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Chandra Grahan 2023 [Hindi]: साल का पहला  चन्द्र ग्रहण, जानें कैसे बचें सभी प्रकार के ग्रहणों से?

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Last Updated on 5 May 2023, 6:00 PM IST: Lunar Eclipse (Chandra Grahan 2023 in Hindi): ज्योतिष के अनुसार वर्ष 2023 में दो सूर्यग्रहण और दो चंद्र ग्रहण को मिलाकर कुल 4 ग्रहणों का संयोग है। वर्ष 2023 का पहला चंद्र ग्रहण 5 मई को लग रहा है।  इसके पहले 20 अप्रैल को इस वर्ष का पहला सूर्य ग्रहण लगा था। वर्ष 2023 में अक्टूबर और नवंबर महीने में भी चंद्र ग्रहण और सूर्यग्रहण लगेंगे। चंद्रग्रहण और सूर्यग्रहण जैसी खगोलीय घटनाओं में नहीं उलझकर सतभक्ति कर जीवन के हर ग्रहण को करें खत्म। पढ़ें पूरा लेख और जाने विस्तार से। 

Chandra Grahan 2023 (चंद्र ग्रहण): मुख्य बिंदु

  • चंद्रग्रहण 5 मई रात 8 बजकर 44 मिनट पर आरंभ होकर 6 मई रात 1 बजकर 2 मिनट पर समाप्त होगा।
  • वर्ष 2023 का पहला चंद्रग्रहण कुल 4 घंटे 18 मिनट का होगा। 
  • इस उपच्छाया चंद्रग्रहण को ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, प्रशांत महासागर, हिंद महासागर दक्षिणी ध्रुव, दक्षिण पूर्वी यूरोप में देखा जा सकेगा। 
  • इस उपच्छाया चंद्रग्रहण को भारत में देखा जा सकेगा।  
  • सतभक्ति से सभी सुख, मोक्ष और ग्रहण, सूतक, देवी-देवताओं से होने वाले कष्टों से भी राहत मिलती है।

वर्ष 2023 में कब-कब बनेगा चन्द्र ग्रहण (Chandra Grahan) का संयोग? 

5 मई को लगने वाला उपच्छाया चंद्र ग्रहण हर जगह नही देखा जाएगा। भारत में भी यह ग्रहण दिखाई देगा। भारत में दिखने वाला इस साल का पहला और आखिरी चंद्रग्रहण 28 अक्टूबर 2023 की रात लगेगा। यह चंद्रग्रहण भारत के कई स्थानों पर देखा जा सकेगा। इस बार कई संयोग हैं, वर्ष 2023 का पहला ग्रहण 5 मई को लग रहा है जिस दिन वैशाख पूर्णिमा और बुद्ध पूर्णिमा भी है। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक ये चंद्र ग्रहण उपच्छाया ग्रहण होगा।

Chandra Grahan 2023 [Hindi]: वर्ष 2023 का पहला चंद्र ग्रहण?

चंद्रमा और पृथ्वी के एक रेखा में आने के समय ग्रहण लगता है। वर्ष 2023 का पहला चंद्र ग्रहण 5 मई को लग रहा है।  आपको बता दें, इसके पहले 20 अप्रैल को इस वर्ष का पहला सूर्य ग्रहण लगा था। वर्ष 2023 में अक्टूबर और नवंबर महीने में भी चंद्र ग्रहण और सूर्यग्रहण लगेंगे। आगे जानिए चंद्र ग्रहण मात्र एक खगोलीय घटना है जिसके पीछे कोई आध्यात्मिक कारण नहीं है।

कब लगेगा वर्ष का पहला चंद्र ग्रहण? (Chandra Grahan 2023, Date and Timing)

साल 2023 का पहला चंद्र ग्रहण 5 मई दिन शुक्रवार बुद्ध पूर्णिमा को लग रहा है। यह भारतीय समय में सायंकाल 8:44 से शुरू होकर रात्रि 1:02 तक रहेगा। यह चंद्र ग्रहण भारत में दिखेगा। यह चंद्रग्रहण रात्रि 10:55 पर अपने चरम पर होगा। 

चंद्र ग्रहण 2023 (Lunar Eclipse 2023) कहाँ-कहाँ दिखेगा?

वर्ष 2023 का पहला चंद्र ग्रहण यूरोप, एशिया के ज्यादातर हिस्से, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, प्रशांत, अटलांटिक, अंटार्कटिका और हिंद महासागर में नजर आएगा। 5 मई को लगने वाला उपच्छाया चंद्र ग्रहण चंद्रमा पर पृथ्वी की छाया सिर्फ एक तरफ रहने के कारण हर जगह नहीं देखा जा सकेगा। भारत में यह ग्रहण देखा जा सकेगा।

क्या है चंद्र ग्रहण?

सर्व विदित है कि पृथ्वी अपनी धुरी पर घूमते हुए सूर्य के चक्कर लगाती है और चंद्रमा पृथ्वी के। अपनी परीधि में घूर्णन करते हुए जब ये तीनों ग्रह एक सीधी रेखा में आ जाते हैं एवं पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर पड़ने लगती है तब ग्रहण होता है। सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा की ऐसी स्थिति को चंद्र ग्रहण कहा जाता है। एक साल में अधिकतम तीन चंद्र ग्रहण हो सकते हैं। नासा का अनुमान है कि 21वीं सदी में कुल 228 चंद्र ग्रहण होंगे।

कितने प्रकार के चन्द्र ग्रहण होते हैं? (Types of Lunar Eclipse)

मुख्यतः चन्द्रग्रहण तीन प्रकार के माने गए हैं एक ग्रहण होता है पूर्ण चंद्र ग्रहण, एक आंशिक चंद्र ग्रहण और उपच्छाया चंद्र ग्रहण। जब सूर्य, पृथ्वी और चन्द्रमा एक सीध में आ जाते हैं और पृथ्वी की छाया चांद को पूरी तरह से ढक लेती है तब पूर्ण चंद्र ग्रहण होता है। इस दौरान चंद्रमा पूरी तरह से लाल दिखाई देता है। 

■ Read in English | Chandra Grahan (Lunar Eclipse | How to watch Blood Moon from India?

वहीं, जब चंद्रमा और सूर्य के बीच पृथ्वी आ जाती है और चंद्रमा के कुछ ही भाग पर पृथ्वी की छाया पड़ पाती है, इसे ही आंशिक चंद्र ग्रहण कहते हैं। उपच्छाया चंद्र ग्रहण में सूर्य और चंद्र के बीच पृथ्वी उस समय आती है, जब सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी एक सीधी रेखा में नहीं होते हैं।

चंद्रग्रहण से जुड़ी वर्जनाएँ और सतभक्ति

चंद्रग्रहण से बहुत सी वर्जनाएँ जुड़ी हुई हैं जैसे कई कार्यों पर रोक लगना, सूतक मानना, बाहर न आना जाना आदि। ये सभी मान्यताएँ केवल मान्यताएँ ही हैं और ग्रहण एक खगोलीय घटना है। वास्तविक जीवन में व्यक्ति अपने कर्मफल भोगता है और उसके ही कारण उसके जीवन में सुख, दुख, बीमारियाँ आतीं हैं। चूँकि ग्रहण केवल एक खगोलीय घटना है, इसे ज्योतिष भिन्न भिन्न राशियों और उन पर प्रभाव से भी जोड़कर देखते हैं। सतभक्ति सभी प्रकार के ग्रहण चाहे वो जीवन में हों या भाग्य में, से बचाती है।

पूर्ण परमेश्वर सच्चे साधक की रक्षा स्वयं करता है। पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब हैं इस बात की शास्त्र गवाही देते हैं। इस लोक में सबकुछ फना अर्थात नाशवान है। राजा, गांव, शहर, जीव-जंतु, वन, दरिया सब नाशवान है। शिवजी का कैलाश पर्वत तक नाशवान है। यह सब कृत्रिम संसार सब झूठ है। अतः तत्वदर्शी संत  रामपाल जी महाराज से नामदीक्षा लेकर श्वांसों का स्मरण करके अविनाशी परमेश्वर की भक्ति करें।

गरीब, दृष्टि पड़े सो फना है, धर अम्बर कैलाश।

कृत्रिम बाजी झूठ है, सुरति समोवो श्वास ||

क्या है सतभक्ति?

सतभक्ति मंदिर जाना, उपवास करना और शास्त्रों का अध्ययन करना कतई नहीं है। सतभक्ति है गीता अध्याय 4 श्लोक 34 में कहे अनुसार पूर्ण तत्वदर्शी संत की शरण खोजना और उससे अध्याय 17 श्लोक 23 में दिए तीन मन्त्रों को प्राप्त कर उनका जाप करना है। सतभक्ति केवल पूर्ण तत्वदर्शी संत ही समझा सकता है। वही शास्त्रानुकूल भक्ति बताते हैं और मोक्ष प्राप्त करवाते हैं। याद रखें कि सतभक्ति से केवल मोक्ष प्राप्ति नहीं होगी बल्कि इस लोक के सभी सुख और इन ग्रहण, सूतक, देवी-देवताओं से होने वाले कष्टों से भी राहत मिलेगी । पूर्ण तत्वदर्शी संत की शरण में रहने वाला कभी राहु-केतु  या अकाल मृत्यु की चपेट में नहीं आता। तत्वदर्शी संत पूरे विश्व में एक समय में एक ही होता है। 

जगतगुरु रामपाल जी से नामदीक्षा लेकर जीवन में आने वाले कष्ट रूपी ग्रहणों से मुक्ति पाएं

वर्तमान में एकमात्र तत्वदर्शी संत जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज हैं उनसे नाम दीक्षा लेकर अपने हर तरह के असाध्य कष्टों का निवारण करवाएं एवं भक्ति करके मोक्ष का रास्ता चुनें। यह समय विनाशकारी समय है और बिना तत्वदर्शी संत की शरण के जीवन, बिना पानी के कुएं की भाँति है। इस समय तत्वदर्शी संत की शरण में रहकर मर्यादा में भक्ति करने वाले ही मोक्ष प्राप्त कर सकेंगे। अधिक जानकारी के लिए देखें सतलोक आश्रम यूट्यूब चैनल

FAQs चंद्र ग्रहण 2023 (Lunar Eclipse 2023)

2023 में भारत में चंद्र ग्रहण कब दिखाई देगा ?

साल का पहला चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse 2023) 5 मई, 2023 शुक्रवार के दिन लगने वाला है।

2023 में भारत में समयानुसार चंद्र ग्रहण कब से कब तक दिखाई देगा ?

साल 2023 का पहला चंद्र ग्रहण रात्रि में लगेगा। भारत के समय के अनुसार यह उपच्छाया चंद्र ग्रहण 5 मई की रात्रि 8:44 बजे शुरू होगा और 6 मई मध्य रात्रि 1:02 बजे तक चलेगा। 

2023 में कुल कितने ग्रहण हैं?

2023 में कुल 4 ग्रहण हैं जिसमे 2 चंद्र ग्रहण और 2 सूर्यग्रहण हैं।

क्या 5 मई 2023 में भारत में दिखाई देगा चंद्र ग्रहण?

साल का पहला चंद्र ग्रहण 5 मई को भारत में दिखाई देगा।  

2023 में पहला चंद्र ग्रहण विश्वभर में कहाँ दिखाई देगा?

वर्ष 2023 का पहला चंद्र ग्रहण यूरोप, भारत सहित एशिया के ज्यादातर हिस्से, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, प्रशांत,अटलांटिक,अंटार्कटिका और हिंद महासागर में नजर आएगा। 

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