January 3, 2025

Nuh Mewat Riot News [Hindi] | नूंह में भड़की सांप्रदायिक हिंसा, 6 लोगों की मौत, तत्वज्ञान से समाज में होगी शांति

Published on

spot_img

Nuh Mewat Riot News [Hindi] : हरियाणा के नूह मेवात में धार्मिक यात्रा के दौरान हुई हिंसा में अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है और कई लोग घायल हुए हैं। जिसके बाद पलवल और गुरुग्राम में भी हिंसा देखने को मिली। वहीं हिंसा को देखते हुए नूह समेत 9 जिलों में कर्फ्यू, चार जिलों में इंटरनेट सेवाएँ बंद कर दी गईं हैं तो हरियाणा के पड़ोसी राज्य राजस्थान और यूपी के कई इलाकों में भी इसका असर देखा गया। वहीं हिंसा का समाधान शांति होती है और समाज में शांति तत्वज्ञान से ही संभव है।

Nuh Mewat Riot News [Hindi]: मुख्यबिन्दु

  • नूंह में सोमवार को विश्व हिंदू परिषद द्वारा निकाली गई ब्रज मंडल यात्रा के दौरान हुए पथराव से भड़की हिंसा।
  • हिंसा में अब तक 6 लोगों की मौत, कई लोग घायल।
  • स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए राज्य के 9 जिलों में लगाया गया कर्फ्यू
  • तनाव को देखते हुए नूंह (Nuh Violence) समेत चार जिलों में इंटरनेट सेवाएं 5 अगस्त तक के लिए निलंबित की गईं
  • मुख्यमंत्री ने लोगों से की शांति की अपील
  • नूंह (Nuh Mewat Riot) में 41 एफआईआर दर्ज, 116 लोग किये गए गिरफ्तार
  • तत्वज्ञान से रुकेगी हिंसा, तब बनेगा धरती ऊपर स्वर्ग
  • संत रामपाल जी महाराज के तत्वज्ञान से समाज में आएगी शांति

नूह में कब और कैसे भड़की हिंसा?

हरियाणा के नूह मेवात क्षेत्र में 31 जुलाई को बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद (VHP) की ओर से ‘बृज मंडल जलाभिषेक यात्रा’ निकाली गई थी। यह यात्रा दोपहर करीब एक बजे फिरोजपुर झिरका के लिए रवाना हुई। लेकिन करीब 5 किलोमीटर दूर कुछ लोगों ने यात्रा पर पथराव शुरू कर दिया। पथराव में कई लोग घायल हो गए। पथराव के बाद दोनों पक्षों के बीच झड़प शुरू हो गई। देखते ही देखते हिंसा भड़क गई। उपद्रवियों ने आगजनी भी की। कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। हिंसा की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित करने के प्रयास शुरू किए। 

■ यह भए पढ़ें: कबीर साहेब के हिन्दू मुस्लिम को चेताने और नारी सम्मान के प्रसिद्ध दोहे अर्थ सहित (Kabir Saheb Ke Dohe in Hindi)

पुलिस ने हवाई फायरिंग भी की। लेकिन उपद्रवी नहीं माने और पथराव और आगजनी करते रहे। जिसमें अब तक 2 पुलिसकर्मियों समेत 6 लोगों की मौत हो गई है और 50 से अधिक पुलिस कर्मी और अन्य लोग घायल हो गए। जिसके बाद स्थिति को देखते हुए प्रशासन द्वारा नूंह (Nuh Mewat Riot) में कर्फ्यू लगा दिया गया। साथ ही, इलाके में पैरामिलिट्री की 14 कंपनियां भी तैनात की गई हैं।

Nuh Mewat Riot News [Hindi]: पलवल और गुरुग्राम में भी हिंसा

नूंह जिले में बीते सोमवार को एक धार्मिक जुलूस के दौरान उपजे विवाद के बाद भड़की हिंसा की आग हरियाणा के पलवल और गुरुग्राम जिले तक पहुंच गई। उपद्रवियों ने जहाँ पलवल के होडल, परशुराम कॉलोनी इलाके में तोड़फोड़, आगजनी, लूटपाट की, तो इधर गुरुग्राम के सेक्टर-57 में सोमवार-मंगलवार की रात को ही उपद्रवियों ने मस्जिद में आग लगा दी और मस्जिद के इमाम मोहम्मद साद की भी हत्या कर दी। जबकि एक अन्य व्यक्ति गंभीर रूप से घायल बताया जा रहा है, जो फिलहाल आईसीयू में भर्ती है। साथ ही, गुरुग्राम के सोहना से भी आगजनी, पथराव की घटनाएं सामने आई। 

तनाव के चलते 4 जिलों में इंटरनेट सेवाएँ बंद

नूंह (Nuh Mewat Riot News) से भड़की साम्प्रदायिक हिंसा राज्य के अन्य जिलों तक पहुंच गई। इसी तनाव पूर्ण हालात को देखते हुए नूंह, पलवल, फरीदाबाद समेत गुरुग्राम के सोहना, पटोदी और मानेसर में 5 अगस्त तक के लिए इंटरनेट सेवाएँ बंद कर दी गईं हैं।

हिंसा को देखते हुए राज्य के 9 जिलों में लगाया गया कर्फ्यू

हरियाणा के नूंह (Nuh Violence) में हुई हिंसा पलवल, गुरुग्राम तक फैल गई है। जिसे देखते हुए नूंह, पलवल, गुरुग्राम के साथ ही रेवाड़ी, फरीदाबाद, सोनीपत, पानीपत और महेंद्रगढ़ समेत 9 जिलों में कर्फ्यू (धारा 144) लगा दिया गया है। वहीं हिंसा को देखते हुए जिला प्रशासन के आदेशानुसार नूंह, फरीदाबाद, गुरुग्राम और पलवल में बीते बुधवार भी सभी स्कूल, कॉलेज और कोचिंग सेंटर बंद रहे, तो वहीं हरियाणा बोर्ड ने 1 व 2 अगस्त को प्रदेश भर में होने वाली 10वीं व डीएलएड की परीक्षाएं रद्द कर दीं।

Nuh Mewat Riot को लेकर सरकार कर रही शांति की अपील

हरियाणा इन दिनों हिंसा से परेशान हैं तो वहीं सूबे के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने नूंह (Nuh Violence) में हुई हिंसक घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है तथा लोगों से राज्य में शांति बनाए रखने की अपील की है तो वहीं उन्होंने कहा है कि हिंसा फैलाने वाले दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। उन पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। तो वहीं राज्य के गृहमंत्री अनिल विज ने कहा कि राज्य में शांति बहाली के बाद ही पूरा आकलन किया जा सकेगा कि हिंसा कैसे भड़की, जिसके लिए जांच भी कराई जाएगी। वहीं हरियाणा DGP पी. के. अग्रवाल का कहना है कि “कल से नूंह शहर में कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है। अब तक 41 FIR दर्ज़ हुई हैं और 116 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।”

उत्तरप्रदेश और राजस्थान में भी अलर्ट जारी

Nuh Mewat Riot News [Hindi] : हरियाणा के नूंह में विश्व हिंदू परिषद की ब्रज मंडल यात्रा के दौरान हुई हिंसा और बवाल के बाद राजस्थान के भरतपुर में भी अलर्ट जारी किया गया है तथा शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए यहां के 4 इलाकों में 24 घंटे के लिए इंटरनेट बंद कर दिया गया था। वहीं हरियाणा के नूह (Nuh Mewat Riot) में भड़की हिंसा की आग उत्तरप्रदेश में न पहुंच जाए इसके लिए उत्तरप्रदेश सरकार ने एतिहातन कदम उठाते हुए हरियाणा और मथुरा की सीमाएं तत्काल प्रभाव से सील कर दी हैं। वहीं पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मेरठ, अलीगढ़, मुजफ्फरनगर समेत हरियाणा से लगे जिलों में भी अलर्ट जारी कर दिया है। 

तत्वज्ञान से समाज में होगी शांति

वर्तमान समय में दिन-प्रतिदिन देश-दुनिया में हिंसा, अत्याचार, और शोषण जैसे मामले न्यूज चैनलों, न्यूज पेपर्स में हम सभी देखते रहते हैं जिसका जीता जागता उदाहरण नूंह, गुरुग्राम में हुई हिंसा है तथा मणिपुर में पिछले कुछ दिनों से जारी जातीय हिंसा में महिलाओं के साथ हो रहा शोषण इसकी भयावह तस्वीर को दिखाता है। इस भयावह स्थिति को केवल और केवल तत्वज्ञान से ही बदला जा सकता है।

हमारे धर्म शास्त्र बताते हैं कि जब-जब धरती पर अधर्म बढ़ता है, लोग अत्याचारी, अनाचारी हो जाते हैं। तब पूर्ण परमात्मा अधर्म का नाश करने के लिए स्वयं ही धरती पर अवतरित होते हैं और अधर्म को समाप्त कर धर्म की स्थापना करते हैं। जिसका प्रमाण श्रीमद्भागवत गीता अध्याय 4 श्लोक 7 में भी है तथा जिसके बारे में परमेश्वर कबीर जी ने पवित्र कबीर सागर के अध्याय स्वसमवेद बोध पृष्ठ 171 में कहा है,

पांच सहंस अरू पाँच सौ पाँच, जब कलियुग बीत जाय।
महापुरूष फरमान तब, जग तारन को आय।। 
हिन्दु तुर्क आदिक, सबै जेते जीव जहान।
सत्य नाम की साख गहि, पावैं पद निर्वान।। 
यथा सरितगण आपही, मिलें सिन्धु में धाय।
सत्य सुकृत के मध्ये तिमि, सबही पंथ समाय।। 
जब लगि पूरण होय नहीं, ठीके को तिथि वार।
कपट चातुरी तबहिलों, स्वसमवेद निरधार।। 
सबहिं नारि नर शुद्ध तब, जब ठीके का दिन आवन्त।
कपट चातुरी छोड़ि के, शरण कबीर गहंत।। 
एक अनेक है गयो, पुनि अनेक हों एक।
हंस चलै सतलोक सब, सत्यनाम की टेक।। 
घर घर बोध विचार हो, दुर्मति दूर बहाय।
कलियुग में इक होय सब, बरते सहज सुभाय।। 
कहा उग्र कहा छुद्र हो, हरै सबकी भव पीर (पीड़)। 
सो समान समदृष्टि है, समरथ सत्य कबीर।।

संत रामपाल जी महाराज के तत्वज्ञान से बन रहा “धरती ऊपर स्वर्ग”

कबीर परमेश्वर ने जिस महापुरुष के विषय में कबीर सागर में जिक्र किया है, वर्तमान में पूर्ण परमेश्वर कबीर जी के अवतार महापुरुष जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी है। जिनके तत्वज्ञान से प्रेरित होकर लोग चोरी, जारी (परस्त्री गमन), रिश्वतखोरी, भ्रष्टाचार, लड़ाई-झगड़े, हिंसा, दंगे-फसाद, अत्याचार, दुराचार, आदि राक्षसी वृत्ति को त्यागकर एक नेक इंसान बन रहे हैं। जिनमें मानवता, नैतिकता और आध्यात्मिकता के गुण होते हैं।

वहीं संत रामपाल जी महाराज जी पूरे विश्व से कुप्रथाओं, पाखंडवाद, अंधविश्वास, जातीय व धार्मिक भेदभाव को समाप्त कर, पूरे दुनिया को सत्यज्ञान व सतभक्ति प्रदान करके शांति व आपसी भाईचारा स्थापित कर रहे हैं। जिससे “धरती ऊपर स्वर्ग” जैसा माहौल बन रहा है। जिससे पूरी दुनिया में सुख शांति होगी। लोग दुःखी नहीं रहेंगे। अतः आपसे अनुरोध है कि बिना विलंब किये संत रामपाल जी महाराज की शरण में आए और अपना कल्याण करवाएं। अधिक जानकारी के लिए आप Sant Rampal Ji Maharaj YouTube Channel पर विजिट करें।

Latest articles

World Hindi Day 2025: Hindi and India’s Rise as a Global Spiritual Power

Vishwa Hindi Diwas 2025 (World Hindi Day): This day is a very special day...

Vishwa Hindi Diwas 2025: विश्व हिंदी दिवस पर जानिए हिंदी की संवैधानिक यात्रा के बारे में विस्तार से

हिंदी दिवस पर जानें कि कैसे हिंदी को राजभाषा का दर्जा मिला व कैसी रही हिंदी की संवैधानिक यात्रा

National Human Trafficking Awareness Day 2025: Right Solution for Human Trafficking

National Human Trafficking Awareness Day 2025, as the name suggests, is dedicated to raising...
spot_img

More like this

World Hindi Day 2025: Hindi and India’s Rise as a Global Spiritual Power

Vishwa Hindi Diwas 2025 (World Hindi Day): This day is a very special day...

Vishwa Hindi Diwas 2025: विश्व हिंदी दिवस पर जानिए हिंदी की संवैधानिक यात्रा के बारे में विस्तार से

हिंदी दिवस पर जानें कि कैसे हिंदी को राजभाषा का दर्जा मिला व कैसी रही हिंदी की संवैधानिक यात्रा