जानिए क्या है lockdown की ताज़ा news?, India lockdown 40 दिन रखने के बाबजूद Lockdown extended क्यों? Lockdown 3.0 में Orange Zone; Red Zone; green zone का क्या मापदंड है? lockdown extended in India में नया क्या है? आइए जानते है Lockdown 3.0 Guidelines in Hindi के बारे में विस्तार से. नई राहतों के साथ लॉकडाउन 3.0 बढ़ाया दो हफ्तों के लिए
विश्व का सबसे बड़ा लॉकडाउन
135 करोड़ की विशाल जनसंख्या वाले देश में भारत सरकार ने 40 दिन लंबे कोरोनावायरस लॉकडाउन को 4 मई से दो हफ्तों के लिए 17 मई तक आगे बढ़ा दिया है। अनेकों राज्य सरकारों के मुख्यमंत्रियों ने प्रधान मंत्री के साथ हुई टेली कॉन्फ्रेंसिंग में लॉकडाउन बढ़ाने की वकालत की थी । एक सर्वे के अनुसार देश के नागरिकों ने भी दो हफ्ते बढ़ाने का समर्थन किया था ।
इस बार पीएम मोदी ने नहीं की घोषणा
आपकी जानकारी के लिए बता दें प्रधान मंत्री मोदी ने पहली बार 25 मार्च से 13 अप्रैल को 21 दिन, फिर उसे बढ़ाकर 14 अप्रैल से 3 मई तक 19 दिन के लिए लॉकडाउन लागू करने की घोषणा स्वयं की थी लेकिन तीसरी बार की घोषणा गृह मंत्रालय ने की हैं।
कोरोनावायरस से लड़ने की भारत की राह अलग
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार शनिवार को प्रातः काल तक 26167 संक्रमितों का इलाज चल रहा है। 9951 ठीक हो चुके हैं जबकि 1218 लोगों की कोरोनावायरस से जान जा चुकी है । यदि लॉकडाउन लागू न किया जाता तो यह संख्या कई गुना हो जाती। विकसित देशों ने जान के बजाय माल की रक्षा पर ज्यादा ध्यान दिया लेकिन वहाँ जान माल दोनों की क्षति हुई ।
ताकतवर देश जान से ज्यादा माल के पीछे
दुनियां भर में कुल संक्रमितों की संख्या 34 लाख है जिसमें से 2.4 लाख लोग मर चुकें है जबकि 11 लाख लोग ठीक हुए हैं। दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका जिसकी आबादी भारत से एक चौथाई है कुल संक्रमित 11 लाख लोगों 1.6 लाख लोग ठीक हुए आज संक्रमितों की संख्या 9 लाख है और 66 हजार मौतें हो चुकी हैं ।
आप अंदाजा लगा सकते है की यदि भारत में लॉकडाउन लागू नहीं करते तो क्या हाल होता। ध्यान रहे, 21 ट्रिलियन डॉलर की अमेरिकी अर्थव्यवस्था के सामने 3 ट्रिलियन डॉलर भारतीय अर्थव्यवस्था कहीं नहीं ठहरती।
■ जिले जोन में बांटे गए
- रेड जोन (Red Zone): 130 जिले रेड जहाँ संक्रमण के फैलने का सबसे ज्यादा खतरा है
- ग्रीन जोन (green zone): 319 जिले ग्रीन जहाँ पिछले 21 दिन से एक भी संक्रमित नहीं है
- ऑरेंज जोन (Orange Zone): 284 जिले ऑरेंज रेड और ग्रीन के बीच
- ग्रीन, ऑरेंज और रेड क्रमशः कम से अधिक खतरे वाले ज़ोन और उसी हिसाब से राहत
- देश के आर्थिक दृष्टि से महत्वपूर्ण शहर दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरू, चेन्नई और अहमदाबाद भी रेड जोन में
- रेड और ऑरेंज जोन में जांच और तेज की जाएगी संपर्क ट्रेसिंग, घर घर निगरानी, चिकित्सा आपात स्थिति,
- आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं की आपूर्ति के अलावा अंदर बाहर आवागमन प्रतिबंधित
■ विशेष हिदायतें
• सार्वजनिक क्षेत्रों और निजी क्षेत्रों के लोगों को मास्क पहनना अनिवार्य
• सार्वजनिक क्षेत्रों और निजी क्षेत्रों के लोगों को आरोग्य सेतु एप को मोबाईल पर डाउनलोड करना अनिवार्य
लॉकडाउन 3.0 की खास बातें-lockdown 3.0 Guidelines in hindi
आइए जानते है lockdown 3.0 Guidelines in hindi के बारे में खास बातें
- खेलकूद, सामाजिक, धार्मिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक आयोजन प्रतिबंधित
- 10 वर्ष से कम, 65 वर्ष से अधिक, गर्भवती, गंभीर बीमार के बाहर निकलने पर पाबंदी, विशेष परिस्थिति छोड़कर
- रेल, हवाई, अंतरराज्यीय बस सेवाएं निलंबित
- सायं 7 से प्रातः 7 बजे तक बाहर जाने पर पाबंदी पर जरूरी सेवाओं पर छूट
- शिक्षा, पर्यटन, होटल, सिनेमा, बार, मॉल बंद
- SEZ, EoU, औद्योगिक क्षेत्रों में कामकाज की छूट
- जरूरी दवा, मेडिकल उपकरण, सप्लाई चेन, IT हार्डवेयर को छूट
- प्रिन्ट, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, आईटी, कॉल सेंटर काम करेंगे
- वेयरहाउज़िंग, कोल्ड स्टोरेज चलेंगे
- निजी सुरक्षा गार्ड काम कर सकते हैं
- रेड जिलों में कन्टेन्मेंट और बफर को छोड़कर ग्रामीण इलाकों में मनरेगा, खाद्य प्रसंस्करण, ईंट भट्टे सहित सभी औद्योगिक और निर्माण कार्य चालू करने की छूट
- कोरियर और पोस्टल सेवायें शुरू होंगी
- दो पहिया वाहन पर एक, चार पहिया वाहन पर ड्राइवर के अतिरिक्त दो लोग बैठ सकते हैं
- रेड ज़ोन में ड्राइवर और घरेलू सहायकों को प्रातः 7 बजे से सायं 7 बजे के बीच कार्य करने की अनुमति
कुछ दुकानों को खोलने के आदेश
- गृह मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को एकल और बहु-ब्रांड मॉलों की दुकानों को छोड़कर कुछ श्रेणियों की दुकानों को खोलने के आदेश दिए ।
- दारू, पान, गुटका, तंबाकू की दुकानें ग्रीन और ऑरेंज जोन में खुलेंगी, रेड जोन में कुछ शर्तें लागू। हालांकि सार्वजनिक स्थानों पर सेवन प्रतिबंधित।
- सभी दुकानें जो अकेली हैं, कालोनी या आवासीय क्षेत्रों में हैं, खुलेंगी।
■ दूसरे राज्यों में फंसे नागरिकों को अपने घर जाने का रास्ता खुला
सरकार ने शुक्रवार को एक आदेश द्वारा सभी फंसे हुए प्रवासी मजदूर, तीर्थयात्री, पर्यटक और छात्रों को उनके गृह राज्यों में भेजने का निर्णय लिया । इसके लिए राज्य सरकार रेलवे बोर्ड से बात कर विशेष रेल गाड़ियां चलवा सकती हैं।
■ माल वाहक वाहनों की निर्बाध आवाजाही
गृह मंत्रालय ने वस्तुओं और सेवाओं की अनवरत आपूर्ति बनाए रखने के लिए राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों को ट्रकों और माल वाहकों की निर्बाध आवाजाही सुनिश्चित करने के आदेश पहले से दिए हुए हैं ।