Haryana Lockdown News: कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बाद हरियाणा में 14 जून तक लॉक डाउन को बढ़ा दिया गया है। हालांकि अर्थव्यवस्था और रोजगार को पटरी पर लाने के उद्देश्य से शर्तों के साथ कुछ स्थानों के खुलने पर छूट मिली है। एक ओर किसानों का प्रदर्शन जारी है वहीं दूसरी ओर अंतरराष्ट्रीय कम्पनी ने स्पुतनिक वैक्सीन देने के प्रस्ताव से राज्य को राहत दी है। जानें किस तरह सत्यभक्ति से पाया जा सकता है सभी समस्याओं का अंत।
Haryana Lockdown News: मुख्य बिंदु
- अनलॉक की प्रक्रिया में जारी हुए दिशा निर्देश
- रेस्टोरेंट, मॉल और मंदिरों के खुलने पर मिली छूट
- 14 जून तक बढ़ाया गया है लॉक डाउन
- माल्टा की अंतरराष्ट्रीय कंपनी फार्मा रेगुलेटरी सर्विसेज लिमिटेड द्वारा दी जा सकती है स्पुतनिक वैक्सीन
- हरियाणा को अगले 30 दिनों के भीतर पांच लाख डोज़ की पहली खेप सप्लाई होने की संभावना
- किसान आंदोलन को लेकर सरकार और किसानों के बीच संघर्ष जारी; हरियाणा के सभी थानों के घेराव की योजना
- संयुक्त किसान मोर्चा के दो नेता रवि आजाद और विकास सीसर को हरियाणा पुलिस ने गिरफ्तार किया था
- कैसे पाएं सुख और शांति, कैसे जाएं अविनाशी लोक, मात्र सत्यभक्ति ही बचा सकती है महामारी से
Haryana Lockdown News: हरियाणा में 14 जून तक बढ़ा लॉकडाउन
कोरोना वायरस की दूसरी लहर के साथ ही हरियाणा में लॉकडाउन लगाया गया था। राज्य में पिछले पाँच हफ्ते से लॉक डाउन चल रहा था। जिसे क्रमशः 10 मई, 12 मई, 17 मई और 31 मई को बढ़ाया गया। अब लॉक डाउन 14 जून तक बढ़ाया गया है। कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या कम ज़रूर हुई है लेकिन खतरा अभी भी बना हुआ है। ऐसे में सरकार पूरी तरह से अनलॉक करने के पक्ष में नहीं है हालांकि अर्थव्यवस्था और रोजगार को पटरी पर लाने के उद्देश्य से शर्तों के साथ कुछ स्थानों के खुलने पर छूट मिली है।
Haryana Lockdown News Update: अनलॉक की प्रक्रिया में जारी हुए दिशा निर्देश
हरियाणा में लॉकडाउन खुलने को लेकर दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं। मॉल, रेस्टोरेंट और मंदिर आदि खुलने में ढील दी गई है लेकिन कुछ शर्तों के साथ ही। शॉपिंग मॉल, रेस्टोरेंट इत्यादि के खुलने का समय सुबह 10 से शाम 6 बजे तक बताया गया है। बार एवं रेस्टोरेंट में 50 फीसदी स्टाफ को आने की इजाजत दी गई है। विवाह एवं अंतिम संस्कार में केवल 50 लोग शामिल हो सकेंगे। ऑड और ईवन की तर्ज पर दुकानें खोली जाएंगी। होटल, रेस्तरां व मॉल आदि से होम डिलीवरी रात्रि 10 बजे तक होगी। वहीं कॉरपोरेट कार्यालयों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए 50 फीसदी स्टाफ के साथ खोलने की मंजूरी दी गई है।
महामारी से बचना मुश्किल है
ऐसे समय जब महामारी और लॉकडाउन जैसा समय चल रहा है तब हर कोई बचना चाहता है। वास्तव में एक पौराणिक कथा के अनुसार राजा परीक्षित जिनकी मृत्यु होनी थी वे मृत्यु से भागते रहे और अंततः सर्प काटने से उनकी मृत्यु हुई। किसी भी तरह का कोई नियम या बचाव मृत्यु से या महामारी से नहीं बचा सकता। इसके लिए तत्वदर्शी संत अति आवश्यक है। तत्वदर्शी संत की शरण में रहने वाले साधक को तीनों ताप, पूर्व जन्म के कर्म बंधन, अतिशय दुख, भयंकर रोग तथा यमदूतों आदि का भी भय नहीं होता। वर्तमान में पूर्ण तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज हैं। उनकी शरण मे आएं और अपना कल्याण करवाएं।
Haryana Lockdown News Update: वैक्सीन मिलने की संभावना हुई प्रबल
हरियाणा में कोरोना की स्थिति से निपटने के लिए रूस की स्पुतनिक V वैक्सीन उपलब्ध हो रही है। माल्टा की इंटरनेशनल कंपनी फार्मा रेगुलेटरी सर्विसेज लिमिटेड ने हरियाणा को वैक्सीन देने की पेशकश की है। देश में वैक्सीन की कमी के चलते केंद्र ने राज्य सरकारों को वैक्सीन खरीदने के अधिकार दिए थे। हरियाणा सरकार ने 26 मई को टेंडर जारी किया था जो 4 जून को बंद हो गया था। तब तक एक भी कम्पनी वैक्सीन के लिए आगे नहीं आई थी। अब माल्टा की इंटरनेशनल कम्पनी फार्म रेगुलेटरी सर्विसेज लिमिटेड ने हरियाणा सरकार को कुल 60 मिलियन डोज़ उपलब्ध कराने की पेशकश की है।
लोगों को मुफ्त लगाई जाएगी वैक्सीन
Haryana Lockdown News: यह प्रस्ताव 30 मिलियन डोज़ 1 और 30 मिलियन डोज़ 2 की आपूर्ति के लिए मिला है। लगभग 1150 रुपये प्रति खुराक वाली यह वैक्सीन राज्य में 18 से 44 साल के लोगों को मुफ्त लगाई जाएगी। पहली बार में पाँच लाख डोज़ देने के बाद हर 20 दिनों में 10 लाख खुराक देने की बात फर्म द्वारा जारी साख पत्र में कही गई है।
सत्यभक्ति एकमात्र वैक्सीन
सत्यभक्ति रूपी वैक्सीन सभी रोगों के साथ ही जन्म मरण के रोग से भी निजात दिलाती है। सत्यभक्ति का अर्थ है पूर्ण परमेश्वर कबीर साहेब की भक्ति। वर्तमान में यह भक्ति विधि तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज ही बता सकते हैं। कबीर साहब एकमात्र अविनाशी और सामर्थ्यवान भगवान हैं जिनके अतिरिक्त अन्य सभी देवी देवता भी जन्म व मृत्यु के बंधन से बंधे हैं। साधक की हर प्रकार से रक्षा करना परमात्मा की प्राथमिकताओं में से है।
वैक्सीन मात्र से सुख, समृद्धि, निरोगी काया एवं महामारी से बचाव संभव नहीं है। इस लोक के देवता भी किसी न किसी कारण से दुखी रहते हैं। सतलोक असली मोक्ष स्थल है तथा इस लोक के सुखों के लिए सत्यभक्ति अत्यंत आवश्यक है जिसके लिए तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेनी होगी। अधिक जानकारी के लिए देखें सतलोक आश्रम यूट्यूब चैनल।
Haryana News Update: फतेहाबाद का टोहाना बना किसानों का केंद्र
हरियाणा सरकार द्वारा दो किसानों को आज छोड़ दिया गया है।
“हमने निर्णय लिया है कि अब हम टोहाना थाने का घेराव नहीं करेंगे। एक अन्य व्यक्ति जेल में बंद है जिसके छोड़े जाने के लिए पुलिस प्रशासन से बातचीत चल रही है।” भारतीय किसान यूनियन नेता राकेश टिकैत
हरियाणा का टोहाना इस समय किसानों का महत्वपूर्ण केंद्र बना हुआ है। किसान आंदोलन के सिलसिले में हुई किसानों की गिरफ्तारी के बाद उनकी रिहाई के लिए हरियाणा के किसान थाने में एकत्रित रहे। तथा आज पूरे हरियाणा राज्य के थानों का घेराव कर प्रदर्शन करने की योजना बनाई गई है। संयुक्त किसान मोर्चा के दो किसानों की गिरफ्तारी के बाद उन्हें रिहा न करने के कारण फतेहाबाद के टोहाना में किसान इकट्ठा रहे। तथा अब हरियाणा के सभी थानों के घेराव की योजना बनाई है। यह विरोध संयुक्त किसान मोर्चा के नेता राकेश टिकैत, गुरनाम सिंह चढूनी, योगेंद्र यादव, युद्धवीर सिंह, जोगिंदर नैन और सुदर्शन कोठ के नेतृत्व में चलाया जा रहा है। किसानों को विरोध जारी रखने के लिए थाने के बाहर शामियाना भी लगाना पड़ा है।
Haryana News Update प्रदर्शन तेज करने के लिए किसानों का आना प्रारंभ
किसानों का मत है कि थाने से तब तक नहीं हटेंगे जब तक गिरफ्तार नेताओं पर लगाए गए दो मामले वापस लेकर उन्हें रिहा नहीं कर देते। काफी समय तक बैठक के बाद भी कोई निष्कर्ष नहीं निकला और 7 जून के लिए प्रदेश के सभी थानों के घेराव की घोषणा संयुक्त किसान मोर्चे ने कर दी है।
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किसान नेताओं द्वारा सिरसा, जींद, हिसार और फतेहाबाद के किसानों से टोहाना में एकत्रित होने की अपील की गई वहीं अन्य किसानों से अपने अपने थानों के सामने विरोध प्रदर्शन करने के लिए कहा गया है। हरियाणा के अलावा अब दिल्ली की सीमाओं टिकरी बॉर्डर, सिंघु बॉर्डर, गाजीपुर व अन्य स्थानों से किसानों ने प्रदर्शनकारी विरोध में शामिल होने के लिए इकट्ठे होना शुरू कर दिया है।
भूल गए निज डहरे नूं
मानव अपने अधिकारों की लड़ाई में तो कभी किसी और के हक़ को मारने या दबाने में अपना वास्तविक कार्य भूल जाता है। मानव जन्म केवल भक्ति के लिए है। जब व्यक्ति सब कुछ भूलकर परमेश्वर को आगे रखकर भक्ति करते हैं तो परमेश्वर उनकी व उनके अधिकारों की स्वयं रक्षा करते हैं। मनुष्य जीवन चार दिन का है और इस तरह विलुप्त हो जाता है जैसे आटे में नमक। असली सुख तो सतलोक में है। समय नाजुक है और परमात्मा एकमात्र सहारा है । लेकिन उसे ऐसे ही याद करने का कोई अर्थ नहीं जब तक खेत में बीज न बोया जाए और जीवन में तत्वदर्शी संत से नाम दीक्षा न ली जाए तब तक खेत और जीवन दोनों ही निरर्थक रहते हैं। बिना देर किए जगतगुरु संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेकर अपना कल्याण करवाएं।
सुरपति दुखिया भूपति दुखिया, रंक दुखी बपरीति हो |
कहैं कबीर और सब दुखिया, एक सन्त सुखी मन जीती हो ||