Kerala Plane Crash News Hindi: केरल में भारी बारिश के बाद लैंडस्लाइड के होने से हुआ बड़ा विमान हादसा एयर इंडिया का बोइंग 737 विमान हुआ क्षतिग्रस्त, पायलट समेत 20 लोगों की हुई मौत। शुक्रवार को केरल के कोझिकोड में वंदे भारत मिशन के तहत दुबई से 190 लोगों को ला रहा एअर इंडिया एक्सप्रेस का विमान कोझीकोड के कारीपुर एयरपोर्ट पर लैंडिंग के वक्त फिसला।
- विमान एयरपोर्ट से सटी घाटी में करीब 50 फीट गहरी खाई में गिरकर दो हिस्सों में टूट गया। *घटना में विमान के पायलट समेत 20 लोगों की मौत और सभी यात्री हुए घायल।
- विमान में 184 यात्री , जिनमें 10 बच्चे, दो पायलट और चार केबिन क्रू के सदस्य थे।
Kerala Plane Crash News: घटना का विवरण विस्तार से
- बता दें कि कोरोना संकट के दौरान दुबई में फंसे भारतीयों को वंदे भारत मिशन के तहत सुरक्षित वापस लाने के लिए एयर इंडिया के B-737 विमान ने दुबई से केरल के कोझिकोड एयरपोर्ट के लिए उड़ान भरी थी।
- 7 अगस्त शुक्रवार को शाम 7:40 बजे एक बड़ा विमान हादसा हुआ, यह हादसा केरल के कोझिकोड एयरपोर्ट पर लैंडिंग के दौरान हुआ, जहां विमान एयरपोर्ट रनवे से फिसलकर 35 फीट गहरी खाई में गिर गया और विमान दो टुकड़ों में टूट गया, विमान में कुल 190 यात्री सवार थे जिसमें पायलट समेत 20 लोगों की मौत हो गई तथा 24 लोग बुरी तरह से जख्मी हुए है और शेष लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
- हादसा केरल के कोझीकोड एयरपोर्ट पर हुआ, बताया जा रहा है कि यह एयरपोर्ट पहाड़ी इलाके में बना हुआ है और इस एयरपोर्ट की रनवे पट्टी बहुत ही संकरी है।
- इस रनवे के शुरुआत और अंत दोनों तरफ ढलान बना हुआ है। जिस कारण से बरसात के दिनों में विमान लैंडिंग का खतरा बना रहता है।
- रनवे पट्टी छोटी होने के कारण कई बार पायलट की आंखें चकरा जाती हैं। ऐसा विमान हादसा 2010 में मंगलुरू एयरपोर्ट पर भी हुआ था, जिसमें उस समय विमान में सवार 158 लोगों की मौत हुई थी जिसके बाद विशेषज्ञों ने इसे लेकर काफी चिंता जताई थी लेकिन इस पर कोई खास कार्रवाई नहीं की गई, उसी का नतीजा कल केरल के कोझीकोड एयरपोर्ट पर देखने को मिला।
DGCA ने कहा है कि विमान का डिजिटल फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (DFDR), जिसे ब्लैक बॉक्स के रूप में भी जाना जाता है, विमान से बरामद किया गया है और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) को पुनः प्राप्त करने के लिए विमान के फ़्लोरबोर्ड को काटा जा रहा है।
आपातकालीन प्रतिक्रिया निदेशक प्रभावी आपातकालीन प्रतिक्रिया के लिए कालीकट, मुंबई के साथ-साथ दिल्ली, दुबई में सभी एजेंसियों के साथ समन्वय कर रहा है। एयर इंडिया एक्सप्रेस ने कहा कि दुर्घटना की जांच के लिए एएआईबी, डीजीसीए और उड़ान सुरक्षा विभाग पहुंच गए हैं।
Kerala Plane Crash News: मिली जानकारी के अनुसार
- बोइंग 737 के पायलट, उनमें से एक पूर्व भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के एक अधिकारी, ने टेबलटॉप रनवे पर पहले दो लैंडिंग का प्रयास किया लेकिन टेलविंड के कारण हादसा हो गया।
- मौसम के रडार के अनुसार, पायलट का लैंडिंग के लिए दृष्टिकोण रनवे 28 के लिए था, लेकिन जैसा कि पायलटों को इसमें मुश्किल हुई, वे दो बार गए और रनवे 10 पर विपरीत दिशा से आए और विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया और केरल के कोझिकोड हवाई अड्डे से खाई में उतर गया, “डीजीपी के एक वरिष्ठ जांचकर्ता ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया।
- दुबई से कालीकट के लिए एयर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ान IX-1344 कोरोनोवायरस महामारी के कारण विदेशों में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए सरकार के वंदे भारत मिशन के तहत चल रही थी।
- केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान और सीएम पिनराई विजयन ने कोझिकोड मेडिकल कॉलेज का दौरा किया जहां विमान हादसे के घायलों को भर्ती कराया गया है।
- केरल के कोझिकोड में हुए विमान हादसे में मरने वालों की संख्या 20 हो गई है। नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी घटना स्थल पर मुआयना किया। हरदीप सिंह पुरी ने हादसे में जिन लोगों की मौत हुई है, उनके परिवार के लोगों को सहायता राशि के तौर पर 10 लाख रुपए देने की घोषणा की है।
केरल भूस्खलन 7 अगस्त
- केरल में भारी बारिश के कारण मुन्नार के राजमलाई में हुआ भूस्खलन ।
- हादसे में चाय बागान के 80 कर्मचारी और उनके परिवार के सदस्य लापता । लापता लोगों को ढूंढने के लिए 50 लोगों की टीम भेजी गई है।
- केरल के इडुक्की जिले में भारी बारिश के बाद हुआ लैंडस्लाइड, 9 लोगों के शव बरामद, 12 व्यक्तियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया
- घटना केरल के इडुक्की जिले के राजामलाई गांव की है जहां 4 दिनों से हुई लगातार बारिश के कारण भारी भूस्खलन हुआ है, जिसके चलते 9 व्यक्तियों की मौत हो चुकी है। हालांकि 12 लोगों को एनडीआरएफ की टीम द्वारा सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। 57 लोग अभी भी लैंडस्लाइड के मलबे में फंसे हुए हैं।
- भूस्खलन लोकप्रिय पर्यटन स्थल मुन्नार से करीब 30 किलोमीटर दूर हुआ है। लैंडस्लाइड के कारण कई रास्ते बंद हो चुके हैं। हालांकि केरल प्रशासन की टीमें लगातार राहत और बचाव के कार्य में जुटी हुई हैं।
- लैंडस्लाइड के कारण फैले मलबे को प्रशासन द्वारा हटाया जा रहा है।
लैंडस्लाइड की घटना को लेकर ग्रामीण गमगीन
ग्रामीण दीपक ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से हो रही लगातार बारिश के कारण गुरुवार को रात 10:30 बजे भूस्खलन हुआ, जिसके बाद से ही मेरे पिता, पत्नी और मेरे भाई के परिवार के बारे में कुछ नहीं पता वे कहां हैं? संचार सेवाएं बाधित हैं, इस क्लस्टर में तीन पंक्तियों में बने घरों में लगभग 80 लोग रहते हैं लेकिन उनका कुछ नहीं पता वे सब कहां है।
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भूस्खलन में 30 जीपें भी दब गईं हैं। केरल सरकार ने घटनास्थल पर हवाई बचाव दल लाने का प्रयास किया, लेकिन खराब मौसम के कारण यह प्रयास विफल रहा हालांकि, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल की दो टीमें मौके पर पहुंच चुकी थीं।
लैंडस्लाइड से बह गए परिवार और खेती
केरल में जिस जगह लैंडस्लाइड हुआ है वहां चाय की खेती अधिकांश मात्रा में की जाती हैं। भूस्खलन इतना अधिक था कि चाय के बागान पूरी तरह चौपट हो गए, सड़कों पर जगह-जगह पेड़ उखड़ गए हैं, जिससे यातायात पूरी तरह से प्रभावित है। इलाके की तार लाइनें सब टूट गई, जिसके कारण संचार सेवाएं भी बाधित हुई है। वहीं मौसम विभाग ने आगामी कुछ घंटों के लिए घटना ग्रस्त इलाके में रेड अलर्ट जारी कर दिया है।
Kerala Plane Crash News: केरल के स्वास्थ्य मंत्री का बयान
घटनास्थल को लेकर केरल के स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने कहा है कि घटनास्थल पर एक मोबाइल मेडिकल टीम और 15 एम्बुलेंस को भेजा गया है, पुलिस, अग्नि, वन और राजस्व अधिकारियों को भी बचाव अभियान तेज़ करने के निर्देश दिए गए हैं तथा राजमाला में भूस्खलन पीड़ितों को बचाने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल तैनात कर दिया गया है।
केरल लैंडस्लाइड को लेकर प्रधानमंत्री ने जताई संवेदना
पिछले 4 दिनों से केरल के इडुक्की जिले में हो रही भारी बारिश से हुए लैंडस्लाइड को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, सचिन तेंदुलकर जैसी कई बड़ी हस्तियों ने दुख जताया है।
पीएम ने ट्वीट कर कहा कि , “राजामलाई, इडुक्की में भूस्खलन के कारण जानमाल के नुकसान से काफी आहत हूं। दुखभरी इस घड़ी में, मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। ईश्वर से घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करता हूं, एनडीआरएफ और प्रशासन लगातार राहत और बचाव कार्य में जुटे हुए हैं, जिससे प्रभावितों को सहायता मिल रही है। इसके तुरन्त बाद प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर लिखा कि, पीएम राहत निधि कोष से मृतकों के परिजनों को दो लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।
नोट : विचार करें प्रतिदिन हादसे, मृत्यु और महामारी का प्रकोप क्यों नियंत्रित नहीं हो पा रहा?
सतभक्ति है प्राकृतिक आपदाओं से बचने का एकमात्र उपाय
पूर्ण परमात्मा की सत्य साधना से ही इन प्राकृतिक आपदाओं और महामारी के प्रलय से बचा जा सकता है। इसलिए हमें तत्वदर्शी संत के माध्यम से भगवान की शरण ग्रहण करनी चाहिए।
कहते हैं कि पूर्ण परमात्मा अपनी शरण में आए हुए साधक कि पल पल रक्षा करता है, उसे कष्ट नहीं आने देता यदि हम शास्त्र अनुकूल सत भक्ति पूर्ण गुरु से ग्रहण करके करते हैं तो मनुष्य को परमात्मा का सरंक्षण मिलता है। परमेश्वर का विधान है कि भगवान अपने भगत कि हर समय मदद करता है। इसलिए हमें तत्वदर्शी संत को तलाश करके उनसे उपदेश लेकर सत भक्ति करनी चाहिए। जिसके विषय में पवित्र गीता अध्याय 15 के श्लोक 4 में कहा गया है कि तत्त्वदर्शी संत की शरण में जाने के बाद साधक फिर लौटकर कभी इस दुखों के संसार में नहीं आते, अर्थात पूर्ण मोक्ष को प्राप्त कर लेते हैं।
पवित्र सामवेद संख्या 359 अध्याय 4 खंड 25 श्लोक 8 में प्रमाण है कि जो (कविर्देव) कबीर साहिब तत्वज्ञान लेकर संसार में आता है वह सर्वशक्तिमान सर्व सुखदाता और सर्व के पूजा करने के योग्य है। अपने जीवन को सफल बनाने के लिए आज ही जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी से नामदीक्षा लेकर मानव जीवन को सफल बनाएं और सभी बुराईयों से छुटकारा पाकर सुखी जीवन जिएं। यह हादसों का लोक है यहां बचाव का एकमात्र उपाय सतगुरू की शरण में रहकर सतभक्ति करना है।