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MS Dhoni and Suresh Raina News: जीवन रूपी खेल को जीतकर जाइए हारकर नहीं

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MS Dhoni and Suresh Raina News: क्रिकेट एक मनोरंजक और युवा खेल है जो विश्वस्तर पर अपनी पहचान धन,दौलत और शोहरत के बल पर बना चुका है परंतु इसका मनुष्य के आंतरिक और आध्यात्मिक कल्याण से दूर दूर तक कोई संबंध नहीं है। यह खेल आपको आपके अच्छे खेल प्रर्दशन के कारण भौतिक सुख, मान प्रतिष्ठा तो दे सकता है परंतु आपका आध्यात्मिक निखार करने में यह‌ तो क्या दुनिया का कोई खेल आपको संवार नहीं सकेगा। बाहर से खिलाड़ी की पदवी तो मिल जाएगी परंतु अंतर्मन खाली और खोखला रह जाएगा।

MS Dhoni and Suresh Raina News Highlights

  • क्रिकेट जगत से जुड़े दिग्गजों में महेंद्र सिंह धोनी और सुरेश रैना ने लिया संन्यास
  • भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान एम एस धोनी ने किया अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान ।
  • धोनी के संन्यास का ऐलान होते ही क्रिकेटर सुरेश रैना ने भी कह दिया अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा।
  • धोनी की कप्तानी में भारत ने जीता था विश्व कप

बता दें कि M.S. धोनी ने 2007 T20 वर्ल्ड कप और 2011 एक दिवसीय वर्ल्ड कप में दो बार भारतीय टीम को विश्व कप का खिताब और तीन बार चेन्नई सुपर किंग्स को आईपीएल का खिताब दिलाया हैं।

15 अगस्त का दिन क्रिकेट जगत के लिए बुरी खबर लेकर आया है। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान, दो बार के विश्वकप विजेता, दुनिया के नंबर वन विकेटकीपर एम एस धोनी और उनके पार्टनर सुरेश रैना ने 15 अगस्त शनिवार को शाम 7:00 बजे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है।

धोनी की रिटायरमेंट की घोषणा होते ही सुरेश रैना ने भी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया और इसी के साथ धोनी और रैना का एक क्रिकेट युग समाप्त हो गया। भारतीय क्रिकेट टीम के दो बड़े दिग्गजों का संन्यास क्रिकेट जगत के लिए तो बुरी खबर है ही साथ ही भारतीय क्रिकेट टीम पर भी इसका गहरा असर पड़ सकता है।

आपको ज्ञात होगा कि पिछले वर्ष महेंद्र सिंह धोनी भारतीय सेना में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर भी सेवाएं दे चुके हैं, इसके अलावा सोशल मीडिया पर वह रांची में जैविक खेती करते भी नजर आए थे।

बता दें कि पिछले 1 साल से एमएस धोनी संन्यास को लेकर चर्चा में रहे हैं उन्होंने अपना अंतिम वनडे मैच न्यूज़ीलैंड के खिलाफ वर्ल्ड कप सेमी फाइनल 2019 में खेला था।

M.S. धोनी के संन्यास पर बीसीसीआई का बयान

धोनी के संन्यास पर BCCI ने बयान जारी कर कहा कि:

“धोनी तीनों आईसीसी ट्रॉफी जीतने वाले इकलौते कप्तान थे। धोनी दुनिया के सफल कप्तानों में से एक रहे हैं, जिनकी कप्तानी में भारतीय टीम को टेस्ट में नंबर वन का ताज मिला।

BCCI अध्यक्ष सौरभ गांगुली ने भी कहा कि धोनी की कप्तानी में देश ने वर्ल्ड कप जीता:

“धोनी का संन्यास एक युग का अंत है और धोनी जैसी नेतृत्व क्षमता किसी में नहीं”।

MS Dhoni and Suresh Raina को भारतीय टीम का संबोधन

  • एम एस धोनी के संन्यास के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने इंस्टाग्राम पर लिखा कि, हर क्रिकेटर को एक दिन अपना सफर ख़त्म करना होता है, लेकिन जिसे आप इतने क़रीब से जानते हैं वो ये फैसला लें तो आप ज़्यादा इमोशनल महसूस करते हैं, जो आपने देश के लिए किया वो हमेशा सबके दिलों में रहेगा”।
  • मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने ट्वीट कर कहा कि “M.S. धोनी आपने भारतीय क्रिकेट में बहुत बड़ा योगदान दिया, 2011 का वर्ल्ड कप साथ जीतना मेरी ज़िंदगी की सबसे अच्छी याद है। दूसरी पारी के लिए तुम्हें और तुम्हारे परिवार को बहुत – बहुत शुभकामनाएं”।
  • भारतीय लैग स्पिनर अश्विन ने ट्वीट कर कहा कि, “लीजेंड हमेशा की तरह अपने ही स्टाइल में रिटायर होते हैं, भाई आपने देश को सब कुछ दिया, चैंपियंस ट्रॉफी की खुशी, 2011 विश्व कप और चेन्नई सुपर किंग्स की शानदार जीत हमेशा मेरी यादों में बनी रहेगी, भविष्य के लिए आपको ढेर सारी शुभकामनाएं”
  • एम एस धोनी के साथ सुरेश रैना ने अपनी फोटो शेयर करते हुए इंस्टाग्राम पर लिखा कि, ‘आपके साथ खेलना एक बहुत खूबसूरत अनुभव था माही। मैं गर्व के साथ आपके इस सफर में साथी बनने जा रहा हूं।
    शुक्रिया इंडिया। जय हिंद!’
  • तो वहीं धोनी ने भी इंस्टाग्राम पर लिखा कि, ‘‘अब तक आपके प्यार और सहयोग के लिये धन्यवाद

धोनी के संन्यास पर नेताओं की प्रतिक्रिया

  • केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी महेंद्र सिंह धोनी के लिए ट्वीट किया उन्होंने लिखा, “धोनी ने अपने अनोखे स्टाइल से लाखों लोगों को मंत्रमुग्ध किया है. मुझे उम्मीद है कि वो आने वाले वक़्त में भी भारतीय क्रिकेट को मज़बूत करने में सहयोग देते रहेंगे। भविष्य के लिए शुभकामनाएं”।
  • झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने तो बीसीसीआई से ये मांग कर डाली कि ‘माही का रांची में एक फेयरवेल मैच कराया जाए, जिसकी मेज़बानी पूरा झारखंड करेगा’
  • लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला जी ने कहा कि, सुरेश रैना और एमएस धोनी की जोड़ी ने मैदान में अनेकों यादगार पारियां खेलीं हैं।

MS Dhoni and Suresh Raina: मानुष जीवन का उद्देश्य क्या है?

मनुष्य का जीवन क्रिकेट और सतभक्ति का मैच खेल कर आत्मा को जीत दिलाएं, हम ज़िंदा व्यक्तियों से जीवन को बेहतर ढंग और जोश से जीने की प्ररेणा अवश्य ले सकते हैं परंतु सतभक्ति एक ऐसा खुला मैदान है जिसमें मनुष्य को , मनुष्य से देवता बनने के गुण सिखाए जाते हैं जैसे क्रिकेट के मैदान में, पिच, खिलाड़ी, गेंद, विकेटकीपर , रन, छक्का, पवेलियन, ट्राफी, नियम ,श्रोता सभी होने अनिवार्य हैं वहीं भक्ति करने के लिए जीवित मनुष्य का जीवन रहते सतभक्ति करना अति आवश्यक है।

मनुष्य एक खिलाड़ी है जिसे पृथ्वी लोक पर भक्ति रूपी खेल खेलने और उसे जीत कर सतलोक जाना होता है। सतभक्ति प्राप्त मनुष्य की ट्रॉफी उसे जन्म और मृत्यु से सदा के लिए मुक्त कर देगी। असली खेल क्रिकेट नहीं है जिसे जीतना है असली खेल भक्ति का है जहां हमारा मुकाबला काल के साथ है। जिससे हमें जीतना है।

जीवन के सन्यास (यानी मृत्यु) के पश्चात प्राणी कहां जाता है?

संन्यास लेना अर्थात आजीविका कार्य या गृहस्थ आश्रम से निवृत्त होना। आध्यात्मिक शब्दावली में संन्यास का अर्थ मृत्यु होना है। खेल से संन्यास लेने के बाद खिलाड़ी अपने घर चला जाता है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि, जिंदगी का संन्यास जब टूटता है यानी व्यक्ति की जब मृत्यु होती है तब वह कहां जाता है?

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मृत्यु के उपरांत प्राणी को धर्मराज के दरबार में ले जाया जाता है, वहां पर उसके पाप और पुण्य दोनों का बराबर हिसाब चलता है, उसने जितने शुभ कर्म (धर्म पुण्य,पाप ) किए उस आधार पर उसे स्वर्ग भेज दिया जाता है तथा जितने उसने बुरे कर्म ,चोरी, जारी, रिश्वतखोरी, बेईमानी, लूट खसोट और यदि सतभक्ति नहीं की उसके आधार पर उसे नर्क और 84 लाख योनियों में जन्म मृत्यु के चक्र में डाल दिया जाता है। सतभक्ति न करने वाला व्यक्ति मृत्यु उपरांत हारे हुए जुआरी और खिलाड़ी की तरह सिर झुकाए जाता है।

ऊंची कोठी सुंदर नारी,
सतनाम बिना बाजी हारी।
कहे कबीर अंन्त की बारी,
जैसे हाथ झाड़कर चला जुआरी।।

स्वर्ग- नरक और 84 लाख योनियों से बचने का एकमात्र उपाय है कि हमें पूर्ण संत की तलाश करके सतभक्ति करनी होगी । पूर्ण परमात्मा की सत भक्ति करने से साधक के पूर्व जन्मों के पाप कर्म भी समाप्त हो जाते हैं तथा उसे नर्क और 84 लाख योनियों का दंड भी नहीं भुगतना पड़ता, अर्थात अंत में पूर्ण मोक्ष को प्राप्त कर लेता है। सभी खेल प्रेमी और प्रभु प्रेमी मनुष्यों से विनम्र विनती है कि वह मनुष्य जीवन को गहनता से लें और जीवन रूपी खेल में सतभक्ति रूपी खेल को खेलकर विजयी होने का प्रयास करें।
महेंद्र सिंह धोनी , सुरेश रैना और अन्य सभी से प्रार्थना है कि Gyan Ganga पुस्तक अवश्य पढ़ें और यूट्यूब के सतलोक चैनल पर संत रामपाल जी महाराज जी के सत्संग देखें

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2 COMMENTS

  1. मनुष्य जीवन का मूल उद्देश्य केवल सत भक्ति करके पूर्ण मोक्ष प्राप्त करना है। सत भक्ति केवल तत्वदर्शी संत ही प्रदान कर सकता है।

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