Jabalpur Hospital Fire News [Hindi] | मध्यप्रदेश के जबलपुर स्थित न्यू लाइफ मेडिसिटी मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल में बीते कल यानि सोमवार 1 अगस्त को दोपहर में भीषण आग लग गई। इस हादसे में अब तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है और कई लोग घायल हो गए। आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। वहीं, यह खबर निकलकर सामने आ रही है कि अस्पताल का नियमों के परे जाकर रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट दिया गया, जिसके बाद जिले के स्वास्थ्य अधिकारियों पर सवाल उठ रहे हैं।
Jabalpur Hospital Fire News [Hindi]: मुख्य बिंदु
- जबलपुर के न्यू लाइफ मेडिसिटी मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल में लगी भीषण आग।
- अग्निकांड में मौत का आंकड़ा 8 तक पहुंचा। घायलों को दूसरे अस्पताल में भेजा गया।
- मुख्यमंत्री ने सहायता राशि का किया एलान। घायलों के इलाज का खर्च सरकार करेगी वहन।
- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ समेत अनेक नेताओं ने घटना पर दुःख जताया।
- अस्पताल को नियमों के परे जाकर दिया गया रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट, जिले के स्वास्थ्य अधिकारियों पर उठे सवाल।
- अस्पताल संचालकों पर केस दर्ज, सरकार ने दिए जाँच के आदेश।
- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जिम्मेदार सीएमएचओ और फायर सेफ्टी ऑफिसर को निलंबित करने के दिए निर्देश।
क्या है पूरी घटना?
Jabalpur Hospital Fire News | जबलपुर के दमोह नाका से आईटीआई मार्ग पर स्थित न्यू लाइफ मेडिसिटी मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल में बीते सोमवार को दोपहर 2:45 के करीब भीषण आग लग गई। जिसके बाद अस्पताल में अफरा तफरी मच गई। हादसे में 8 लोगों की मौत हो गई जिसमें अस्पताल स्टाफ और मरीज शामिल हैं और कई लोग घायल हो गए। हालाकि, मौके पर पहुंचकर नगर निगम की आठ फायर ब्रिगेड की गाड़ियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। वहीं घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया जहाँ पर उनका इलाज चल रहा है।
Jabalpur Hospital Fire News [Hindi] : आग लगने का कारण
समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए सिटी एसपी अखिलेश गौर ने कहा कि अस्पताल में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी है और आग ग्राउंड फ्लोर से थर्ड फ्लोर तक फैल गई थी। हम आपको बता दें कि अभी फॉरेंसिक टीम आग लगने का कारण जानने के लिए जांच कर रही है। जांच से ही पता चलेगा कि आग कैसे लगी जिससे इतना बड़ा हादसा हो गया।
मुख्यमंत्री ने सहायता राशि का ऐलान किया
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने जबलपुर स्थित न्यू लाइफ मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल में हुए अग्नि दुर्घटना में नागरिकों के असमय निधन पर गहरा दु:ख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि “दु:ख की इस घड़ी में शोकाकुल परिवार स्वयं को अकेला न समझें, मैं और संपूर्ण मध्यप्रदेश पीड़ित परिवारो के साथ है। राज्य सरकार की ओर से मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायलों को 50-50 हजार रुपये की सहायता प्रदान की जायेगी। घायलों के संपूर्ण इलाज का व्यय भी सरकार वहन करेगी।”
साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और काँग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ, जबलपुर सांसद राकेश सिंह समेत कई नेताओं ने भी अस्पताल में हुए आग दुर्घटना पर ट्वीट कर दुःख व्यक्त किया है।
Jabalpur Hospital Fire News [Hindi] : अस्पताल संचालकों पर केस दर्ज
जबलपुर पुलिस अधीक्षक (SP) सिद्धार्थ बहुगुणा ने बताया कि प्राइवेट हॉस्पिटल न्यू लाईफ मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल में हुए अग्निकांड में अस्पताल के संचालकों के खिलाफ गैरइरादतन हत्या का केस दर्ज कर लिया गया और अस्पताल के मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही उन्होंने कहा कि परमिशन देने वाले स्वास्थ्य अधिकारियों की भी भूमिका की जांच की जा रही है, यदि अफसरों की भूमिका पाई गई तो उनके खिलाफ भी एफआईआर (FIR) दर्ज की जाएगी।
■ Also Read | Delhi Mundka Fire News Update | दिल्ली के मुंडका में लगी भीषण आग, 29 लोगों की जलकर मृत्यु, कई लापता
सरकार ने दिये जाँच के आदेश
Jabalpur Hospital Fire News | राज्य सरकार ने जबलपुर के न्यू लाईफ मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल अग्निकांड की जांच के निर्देश दिए हैं। सरकार के आदेश के मुताबिक जबलपुर के संभाग आयुक्त बी चंद्रशेखर की अध्यक्षता में एक 4 सदस्यीय कमेटी घटना की जांच करेगी। राज्य सरकार की ओर से कमेटी को एक महीने में जांच पूरी कर रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया गया है। यह कमेटी अस्पताल की फायर सेफ्टी, इलेक्ट्रिकल सेफ्टी के अलावा अन्य विभागों से जुड़ी अनुमतियों की जांच करेगी।
बिना फायर सेफ्टी प्रोटोकॉल के चल रहा था अस्पताल
जबलपुर के जिस निजी अस्पताल में आग लगने से 8 लोगों की मौत हुई है, उसमें फायर सेफ्टी के इंतजाम नहीं थे। यह खुलासा नगर निगम जबलपुर की फायर ऑडिट रिपोर्ट में हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक, हॉस्पिटल ने मार्च 2021 में प्रोविजनल फायर NOC ली थी। इसकी वैलिडिटी मार्च 2022 में समाप्त हो गई। इसके बावजूद अस्पताल चल रहा था।
Jabalpur Hospital Fire News | नियमों का अनदेखा कर सर्टिफिकेट जारी
वहीं जबलपुर के प्राइवेट अस्पताल में हुई आग की घटना के बाद प्रशासनिक लापरवाही भी सामने आ रही है। और नगर निगम और जिले के मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी (CMHO) पर सवाल उठ रहे हैं। वहीं रिपोर्ट के अनुसार अस्पताल को जारी रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट में ‘मध्य प्रदेश उपचार्यगृह तथा रूजोपचार संबंधी स्थापनाएं (रजिस्ट्रीकरण तथा अनुज्ञापन) नियम, 1997’, ‘मध्य प्रदेश भूमि विकास नियम 2012’ और ‘नेशनल बिल्डिंग कोड, 2016’, इन सभी नियमों का उल्लंघन किया गया है।
जिम्मेदार अफसरों को निलंबित करने का निर्देश
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जबलपुर में हुई अग्नि दुर्घटना की समीक्षा बैठक के दौरान कहा कि जबलपुर के न्यू लाइफ हॉस्पिटल में हुई अग्नि दुर्घटना बेहद दुखद है। मुख्यमंत्री चौहान ने जिम्मेदार मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी (CMHO) और फायर सेफ्टी ऑफिसर को निलंबित करने के निर्देश दिए। साथ ही, मुख्यमंत्री ने कहा कि जबलपुर सहित पूरे प्रदेश में अस्पतालों की जाँच कराई जाए। जिससे ऐसी घटनाएं न हों। तथा अग्नि सुरक्षा व्यवस्था में कमी पाए जाने पर अस्पतालों के लाइसेंस निरस्त करें। उन्होंने कहा कि दुर्घटनाएँ रोकने के लिए फायर एनओसी, बिल्डिंग परमीशन और इलेक्ट्रिकल सेफ्टी जरूरी है।
भगवान के विधान से अपरिचित व्यक्ति नियमों का उल्लंघन करता है
आज व्यक्ति धन कमाने में इतना अंधा हो गया है कि उसे भगवान का भी डर नहीं रहा। जबकि भगवान का विधान कहता है कि आप जीव-जंतु, मनुष्य आदि को किसी भी तरह मारो उस अपराध का दंड अवश्य मिलता है। संत गरीबदास जी कहते हैं –
गरीब, तुमने उस दरगाह का महल नहीं देखा।
धर्मराज के तिल-तिल का लेखा।।
तत्वज्ञान से परिचित व्यक्ति अपराध नहीं करता
परमेश्वर का विधान तत्वज्ञान अर्थात सच्चे आध्यात्मिक ज्ञान से पता चलता है। जिसके जानने के बाद व्यक्ति जैसे हत्या, लूटखसोट, चोरी, ठगी आदि सर्व अपराध त्याग कर भगवान की भक्ति करता है और एक भक्त की तरह का जीवन जीता है। सम्पूर्ण तत्वज्ञान को जानने के लिए संत रामपाल जी महाराज के सत्संग सुनिये साधना टीवी चैनल पर प्रतिदिन 7:30-8:30 या आप गूगल प्ले स्टोर से Sant Rampal Ji Maharaj App डाऊनलोड करें।