोमवार को एक ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘चूंकि मुख्यमंत्री अस्वस्थ हैं, उन्होंने खुद को पृथक कर लिया है। उन्हें खांसी है और गले में खराश है। वह खुद की मंगलवार को कोविड-19 की जांच कराएंगे।’’ इससे पहले अधिकारियों ने बताया था कि केजरीवाल को हल्का बुखार भी हो गया ।
केंद्र और दिल्ली सरकार में कम्युनिटी ट्रांसमिशन को लेकर है मतभेद
दिल्ली में हुई कोविद -19 के सामुदायिक प्रसारण और स्वास्थ्य देखभाल रणनीतियों पर राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक में अरविंद केजरीवाल ( कोरोना लक्षण के कारण) शामिल नहीं हो पाए। उनकी ओर से डिप्टी चीफ मिनिस्टर मनीष सिसोदिया ने बैठक में हिस्सा लिया।
यह भी पढें: Current Hindi News Headlines Today-SA News
दिल्ली सरकार के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, एलजी अनिल बैजल और केंद्र सरकार के अफसरों के बीच दिल्ली में कोरोना के हालात को लेकर बैठक हुई। सिसोदिया ने बताया, ‘दिल्ली में 31 जुलाई तक साढ़े पांच लाख केस हो सकते हैं। जहां एक तरफ केंद्र सरकार का मानना है दिल्ली में कम्युनिटी ट्रांसमिशन नहीं हो रहा है वहीं दिल्ली सरकार को लगता है कि ऐसा शुरू हो चुका है। राजधानी को जुलाई के आखिर तक 80 हजार बेड की जरूरत होगी।’ कम्युनिटी ट्रांसमिशन तब होता है जब संक्रमण के सोर्स का पता नहीं चले।
सोशल मीडिया पर ट्रेंड हुआ टेक केयर एके
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तबियत खराब होने की सूचना आने के बाद उनके स्वस्थ होने वाले संदेशों से सोशल मीडिया भर गया। थोड़ी देर में ही ‘टेक केयर एके’ ट्रेंड करने लगा। पार्टी के कई नेताओं, विधायकों समेत समर्थकों ने उनके जल्द ठीक होने की प्रार्थना की। आप विधायक, आतिशी ने लिखा कि “मुख्यमंत्री जल्द ही ठीक होंगे। जब करोड़ों लोगों की दुआएं साथ हों, तो फिर चिंता करने की कोई बात नहीं।”
कोरोनावायरस से प्रभावित अब तक कुल संक्रमितों की संख्या
Arvind Kejriwal Latest News Hindi: राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस के करीब 29 हजार मामले हैं जो कि महाराष्ट्र (85,975), और तमिलनाडु (30,152) के बाद तीसरे सबसे अधिक हैं।दिल्ली में ऐसे मरीजों की संख्या 17,125 है जिनका अभी इलाज चल रहा है जबकि अभी तक 10,999 लोग ठीक हो चुके हैं। देश में अभी तक कुल कोरोनावायरस के 2 लाख 66 हजार 598 केस हो गए हैं। इनमें 1 लाख 29 हजार 917 एक्टिव केस हैं और 1 लाख 29 हजार 215 लोगों की अस्पताल से छुट्टी हो गई है। अब तक देश में 7466 मौतें हो चुकी हैं।
दिल्ली के अस्पतालों में सिर्फ दिल्लीवालों का इलाज
अरविंद केजरीवाल ने अपने पहले आदेश में कहा था दिल्ली वालों का ही होगा दिल्ली के अस्पतालों में इलाज।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को डिजिटल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि दिल्ली के सरकारी और निजी अस्पतालों में फिलहाल केवल दिल्ली के ही मरीजों का इलाज होगा। इसके बाद शाम में दिल्ली सरकार ने उन दस्तावेजों की सूची जारी की जिनके आधार पर मरीज़ को अस्पतालों में भर्ती किया जाएगा।
दिल्ली सरकार द्वारा जारी आदेश के अनुसार मतदाता पहचान पत्र, बैंक या पोस्ट ऑफिस पासबुक, राशन कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस या इनकम टैक्स रिटर्न को आधार मानकर मरीजों को अस्पतालों में भर्ती किया जा सकता है। इनके अलावा मरीज या उनके निकट परिजन, जैसे- माता-पिता या पति/पत्नी के नाम के पानी, टेलीफोन या बिजली के बिल को भी एड्रेस प्रूफ मानकर अस्पताल मरीज को भर्ती कर सकते हैं।
एलजी ने पलटा अरविंद केजरीवाल का आदेश
अरविंद केजरीवाल ने ट्वीटर कर एलजी के आदेश को महत्व देते हुए लिखा है, LG साहिब के आदेश ने दिल्ली के लोगों के लिए बहुत बड़ी समस्या और चुनौती पैदा कर दी है। देशभर से आने वाले लोगों के लिए करोना महामारी के दौरान इलाज का इंतज़ाम करना बड़ी चुनौती है। शायद भगवान की मर्ज़ी है कि हम पूरे देश के लोगों की सेवा करें। हम सबके इलाज का इंतज़ाम करने की कोशिश करेंगे। फिलहाल अरविंद केजरीवाल की आने वाली Covid19 की रिपोर्ट तय करेगी उनके मंत्रिमंडल की भावी सेहत।