November 26, 2025

हिंडनबर्ग रिपोर्ट और SEBI विवाद: क्या है पूरा मामला?

Published on

spot_img

हिंडनबर्ग रिपोर्ट और SEBI विवाद: जनवरी 2023 में अमेरिकी शॉर्टसेलर हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा अदाणी समूह पर लगाए गए आरोपों ने भारतीय शेयर बाजार में भूचाल ला दिया था। हिंडनबर्ग ने अदाणी समूह पर शेयर बाजार में हेराफेरी और लेखा धोखाधड़ी जैसे गंभीर आरोप लगाए थे। इस रिपोर्ट के बाद अदाणी समूह के शेयरों में भारी गिरावट भी आयी है। 

  •  सुप्रीम कोर्ट ने SEBI के द्वारा किए गए जाँच और फैसले का समर्थन किया।
  •  अदाणी समूह ने हिंडनबर्ग के सभी आरोपों को निराधार और भ्रामक बताया  है।
  •  कई विदेशी निवेशकों ने इस विवाद के कारण भारत से अपना निवेश वापस ले लिया है।

जनवरी 2023 में, एक शॉर्टसेलर कंपनी, हिंडनबर्ग रिसर्च ने अदाणी ग्रुप पर शेयर बाजार में हेराफेरी करने का आरोप लगाया। इस रिपोर्ट के बाद अदाणी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट आई। कई विदेशी निवेशकों ने भी इस अवसर का फायदा उठाते हुए अदाणी ग्रुप के शेयरों में शॉर्टसेलिंग की।

हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने इन आरोपों की जांच शुरू की। लंबी जांच के बाद SEBI ने अदाणी ग्रुप को सही, जबकि शॉर्टसेलर को गलत ठहराया। मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा और लंबी सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट से भी अदाणी ग्रुप को क्‍लीन चिट मिली। SEBI ने जांच में शॉर्टसेलर को कोड ऑफ कंडक्‍ट के उल्‍लंघन और अनफेयर ट्रेड प्रैक्टिस का दोषी पाया। 27 जून 2024 को SEBI ने हिंडनबर्ग को, FPI मार्क किंग्‍डन और नाथन एंडरसन को शो-कॉज नोटिस भेजा। 

■ Also Read: जानें राजस्थान के इतिहास, कला, संस्कृति और भौगोलिक स्थिति के बारे में

SEBI के नोटिस का जवाब देने की बजाय हिंडनबर्ग ने SEBI की ही चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच पर कोटक महिंद्रा को बचाने समेत कई आरोप लगा दिए।अब एक और भ्रामक रिपोर्ट जारी कर शॉर्टसेलर ने SEBI चीफ पर ही कथित हेराफेरी में शामिल होने के आरोप लगाए हैं। हिंडनबर्ग ने यह भी आरोप लगाया कि SEBI ने अदाणी समूह को बचाने के लिए जानबूझकर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को खारिज किया है। 

इस विवाद के प्रभाव

  • नियामक की विश्वसनीयता: यह विवाद SEBI की विश्वसनीयता पर सवाल उठाता है।
  • शॉर्टसेलिंग: यह विवाद शॉर्टसेलिंग के प्रभाव और इसके नियमन के बारे में बहस को फिर से जगाता है।
  • कॉर्पोरेट गवर्नेंस: यह विवाद कॉर्पोरेट गवर्नेंस के मुद्दे पर प्रकाश डालता है।
  • विदेशी निवेशक: यह विवाद विदेशी निवेशकों के विश्वास को प्रभावित कर सकता है।
  • शेयर बाजार की अस्थिरता: इस विवाद के कारण शेयर बाजार में अस्थिरता बढ़ सकती है।

इस विवाद पर कई विशेषज्ञों ने अपनी राय व्यक्त की है। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि SEBI ने सही निर्णय लिया है और हिंडनबर्ग के आरोप निराधार हैं। वहीं कुछ अन्य विशेषज्ञों का मानना है कि SEBI को इस मामले में और अधिक गहराई से जांच करनी चाहिए।

यह विवाद केवल भारत तक ही सीमित नहीं है। दुनिया भर के निवेशक इस विवाद पर नजर रख रहे हैं। कई अंतर्राष्ट्रीय मीडिया हाउसों ने इस विवाद पर विस्तृत रिपोर्ट प्रकाशित की है। इस विवाद ने कॉर्पोरेट गवर्नेंस, शेयर बाजार के नियमन और विदेशी निवेश के मुद्दों पर गंभीरता से सोचने पर मजबूर कर दिया है।

निम्न सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर हमारे साथ जुड़िए

WhatsApp ChannelFollow
Telegram Follow
YoutubeSubscribe
Google NewsFollow

Latest articles

कैसे संत रामपाल जी महाराज ने सैमान गांव को विनाशकारी बाढ़ से बचाया

चार महीनों तक महम तहसील, रोहतक, हरियाणा के सैमान गांव के लोग अत्यंत कठिनाइयों...

संत रामपाल जी महाराज ने भिवानी के बाढ़ग्रस्त बड़ेसरा गांव को दी स्थायी राहत

हरियाणा के भिवानी ज़िले के बड़ेसरा गांव की ग्राम पंचायत को संत रामपाल जी...

जब प्रशासन ने खड़े किए हाथ; तब संत रामपाल जी महाराज की ‘अन्नपूर्णा मुहिम’ बनी बाढ़ प्रभावित गोयला कलाँ के लिए जीवन रेखा 

हरियाणा के झज्जर ज़िले की तहसील बादली में स्थित गाँव गोयला कलाँ उस अद्वितीय...

Bollywood Legend Dharmendra Dies at 89, Leaving Behind a Timeless Legacy

Dharmendra, one of Indian cinema’s most beloved and enduring actors, passed away at the...
spot_img

More like this

कैसे संत रामपाल जी महाराज ने सैमान गांव को विनाशकारी बाढ़ से बचाया

चार महीनों तक महम तहसील, रोहतक, हरियाणा के सैमान गांव के लोग अत्यंत कठिनाइयों...

संत रामपाल जी महाराज ने भिवानी के बाढ़ग्रस्त बड़ेसरा गांव को दी स्थायी राहत

हरियाणा के भिवानी ज़िले के बड़ेसरा गांव की ग्राम पंचायत को संत रामपाल जी...

जब प्रशासन ने खड़े किए हाथ; तब संत रामपाल जी महाराज की ‘अन्नपूर्णा मुहिम’ बनी बाढ़ प्रभावित गोयला कलाँ के लिए जीवन रेखा 

हरियाणा के झज्जर ज़िले की तहसील बादली में स्थित गाँव गोयला कलाँ उस अद्वितीय...