Al Qaeda Chief Killed In US Drone Attack: अमेरिका में 2001 में हुऐ 9/11 हमले के आरोपी अलकायदा (Al-Qaeda) सरगना अल-जवाहिरी (Ayman Al Zawahiri) को अमेरिका की केंद्रीय खुफिया एजेंसी CIA ने आतंकवाद विरोधी अभियान (Anti Terrorist Mission) के तहत ड्रोन मिसाइल हमले में मार गिराया है। इस बात की घोषणा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रात 7 बजे व्हाइट हाउस से की। अल जवाहिरी ने ही वर्ल्ड ट्रेड सेंटर और पेंटागन पर हुए हमले 4 विमानों को हाईजैक करने में मदद की थी।
Al Qaeda Chief AL-JAWAHIRI Killed In US Drone Attack : मुख्य बिंदु
- अलकायदा सरगना अयमान अल-जवाहिरी को अमेरिका ने ड्रोन मिसाइल से हमला कर काबुल में मार गिराया
- अमेरिका 2001 में 9/11 हमले में था आरोपी
- ओसामा बिन लादेन के मरने के बाद बना था अलकायदा का सरगना
- पृथ्वीलोक को कब्रिस्तान बनाने की जगह यहां अमन-चैन से रहकर पूर्ण मोक्ष की चाह में ही है वास्तविक लाभ
कौन था मोस्ट वांटेड आतंकी अल-जवाहिरी?
अल-जवाहिरी का जन्म 1951 में मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ था। मुस्लिम ब्रदरहुड से 14 साल की आयु में जुड़ा और जुड़ने के 1 साल बाद जेल गया। वह पढ़ाई में काफ़ी तेज़ था। उसने MBBS की डिग्री 1974 में हासिल की। और काहिरा यूनिवर्सिटी की छात्रा अजा नोवारी से (शादी) निकाह किया।
मेडिकल की पढ़ाई की, और साथ-साथ कट्टरपंथी भी रहा
अल जवाहिरी कट्टरपंथी विचारधारा से जुड़ा रहा। उसने इजिप्टियन इस्लामिक जिहाद यानी EIJ का गठन किया। EIJ ने 1970 के दशक में मिस्र में सेक्युलर शासन का विरोध भी लगातार किया। वह 1981 में मिस्र के तत्कालीन राष्ट्रपति अनवर सादात की हत्या में शामिल रहा। अनवर सादात की हत्या के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। मिस्र में करीब तीन साल जेल में रहने के बाद वह सऊदी अरब से भाग गया और फिर वह मेडिसिन विभाग में प्रैक्टिस करने लग गया।
Al Zawahiri Killed: 1984 में ओसामा बिन लादेन से पहली बार मुलाकात
अल जवाहिरी की 1984 में सऊदी अरब में ओसामा बिन लादेन से पहली बार मुलाकात हुई। वह लादेन के साथ पाकिस्तान के पेशावर शहर में 1985 में रहा। दोनों साथ मिलकर आतंकवादी घटनाओं को अंजाम देते रहे। दोनों के बीच मुलाकात के करीब पंद्रह साल बाद 1998, 1999 में EIJ संगठन का अलकायदा में विलय कर दिया गया। अल जवाहिरी ने ओसामा बिन लादेन के साथ मिलकर कई आतंकी साजिशें रचीं। अल-जवाहरी पर कई देशों में आतंकी हमले करने का आरोप था।
71 साल के अल जवाहिरी को लेकर दुनियाभर में हमेशा रहस्य बना हुआ था
साल 2020 के अंत से ऐसी अफवाहें फैलीं थी कि अल-जवाहिरी की बीमारी की वजह से मौत हो गई है। लेकिन यूएन एनालिटिकल सपोर्ट एंड सेंक्शन मॉनिटरिंग टीम की पिछले दिनों आई रिपोर्ट ने इस बात की जानकारी दी कि अलकायदा प्रमुख अल-जवाहिरी अफगानिस्तान में छुपा है और लोगों से संवाद भी कर रहा है। अमेरिका में 2001 में हुए 9/11 हमले के आतंकी ओसामा बिन लादेन के मारे जाने के बाद अल जवाहिरी ही अल-कायदा का प्रमुख बना। लादेन 2011 में मारा गया। अमेरिका ने अल जवाहिरी को पकड़ने के लिए 2.5 करोड़ डॉलर का इनाम रखा था। अमेरिका ने करीब 11 साल बाद जवाहिरी को काबुल में मार गिराया।
Al Zawahiri Killed: अल जवाहिरी की मौत के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ने ट्वीट कर कहा “न्याय हो गया”
अलकायदा सरगना अल-जवाहिरी के मरने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (joe biden) ने ट्वीट कर कहा, शनिवार को मेरे निर्देश पर अमेरिका ने अफगानिस्तान, काबुल में कामयाब हवाई हमला किया, जिसमें अल कायदा का अमीर अल जवाहिरी मारा गया। इंसाफ हो गया।
Al Zawahiri Killed: R9X Hellfire Missile बनी अल-जवाहिरी का काल
इस मिसाइल का निर्माण अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के कार्यकाल में हुआ था। पहली बार 2017 में हेलफायर मिसाइल दुनिया के सामने आई थी। तब अमेरिका ने अल-कायदा के वरिष्ठ नेता अबू अल-खैर अल-मसरी को इस मिसाइल से मार गिराया था। इसे R9X Hellfire missile नाम से भी जाना जाता है। इस मिसाइल को निंजा बॉम्ब भी कहते हैं।
तालिबान ने की इन अमेरिकी हमलों की निंदा
तालिबान के प्रवक्ता जबीहउल्लाह मुजाहिद ने इन हमलों की पुष्टि करते हुए इनकी कड़ी निंदा की तथा साथ ही उन्होंने इसे अंतरराष्ट्रीय सिद्धांतों का उल्लंघन भी बताया।
संत रामपाल जी महाराज का उद्देश्य है, कि पूरी दुनिया में अमन-चैन कायम हो
धरती को स्वर्ग जैसा बनाने के लिए संत रामपाल जी महाराज जी दिन-रात प्रयत्नशील हैं। आज पूरी दुनिया आतंकवाद, कट्टरवाद, नक्सलवाद से प्रभावित है। आज के समय ज्यादातर लड़ाई झगड़े जाति धर्म के ऊपर होते हैं। संत रामपाल जी महाराज का उद्देश्य है समाज से इस भेदभाव की खाई को मिटाकर सबको एक करना। संत रामपाल जी महाराज जी बताते हैं:
जीव हमारी जाति है, मानव धर्म हमारा।
हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई, धर्म नहीं कोई न्यारा।।
संत रामपाल जी महाराज जी चाहते हैं कि सभी मुनष्य मिलकर रहें, किसी की आत्मा को दुःखी न करें और ना एक दूसरे को सताएं, न लड़ाई झगड़े करें और भगवान से डरें।
संत रामपाल जी महाराज का उद्देश्य आध्यात्मिक मार्ग पर फैले पाखंडवाद को समाप्त करना, सभी प्रमाणित धर्म ग्रंथों की तुलनात्मक समीक्षा करके शास्त्र अनुकूल भक्ति जनसाधारण तक पहुंचाना, समाज में व्याप्त कुरीतियों का समूल नाश करना, मृत्यु भोज, भ्रूण हत्या, छुआछूत, रिश्वतखोरी भ्रष्टाचार आदि से मुक्त समाज का निर्माण करना है। आज लोग भक्ति करते हुए भी दुःखी हैं। कोई बीमारी के कारण दुःखी है, तो कोई अन्य कारण से दुःखी है।
संत रामपाल जी महाराज जी चाहते हैं पूरा विश्व शास्त्रों के अनुसार परमेश्वर कबीर साहेब की सतभक्ति करके सभी प्रकार के दुःखों से छुटकारा पाकर मोक्ष प्राप्त करे। आज के समय के माता पिता अपने बच्चों को मीराबाई, ध्रुव, प्रहलाद, नानक देव जी जैसा बनने की कोई सलाह नहीं देते हैं, अपितु उन्हें माया की दौड़ के लिए प्रेरित करते हैं। संत रामपाल जी महाराज जी का कहना हैं कि बच्चों से लेकर बूढ़े तक सभी परमात्मा की भक्ति करें तो भारतवर्ष फिर से विश्वगुरु और सोने की चिड़िया बन जाएगा और पुनः सतयुग जैसा माहौल होगा।
परमेश्वर कबीर साहिब की वाणी है-
कलयुग मध्य सतयुग लाऊं |
ताते सत्य कबीर कहाऊं ||
वर्तमान समय में परमेश्वर कबीर साहिब जी के अवतार संत रामपाल जी महाराज जी पूरे विश्व को आतंकवाद, कट्टरवाद, नक्सलवाद ,भ्रष्टाचार व बुराईयों से मुक्त करके धरती को स्वर्ग बनाने के लिए दिन-रात प्रयत्न कर रहे हैं और उनका यह प्रयत्न सफल भी हो रहा है।
अल जवाहिरी के बारे में योग्य प्रश्नोत्तरी (FAQ about AL-JAWAHIRI)
Ans. अल-जवाहिरी आतंकवादी संगठन अलकायदा का प्रमुख तथा अमेरिका में 2001 में हुए 9/11 के हमलों में शामिल एक मोस्ट वांटेड आतंकवादी था।
Ans. मोस्ट वांटेड आतंकी अल-जवाहिरी को अमेरिका की केंद्रीय खुफिया एजेंसी CIA ने ड्रोन से मिसाइल अटैक में मार गिराया।
And. अलकायदा के सरगना अयमान अल-जवाहिरी को R9X Hellfire missile नाम की मिसाइल से मारा गया।
Ans. आतंकवादी ताकतों से निपटने के लिए अमेरिका ने आतंकवाद विरोधी अभियान (Anti Terrorist Mission) चलाया है।
Ans. अल-जवाहिरी की मौत की पुष्टि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रात 7 बजे व्हाइट हाऊस से सम्बोधित करके की।