नशे का विरोध अयोध्या से चलकर पहुँचा मगहर (संत कबीर नगर)
जैसा कि आप सभी को पता होगा कि पिछले महीने अयोध्या में एक विशाल जनसमूह नशे के खिलाफ उमड़ पड़ा था और आपको यह भी पता होगा कि यह जनसमूह कोई राजनीतिक जनसमूह नहीं था बल्कि ये जनसमूह था अध्यात्म के मार्ग पर चल रहे संत रामपाल जी का जो एक आध्यात्मिक क्रांति ला रहे हैं।
ऐसा ही 10 मार्च को अचानक मगहर जो कबीर साहेब की समाधि स्थल के लिए प्रचलित है वहाँ पर सुबह से ही संत रामपाल जी के समर्थकों की भीड़ इकठ्ठी शुरू हो गई जिससे गांव के लोग आश्चर्यचकित हो गए कि आखिरकार उनके गांव में इतनी भीड़ क्यों इकठ्ठी हो रही है,फिर लोगो ने समर्थकों से बात की तो पता चला कि यहां नशाविरोधी रैली व रक्तदान का कार्यक्रम रखा गया है जिसमें उत्तर प्रदेश के प्रत्येक जिले से संत रामपाल जी महाराज जी के शिष्य आये।
हमारी न्यूज़ टीम ने जब संत रामपाल जी के समर्थकों से बात की तो उन्होंने बताया कि ये कार्यक्रम राष्ट्रीय समाज सेवा समिति के तत्वाधान में आयोजित किया जा रहा है जिसमें लगभग 1000 लोगों ने रक्तदान किया और 209 लोगों ने संत रामपाल जी महाराज जी से नामदीक्षा ग्रहण की।
हम आपको बता दे कि कल 10 मार्च दिन रविवार को संत कबीर नगर (जिसका प्राचीन नाम मगहर है।) जिले में कबीर समाधि स्थल पर राष्ट्रीय समाज सेवा समिति द्वारा संत रामपाल जी महाराज जी के सत्संग व रक्तदान,नशाविरोधी रैली का कार्यक्रम रखा गया जिसमें लाखों की संख्या में लोगों ने भाग लिया और प्रधानमंत्री जी और मुख्यमंत्री जी को जिलाधिकारी के माध्यम से ज्ञापन सौंपा जिसमें लिखा था कि नशे से कितने परिवार उजड़ जा रहे हैं और युवा पीढ़ी बर्बाद होती चली जा रही है इसलिए नशे की दुकानों का लाइसेंस रद्द करने की अपील प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री जी से की गई।