UPTET Paper Leak: उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा 2021 का प्रश्नपत्र हुआ परीक्षा से पहले वायरल। प्रश्नपत्र वायरल होने के कारण परीक्षा स्थगित कर दी गई। राज्य शिक्षामंत्री द्वारा एक महीने के भीतर परीक्षा दोबारा आयोजित करवाने का आश्वासन दिया गया है।
UPTET Paper Leak: मुख्य बिंदु
- UPTET का प्रश्नपत्र परीक्षा से पहले हुआ वायरल
- राज्य शिक्षामंत्री द्वारा एक महीने के भीतर पेपर पुनः आयोजित करवाने का आश्वासन
- मामले में कई लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है
- चरित्र निर्धारण के लिए बाल्यावस्था से करें प्रयास
UPTET Paper Leak: परीक्षा से ठीक पहले प्रश्नपत्र वायरल
उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा का प्रश्नपत्र परीक्षा से ठीक पहले वायरल (UPTET Paper Leak) होने के कारण परीक्षा निरस्त कर दी गई। करीब 13 लाख उम्मीदवार निराश हुए। परीक्षा आरम्भ होने के पहले ही मथुरा, गाज़ियाबाद, बुलंद शहर के कई व्हाट्सअप ग्रुपों में पेपर वायरल हो गया। इस मामले के चलते न केवल पेपर स्थगित किया गया बल्कि कुछ लोगों की गिरफ्तारी भी हो गई। परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने की आशंका में परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने दोनों पारियों की परीक्षा निरस्त कर दीं।
वहीं राज्य शिक्षामंत्री ने एक महीने के भीतर परीक्षा दोबारा आयोजित करवाने का आश्वासन दिया है। प्रशांत कुमार (एडीजी, लॉ एंड आर्डर) के अनुसार एक महीने के भीतर ही सरकार परीक्षा पुनः आयोजित करवाएगी। इसके लिए उम्मीदवारों को कोई फीस नहीं देनी होगी।
दो पारियों में आयोजित थी परीक्षा
UPTET Paper Leak: Uptet की परीक्षा दो पारियों में आयोजित की गई थी। प्रदेश भर में विभिन्न केंद्रों पर परीक्षा का आयोजन किया गया था। सुबह 10 बजे से 12:30 बजे तक प्रथम पारी का आयोजन था। वहीं द्वितीय पारी 2:30 से पांच बजे तक आयोजित की जानी थी। UPTET की प्राथमिक स्तर की परीक्षा में 13.52 लाख एवं UPTET उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा में 8.93 लाख अभ्यर्थियों ने पंजीकरण करवाया था। परीक्षा में बड़ी संख्या में अभ्यर्थी सम्मिलित होने जा रहे थे जिसे स्थगित कर दिया गया है।
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UPTET Paper Leak में कई आरोपी हुए गिरफ्तार
UPTET परीक्षा में लीक हुए प्रश्नपत्र के चलते तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आगे भी कार्यवाही जारी है। जानकारी के मुताबिक प्रश्नपत्र रात को ही वायरल हुआ था तथा व्हाट्सएप ग्रुपों के माध्यम से तैयारी करवाई जा रही थी। बुलंदशहर, गाज़ियाबाद, मेरठ समेत उत्तरप्रदेश के कई जिलों में पेपर वायरल हो चुका था। प्रश्नपत्र के वायरल होने की जानकारी लगते ही तुरन्त परीक्षा स्थगित करवाई गई।
चोरी करना ईश्वर के संविधान के विरुद्ध
चोरी केवल सामान चुराना नहीं होता। कर्त्तव्यों से मुंह मोड़ना, असत्य भाषण, नाजायज़ काम करना भी चोरी है। किसी विद्वान ने कहा है कि दिन के उजाले में न करो ऐसा कोई काम कि नींद न आये तुम्हें रात के अंधेरे में और रात के अंधेरे में न करो ऐसा कोई काम कि मुँह छिपाना पड़े तुम्हें दिन के उजाले में। व्यक्ति के जीवन मे सफलता असफलता का निर्धारण उसके कर्मों से होता है। कर्म करते समय यह ध्यान रहे कि हम किस दिशा में कार्य कर रहे हैं। बेईमानी, चोरी, ठगी, रिश्वतखोरी न केवल व्यक्ति का चरित्र कमज़ोर करती है बल्कि राष्ट्र की उन्नति में भी बाधक होती है। बेईमानी से जीवन में आगे बढ़ा ही नहीं जा सकता। लोगों के साथ किया गया छल बर्बादी के सभी रास्ते खोल देता है। साथ ही यह परमेश्वर कबीर साहेब के संविधान और देश के संविधान के विरुद्ध भी है।
गर्त में जा रही है पीढ़ी
आज का युवावर्ग वाकई गर्त में जा रहा है क्योंकि उसे सत्य से कोई सरोकार नहीं। आपराधिक वेब सीरीज, बेरोजगारी के चलते बढ़ता दबाव, नशा अब उन्हें आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने की ओर धकेल रहा है। अभी इस समय यदि भावी पीढ़ी को नहीं सम्भाला गया तो वे स्वयं तो गर्त में जाएंगे ही अपितु समाज को, आने वाली कई पीढ़ियों को, भविष्य को भी ले डूबेंगे।
सन्त रामपाल जी महाराज के सत्संग न केवल युवाओं को गर्त में जाने से बचा रहे हैं बल्कि उनके सत्संग तो देशभर की विभिन्न जेलों में भी चलाये जाते हैं जिनसे लोगों को एक रास्ता देख पाने में सहायता मिली है। बाल्यावस्था से ही ये संस्कार भीतर डाल दिए जाने चाहिए जिससे कि किसी भी स्थिति में बेईमानी, चोरी या ठगी का रास्ता नहीं अपनाना पड़े। चरित्र निर्धारण में निश्चित ही सन्त रामपाल जी महाराज के सत्संग अहम भूमिका निभाते हैं। अधिक जानकारी के लिए देखें सतलोक आश्रम यूट्यूब चैनल या अपनी भाषा में निशुल्क ऑर्डर करें पुस्तक जीने की राह।