केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और अश्विनी वैष्णव ने IIT मद्रास द्वारा विकसित स्वदेशी मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम (ओएस) ‘BharOS’ (भारोस) का मंगलवार को परीक्षण किया जो कि पहली बार मे ही सफल रहा। ‘BharOS’ को Android और iOS ऑपरेटिंग सिस्टम का प्रतिद्वंदी माना जा रहा है। आइये जानते हैं विस्तार से कि यूज़र्स के लिए किस तरह से उपयोगी होगा यह ऑपरेटिंग सिस्टम।
BharOS: मुख्य बिन्दु
- IIT मद्रास में हुआ भारतीय ऑपरेटिंग सिस्टम ‘bharos’ का सफल परीक्षण
- केंद्रीय मंत्री बोले ‘BharOS’ पर है ‘भरोसा’
- आत्मनिर्भर भारत बनने की दिशा में एक और सफल कदम
- स्वदेशी ऑपरेटिंग सिस्टम ‘BharOS’ ने बढ़ाईं गूगल और एप्पल की चिंताएं
- ‘Sant Rampal Ji Maharaj App’ से जानें आध्यात्मिक मार्ग के अनसुलझे प्रश्नों व अपनी सभी समस्याओं का हल
जानें ‘BharOS’ क्या है!
BharOS एक मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम है जिसका परीक्षा IIT मद्रास में किया जा चुका है। इसे एप्पल iOS तथा गूगल के एंड्रॉयड का प्रतिद्वंदी माना जा रहा है। इसमें डिफॉल्ट एप नहीं रहेंगे। इसे कमर्शियल ऑफ द सेल्फ डिवाइस पर इंस्टाल किया जा सकेगा।
मद्रास IIT में हुआ भारतीय स्वदेशी ऑपरेटिंग सिस्टम ‘Bharos’ का सफल परीक्षण
मेक इन इंडिया ने मोबाइल सिस्टम में एक नई उपलब्धि हासिल की है। आईआईटी मद्रास की ओर से तैयार किए गए इस मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम को भारत सरकार से हरी झंडी मिल गई है।
Android और iOS को देगा जबरदस्त टक्कर
मोबाइल के मामले में भारत एक बहुत बड़ा बाजार है जिसमे अभी तक अधिकतर विदेशी कंपनियों ने अपने पैर जमाए रखें है। अब इसके तोड़ के रूप में BharOS पर भरोसा किया जा रहा है। जो एप्पल तथा गूगल को टक्कर दे सकता है।
BharOS के वो फीचर्स जो इसे बनाते हैं और भी खास
इस ऑपरेटिंग सिस्टम में एंड्रॉयड तथा आईओस से भी बेहतर कुछ फीचर्स जोड़े गए हैं जो इसे और भी आकर्षक बनाते हैं, जानिए इन खास फीचर्स के बारे में विस्तार से।
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अनावश्यक एप्प (App) की टेंशन होगी दूर, जो बनाती है इसे बेहतर
इस सिस्टम में सबसे खास बात यह है कि इसमें पहले से कोई एप्प डाउनलोड नहीं रहेंगे यानी यूजर्स सिर्फ अपने काम के app को डाउनलोड करेंगे। अधिकतर स्मार्टफोन में देखा गया है कि उसमें पहले से ही कई एप्प मौजूद रहते हैं जिससे कि मोबाइल के लिए एक्स्ट्रा लोड हो जाता है।
अधिक चार्ज से मिलेगा छुटकारा
ज्ञातव्य है कि गूगल चार्ज मनमाने ढंग से बढ़ा देता हैं। अधिकतर ऑपरेटिंग सिस्टम में एकस्ट्रा ऐप भी पहले से मौजूद रहते है, जो हमारे उपयोग के भी नहीं होते हैं। ‘BharOS’ में आवश्यक ऐप ही डाउनलोड कर सकते हैं, जिससे अतिरिक्त एप्प में होने वाले खर्च से बचा जा सकता है।
100 करोड़ यूजर्स को मिलेगा फायदा
दावा किया जा रहा है कि ‘Bharos’ से भारत के 100 करोड़ यूजर्स को फायदा होगा। मोबाइल की दृष्टि से भारत बहुत बड़ा बाजार है जिसका अधिकतर लाभ विदेशी कंपनिया उठा रही हैं।
‘BharOS’ है भारतीयों का भरोसा, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव
मंगलवार को भारत के स्वदेशी ऑपरेटिंगस सिस्टम ‘BharOS’ की टेस्टिंग के दौरान केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और धर्मेंद्र प्रधान मौजूद थे। परीक्षण सफल होने के बाद केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि “इस यात्रा में कठिनाइयां आएंगी और दुनिया भर में ऐसे कई लोग हैं जो मुश्किलें लेकर आएंगे और नहीं चाहेंगे कि ऐसी कोई व्यवस्था सफल हो”। उन्होंने इस मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम पर भरोसा जताते हुए कहा कि इस ऑपरेटिंग सिस्टम को बहुत ही सावधानी और कठिन परिश्रम से सफल बनाने की दिशा में काम करना है।
आत्मनिर्भर भारत बनने की दिशा में एक और सफल कदम – केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इसको लेकर एक ट्वीट किया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि मेड इन इंडिया मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम, BharOS का सफल परीक्षण भारत में सशक्त, स्वदेशी, आत्मनिर्भर डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
एक ऐसा अद्भुत App, जो बनेगा आपके कल्याण का माध्यम
भारत को शुरू से ही विश्वगुरु के रूप में माना जाता है। अविष्कार की दृष्टि में भारत की विश्व में एक अलग पहचान है। आज भारत ने BharOS लॉन्च कर सिद्ध कर दिया कि भारत में विश्वगुरु बनने की क्षमता आज भी है। भारत सरकार को चाहिए कि Sant Rampal Ji Maharaj App में दिए जा रहे तत्वज्ञान को परखे शास्त्रों से मिलान करें और ‘BharOS’ सिस्टम में शामिल करें जिससे संत रामपाल जी महाराज द्वारा दिया गया अनमोल तत्वज्ञान पूरे विश्व तक फैले और भारत फिर से विश्वगुरु बने। इस App की खास बात यह है, जिस सुख शांति की तलाश में मानव भटक रहा है उसका शत प्रतिशत निवारण प्रमाणित करके इसमें बताया गया है।
FAQ About ‘BharOS’ [Hindi]
Ans. BharOS एक मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम है।
Ans. BharOS का परीक्षण भारत के मद्रास IIT में किया गया।
Ans. इस ऑपरेटिंग सिस्टम को हाल ही में आईआईटी मद्रास द्वारा विकसित किया गया है।
Ans. इस ऑपरेटिंग सिस्टम के कई फायदे हैं जैसे कि नो डिफॉल्ट सिस्टम है अर्थात जो अनुपयोगी App डिफॉल्ट रूप से यूजर्स के लिए ऑपरेटिंग सिस्टम के मोबाइल फोन में दिए जाते थे, वो अब इस ऑपरेटिंग सिस्टम में नहीं दिए जाएंगे।
Ans. Sant Rampal Ji Maharaj app को BharOS में जरूर ऐड करना चाहिए, यह एप्प बहुत ही अद्भुत है।