October 23, 2025

किम जोंग उन (Kim Jong Un) Hindi News: किम जोंग के बाद उत्तर कोरिया की सत्ता का वारिस कौन हो सकता है?

Published on

spot_img

15 अप्रैल को उत्तर कोरिया के संस्थापक पिता और किम के दादा किम इल सुंग के जन्मदिन की सालगिरह से उनकी अनुपस्थिति के कारण किम के स्वास्थ्य के बारे में अटकलें पहली बार उठीं। चीन ने स्थिति से परिचित तीन लोगों के अनुसार, किम जोंग उन पर सलाह देने के लिए चिकित्सा विशेषज्ञों सहित उत्तर कोरिया को एक टीम भेजी है। किम जोंग उन , उत्तर कोरिया (North Korea) का तानाशाह , नामी शख्सियतों में से एक है। उत्तर कोरिया का यह तानाशाह एक ऐसा तानाशाह है जिसने अमेरिका जैसे ताकतवर देश को भी धमकी दी थी। इसकी क्रूरता के किस्से जगजाहिर हैं। आइए जानते है Kim Jong Un News in Hindi विस्तार से

उत्तर कोरिया की स्थापना

उत्तर कोरिया की स्थापना किम जोंग उन के दादा द्वारा 1948 में की गई। तब से यही परिवार वहाँ की सत्ता को मज़बूती एवं घोर क्रूरता से संभाल रहे हैं।

किम जोंग उन तीसरा तानाशाह

किम जोंग उन इस पीढ़ी का तीसरा तानाशाह है, क्रूरता के साथ यहाँ के लोगों की आवाज़ को या तो दबा दिया जाता है या फिर उस पर सरकार का कड़ा पहरा रहता है। यहाँ के लोगों पर सत्ता के शासकों का दबदबा कुछ इस कदर है कि यहां के लोग ना तो देश से बाहर फ़ोन कर सकते हैं न ही इनके पास इंटरनेट की सुविधा है।

Kim Jong Un News in Hindi: यहां सत्ता के खिलाफ बोलना अपराध माना जाता है, इसके लिए कड़ी सजा का प्रावधान है-जो भी सत्ता के खिलाफ बोलने की कोशिश करता है उस पर जासूसी विभाग द्वारा झूठा इल्जा़म लगाकर उन लोगों को पकड़ लेते हैं “यह चीन भागने की कोशिश कर रहा था” ऐसा इल्जाम लगाकर उन पर रिपोर्ट कर देते हैं । यहां कई लोगों को पकड़ कर जेल में डाल दिया जाता है। इन लोगों को इतना मारा पीटा जाता है कि लोग बर्दाश्त नहीं कर पाते।

उनसे कड़ी मेहनत कराई जाती है और खाना भी नहीं दिया जाता। एक बार इस कैंप में आने के बाद उस व्यक्ति को यहां का नागरिक भी नहीं माना जाता। इसी डर से यहां के लोग सब सब कुछ चुपचाप सहते रहते हैं । सत्ता के खिलाफ बोलने की हिम्मत किसी में नहीं होती। इसीलिए इसे सनकी तानाशाह के नाम से जाना जाता है।

पूरा विश्व जानना चाहता है कि सनकी तानाशाह किम जोंग उन कहां है (ज़िंदा /मृत)

सूत्रों की मानें तो किंग जोंग उन की मृत्यु को लेकर खबरों का बाजार बहुत गर्म हुआ है । 36 वर्षीय किंग जोंग उन पिछले साल अगस्त 2019 से दिल की बीमारी से जूझ रहे हैं। जिसकी सर्जरी 11 अप्रैल 2020 को कराई गई जिसके बाद किम जोंग उन को सार्वजनिक तौर पर कहीं नहीं देखा गया । यहां तक कि किम जोंग उन अपने दादा के जन्मदिन के समारोह में भी शामिल नही हुए। यह उत्तर कोरिया के लिए साल के सबसे बड़े आयोजनों में से एक होता है। किम जोंग उन अपने मोटापे से परेशान था, धूम्रपान की बुरी आदत थी। सर्जरी करवाने के बाद से उसकी हालत नाजुक बताई जा रही थी और ब्रेन डेड होने की खबरें बाहर आ रही थीं।

किम जोंग उन के बाद उत्तर कोरिया की सत्ता का वारिस कौन हो सकता है?

एक तीसरी पीढ़ी के वंशानुगत नेता किम जोंग उन जो 2011 में अपने पिता की मृत्यु के बाद सत्ता में आए थे, किम के पास परमाणु-सशस्त्र देश में कोई स्पष्ट उत्तराधिकारी नहीं है। कयास लगाए जा रहे हैं कि शायद किम जोंग उन की 30 वर्षीय बहन किम यो जोंग (Kim Yo Jong) 11 अप्रैल को पॉलिटी ब्यूरो में अल्टरनेट मेंबर के तौर पर शामिल हुई, उत्तराधिकारी हो सकती हैं।

यह भी पढें: Top 20 News Today in Hindi by SA News Channel

इनके सार्वजनिक बयान से ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि अपने भाई की तरह ही ये भी बहुत क्रूर हैं। एक बार मिलिट्री Excercise का दक्षिण कोरिया द्वारा विरोध करने पर इसकी बहन ने सार्वजनिक तौर पर ये बयान दिया था कि दक्षिण कोरिया डरे हुए कुत्ते की तरह भौंक रहा है, इस तरह के बयान से अंदाजा लगाया जा सकता है कि ये अपने भाई से कहीं कम नहीं। यही उत्तरी कोरिया की नैसर्गिक वारिस भी है।

Kim Jong Un News in Hindi

किम जोंग उन की मौत की खबर हॉन्ग कॉन्ग मीडिया के हवाले से बाहर आई है। उत्तर कोरिया के योनहाब नामक एक समाचार एजेंसी का मानना है कि किम जोंग उन कोरोना से संक्रमित हैं जिसके वजह से वो सार्वजनिक तौर पर बाहर नहीं आ रहे। चीन से एक मेडिकल टीम की भी उत्तर कोरिया जाने की खबर है। उत्तर कोरिया द्वारा अभी तक किम जोंग उन की मौत होने के बात की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।

https://twitter.com/chadocl/status/1253551191188889601

उत्तर कोरिया के राज्य मीडिया ने आखिरी बार किम के ठिकाने पर सूचना दी थी जब उन्होंने 11 अप्रैल को एक बैठक की अध्यक्षता की थी। गुरुवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उन रिपोर्टों को खारिज कर दिया कि किम बीमार थे।

“मुझे लगता है कि रिपोर्ट गलत थी,” ट्रम्प ने संवाददाताओं से कहा, लेकिन उन्होंने यह कहने से इनकार कर दिया कि क्या वह उत्तर कोरियाई अधिकारियों के संपर्क में थे।

ट्रम्प ने परमाणु हथियारों के कार्यक्रम को छोड़ने के लिए उन्हें मनाने के प्रयास में तीन बार किम से मुलाकात की है जो संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ-साथ अपने एशियाई पड़ोसियों को भी धमकी देता है। जबकि वार्ता रुकी हुई है।

अटकलें – उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन से संबंधित एक विशेष ट्रेन को इस सप्ताह देश के एक रिसॉर्ट शहर में स्पॉट किया गया था, जो कि किम के स्वास्थ्य के बारे में परस्पर विरोधी रिपोर्टों के अनुसार है। (वाशिंगटन स्थित उत्तर कोरिया की निगरानी परियोजना द्वारा समीक्षा की गई उपग्रह छवियों के अनुसार था।)

Kim Jong Un News in Hindi: निगरानी परियोजना, 38 नॉर्थ ने शनिवार को अपनी रिपोर्ट में कहा कि ट्रेन को 21 अप्रैल और 23 अप्रैल को वॉनसन में “नेतृत्व स्टेशन” पर पार्क किया गया था। यह स्टेशन किम परिवार के उपयोग के लिए आरक्षित है। हालांकि समूह ने कहा कि यह शायद किम जोंग उन की ट्रेन थी, रायटर स्वतंत्र रूप से इस बात की पुष्टि नहीं कर पाए हैं कि वह वॉनसन में था या नहीं।

रिपोर्ट में कहा गया है कि ट्रेन की मौजूदगी उत्तर कोरियाई नेता के ठिकाने को साबित नहीं करती या उनके स्वास्थ्य के बारे में कुछ भी नहीं बताती है, लेकिन यह इस बात को वजन देता है कि शायद किम देश के पूर्वी तट पर एक कुलीन इलाके में रह रहा है।सूचना पर कड़े नियंत्रण के कारण उत्तर कोरिया के अंदर से रिपोर्टिंग बेहद मुश्किल है।

Latest articles

संत रामपाल जी महाराज की अन्नपूर्णा मुहिम: हरियाणा के गाँव किशनगढ़ (रोहतक) को मिली जीवन-रक्षक सहायता

मानसून की बारिश जहाँ कई क्षेत्रों के लिए वरदान साबित होती है, वहीं हरियाणा...

हरियाणा के गांव फरैण कलां (जींद) में बाढ़ पीड़ितों के लिए संत रामपाल जी महाराज की अनूठी सेवा

हरियाणा के जींद जिले का फरैण कलां गांव पिछले कई वर्षों से बाढ़ की...

OpenAI Unveils ChatGPT Atlas: The Revolutionary AI Browser Challenging Google’s Internet Empire

In a bold step toward reshaping how people use the internet, OpenAI has launched...

World Polio Day 2025: Why Science Can’t Find A Cure

World Polio Day is an attempt to recognize the unrelenting efforts of frontline health workers to provide life-saving polio vaccines to all children. This day also reminds us of the enormous value of safe, effective, and reliable vaccines. The Global Polio Eradication Initiative (GPEI) eradicates polio and stops the misery from this dreadful infection.
spot_img

More like this

संत रामपाल जी महाराज की अन्नपूर्णा मुहिम: हरियाणा के गाँव किशनगढ़ (रोहतक) को मिली जीवन-रक्षक सहायता

मानसून की बारिश जहाँ कई क्षेत्रों के लिए वरदान साबित होती है, वहीं हरियाणा...

हरियाणा के गांव फरैण कलां (जींद) में बाढ़ पीड़ितों के लिए संत रामपाल जी महाराज की अनूठी सेवा

हरियाणा के जींद जिले का फरैण कलां गांव पिछले कई वर्षों से बाढ़ की...

OpenAI Unveils ChatGPT Atlas: The Revolutionary AI Browser Challenging Google’s Internet Empire

In a bold step toward reshaping how people use the internet, OpenAI has launched...