May 29, 2025

दिल्ली राजेंद्र नगर में यूपीएससी उम्मीदवारों का विरोध

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राजेंद्र नगर दिल्ली मे यूपीएससी की तैयारी करने आए तीन छात्रों की मौत से पूरा देश दहल गया। यह घटना दिनांक 27 जुलाई 2024 को राजेंद्र नगर स्थित राव आईएएस कोचिंग से जुड़ी है। छात्र कोचिंग के बेसमेंट में पढ़ाई रहे थे। जहां रात्रि में 7 बजे के समय बारिश के समय एमसीडी की सीवरेज पाइप लाइन लीक हो गई और हजारों लीटर पानी अचानक से कोचिंग के बेसमेंट मे जा घुसा जहां लगभग 50-60 छात्र लाइब्रेरी मे पढ़ाई कर रहे थे।

पानी का फोर्स इतना तेज था कि इमारत का गेट गिर गया और पानी सीधा बेसमेंट में जा पहुंचा। अचानक हुई इस घटना से बेसमेंट मे भगदड़ मच गई और एक ही निकास द्वार होने के कारण बचाव कार्य मे देरी हुई। महज़ 50 सेकेंड में पानी 12 फुट ऊपर पहुंच गया। जिसके कारण 3 छात्रों की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों में उत्तरप्रदेश से श्रेया यादव, तेलंगाना से तान्या सोनी, केरल से निविन डेलविन हैं।

1. एमसीडी द्वारा सिवरेज पाइप लाइन का रखरखाव नही किया गया।

2. कोचिंग द्वारा बेसमेंट मे लाइब्रेरी तथा शिक्षण करना जोखिम भरा था।

इस घटना से आहत होकर यूपीएससी उम्मीदवारों ने  मृतकों के मुआवजे के लिए विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। उनकी मांगों में लापरवाही करने वालों के खिलाफ कठोर कार्यवाही के साथ वर्तमान में आसपास के क्षेत्रों में बढ़े हुए किराए, कोचिंग संस्थानों द्वारा पढ़ाई का व्यापारीकरण, इस हादसे में चुप रहने वाले शिक्षकों के प्रति आक्रोश आदि शामिल हैं। वे चाहते हैं कि –

1. बेसमेंट मे चल रही सभी कोचिंग और लाइब्रेरी पर कठोर कार्यवाही हो

2. एमसीडी के लापरवाह अधिकारियों पर कठोर कार्यवाही हो

3. मृतक छात्रों को सरकार उचित मुआवजा दे

4. सरकारी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले सभी छात्रों के लिए सरकार एक नियामक बोर्ड का गठन करे जो छात्रों की शिकायतों का निवारण करने हेतु सक्षम हो

5. सरकार और प्रशासन द्वारा दिल्ली में रहने वाले सभी छात्रों की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जाए

1. एमसीडी के इंजीनियर को तुरंत बर्खास्त करके जांच के आदेश दिए

2. सभी बेसमेंट वाली कोचिंग और लाइब्रेरी पर जुर्माना लगाकर बंद कर दिया

3. राव आईएएस कोचिंग के संचालकों को न्यायिक हिरासत मे भेज दिया

4. मृतक छात्रों के लिए मुआवजे की घोषणा

दिल्ली एक अति न्यून क्षेत्रफल और अति आबादी वाला शहर है और भूकंप जोन मे भी आता है। यहां सरकार द्वारा किसी भी भवन निर्माण मे अत्यधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता है। इसके लिए निर्माण विभाग को उचित सुविधाएं तथा कर्मचारी प्रदान करने चाहिए और भ्रष्टाचार पर कठोर कार्यवाही होनी चाहिए।

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