UPI Payment Charges: नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने UPI (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) पेमेंट से संबंधित नई आदेश जारी किए हैं। NPCI सर्कुलर के आदेशों के मुताबिक 2,000 रुपए से अधिक के सभी UPI लेन देन, जो वॉलेट अथवा पीपीआई के द्वारा होंगे, उनपर 1.1% का इंटरचेंज शुल्क मर्चेंट को चुकाना होगा। यह आदेश 1 अप्रैल 2023 से सम्पूर्ण भारतवर्ष में लागू किया जाएगा। NPCI के आदेश पर मीडिया में बहुत सी ग़लत बातें आ रही हैं, विस्तार से वास्तविकता जानने के लिए पढ़े हमारी पूरी खबर।
UPI Payment Charges: क्या है NPCI?
UPI Payment Charges: NPCI यानी भारतीय राष्ट्रीय भुगतान नियम, पेमेंट और सेटलमेंट सिस्टम अधिनियम, 2007 के प्रावधान के तहत रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया और इंडियन बैंक्स एसोसिएशन की एक पहल है। इसे कंपनी अधिनियम 2013 की धारा-8 के तहत “एक गैर लाभकारी कंपनी” के रूप में निगमित किया गया है। यह रिटेल पेमेंट्स एवं सेटलमेंट सिस्टम को संचालित करने वाला एक अंबरेला आर्गेनाईजेशन है।
UPI Payment Charges: देश में एक मजबूत पेमेंट एवं सेटलमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर को निर्मित करना, तकनीक के प्रयोग के जरिये रिटेल पेमेंट सिस्टम मे नवाचार लाकर पेमेंट सिस्टम के संचालन मे दक्षता हासिल करना, पेमेंट सिस्टम को ज्यादा लोगों तक पहुचाकर भारत को कैशलेस सोसाइटी में तब्दील करना इस ऑर्गेनाइजेशन का मुख्य उद्देश्य है। इसके अंतर्गत विभिन्न उत्पाद RuPay, UPI, BHIM, AEPS, IMPS, NACH, NFS, Bharat billpay आते हैं।
UPI Payment Charges: क्या है UPI ?
UPI Payment Charges: UPI (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) की मदद से तुरन्त आसानी से एक बैंक खाते से दूसरे में पैसे भेजे जा सकते है। वो भी बिना खाता नंबर और आई एफ इस सी कोड डाले, मोबाइल की मदद से। यह 24×7 काम करने वाली तकनीक है। इसके लिए आपको फोन में गूगल पे, फोन पे, भारत पे जैसे किसी भी एक एप्लीकेशन को डाउनलोड करना होगा। उसके बाद उसे अपने बैंक अकाउंट से लिंक करके आप इसका उपयोग कर सकते है।
UPI Payment Charges: क्या हैं एनपीसीआई के नए आदेश ?
UPI Payment Charges: एनपीसीआई के नए आदेश के मुताबिक UPI वॉलेट, गिफ्ट कार्ड, प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट्स (पीपीआई) से 2000 से अधिक के UPI ट्रांजेक्शन पर 1.1% शुल्क मर्चेंट पर लगेगा। यह इंटरचेंज शुल्क सिर्फ पीपीआई ट्रांजेक्शन पर मर्चेंट को लगेगा, न की ग्राहक पर।
UPI ट्रांजेक्शन चार्ज में किसी भी प्रकार का बदलाव नहीं: NPCI का स्पष्टीकरण
UPI Payment Charges: एनपीसीआई ने स्पष्टीकरण जारी किया है कि यूपीआई ट्रांजेक्शन चार्ज में किसी भी प्रकार का कोई भी बदलाव नहीं किया गया है। जो भी बदलाव किया गया है, वह सिर्फ प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट्स (पीपीआई) ट्रांजेक्शन शुल्क में किया गया है, जो मर्चेंट के लिए है। ग्राहकों के लेन देन, बैंक टू बैंक ट्रांसफर (सामान्य UPI ट्रांजेक्शन) में, किसी भी प्रकार का कोई भी बदलाव नहीं किया गया है। NPCI ने इस बात की पुष्टि की है कि ग्राहक द्वारा किए गए UPI संबंधी लेन देन पर इसका कोई भी प्रभाव नहीं पड़ेगा।
UPI Payment Charges: दरअसल मीडिया के एक हिस्से से कुछ खबरें ऐसी भी सामने आ रही थीं, जिनके मुताबिक ग्राहक को 1 अप्रैल से यूपीआई के जरिए पेमेंट करने पर 1.1 फीसदी फीस देनी होगी। एनपीसीआई ने इस प्रकार की सभी खबरों को खारिज किया है। यूपीआई यूजर्स को 1.1 फीसदी फीस वाली तमाम खबरों से परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है। इसी विषय में पुष्टि करते हुए एनपीसीआई ने ग्राहकों कहा है- “यूपीआई ट्रांजेक्शन फीस में ग्राहकों के लिए कोई बदलाव नहीं।”
UPI Payment Charges: किस मर्चेंट को कितना देना होगा इंटरचेंज शुल्क ?
एनपीसीआई के आदेश के मुताबिक PPI (प्रीपेन पेमेंट इंटरफेस) के अंतर्गत मर्चेंट टू मर्चेंट ट्रांजेक्शन पर 0.5% से लेकर 1.1% तक के शुल्क का भुगतान करना होगा। भिन्न भिन्न ट्रांजेक्शन के लिए अलग अलग इंटरचेंज शुल्क का भुगतान करना होगा। निम्न कुछ ट्रांजेक्शन और इनपर इंटरचेंज शुल्क है:
- ईंधन – 0.5%
- दूरसंचार / कृषि / शिक्षा / डाकघर/ उपयोगी ट्रांजेक्शन – 0.7%
- सुपरमार्केट – 0.9%
- सरकारी / रेलवे / बीमा / म्यूचुअल फंड्स – 1%
- खाद्य / स्पेशल रीटेल आउटलेट -1.1%
UPI Payment Charges: आम जनता पर इसका क्या असर होगा ?
आम जनता पर NPCI के इस आदेश का ज्यादा असर नहीं होगा। यह इंटरचेंज शुल्क सिर्फ और सिर्फ मर्चेंट (दुकानदार) पर लगने वाला शुल्क है। एनपीसीआई के सर्कुलर से स्पष्ट है इसका ग्राहक से कोई लेना देना नहीं हैं।
■ Also Read: BharOS: भारतीय स्वदेशी ऑपरेटिंग सिस्टम की टेस्टिंग हुई सफल, Google के Android तथा Apple के iOS को देगा कड़ी टक्कर
वह कौन सा स्थान है, जहां सभी को सर्वसुविधाएं निःशुल्क प्राप्त है?
सतलोक वह स्थान है जहां प्रत्येक मनुष्य को सभी सुख सुविधाएं निःशुल्क प्राप्त है। सतलोक में दूधों की नदियां बहती हैं। वहां पर हीरे, मोती, स्वर्ण (सोने) से बने पहाड़ हैं। सतलोक में सभी के बड़े बड़े महल हैं। प्रत्येक के महल के आगे सुंदर बाग- बगीचे, फव्वारे हैं। सतलोक में सर्व वस्तु विद्यमान है। वहां किसी भी वस्तु की कमी नहीं है। सतलोक में जन्म- मृत्यु चक्र नहीं है। सतलोक में सभी की निरोगी काया है। सतलोक में सभी के भंडार भरे रहते हैं। सतलोक में सर्व सुख व्याप्त है।
कौन है सतलोक का मालिक?
परमपिता परमात्मा कबीर साहेब जी सतलोक के मालिक है। उन्हीं की कृपा से सतलोक में सर्व भंडार भरे हैं। कबीर जी ही पूर्ण परमात्मा है। कबीर साहेब जी की सतभक्ति करने से साधक सतलोक को सहज ही प्राप्त कर सकता है।
कबीर परमात्मा जी के वर्तमान अवतार संत रामपाल जी महाराज हैं। संत रामपाल जी महाराज जी महाराज सभी को शास्त्र सम्मत सतभक्ति प्रदान कर रहे हैं। संत रामपाल जी महाराज जी द्वारा प्रदत्त सतभक्ति से व्यक्ति इस जीवन में सुख तथा मरणोपरांत सतलोक की प्राप्ति कर सकता है।
कैसे करे सतलोक प्राप्ति ?
संत रामपाल जी महाराज जी द्वारा दी गई साधना से सतलोक की प्राप्ति सहज में की जा सकती है। संत रामपाल जी महाराज जी से नाम दीक्षा प्राप्त करके सतभक्ति प्रारंभ करें। संत रामपाल जी महाराज जी से निःशुल्क नाम दीक्षा प्राप्त करने के लिए डाउनलोड करें ऑफिशियल ऐप “Sant Rampal Ji Maharaj।” अधिक जानकारी के लिए यूट्यूब पर विजिट करें “Sant Rampal Ji Maharaj YouTube Channel।” संत रामपाल जी महाराज जी द्वारा दिए गए तत्वज्ञान को जानने के लिए पढ़ें पवित्र पुस्तक “ज्ञान गंगा” और “जीने की राह।”
FAQs On UPI Charges (Hindi)
उत्तर: UPI से संबंधित सभी भुगतानों के विषय में नए आदेश NPCI (नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया) के द्वारा पारित किए जाते है।
उत्तर: 2000 रुपए से अधिक राशि के सभी पी पी आई या वॉलेट से किए गए ट्रांजेक्शन पर मर्चेंट को इंटरचेंज चार्ज देना होगा।
उत्तर: नहीं, आम जनता को किसी भी शुल्क का भुगतान नहीं करना होगा। 2000 से अधिक, वॉलेट या PPI (प्रीपेड इंस्ट्रूमेंट) द्वारा किए गए ट्रांजेक्शन पर 1.1% इंटरचेंज शुल्क का भुगतान मर्चेंट को करना होगा, ग्राहक को नहीं।
उत्तर: सतलोक वह लोक हैं, जहां सारी सुविधाएं मनुष्य को निःशुल्क प्राप्त होती है।