France New Covid 19 Variant IHU: नया कोरोना वेरिएंट: फ्रांस में 46 रूपों वाला कोरोना वायरस का एक और वेरिएंट मिला है जो वर्तमान ओमीक्रोन वेरिएंट से भी ज्यादा संक्रामक है। यह कोविड वेरिएंट अब तक 12 लोगों को संक्रमित कर चुका है। यह वेरिएंट ज्यादा म्यूटेड है और इसका नाम IHU है। इस B.1.640.2 वेरिएंट को IHU मेडिटेरेंस इन्फेक्शन के विशेषज्ञों ने खोजा है। यह नया वेरिएंट ऐसे समय पर मिला है जब दुनिया के ज्यादातर हिस्सों में कोरोना का ओमीक्रोन वेरिएंट फैला हुआ है। हालांकि अब आईएचयू वेरिएंट के फैलने का खतरा मंडरा रहा है।
France New Covid 19 Variant IHU: B.1.640.2 वेरिएंट IHU से जुड़े मुख्य बिंदु
- भारत में कोविड 19 की तीसरी लहर 14 दिन के अंदर (6 फरवरी तक) पीक पर पहुंच सकती है। आईआईटी मद्रास द्वारा किए गए एक अध्ययन में बात सामने आई है।
- IHU B.1.640.2 से प्रभावित हुए लोगों में इसके हल्के लक्षण पाए गए।
- B.1.640.2 संक्रमण को अफ्रीकी देश कैमरून की यात्रा से जोड़ा गया है।
- IHU में 46 उत्परिवर्तन (mutations) और 37 विलोपन हैं जिसके परिणामस्वरूप 30 अमीनो एसिड प्रतिस्थापन और 12 विलोपन (deletions) हैं।
- B.1.640.2 को अब तक अन्य देशों में पहचाना नहीं गया है । विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा जांच के तहत इस पर अभी किसी प्रकार का लेबल नहीं लगाया गया है।
France New Covid 19 Variant IHU: क्यों है IHU ओमीक्रोन से भी ज्यादा संक्रामक?
France New Covid 19 Variant IHU: शोधकर्ताओं के अनुसार इस वेरिएंट में 46 म्यूटेशन है जो ओमीक्रोन से भी ज्यादा है। विशेषज्ञों ने कहा कि IHU वेरिएंट वैक्सीन और संक्रमण को लेकर ज्यादा प्रतिरोधी है। अमीनो एसिड अणु होते हैं जो प्रोटीन बनाने के लिए गठबंधन करते हैं, और दोनों जीवन के निर्माण खंड हैं।
- N501Y और E484K सहित चौदह अमीनो एसिड प्रतिस्थापन, और नौ विलोपन स्पाइक प्रोटीन में स्थित हैं।
- वर्तमान में उपयोग किए जाने वाले अधिकांश टीके SARS-CoV-2 के स्पाइक प्रोटीन पर लक्षित होते हैं, जिसका उपयोग वायरस कोशिकाओं में प्रवेश करने और संक्रमित करने के लिए करता है।
- N501Y और E484K म्यूटेशन पहले बीटा, गामा, थीटा और ओमाइक्रोन वेरिएंट में भी पाए गए थे।
- जीनोम के उत्परिवर्तन सेट और फाईलोजेनेटिक स्थिति हमारी पिछली रिसर्च के आधार पर आईएचयू IHU नामक एक नए संक्रमण को इंगित करती है।”
France New Covid 19 Variant IHU: नए वेरिएंट पर विशेषज्ञों की क्या राय है?
B.1.640.2 वेरिएंट को किसी अन्य देश में अभी नहीं पाया गया है और डब्ल्यूएचओ ने अभी इसे जांच के दायरे में डालने का ऐलान नहीं किया है। इस बीच वायरस विशेषज्ञ एरिक फेइगल डिंग ने कहा है कि नए वेरिएंट आ रहे हैं लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि वे ज्यादा खतरनाक होंगे। उन्होंने कहा कि अभी यह देखना होगा कि यह नया वेरिएंट किस श्रेणी में आता है। इससे पहले 24 नवंबर 2021 को ओमीक्रोन वेरिएंट का दक्षिण अफ्रीका में पता चला था। अब तक यह 100 देशों में फैल चुका है। विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना वायरस के ओमीक्रोन वेरिएंट से जूझ रही दुनिया के लिए ये एक खबर है।
विश्व में कितने लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई जा चुकी है?
पूरे विश्व में लगभग 4 अरब लोगों को (4,05,45, 28,562) जो कि विश्व की आबादी का लगभग 52.1% को कोरोना की वैक्सीन लगाई जा चुकी है और लगभग 10 अरब (10,03,55,76,868) कोविड वैक्सीन की खुराक लोगों को पूरे विश्व में दी जा चुकी है।
हिंदुस्तान में कोविड टीकाकरण की क्या स्थिति है?
हिंदुस्तान में लगभग 69 करोड 8 लाख लोग ऐसे हैं जिन पर टीकाकरण पूरा हो चुका है और भारतवर्ष के 50.3% लोगों का कोविड टीकाकरण पूरा हो चुका है जिसमें लगभग 1अरब 65 करोड़ कोविड 19 के टीकाकरण की खुराकें दी जा चुकी हैं।
दुनिया में कोरोना से लगभग कितनी मौतें हो चुकी है?
पूरी दुनिया में कोरोना वायरस से लगभग 56.5 लाख से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं और यह संख्या अभी भी लगातार बढ़ती चली जा रही है, दुनियाभर में कुल कोरोना केस 37 करोड़ के पार पहुंच गए हैं।
भारत में कोरोना के कुल कितने केस और मौतें हुई हैं?
भारत में कोरोना के कुल मामले 4 करोड़ के पार पहुंच गए हैं और कोरोना से कुल मौतों का आंकड़ा लगभग 5 लाख पर पहुंच गया है। देश में 29 जनवरी 2022 तक कुल 4 करोड़ 09 लाख 12 हजार केस हैं। इनमें एक्टिव मरीजों की संख्या 22,64,755 हैं। वहीं इलाज के बाद संक्रमण से ठीक हो चुके लोगों की संख्या लगभग 37,278,190 है।
■ Also Read: NeoCov Variant: Wuhan Scientists Warn Of New Covid Virus NeoCov
भारत में कुल 4,93,251 मौतें कोरोना से हुई हैं। दुनिया के दूसरे देशों से भारत की तुलना की जाए तो कोरोना प्रभावित देशों की सूची में भारत दूसरे नंबर पर है। सिर्फ अमेरिका में ही भारत से ज्यादा मामले हैं।
कोरोना संक्रमण और मौत के मामलों में शीर्ष पर आने वाले कुछ देश (वर्तमान में)
- यूनाइटेड स्टेट अभी तक कुल संक्रमित लोग 7.4 करोड़, मौतैं (8.82 लाख)
- भारत 4.09 करोड (4.93) लाख
- ब्राज़ील 2.51 करोड़ 6.26 लाख
- फ्रांस 1.8 करोड़ 1.28 लाख
- यूनाइटेड किंगडम 1.63 करोड़ 1.55 लाख
- टर्की 1.13 करोड़ 86,871
- रूस 1.13 करोड़ 3.23 लाख,
- इटली 1.07 करोड़ 1.46 लाख
- स्पेन 97.8 लाख 92,966
- जर्मनी, 96.6 लाख 1.18 लाख
- अर्जेंटीना 82.7 लाख 1.21 लाख
- ईरान 63.1 लाख 1.32 लाख
कोविड-19 की रोकथाम के लिए क्या करें?
- ज़रूरी सावधानियां अपनाकर, आप खुद को और अपने आस-पास के लोगों को सुरक्षित रख सकते हैं। स्थानीय स्वास्थ्य विभाग की ओर से दी गई सलाह मानें।
- अपने क्षेत्र के लिए सबसे उचित जानकारी पाने के लिए अपने स्थानीय स्वास्थ्य विभाग से संपर्क करें।
- दूसरों से सुरक्षित दूरी (कम से कम 1 मीटर) बनाए रखें, भले ही वे बीमार न हों।
- सार्वजनिक स्थानों पर मास्क लगाएं, खास तौर पर इमारत के भीतर या जब शारीरिक दूरी बनाना संभव न हो।
- बंद जगहों की बजाय खुली, हवादार जगहें चुनें।
- अगर किसी इमारत के भीतर हैं, तो खिड़कियां खोलें।
- हाथों को बार-बार धोएं। हाथ धोने के लिए, साबुन और पानी या एल्कोहल वाला हैंड रब इस्तेमाल करें।
- अपनी बारी आने पर टीका लगवाएं। टीकाकरण के बारे में स्थानीय निर्देश फ़ॉलो करें।
- खांसने या छींकने पर अपनी नाक और मुंह को कोहनी या रूमाल से ढंक लें।
- अगर आप अस्वस्थ महसूस कर रहे हैं, तो घर पर ही रहें।
- अगर आपको बुखार-खांसी है और सांस लेने में परेशानी हो रही है, तो डॉक्टर के पास जाएं।
- आपको स्वास्थ्य सेवा देने वाली संस्था से संपर्क करें, ताकि वे आपको बता दें कि इलाज के लिए क्या करना है।
- अगर आपने सही मास्क पहना है, तो आप से दूसरों में वायरस को फैलने से रोकने में मदद मिल सकती है। संक्रमित होने का खतरा कम रहता है। स्वयं भी सचेत रहें और दूसरों को सचेत करें।
France New Covid 19 Variant IHU: कोरोना वायरस के किसी भी वेरिएंट से खुद की देखभाल कैसे करें?
आइए जानते हैं कुछ लक्षणहीन मामले और जाने कि COVID-19 के हल्के लक्षण नज़र आने पर क्या करें-
- अपने आपको एक हवादार कमरे में सबसे अलग रखें।
- तीन परतों वाले मेडिकल मास्क का उपयोग करें, 8 घंटे में इसे बदल दें या इससे पहले अगर ये गीले या गंदे हो जाएं तो तुरंत बदल दें। अगर देखभाल करने वाला कमरे में आता है, तो उसे और मरीज़ दोनों को एन 95 मास्क इस्तेमाल करना चाहिए।
- मास्क को 1% सोडियम हाइपोक्लोराइट से कीटाणुरहित करने के बाद ही फेंकना चाहिए।
- आराम करें और पर्याप्त हाइड्रेशन बनाए रखने के लिए ढेर सारे तरल पदार्थ पिएं।
- हर समय सांस लेने से जुड़े शिष्टाचारों का पालन करें।
- कम से कम 40 सेकंड के लिए साबुन और पानी से बार-बार हाथ धोएं या अल्कोहल वाले सैनिटाइज़र से हाथ साफ़ करें।
- घर के अन्य लोगों के साथ व्यक्तिगत सामान न शेयर करें।
- कमरे की उन सतहों को 1% हाइपोक्लोराइट सॉल्यूशन से पक्के तौर पर साफ़ करें जिन्हें अक्सर छुआ जाता है (टेबलटॉप, दरवाज़े का नॉब, हैंडल वगैरह)।
- रोज़ शरीर के तापमान पर नज़र रखें।
- पल्स ऑक्सीमीटर से रोज़ ऑक्सीजन सैचुरेशन पर नज़र रखें।
- लक्षणों में कोई भी बढ़ोतरी नज़र आने पर, इलाज करने वाले चिकित्सक से तुरंत संपर्क करें।
France New Covid 19 Variant IHU: संक्रमित व्यक्ति की देखभाल में कौन से निर्देशों का पालन करना ज़रूरी है?
- मास्क देखभाल करने वाले को तीन परतों वाला मेडिकल मास्क पहनना ज़रूरी है।
- जिस कमरे में मरीज़ है उसी कमरे में होने पर एन 95 मास्क पहनना बेहतर होगा।
- मरीज़ के शरीर के तरल पदार्थ, विशेष रूप से मुंह या सांस से निकलने वाले स्राव के सीधे संपर्क से बचें।
- मरीज़ की देखभाल करते समय डिस्पोज़ेबल दस्ताने पहनें।
- दस्ताने पहनने और निकालने के बाद हाथों को साबुन से अच्छी तरह धो लें या फिर सैनिटाइज़ करें।
- याद रखें बचाव ही इलाज है, इसलिए पूरी सावधानी बरतें।
दुनिया संकट में, सत भक्ति एकमात्र बचाव का उपाय
2019 के बाद की स्थिति को पहले से ही बहुत से विद्वानों ने खतरनाक बताया था जो आज हमारे आंखों के सामने घटित हो भी रहा है किंतु आगे की स्थिति कैसी होगी यह भी बहुत से विद्वानों ने बताया है और उन सभी घटनाओं के पूरे होने के सभी आसार बनते दिखाई दे रहे हैं। विद्वानों का मानना था प्राकृतिक आपदाएं, बीमारियां, रक्तपात, भुखमरी, अतृप्त अभिलाषाएं, मुस्लिम राष्ट्रों में आपसी कलह, यह सभी बहुत तेजी से बढ़ेगा। जिससे पूरी मानवता बेहाल हो जाएगी तृतीय विश्व युद्ध का डर भी सबके मन में बैठ जाएगा और अगर तृतीय विश्व युद्ध हुआ तो विश्व की लगभग 70% आबादी खत्म हो जाएगी और हिंदुस्तान की लगभग 50% आबादी खत्म हो जाएगी। इंसान ने जो वैज्ञानिक, भौतिक, तरक्की की है वह सब खत्म हो जाएगी और हम फिर से बहुत पीछे चले जाएंगे।
क्या बताया है वर्तमान समय के बारे में?
किंतु इन सब घटनाओं के साथ-साथ इन महापुरुषों नास्त्रेदमस (फ्रांस), (अमेरिका), प्रोफेसर हरार (इजरायल) इंग्लैंड की भविष्यवक्ता कीरो तथा श्री जिलेटिन जैसे और भी बहुत से विद्वानों और भविष्यवक्ताओं ने, जो हिंदुस्तान से संबंध भी नहीं रखते थे सभी ने हिंदुस्तान में जन्मे एक महापुरुष का जिक्र करते हुए कहा है कि हिंदुस्तान में जन्मा एक मसीहा, एक अवतार एक, रहनुमा संसार में हो रही सभी समस्याओं को अपनी शक्ति से हमेशा हमेशा के लिए खत्म कर देगा। उसके पीछे देवी शक्तियों का हाथ होगा।
■ यह भी पढ़ें: Baba Vanga And Nostradamus Predictions: भविष्यवाणियां जो हो सकती हैं सच!
पहले लोग उससे नफरत करेंगे लेकिन बाद में बेइंतेहा प्यार करेंगे। वह महापुरुष हिंदुस्तान में जन्म ले चुका है जो अपने छोटे-छोटे अनुयायियों से दुनिया को अच्छाइयों की तरफ बदल रहे हैं उस अवतार में इतनी शक्ति है कि वह प्राकृतिक परिवर्तन भी कर सकता है। वह अपने छोटे-छोटे प्रबल अनुयायियों द्वारा दुनिया को आध्यात्मिकता, आपसी प्रेम और भाईचारे की तरफ ले जा रहा है। वह अवतार दुनिया को भौतिकता के खोखलेपन को आध्यात्मिकता की ऊंचाइयों से समझायेगा, वह यह भी बताएगा कि विज्ञान और अध्यात्म में आपसी कोई विरोध नहीं है और उस अवतार की शक्ति से ही तृतीय विश्व युद्ध टल जाएगा और पूरे विश्व में सदा सदा के लिए शांति, प्रेम और भाईचारे की स्थापना होगी।
कौन है वह महापुरुष जो विश्व की सभी बीमारियों को खत्म करके सुख ,समृद्धि और शांति स्थापित करेगा?
सभी पवित्र धार्मिक सदग्रंथ जैसे कि श्रीमद्भगवद्गीता, कुरान, बाइबल, गुरु ग्रंथ साहिब के संपूर्ण ज्ञाता बाखबर पूर्ण गुरु, विश्व के मसीहा, तत्वदर्शी संत, कोई और नहीं हिंदुस्तान की पावन धरा पर सुशोभित संत शिरोमणि तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी ही हैं, जो जगत के उद्धारक और नाम दीक्षा देने के एकमात्र अधिकारी संत हैं। उन्होंने ही सभी सदग्रंथों से प्रमाणित किया है कि परमात्मा साकार है और उसका नाम कबीर है। मुस्लिम धर्म के के लोग उसी कबीर परमेश्वर पूर्ण ब्रह्म को अल्लाह कबीर, ईसाई औलमाइटी कबीर और सिख धर्म के लोग सतपुरूष कहते हैं। वह परमात्मा एक ही है उसका नाम कबीर है। विश्व के सभी भाई बहनों से प्रार्थना है समय रहते उन्हें पहचानें उनके द्वारा लिखित बहुचर्चित पुस्तक “ज्ञान गंगा“ अवश्य पढ़ें और अपने सदग्रंथों से मिलान करें, ज्ञान समझें, नाम दीक्षा लें, मर्यादा में रहकर भक्ति करें, ताकि आप निरोगी, सुखी और समृद्ध जीवन जीते हुए, सतलोक अर्थात सनातन धाम की प्राप्ति करें।