November 5, 2025

विश्व रक्तदाता दिवस 2025: सतलोक आश्रम खमाणों को मिला विशेष सम्मान, 2700 यूनिट रक्तदान कर रचा कीर्तिमान

Published on

spot_img

चंडीगढ़, 14 जून 2025 – विश्व रक्तदाता दिवस 2025 के अवसर पर सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल सेक्टर 32, चंडीगढ़ द्वारा आयोजित कार्यक्रम में सतलोक आश्रम, खमाणों को मानवीय सेवा में उत्कृष्ट योगदान के लिए “एवार्ड ऑफ ऑनर” और “प्रशंसा पत्र” देकर सम्मानित किया गया। यह सम्मान संत रामपाल जी महाराज के मार्गदर्शन में किए जा रहे सामाजिक कार्यों की पुष्टि है, जिन्होंने मानवता के कल्याण के लिए एक मजबूत नींव रखी है।

विश्व रक्तदाता दिवस 2025: फतेहगढ़ साहिब जिले के खमाणों स्थित सतलोक आश्रम ने पिछले वर्ष में 2700 यूनिट से अधिक रक्तदान करके हजारों अनमोल जीवन बचाने में सहयोग दिया है। यह कार्य मुनिन्द्र धर्मरथ ट्रस्ट के माध्यम से विभिन्न शिविरों के आयोजन द्वारा संभव हुआ। पीजीआई चंडीगढ़, सेक्टर 32 एवं सेक्टर 16 के सरकारी अस्पताल, राजिंदरा अस्पताल पटियाला, डीएमसी लुधियाना जैसे बड़े संस्थानों को रक्त की उपलब्धता सुनिश्चित कर सतलोक आश्रम ने चिकित्सा सेवाओं में सराहनीय योगदान दिया है।

चंडीगढ़ स्थित सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, सेक्टर 32 के ई ब्लॉक ऑडिटोरियम में एक गरिमापूर्ण समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर, सतलोक आश्रम खमाणों के सेवादारों ने निदेशक प्रिंसिपल डॉ. अशोक के. अत्री और ब्लड बैंक टीम की प्रमुख प्रोफेसर डॉ. रवनीत कौर बेदी से यह प्रतिष्ठित सम्मान ग्रहण किया।

डॉ. अत्री और डॉ. बेदी ने अपने संबोधन में सतलोक आश्रम की सराहना करते हुए स्पष्ट किया कि उनके योगदान से हजारों अनमोल जीवन बचाने में प्रत्यक्ष रूप से मदद मिली है। उन्होंने विशेष रूप से यह उल्लेख किया कि ऐसे संस्थान समाज के लिए एक प्रेरणा स्रोत हैं, जो निस्वार्थ सेवा के माध्यम से सकारात्मक बदलाव लाते हैं।

पिछले एक वर्ष के दौरान, मुनिन्द्र धर्मरथ ट्रस्ट द्वारा सतलोक आश्रम खमाणों में बड़े पैमाने पर रक्तदान शिविरों का आयोजन किया गया है। इन शिविरों के माध्यम से 2700 यूनिट से अधिक रक्त एकत्र किया गया, जिसने अनगिनत जरूरतमंद मरीजों को नया जीवन प्रदान किया है। यह आंकड़ा अपने आप में आश्रम के अथक प्रयासों और समाज के प्रति उनकी गहरी निष्ठा को स्पष्ट रूप से दर्शाता है।

उल्लेखनीय है कि रक्त की एक यूनिट कई जिंदगियां बचा सकती है, और इस विशाल मात्रा में रक्त का संग्रह वास्तव में एक जीवनदान का महाअभियान है। यह पहल उन सभी व्यक्तियों के लिए एक उदाहरण प्रस्तुत करती है, जो स्वेच्छा से रक्तदान कर दूसरों की सहायता करना चाहते हैं।

विश्व रक्तदाता दिवस 2025: सतलोक आश्रम खमाणों द्वारा विगत कई वर्षों से लगातार रक्तदान का पुनीत कार्य किया जा रहा है। उन्होंने चंडीगढ़ के पीजीआई (स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान), सरकारी अस्पताल सेक्टर 32, सरकारी अस्पताल सेक्टर 16, पटियाला के राजिंदरा अस्पताल, लुधियाना के डीएमसी (दयानंद मेडिकल कॉलेज) और पंजाब के विभिन्न जिलों के सरकारी अस्पतालों में हजारों यूनिट रक्तदान किया है।

यह निरंतरता और व्यापकता उनके समाज सेवा के प्रति अटूट समर्पण को स्पष्ट रूप से दर्शाती है। इन प्रयासों ने न केवल रक्त बैंकों में रक्त की कमी को पूरा किया है, बल्कि आपातकालीन स्थितियों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिससे कई लोगों की जान बचाई जा सकी है।

सम्मान समारोह के दौरान, डॉ. अत्री और डॉ. बेदी ने केवल रक्तदान ही नहीं, बल्कि सतलोक आश्रम द्वारा चलाए जा रहे अन्य समाज कल्याण के कार्यों की भी सराहना की। आश्रम महिलाओं को समाज में समान दर्जा दिलाने, नशे के खिलाफ जागरूकता पैदा करने और विभिन्न सामाजिक बुराइयों के उन्मूलन के लिए सक्रिय रूप से कार्यरत है। उनके प्रयासों में भ्रूण हत्या, दहेज जैसी कुरीतियों और समाज में फैले पाखंड के खिलाफ लगातार आवाज उठाना शामिल है। 

Also Read: World Blood Donor Day: Offer Your Priceless Help Through Blood Donation

आश्रम इन सामाजिक बुराइयों को जड़ से खत्म करने के लिए विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम और अभियान चलाता रहता है, जिससे समाज में सकारात्मक बदलाव आ रहा है। यह दर्शाता है कि आश्रम केवल एक आयाम में ही नहीं, बल्कि सामाजिक सुधार के कई मोर्चों पर सक्रिय है।

आश्रम के सेवादारों ने बताया कि यह सभी कार्य संत रामपाल जी महाराज के मार्गदर्शन में मानवता के कल्याण के लिए दिन-रात किए जा रहे हैं। संत रामपाल जी महाराज की प्रेरणा से ही ‘अन्नपूर्णा अभियान‘ की शुरुआत की गई है। इस अभियान के तहत असहाय और जरूरतमंद परिवारों को राशन और भोजन, बेघरों को मकान, जरूरतमंद बच्चों को शिक्षा सुविधाएं और असहाय तथा बीमार लोगों को इलाज मुहैया कराया जा रहा है।

यह अभियान समाज के सबसे वंचित वर्ग को सहायता प्रदान कर रहा है, जिससे उन्हें सम्मानजनक जीवन जीने का अवसर मिल रहा है। ‘अन्नपूर्णा अभियान’ एक व्यापक पहल है जो गरीबी और अभाव से जूझ रहे लोगों को मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति में सहायता करती है, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें।

संत रामपाल जी महाराज की प्रेरणा से ही हर आयोजन में हजारों लोग रक्तदान करते हैं। इसके अलावा, आश्रम के सेवादार समय-समय पर विभिन्न अस्पतालों में जाकर जरूरतमंद लोगों की सहायता करते हैं और रक्तदान के माध्यम से अनमोल जीवन बचाने का परोपकारी कार्य भी करते रहते हैं। यह सक्रिय सहभागिता और जागरूकता अभियान समाज में सकारात्मक बदलाव ला रहे हैं। आश्रम की यह भावना कि ‘हर जीवन महत्वपूर्ण है’ उनके कार्यों में स्पष्ट रूप से परिलक्षित होती है, जहाँ वे व्यक्तिगत रूप से लोगों की मदद करने के लिए आगे आते हैं।

आश्रम के सेवादारों ने जानकारी दी कि इस बार भी 9 और 11 जून को पूर्ण ब्रह्म कबीर साहिब जी के प्रकट दिवस के उपलक्ष्य में सतलोक आश्रम खमाणों में विशाल रक्तदान, नेत्रदान और देहदान शिविर का आयोजन किया गया। यह विशेष आयोजन परोपकारी कार्यों को और गति प्रदान करेगा और जरूरतमंदों की सेवा के प्रति आश्रम की प्रतिबद्धता को मजबूत करेगा।

इस प्रकार के शिविर न केवल जीवन बचाते हैं, बल्कि अंगदान के महत्व के बारे में जागरूकता भी बढ़ाते हैं, जो कई रोगियों के लिए एक अंतिम आशा हो सकती है। यह आयोजन एक बड़े समुदाय को एक साथ लाता है, जो निस्वार्थ भाव से समाज की सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

सतलोक आश्रम खमाणों का यह सम्मान न केवल उनकी उल्लेखनीय उपलब्धियों का प्रतीक है, बल्कि यह दूसरों को भी समाज सेवा और मानवता के कल्याण के लिए प्रेरित करेगा। यह घटना समाज के प्रति सामूहिक जिम्मेदारी और मानवीय मूल्यों को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो दूसरों को भी इसी मार्ग पर चलने के लिए प्रोत्साहित करता है।

Q1. विश्व रक्तदाता दिवस 2025 कब मनाया गया और इसका उद्देश्य क्या है?

विश्व रक्तदाता दिवस 2025 हर वर्ष की तरह 14 जून को मनाया गया, इसका उद्देश्य निस्वार्थ रक्तदाताओं को सम्मानित करना और लोगों को स्वेच्छा से रक्तदान के लिए प्रेरित करना है।

Q2. सतलोक आश्रम खमाणों को रक्तदान के लिए कौन-सा सम्मान मिला है?

सतलोक आश्रम खमाणों को Government Medical College & Hospital, Chandigarh द्वारा “Award of Honour” और “Certificate of Appreciation” प्रदान किया गया, 2700+ यूनिट रक्तदान के लिए।

Q3. सतलोक आश्रम द्वारा किए गए रक्तदान का लाभ किन अस्पतालों को मिला?

सतलोक आश्रम के रक्तदान शिविरों से PGI चंडीगढ़, GMCH सेक्टर 32, राजिंदरा अस्पताल पटियाला, DMC लुधियाना जैसे प्रमुख अस्पतालों को रक्त की आपूर्ति मिली।

Q4. क्या सतलोक आश्रम केवल रक्तदान तक सीमित है?

नहीं, आश्रम अन्नपूर्णा अभियान, समाज सुधार, शिक्षा, स्वास्थ्य, भ्रूण हत्या और नशाखोरी जैसी बुराइयों के खिलाफ भी कार्य कर रहा है, संत रामपाल जी महाराज के मार्गदर्शन में।

Q5. क्या आम लोग भी सतलोक आश्रम के रक्तदान अभियान में भाग ले सकते हैं?

हां, सतलोक आश्रम द्वारा समय-समय पर आयोजित शिविरों में कोई भी स्वस्थ व्यक्ति भाग लेकर रक्तदान कर सकता है और मानवता की सेवा कर सकता है।

WhatsApp ChannelFollow
Telegram Follow
YoutubeSubscribe
Google NewsFollow

Latest articles

Kartik Purnima 2025: कार्तिक पूर्णिमा पर कैसे पाएँ सद्भक्ति और सुख समृद्धि

Kartik Purnima 2025: कार्तिक मास (Kartik Month) की शुक्ल पक्ष पूर्णिमा को कार्तिक पूर्णिमा...

Guru Nanak Jayanti 2025: Who was the Guru of Guru Nanak Sahib? See Proof in Guru Granth Sahib

Last Updated on 5 November 2025 IST | Guru Nanak Sahib is known as...

जब उम्मीदें बाढ़ के पानी में डूब गई, तब सतगुरु रामपाल जी महाराज बने भिवानी के चोरटापुर गांव के लिए जीवनदाता

हरियाणा के भिवानी जिले का चोरटापुर गांव (भिवानी, हरियाणा) हाल ही में बाढ़ से...

प्रेमनगर भिवानी, हरियाणा में बाढ़ से तबाही के बाद संत रामपाल जी महाराज की अन्नपूर्णा मुहिम से मिली राहत

हरियाणा के भिवानी जिले के प्रेमनगर गांव में इस वर्ष बाढ़ ने भारी तबाही...
spot_img

More like this

Kartik Purnima 2025: कार्तिक पूर्णिमा पर कैसे पाएँ सद्भक्ति और सुख समृद्धि

Kartik Purnima 2025: कार्तिक मास (Kartik Month) की शुक्ल पक्ष पूर्णिमा को कार्तिक पूर्णिमा...

Guru Nanak Jayanti 2025: Who was the Guru of Guru Nanak Sahib? See Proof in Guru Granth Sahib

Last Updated on 5 November 2025 IST | Guru Nanak Sahib is known as...

जब उम्मीदें बाढ़ के पानी में डूब गई, तब सतगुरु रामपाल जी महाराज बने भिवानी के चोरटापुर गांव के लिए जीवनदाता

हरियाणा के भिवानी जिले का चोरटापुर गांव (भिवानी, हरियाणा) हाल ही में बाढ़ से...