Story of Kashi Bhandara 2D Animation Video | कबीर परमेश्वर आज से 600 वर्ष पूर्व इस कलयुग में सशरीर प्रकट हुए और सत्यज्ञान का प्रचार कर नकली धर्मगुरुओं के अज्ञान को जनता के सामने उजागर किया, तब उस समय के सभी धर्मगुरु परमेश्वर कबीर जी के शत्रु बन गए और जब कबीर साहेब को वे जान से मार नहीं सके तो उन्हें बदनाम करने के उद्देश्य से झूठी चिठ्ठी पूरे भारत वर्ष के साधु संतों के पास भेज थी कि सेठ कबीर तीन दिन का भण्डारा करेंगे। प्रत्येक भोजन के बाद एक दोहर यानि कीमती शोल और एक मोहर यानि 10 ग्राम सोना देंगे। जिससे काशी के चौपड़ के बाजार में 18 लाख साधु संत इकट्ठा हो गए थे। लेकिन कबीर जी ने अपनी समर्थता का परिचय देते हुए विक्रमी संवत् 1570 यानि सन् 1513 कार्तिक महीने की शुक्ल पक्ष चतुर्दशी से मार्गशीर्ष महीने की कृष्ण पक्ष एकम् तक तीन दिन दिव्य भण्डारा कराया था। कबीर जी स्वयं ही केशव बंजारा बनकर, सतलोक से भण्डारे का सब सामान नौ लाख बैलों के ऊपर थैलों, बोरों में भरकर लादकर लाए थे और सभी को दिव्य भण्डारा कराया था। देखिये वीडियो…..