Balrampur News Hindi: देश के उत्तरप्रदेश के हाथरस में हैवानों द्वारा एक युवती के साथ किये गए सामूहिक बलात्कार से अभी देश के लोग सदमे से उभरे भी नही थे कि अब पुनः उत्तरप्रदेश के बलरामपुर में एक युवती के साथ सामूहिक बलात्कार और उसकी निर्मम हत्या की इंसानियत को तार-तार कर देने वाली घटना सामने आई है। पीड़िता की उम्र 22 बताई जा रही है। सामूहिक बलात्कार के दोनों मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। अपराधिक प्रवृत्ति से छुटकारा पाने के लिए तत्वदर्शी संत रामपाल जी से नाम दीक्षा लेकर सतभक्ति करना जरूरी है।
Balrampur News Hindi: मुख्य बिंदु
- दिनोदिन बढ़ते अपराध
- हाथरस के बाद बलरामपुर में हुई हैवानियत समाज के रुख पर भी प्रश्न चिन्ह खड़े करती है
- एक बार फिर 22 वर्षीय युवती हैवानियत की बलि चढ़ी।
- 29 सितम्बर को बलरामपुर के इतिहास को कलंकित करने वाली दरिंदगी
- दरिंदगी करने के बाद हवस के राक्षसों ने पीड़िता को किया मरणासन्न
- इस हैवानियत पर शासन-प्रशासन का कड़ा रुख
- सद्भक्ति से ही अपराधों पर अंकुश लग सकता है, हमारे पवित्र सद्ग्रन्थ भी यही प्रमाणित करते हैं।
अपराधिक प्रवृत्ति में दिनोदिन बढ़ोतरी
अभी हाथरस सामूहिक बलात्कार की आग बुझी भी नही थी, एक मां के आंसू सूखे भी नहीं थे कि दूसरी मां की बेटी के साथ दरिंदगी करके उसकी निर्मम हत्या भी कर दी गई। कहीं न कहीं इन अपराधों को बढ़ाने में नशीले पदार्थों के सेवन का भी एक बहुत बड़ा योगदान है।
फिल्म जगत द्वारा पैसे के लालच में जिस प्रकार की अश्लीलता दर्शायी जाती है वह भी एक बहुत बड़ी चिंता का विषय है आज फ़िल्म जगत के कारण युवाओं में पाश्चात्य संस्कृति को अपनाने की एक होड़ सी लग गयी है जिसका परिणाम आज अपराधों की बढ़ोतरी के रूप में देखने को मिल रहा है। फिल्मजगत द्वारा जिस प्रकार के निर्लज्जता भरे दृश्य दिखाये जाते हैं उनसे युवाओं में गलत विचारों का संचार होता है और अपराधिक प्रवृत्ति जन्म लेती है।
Balrampur News Hindi: पीड़ित युवती के लापता होने का सम्पूर्ण घटनाक्रम
युवती के परिजनों ने बताया पीड़ित युवती 29 सितम्बर की सुबह करीब 10 बजे पचपेड़वा स्थित विमला विक्रम महाविद्यालय में बीकॉम में दाखिला लेने के लिए घर से निकली थी, लेकिन देर रात करीब 7 बजे पीड़ित युवती रिक्शे से बुरी तरह से लहूलुहान मूर्छित अवस्था में घर पहुंची। इस हालत को देखकर घरवालों ने युवती से पूछताछ की तो युवती दर्द से कराहने लगी।
प्रथम दृष्टया देखने वाले डॉक्टर ने बताई पीड़िता की अवस्था
युवती का अपहरण करने के बाद दोनों आरोपियों ने सामूहिक बलात्कार की घटना को अंजाम दिया। जब युवती की हालत बिगड़ी तो आरोपियो ने डॉक्टर जियाउर्रहमान को बुलाया लड़की को अकेले देखकर डॉक्टर ने इलाज से इंकार कर दिया। डॉक्टर ने कहा कि लड़की के परिजनों में से किसी एक को बुलाइये। डॉक्टर को आरोपियो पर शक हुआ तो डॉक्टर ने आसपास के कुछ लोगों को इकट्ठा किया तथा उनसे युवती के बारे में पूछताछ करने लगे। इसी दौरान आरोपी युवती को लेकर ये कहकर फरार हो गए, अभी थोड़ी देर बाद लड़की के परिजनों को लेकर आते हैं।
पीड़िता के साथ सामूहिक बलात्कार के बाद शरीर को किया क्षत-विक्षत
पीड़ित युवती की मां ने बताया कि उसकी बेटी को इंजेक्शन देकर दरिंदगी का शिकार बनाया गया है। सामूहिक बलात्कार करने के बाद भी आरोपितों का मन नही भरा तो उन दरिंदों ने युवती की कमर तथा टांगों को तोड़कर रिक्शे से घर भेज दिया। जिसके कारण पीड़ित युवती बोलने में भी असमर्थ थी। पीड़िता ने मां से अपना दर्द बयाँ किया पीड़ित दलित युवती ने अपनी मां को बताया कि मां बहुत दर्द है “अब मैं बचूंगी नही”
पुलिस प्रशासन ने कमर व टांगों की तोड़ने की बात को नकारा
बलरामपुर पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा ने बताया कि पैर व कमर की तोड़ने वाली बात पूर्णतः असत्य है। शव परीक्षण (पोस्टमार्टम रिपोर्ट) में भी यह बात सत्यापित नही हुई है। परिजनों की शिकायत पर 2 नामजद आरोपियों को गिफ्तार भी कर लिया गया है।
Balrampur News Hindi: दोस्त ही बने आबरू के दुश्मन
सूत्रों से पता चला है कि दोनों आरोपी युवक गैसेड़ी गांव के रहने वाले हैं दोनों आरोपी पीड़ित युवती को दोस्ती के बहाने बहला-फुसलाकर ले गए और इस घटना को अंजाम दिया।
रात्रि में ही पुलिस प्रशासन ने करवाया अंतिम संस्कार
देर रात्रि में ही पुलिस प्रशासन ने हाथरस की तरह बलरामपुर सामूहिक बलात्कार पीड़िता का भी जबरन करवाया अंतिम संस्कार। हिन्दू मान्यताओं के अनुसार किसी का भी देर रात अंतिम संस्कार नही किया जा सकता है। पीड़िता थी एक होनहार छात्रा पीड़ित युवती समाजसेवी होने के साथ-साथ एक होनहार छात्रा भी थी।
अपराधों से मुक्ति चाहते हो तो सद्भक्ति अपनाओ
पूर्ण सन्त रामपाल जी रामपाल जी महाराज जी के द्वारा बताई गई सद्भक्ति से आज कई अपराधिक प्रवृत्ति के मनुष्य अपराधों को छोड़कर एक सभ्य जीवन जी रहे हैं और समाज के लिए एक मिसाल बन रहे हैं कि सद्भक्ति से सब कुछ सम्भव है। सद्भक्ति से मनुष्य देवता समान हो जाता है सारे विकार दूर हो जाते हैं मलीनता का नाश हो जाता है।
बलिहारी गुरु आपका, घरी घरी सौ बार ।
मानुष से देवता किया, करत न लागी बार ।।
पूर्ण परमात्मा कविर्देव जी ने बताया है कि पुरुष पराई स्त्री को बुरी नजर से न देखे इसी प्रकार स्त्री भी पर पुरुष को बुरी नजर न देखे तो उनको कभी दुख नही हो सकता है
जति-सती का जोड़ा, कबहुँ न होवे दुःख का फोड़ा।
अगर कोई जन्म से ही अपराधी हो और उसके सम्पूर्ण शरीर में विकार भरे पड़े हों तो सद्भक्ति मिलने से वह मनुष्य भी अच्छे आचरण वाला बन जाता है।
मैं अपराधी जन्म का, नख-सिख भरे विकार ।
तुम दाता दु:ख भंजना, मेरी करो सम्हार।।
नारी निन्दा ना करो, नारी रतन की खान।
नारी से नर होत है, ध्रुव प्रहलाद समान।।
नारी निरखि न देखिए, निरखि न किजै दौर।
देखत ही ते विष चढ़ै, मन आवे कछु और।।
गरीबदास जी महाराज की ने बताया है कि
सुरापान मद्य मांसाहारी, गमन करै भोगै पर नारी।
सत्तर जन्म कटत हैं शीशं, साक्षी साहिब है जगदीशं
पर द्वारा स्त्री का खोलै, सत्तर जन्म अंधा हो डोलै।
गरीब, सौ नारी जारी करै, सुरा पान सौ बार।
एक चिलम हुक्का भरै, डुबै काली धार।।
अगर मनुष्य जीवन पाकर सद्भक्ति नही की तो समझो मनुष्य जीवन ऐसे ही व्यर्थ गवां दिया। गीता ज्ञान दाता खुद अर्जुन से कह रहा हैं गीता अध्याय 15 के श्लोक 1 में तथा गीता अध्याय 4 के श्लोक 34 में की मनुष्य जीवन प्राप्त होने के बाद तत्वदर्शी सन्त की खोज करनी चाहिए जब तत्वदर्शी सन्त मिल जाएं तो उनको दण्डवत प्रणाम कर उनसे अपने कल्याण का मार्ग पूछना चाहिये।
मानुष जन्म पायके, जो नही रटे हरि नाम।
जैसे कुंआ जल बिना, फिर बंधवाया किस काम।।
सतज्ञान जानने के लिए सुनें – पढ़ें
मनुष्य जन्म का मूल उद्देश्य जानने के लिए अवश्य सुनें साधना चैनल पर खास प्रसारण शाम 7:30 बजे प्रतिदिन भारतीय समयानुसार और यूट्यूब पर सतलोक आश्रम चैनल पर सत्संग सुनें। अगर है सद्गुरु की चाह तो अवश्य पढ़ें अनमोल पुस्तक जीने की राह।