Mithilesh Chaturvedi Death News [Hindi] | बॉलीवुड में अपने लाजवाब अभिनय से लोहा मनवा चुके दिग्गज अभिनेता मिथलेश चतुर्वेदी इस दुनिया से अलविदा कर गए। 68 वर्षीय अभिनेता कुछ समय से हृदय की बीमारी से जूझ रहे थे। उन्हें दस दिन पहले इलाज के लिए मुंबई स्थित कोकिला बेन धीरुभाई अंबानी अस्पताल में लाया गया था। बुधवार 3 अगस्त शाम को लखनऊ में अस्पताल में उनका निधन हो गया। मिथलेश चतुर्वेदी के निधन का समाचार आने से मनोरंजन जगत में शोक की लहर फ़ैल गई। इस दुखद अवसर पर यह भी जानना महत्वपूर्ण है क्या इतनी प्रसिद्धि धन मान-सम्मान पाकर भी क्या वे मनुष्य जीवन के असली ध्येय को पूरा कर पाए?
Mithilesh Chaturvedi Death [Hindi] : मुख्य बिन्दु
- अपने अभिनय का लोहा मनवा चुके दिग्गज अभिनेता मिथलेश चतुर्वेदी नहीं रहे
- 68 वर्षीय अभिनेता कुछ समय से दिल की बीमारी से जूझ रहे थे
- उनका मुंबई में इलाज के चलते बुधवार की शाम निधन हो गया
- मिथलेश चतुर्वेदी के निधन के समाचार से मनोरंजन जगत में शोक की लहर फ़ैल गई है
Mithilesh Chaturvedi Death: बॉलीवुड अभिनेता मिथिलेश चतुर्वेदी का बुधवार को निधन
बॉलीवुड के वरिष्ठ अभिनेता मिथिलेश चतुर्वेदी का 3 अगस्त को निधन हो गया है। दिल का दौरा पड़ने की वजह से 10 दिन पहले उन्हें कोकिला बेन धीरुभाई अंबानी अस्पताल मुंबई में भर्ती कराया गया था जहां उन्होंने बुधवार की शाम को अंतिम सांस ली। 68 वर्षीय अभिनेता हृदय की बीमारी से पीड़ित थे। लंबे समय तक मुंबई हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री से जुड़कर एक नामचीन कलाकार के रूप में उन्होंने बॉलीवुड की कई बड़ी फिल्मों में काम किया। मिथलेश चतुर्वेदी का निधन मनोरंजन जगत की अपूरणीय क्षति मानी जा रही है जो उनके चाहने वालों की सोशल मीडिया के जरिये भावभीनी श्रद्धांजलि से ज्ञात हो रहा है।
दामाद ने सोशल मीडिया पर दी जानकारी
अभिनेता मिथिलेश चतुर्वेदी के दामाद आशीष चतुर्वेदी ने बुधवार की शाम सोशल मीडिया पर पोस्ट कर उनके निधन की जानकारी दी। उन्होंने अपने फेसबुक अकाउंट पर लिखा, “आप दुनिया के सबसे अच्छे पिता थे, आपने मुझे दामाद नही बल्कि एक बेटे के तरह अपना प्रेम दिया, भगवान आपकी आत्मा को शांति प्रदान करे।” आशीष चतुर्वेदी के ट्वीट के अनुसार दिवंगत मिथिलेश चतुर्वेदी का अंतिम संस्कार गुरुवार शाम को वर्सोवा के एक श्मशान घाट में किया जाएगा।
जानते है उनके जीवन से जुड़ी जानकारी
अभिनेता मिथिलेश चतुर्वेदी (Mithilesh Chaturvedi) का जन्म 11 अक्टूबर 1954 को उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ में हुआ। लखनऊ के एक ब्राह्मण परिवार में जन्में मिथिलेश ने अपनी पढाई लखनऊ विश्वविद्यालय से पूरी की। उन्होंने नौकरी के साथ थिएटर को भी चुना। थिएटर में सफल अभिनय करने के बाद उन्होंने टेलिविज़न और फिर हिन्दी फिल्मों की ओर अपना रुख किया। उनके परिवार में उनकी पत्नी के अतिरिक्त दो बेटियां और एक बेटा है। बड़ी बेटी चारू और उनके पति आशीष चतुर्वेदी हैं। दूसरी बेटी का नाम निहारिका हैं जो मुंबई में ही रहती हैं उनका ताल्लुक फिल्म प्रोडक्शन से है। निहारिका ने करियर की शुरुआत एक्टिंग से की थी लेकिन बाद में वे प्रोडक्शन से जुड़ गईं। मिथिलेश चतुर्वेदी के बेटे आयुष की शादी नहीं हुई है वे प्राइवेट सेक्टर में जॉब करते हैं। 3 अगस्त 2022 को अभिनेता मिथिलेश चतुर्वेदी ने कोकिला बेन धीरुभाई अंबानी अस्पताल मुंबई में आखिरी सांस ली।
Mithilesh Chaturvedi Death News [Hindi] | 1997 से 2022 तक फिल्मी सफर
उन्होंने थियेटर के साथ में हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री में भी सफल अभिनय किया। बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री में उन्होंने कई सफल फिल्में कीं। कई मशहूर फिल्म डायरेक्टरों जैसे अनुपम खेर, दीना नाथ, प्रेम तिवारी, ऊर्मिल थपलियाल, कुँवर कल्याण सिंह, बंसी कौल, और सूर्य मोहन कुलश्रेष्ठ के साथ उन्हें काम करने का अवसर मिला।
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मिथलेश चतुर्वेदी अभिनय जगत का जाना माना नाम थे। उन्होंने बॉलीवुड में अपने फिल्मी सफर की शुरुआत 1997 में की थी। इसके बाद उन्होंने कई प्रसिद्ध फिल्मों में काम किया। डिजिटल डेब्यू में मिथिलेश ने 2020 में आई फेमस वेब सीरीज ‘स्कैम 1992’ से ओटीटी की दुनिया में कदम रखा था। अभिनेता मिथिलेश चतुर्वेदी थिएटर में भी काफी सक्रिय रहे ।
मानव जीवन का सार क्या है?
मनुष्य अपने जीवनकाल में अपना मकसद पैसा कमाना, परिवार को सुख समृद्ध रखना, या बहुत नाम कमाना रख सकता है। मनुष्य एक आदर्श और सुखी जीवन व्यतीत कर सकता है। अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए व्यायाम कर सकता है। अपने वरिष्ठ जनों, माता पिता और सामाज सेवा कर सकता है। सबसे प्रेमपूर्वक व्यवहार कर आलस्य त्यागकर समय का सदुपयोग कर सकता है। एक आदर्श जीवन जीने के लिए बनाए गए सभी नैतिक नियमों का पालन कर सकता है। लेकिन क्या यही जीवन का सार है? नहीं, आगे जानिए मनुष्य जीवन का उच्चतम लक्ष्य क्या है?
जीवन का उच्चतम लक्ष्य क्या है?
व्यक्ति के जीवन जीने के असली उददेश्य तो कुछ अन्य ही है। इस बारे में पूर्ण परमेश्वर कबीर साहेब ने संकेत किया है –
कबीर, मनुष जन्म दुर्लभ है, मिले न बारम्बार।
तरुवर से पत्ता टूट गिरे, बहुर न लगता डार।।
मनुष्य के जीवन का असली ध्येय है अपनी चेतना का उत्थान करके परमात्मा के स्वरूप को पहचान कर उनके पास पहुंचना। यह तभी हो सकता है जब मानव सतज्ञान को समझकर सतभक्ति करके सत्कर्म के मार्ग पर चलते हुए पूर्ण मोक्ष को प्राप्त करे। अतः मनुष्य जीवन का वास्तविक उद्देश्य है शास्त्र सम्मत भक्ति कर मोक्ष प्राप्ति ओर अग्रसर होना। अधिक जानकारी के लिए अवश्य पढ़ें संत रामपाल जी द्वारा रचित पवित्र पुस्तक ज्ञान गंगा ।
मनुष्य जीवन एक निश्चित समयावधि का पड़ाव है जिसके पूरा होने के बाद साथ कुछ भी ले जाने की अनुमति नही है। मानव जीवन जल के बुलबुले के सदृश्य है जिसका कोई अस्तित्व नही जो कि क्षणभंगुर है। प्रारब्ध के अनुसार सभी मृत्यु को प्राप्त होते हैं मृत्यु अटल विधान है।
अभी भी देर नही हुई है
कबीर, जीवना ही थोड़ा भला, जो सत सुमिरन होय।
लाख बरस का जीवना, लेके धरे न कोय।।
सभी को विशेषकर युवा पीढ़ी को समझना होगा कि मनुष्य जीवन का ध्येय (लक्ष्य) मात्र भौतिक जीवन जीना नही अपितु आत्म कल्याण के लिए भी शास्त्र सम्मत जीवन भी जीना है। ‘सादा जीवन – उच्च विचार’ में भौतिक जीवन की सभी जरूरतों को पूरा करते हुए सतगुरु से सतज्ञान अर्जित कर मर्यादा में रहकर सतभक्ति करके पूर्ण मोक्ष की ओर अग्रसर हों। आईए बिना समय व्यर्थ किए तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज की शरण में आकर नाम दीक्षा लेकर अपना जीवन चरितार्थ करें। सतभक्ति करने से सर्व पापकर्म नष्ट हो जाते हैं और पवित्र आत्मा जन्म मरण के काल चक्र से मुक्त होकर निज घर सतलोक को प्राप्त होती है –
कबीर, जब ही सत्यनाम हृदय धर्यो, भयो पाप को नाश।
मानो चिंगारी अग्नि की, पड़ी पुराणे घास।।
FAQ About Mithilesh Chaturvedi Death (Hindi)
अभिनेता मिथिलेश चतुर्वेदी (Mithilesh Chaturvedi) का जन्म 11 अक्टूबर 1954 को उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ में हुआ। लखनऊ के एक ब्राह्मण परिवार में जन्में मिथिलेश ने अपनी पढाई लखनऊ विश्वविद्यालय से पूरी की। अपने करियर के तौर पर उन्होंने थिएटर को चुना। 3 अगस्त 2022 को अभिनेता मिथिलेश चतुर्वेदी कोकिला बेन धीरुभाई अंबानी अस्पताल लखनऊ में आखिरी सांस ली।
बॉलीवुड के वरिष्ठ अभिनेता मिथिलेश चतुर्वेदी का गत बुधवार को निधन हो गया है। दस दिन पहले उन्हें दिल में दर्द होने के कारण उन्हें मुंबई के कोकिला बेन धीरुभाई अंबानी अस्पताल ले जाया गया। जहां हृदय गति रुकने से बुधवार की शाम अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली।
अभिनेता मिथलेश चतुर्वेदी ने हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री के साथ थियेटर में भी सफल अभिनय किया। बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री में उन्होंने कई सफल फिल्में कीं। कई मशहूर फिल्म डायरेक्टरों जैसे अनुपम खेर, दीना नाथ, प्रेम तिवारी, ऊर्मिल थपलियाल, कुँवर कल्याण सिंह, बंसी कौल, और सूर्य मोहन कुलश्रेष्ठ के साथ उन्हें काम करने का अवसर मिला। डिजिटल डेब्यू में मिथिलेश ने 2020 में आई फेमस वेब सीरीज से ओटीटी की दुनिया में कदम रखा था। वे थिएटर में भी सक्रिय रहे ।
‘सादा जीवन – उच्च विचार’ में भौतिक जीवन की सभी जरूरतों को पूरा करते हुए सतगुरु से सतज्ञान अर्जित कर मर्यादा में रहकर सतभक्ति करके पूर्ण मोक्ष की ओर अग्रसर हों। आईए बिना समय व्यर्थ किए तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज की शरण में आकर नाम दीक्षा लेकर अपना जीवन चरितार्थ करें।