President Election Result 2022 | एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को भारी अंतर से हराकर जीत हासिल की। देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर पहुंचने वाली द्रौपदी मुर्मू होंगी देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति और आदिवासी समाज से आने वाली पहली महिला महामहिम। भाजपा और उसके सहयोगी दल द्रौपदी मुर्मू की विशाल जीत के जश्न में डूब गए हैं।
President Election Result 2022: मुख्य बिंदु
- द्रौपदी मुर्मू ने अपने प्रतिद्वंदी यशवंत सिन्हा को बड़े अंतर से हराया
- सांसदों के 540 वोट मुर्मू और 208 वोट सिन्हा को मिले
- सांसदों के कुल मत मूल्य का मुर्मू को मिला 72.19 प्रतिशत और यशवंत सिन्हा को 27.81 प्रतिशत
- ओडिशा प्रांत की आदिवासी मूल की हैं महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू
- पीएम मोदी और जेपी नड्डा भी घर पर पहुंचे बधाई देने
- मुर्मू के पैतृक गांव में लोगों में बधाईयां बांटी जा रही है
- तत्वज्ञान से प्राप्त हो सकता है सनातन परमधाम
द्रौपदी मुर्मू तीसरे राउंड में ही जीत गई राष्ट्रपति चुनाव!
द्रौपदी मुर्मू देश की प्रथम महिला आदिवासी राष्ट्रपति होंगी। तीसरे राउंड के वोटों की गिनती में ही द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति चुनाव जीत लिया था। फिर चौथे और आखिरी राउंड की गिनती के बाद जीत का अंतर और बढ़ गया। राष्ट्रपति चुनाव के वोटों की गिनती कुल चार राउंड में हुई। चुनाव में कुल 4754 वोट पड़े थे। गिनती के वक्त 4701 वोट वैध और 53 वोट अमान्य पाये गए। कुल वोटों की वैल्यू 528491 थी। इसमें से द्रौपदी मुर्मू को कुल 2824 वोट मिले, जिनकी वैल्यू 676803 थी। वहीं यशवंत सिन्हा को 1877 वोट मिले जिनकी वैल्यू 380177 थी।
President Election Result 2022: 18 जुलाई को हुए थे राष्ट्रपति चुनाव
President Election Result 2022: राष्ट्रपति चुनाव में निर्वाचित सांसदों और विधायकों ने मतदान किया था। इस बार चुनाव में कुल 4,807 मतदाता थे। 776 सांसदों और 4,033 विधायकों ने वोट डाला था। द्रौपदी मुर्मू को सत्ताधारी एनडीए के अलावा बीजेडी, वाईएसआरसीपी, बसपा, एआईएडीएमके, टीडीपी, जनता दल (एस), शिरोमणि अकाली दल, शिवसेना के दोनों गुट और जेएमएम का समर्थन मिला है। वहीं, विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को कांग्रेस, टीएमसी, द्रमुक, एनसीपी, सपा और राजद के अलावा कई अन्य दलों ने अपना समर्थन दिया है।
संसद में हुई 99.18 प्रतिशत वोटिंग
राष्ट्रपति चुनाव के लिए संसद में कुल मतदान 99.18 प्रतिशत वोटिंग हुआ। मुख्य निर्वाचन अधिकारी पीसी मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में मतदान करने के लिए चुनाव आयोग द्वारा अनुमति दिए गए 736 मतदाताओं (727 सांसदों, 9 विधायकों) में से 730 (721 सांसद, 9 विधायकों) ने मतदान किया।
President Election Result 2022: 12 राज्यों में 100 फीसदी मतदान
राष्ट्रपति चुनाव में 18 जुलाई को संसद में 98.91% वोटिंग हुई थी। चुनाव आयोग ने बताया कि 12 राज्यों में 100 फीसदी मतदान हुआ। इन राज्यों में गोवा, गुजरात, केरल, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, एमपी, छत्तीसगढ़, मणिपुर, सिक्किम, तमिलनाडु और पुडुचेरी शामिल हैं।
जीत के लिए कितने मत की जरूरत थी?
राज्यसभा के महासचिव के अनुसार राष्ट्रपति चुनाव में 4754 मत पड़े, जिसमें से 4701 वैध और 53 अमान्य घोषित हुए। राष्ट्रपति चुने जाने वाले उम्मीदवार के लिए 5,28,491 वैल्यू चाहिये और द्रौपदी मुर्मू ने 2824 प्रथम वरीयता वोट हासिल किए जिनकी वैल्यू 6,76,803 है।
द्रौपदी मुर्मू का जन्म और कर्म स्थान है ओडिशा
द्रौपदी मुर्मू का जन्म 1958 में ओडिशा के मयूरभंज में हुआ था। 1979 में उन्होंने भुवनेश्वर के रमादेवी कॉलेज से बीए की पढ़ाई की। फिर 1997 में वह राजनीति में उतरीं और बीजेपी में शामिल हो गईं। इसी वर्ष वह पार्षद बनीं। तत्पश्चात 2000 में वह रायरंगपुर से विधायक चुनी गईं। उन्हें उसी वर्ष ओडिशा की राज्य सरकार में मंत्री बनाया गया। विधायक के तौर पर उन्होंने अच्छा काम किया था, इसलिए 2009 में वह दोबारा विधायक चुनी गईं। 2015-2021 तक वह पूरे समय झारखंड की राज्यपाल रहीं।
President Election Result 2022: ढोल-नगाड़ों बजाकर जश्न मना रहे लोग
ओडिशा में स्थित रायरंगपुर में जश्न मनाया जा रहा है यहाँ वे पहले विधायक रह चुकी हैं और उनका कार्यकाल काफी सराहनीय और अच्छा था। आज यहाँ लोग ढोल-नगाड़े बजाकर जश्न मना रहे हैं।
उनके गृह जिले मयूर भंज ओडिशा के लोगों में ख़ुशी और उत्साह का माहौल है। द्रौपदी मुर्मू के गांव में लोगों में खुशी देखने को मिल रही है। पूरा गांव जीत के एलान से पहले ही जश्न मनाने में जुटा है। युवतियां, स्कूली छात्राएं नाच-गाने के साथ जश्न मना रही हैं। उनके गांव में 20 हजार लड्डू बनाए गए हैं।
President Election Result 2022: यशवंत सिन्हा ने दी द्रौपदी मुर्मू को बधाई
विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने चुनाव में द्रौपदी मुर्मू को जीत की बधाई देते हुए कहा कि उम्मीद करता हूँ कि भारत गणतंत्र के 15 वें राष्ट्रपति के रूप में द्रौपदी मुर्मू बिना किसी भय या पक्षपात के संविधान के संरक्षक के रूप में काम करेंगी। साथ ही उन्होंने कहा कि श्रीमदभगवतगीता के कर्म योग दर्शन को मानते हुए फल के उम्मीद के बिना कर्म करो। मैंने देश के प्रति अपने प्रेम के कारण अपने कर्तव्य को निभाया ।
मनुष्य जन्म का सबसे बड़ा कर्तव्य है सतभक्ति द्वारा पूर्ण मोक्ष प्राप्त करना
सर्व धर्म ग्रंथो से प्रमाणित तत्वज्ञान के आधार पर संत रामपाल जी महाराज ने बताया है कि यह लोक काल के प्रभाव में है। जबकि सतलोक हमारा सनातन धाम है जहाँ जन्म मरण का रोग नहीं है। काल का यह लोक अस्थायी है, यहाँ सब नाशवान और क्षण भंगुर है। यहाँ बड़े से बड़े पदों पर बैठ कर जाने वाले यदि सतभक्ति करके साधना नहीं करते तो वे चौरासी लाख योनियों के चक्र में फंसे रहते हैं।
पृथ्वी पति चकवे गए, जिनके चक्र चलंत,
रावण सरीखे कौन गिने ऐसे गए अनंत।
मानव शरीर धारी प्राणी अगर सत्भक्ति नहीं करता है तो उसका जीवन व्यर्थ है –
मानुष जनम पायकर जो नहीं रटे हरिनाम,
जैसे कुआं जल बिना बनवाया क्या काम।
अपने अनमोल जीवन को सत् भक्ति मार्ग में लगाकर जीवन को सफल बनाने के लिए संत रामपाल जी महाराज से नामदीक्षा लेकर अपना मनुष्य जीवन सिद्ध करें। जगतगुरु सबके तारणहार हैं, उनके बताये तत्वज्ञान को जानने हेतु देखें साधना टीवी प्रतिदिन सायं 7.30 – 8.30।