Ramaini News (Churu, Rajasthan): रविवार को राजथान के चुरू में संत रामपाल जी के सानिध्य में सामाजिक दूरी का पालन करते हुए मात्र 17 मिनट में बिना दहेज़ के सम्पन्न हुआ विवाह (रमैनी)।
राजस्थान के गाँव में हुई अनोखी शादी
रविवार को ग्राम पंचायत मगरासर, तहसील सुजानगढ़, जिला चुरू, राजस्थान में मात्र सत्रह मिनट में सम्पन्न हुई शादी आसपास के इलाके में चर्चा का विषय बनी रही। अब तक लोगों ने जो शादियां देखी थी उनमें डीजे, बारात, भात, गाने बजाने जैसी प्रथाएं होती थीं। ठीक इसके विपरीत सम्पन्न हुई इस शादी में ना तो गाना बजाना हुआ, ना ही कोई दहेज जैसी फिजूल खर्ची।
Ramaini News: शादी में बुलाए गए गिने चुने लोग
वधू पक्ष ने कोविड-19 महामारी के चलते नाम मात्र के लिए केवल गिने चुने सगे संबंधियों को शादी में बुलाया। वहीं वर पक्ष की ओर से मात्र पंद्रह लोग बारात में आए। रविवार को हेमलता पुत्री रामदेव भाटी (अध्यापक) निवासी मगरासर की शादी राकेश मेघवाल पुत्र भँवरलाल मेघवाल निवासी बामणा (डेगावा) के साथ हुई।
सामाजिक दूरी (सोशल डिस्टेंसिंग) के नियम का किया अक्षरतः पालन
सामाजिक दूरी (सोशल डिस्टेंसिंग) का पालन करते हुए वर – वधू ने अपने गुरु महाराज संत रामपाल जी की तस्वीर के सामने बैठकर मात्र 17 मिनट में शादी (रमैनी) की। इस दौरान किसी प्रकार का कोई दहेज नहीं दिया गया। वधू हेमलता और वर राकेश ने बताया कि उन्होंने यह दहेज रहित शादी अपने गुरुदेव संत रामपाल जी महाराज की प्रेरणा से की है ।
Ramaini News: दुल्हन और दूल्हे ने कायम की अनोखी मिसाल
दुल्हन हेमलता ने बताया कि वर्तमान में शादियों में महीनों पूर्व तैयारी किये जाने से समय और पैसों की होने वाली बर्बादी को बचाकर साथ में दहेज जैसी सामाजिक कुप्रथा को समाप्त कर साधारण तरीके से शादी कर समाज को संदेश दिया है। वहीं दूल्हे राकेश ने बताया कि वर्तमान की चकाचौंध, डीजे, भारी भरकम बारात एवं दिखावे को खत्म करके युवा भी समाज में बहुमूल्य उदाहरण पेश कर सकते हैं।
गाँव की सरपंच ने प्रकट किया समाज की ओर से खुशी और आभार
श्रीमती संतोष मेघवाल, सरपंच, गाँव पंचायत मगरासर, तहसील सुजानगढ़, जिला चुरू, राजस्थान ने बताया कि कोविड-19 महामारी के चलते सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए हेमलता राकेश ने दहेज रहित एवं आडंबर रहित शादी की है जो आसपास के क्षेत्रों में बहुचर्चित हुई है। निश्चित रूप से यह शादी समाज के अन्य युवाओं के लिए प्रेरणादायी बनेगी। लोगों ने बड़े आदर के साथ तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज को अपने शिष्यों में इतने सुंदर संस्कार डालने के लिए हृदय से धन्यवाद और प्रणाम किया।
जिन्होंने इस शादी के बारे में सुना उनमें से कई लोग यह भी जानकारी लेते पाए गए कि ऐसे अद्भुत संत से मंत्र नाम दीक्षा कैसे ली जाए जिन्होंने समाज में फैली नशावृत्ति, मांसाहार, भ्रष्टाचार, दहेज जैसी कुप्रथाओं को खत्म किया और सादगीपूर्ण जीवन जीने सहित बाल्यकाल से भक्ति करने की प्रवृत्ति पैदा की हो।