Ali Akbar News: इस वक्त सुर्खियों में हैं मलयालम फिल्म निर्माता अली अकबर जिन्होंने यह घोषणा की है कि वह हिंदू धर्म अपना रहे हैं और इसके पीछे कारण है CDS बिपिन रावत की हैलिकॉप्टर हादसे में मौत होने पर कुछ मुस्लिमों द्वारा खुशी मनाई गई और उस पर मुस्लिम धर्मगुरुओं द्वारा चुप्पी साध ली गई। जिससे दुखी होकर उन्होंने यह कदम उठाया है। फेसबुक लाइव पर अली अकबर ने कहा कि वे इस्लाम का परित्याग कर रहे हैं। वे फिल्म निर्देशक होने के साथ-साथ राजनीति में भी सक्रिय हैं।
कौन हैं अली अकबर?
Ali Akbar News: अली अकबर का जन्म 20 फरवरी 1963 को केरल में हुआ था। वो भारतीय फिल्म डायरेक्टर, स्क्रीन राइटर और लिरिसिस्ट हैं। अली मलयालम सिनेमा में कार्यरत हैं। उन्होंने 20 से ज्यादा मलयालम फिल्मों को डायरेक्ट किया है। अकबर ने साल 2020 में क्राउड फंडिंग के जरिए एक नई मूवी की मेकिंग की अनाउंसमेंट की थी जिसका टाइटल ‘1921: Puzha Muthal Puzha Vare’ है। अली को इस मूवी के लिए जान से मारने की धमकी भी मिली थी। चूंकि ये मूवी 1921 में उत्तरी केरल में हुए मालाबार विद्रोह (मोपला विद्रोह) पर आधारित है।
Ali Akbar News: चुनाव भी लड़ चुके हैं अली अकबर
अली अकबर ने 2014 के लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के बैनर तले कोडुवल्ली निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा था। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के रूप में कोझीकोड निगम के इलेक्शन में भी चुनाव लड़ा। अली अकबर पहले भारतीय जनता पार्टी की राज्य कमेटी के मेंबर थे। बाद में पार्टी लीडरशिप के साथ अहसमति होने के बाद उन्होंने अपनी पोस्ट से इस्तीफा दे दिया था।
फैमिली सहित अली अपनाएंगे हिंदू धर्म
Ali Akbar News: सीडीएस बिपिन रावत सहित 12 शहीदों पर हंसने वाले मुसलमानों से किसी भी मुस्लिम धर्मगुरु ने कुछ नहीं कहा, छोटी-छोटी बातों पर फतवा जारी करने वाले मुस्लिम धर्मगुरु खामोश रहे और मुस्लिम तबके को शहीदों का मज़ाक उड़ाने दिया। जिस कारण अली अकबर और भी ज़्यादा हताश और परेशान हुए और उन्होंने कहा कि मेरा अब इस्लाम धर्म से विश्वास उठ चुका है। अली अकबर के साथ-साथ उनके परिवार ने भी इस्लाम धर्म छोड़ने का फैसला कर लिया है। उन्होंने फेसबुक लाइव पर आकर इसकी जानकारी दी थी।
बेटियों को धर्म परिवर्तन के लिए नहीं करेंगे मजबूर
अली ने कहा कि वह अपनी बेटियों को धर्म बदलने के लिए मजबूर नहीं करेंगे और वह इसे उनकी पसंद पर छोड़ देंगे।
अली अकबर ने मुस्लिम धर्म छोड़ने का निर्णय क्यों लिया ?
Ali Akbar News: ये निर्णय उन्होंने आहत होकर लिया है, क्योंकि जब सीडीएस जनरल बिपिन रावत (CDS General Bipin Rawat) सहित 12 जांबांज़ों का आकस्मिक निधन हुआ तो पूरा देश शोक में डूब गया। देश के लोगों की आंखों में आंसू थे। इन जांबांजों ने देश के लिए जो कुछ भी किया, उसके लिए लोग उन्हें याद कर रहे थे, लेकिन दूसरी तरफ कुछ मुस्लिमपंथी लोग जो इन शहीदों की मरने की खुशी मना रहे थे और उनकी मौत पर हंस रहे थे, उनका अपमान कर रहे थे। ये सब देखकर अली इस कदर बैचेन हो गए कि उन्हें अपने धर्म (मुस्लिम धर्म) से नफरत हो गई और उन्होंने इसे छोड़ने का फैसला ले लिया। जो किसी की मौत पर भी हंस सकते हैं वह किसी का सम्मान नहीं कर सकते।
Ali Akbar News: अकबर अली ने मुस्लिम धर्म गुरुओं के संबंध में क्या कहा?
अकबर ने कहा कि इस्लाम के शीर्ष धर्मगुरुओं या नेताओं ने भी इस शर्मनाक जश्न मनाने वालों का विरोध नहीं किया है जिन्होंने एक बहादुर सैन्य अधिकारी का अपमान किया है और वह इसे स्वीकार नहीं कर सके। उन्होंने कहा कि उनका धर्म से विश्वास उठ गया है। अली अकबर ने कहा, ‘आज, मैं जन्म से प्राप्त एक कपड़े को फेंक रहा हूं। आज से मैं मुसलमान नहीं हूँ। मैं भारत का हूँ। यह उन लोगों को मेरा जवाब है जिन्होंने भारत के खिलाफ हजारों इमोजी पोस्ट की थी। अली अकबर की फेसबुक पोस्ट पर मुस्लिम यूज़र्स ने कड़ी आलोचना की और कुछ ने अभद्र भाषा का भी इस्तेमाल किया। इस बीच कई लोगो ने अकबर का समर्थन किया और गाली देने वालों को फटकार लगाई।
Ali Akbar News: इस्लामी कट्टरपंथियों पर अकबर अली का निशाना
एक टेलीविजन न्यूज़ चैनल से बात करते हुए अकबर ने कहा कि सोशल मीडिया पर कई राष्ट्र विरोधी गतिविधियां होती हैं और रावत की मौत पर मुस्कुराना इसका ताज़ा उदाहरण है। उन्होंने कहा, ‘रावत की मौत की खबर पर मुस्कुराते हुए इमोजी के साथ टिप्पणी करने वाले और जश्न मनाने वाले अधिकांश यूजर्स मुस्लिम थे। उन्होंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि रावत ने पाकिस्तान और कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ कई एक्शन लिए थे। एक बहादुर अधिकारी और देश का अपमान करने वाली इन सार्वजनिक पोस्टों को देखने के बावजूद, शीर्ष मुस्लिम नेताओं में से किसी ने भी प्रतिक्रिया नहीं दी। मैं ऐसे धर्म का हिस्सा नहीं हो सकता’ जो मौत का मज़ाक बनाते हैं।
Ali Akbar News: जब अली अकबर का फेसबुक अकाउंट कर दिया था सस्पेंड
Ali Akbar News: अली अकबर बिपिन रावत की मौत के बाद अपने फेसबुक अकाउंट से लाइव आए थे, लेकिन फेसबुक की तरफ से उनके अकाउंट को सस्पेंड कर दिया गया। इस दौरान फेसबुक की तरफ से उनके पोस्ट को नस्लीय बताया गया था। हालांकि, निर्माता का ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसी वजह से अली अकबर ने अपना नया अकाउंट बनाया और सीडीएस की मौत पर मुस्कुराने वालों को दंडित करने की बात कही है।
Ali Akbar News: अली अकबर ने चुना अपना नया हिंदू नाम
अली अकबर ने अपना नया नाम भी सलेक्ट कर लिया है। उन्होंने बताया कि Ramasimhan वो शख्स था जो इसलिए मारा गया क्योंकि वो अपने कल्चर के लिए खड़ा रहा। अली अकबर के मुताबिक Ramasimhan नाम उनके लिए सटीक बैठता है।
वसीम रिज़वी भी कुछ दिनों पहले मुस्लिम धर्म त्याग कर हिंदू बन चुके हैं
शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिज़वी (Wasim Rizvi) ने इस्लाम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म अपना लिया है। वसीम रिज़वी ने अपना नया नाम जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी (Jitendra Narayan Singh Tyagi) रखा है। उनका कहना था कि कुरान शरीफ के अंदर 26 ऐसी आयतें हैं जिनके माध्यम से मुस्लिम धर्मगुरु, आतंकवाद, कट्टरपंथी मानसिकता और अन्य धर्म जैसे कि सिख, हिंदू, ईसाई, बौद्ध इन सभी धर्मों के प्रति मुसलमानों को भड़काते हैं और नफरत सिखाते हैं। रिज़वी का कहना था, कि कुरान शरीफ से इन आयतों को निकाला जाना चाहिए। दरअसल, सच्चाई यह है कि मुस्लिम धर्मगुरु अज्ञानी होने के कारण कुरान शरीफ़ का सच्चा ज्ञान नहीं सिखाते जिससे समय-समय पर अब मुस्लिम धर्म के ही लोग मुस्लिम समाज पर उंगली उठा रहे हैं।
वर्तमान में कुरान शरीफ का सच्चा ज्ञान बाखबर संत रामपाल जी महाराज बता रहे हैं
विचार कीजिए जब हम जन्म लेते हैं तो न हम हिंदू होते हैं, न मुसलमान हम बस एक साधारण बच्चे होते हैं फिर यहां पर यह तमाम धर्मों के नकली धर्मगुरु और परिवार वाले हमें धर्म, जाति, कुल, कबीले आदि के नाम पर बांट देते हैं। कभी बच्चे का मुंडन करते हैं तो कभी सुन्नत, कभी पानी के ड्रम में स्नान करा के पवित्र आत्मा बनाते हैं। हम एक परमात्मा की संतान हैं। असल में हम केवल एक जीव हैं और मानवता हमारा धर्म है। हमारी कोई जाति नहीं केवल मानवता हमारी जाति है।
हमारा परमात्मा तो एक ही है और उसका सारा विवरण सभी धार्मिक पुस्तकों जैसे कि पवित्र श्रीमद्भगवद्गीता,पवित्र कुरान शरीफ़, पवित्र चारों वेद, पवित्र बाइबल, पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब में लिखा हुआ है किंतु झूठे काज़ी, मुल्ला और नकली धर्मगुरु हमें नहीं बताते कि हम सबका परमात्मा एक है, उसका नाम कबीर है, वह साकार है, वह हमारे पाप कर्म दंड खत्म करके हमें सर्व सुख प्रदान कर सकता है क्योंकि यह नकली धर्मगुरु नहीं चाहते कि हम आपस में प्यार से रहें। इनको बस धर्म के नाम पर हम पर राज करना है इसलिए हमें अपने सदग्रंथों को स्वयं पढ़ना चाहिए और उस बाखबर और पूर्ण संत की पहचान करनी चाहिए।
कबीर परमेश्वर जी कहते हैं हमें किसी का भी मजाक नहीं उड़ाना चाहिए:
तिनका कबहुँ ना निन्दिये, जो पाँवन तर होय,
कबहुँ उड़ी आँखिन पड़े, तो पीर घनेरी होय।
अर्थात हमें तिनके की भी निंदा नहीं करनी चाहिए क्योंकि अगर वही तिनका आंख में गिर जाए तो बहुत दर्द करता है।
मुस्लिम धर्मगुरु कुरान शरीफ के विरुद्ध ज्ञान दे रहे हैं मुस्लिम समाज को
- पवित्र कुरान शरीफ सूरत फुरकानी 25, आयत नंबर 52, 58, 59 में लिखा है कि परमात्मा साकार है। किंतु समस्त मुस्लिम धर्मगुरु परमात्मा को निराकार बताते हैं।
- सूरत अंबिया 21 आयत नम्बर 104 में लिखा है कि पुनर्जन्म होता है। सृष्टि पहले भी रची गई थी और फिर दोबारा से सृष्टि रचना होगी, किंतु काज़ी मुल्लाओं ने मुसलमान समाज को बताया है कि सृष्टि सिर्फ एक बार ही बनी है वह दोबारा नहीं बनेगी तथा पुनर्जन्म नहीं होता।
- जीवनी हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम में प्रमाण है कि जब मोहम्मद जी सातवें आसमान पर गए तो उन्हें पहले के सभी पैगंबर मिले सभी ने उनका स्वागत किया जबकि मुस्लिम धर्मगुरु बताते हैं कि कयामत तक हम कब्रों में ही दबे रहेंगे।
- हज़रत मोहम्मद जी ने खून खराबा करने के लिए मना किया है। काज़ी, मुल्ला मुसलमानों से कुर्बानी के नाम पर बेज़ुबान जानवरों की हत्या करवाते हैं।
- सुरा अश- शूरा 42:2 में प्रमाण है कि अल्लाह ताला को प्राप्त करने के तीन मंत्र हैं ऐन, सीन, का़फ इन मंत्रों को कोई बाखबर ही बताएगा। जबकि मुस्लिम धर्मगुरु स्वयं इन मंत्रों के बारे में नहीं जानते।
- मुस्लिम भाई बहनों को चाहिए कि वे कुरान शरीफ के अनुसार भक्ति करके, अल्लाह ताला की प्राप्ति करें।
क्या हमें धर्म बदलना चाहिए?
जगतगुरु तत्वदर्शी बाखबर संत रामपाल जी महाराज कहते हैं, कि परमेश्वर प्राप्ति के लिए ही हम हिंदू बने, मुसलमान बने सिक्ख और इसाई भी बने क्योंकि हमें पता है कि परमेश्वर प्राप्ति अति आवश्यक है। परमात्मा के बिना हम जी नहीं सकते।
किंतु, कबीर साहिब जी कहते हैं कि ईश्वर प्राप्ति के लिए हमें धर्म बदलने की आवश्यकता नहीं है हमें ज़रूरत है शास्त्र विरुद्ध साधना और मनमाने आचरण को छोड़ने की। हमें अपने पवित्र सदग्रंथों को पढ़ने और समझने की ज़रूरत है। इन सभी ग्रंथों को हमें कोई तत्वदर्शी बाखबर पूर्ण संत ही समझा सकता है और हमें जरूरत है उस संत को खोजने की। हमें हिंदू और मुस्लिम समाज के अंदर जो भी नकली धर्मगुरु हैं उनका बहिष्कार करना चाहिए और शास्त्र अनुकूल साधना करवाने वाले संत के ज्ञान को अपनाना चाहिए। फिर हमें कोई भी धर्म बदलने की आवश्यकता नहीं रह जाएगी।
धर्म की वास्तविक सच्चाई बताते हुए कबीर परमेश्वर जी हमें बताते हैं;
जीव हमारी जाति है, मानव धर्म हमारा।
हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई, धर्म नहीं कोई न्यारा।।
अर्थात हम एक परमात्मा कबीर साहिब जी की संतान हैं और हमारा धर्म सिर्फ मानव धर्म है चाहे हिंदू मुसलमान सिख इसाई कोई भी धर्म हो, कोई न्यारा नहीं है सब एक हैं।
वर्तमान में मौजूद बाखबर संत रामपाल जी महाराज दे रहे हैं सभी धर्मों का सच्चा ज्ञान
पूर्ण परमात्मा, कुल मालिक, कबीर साहेब जी हैं, उन्हीं को अलग- अलग देशों, क्षेत्रों और राज्यों में हम, कबीर, कवीर साहेब, पूर्ण ब्रह्म कबीर, कबीरा, कबीरन, खबीरा खबीरन, जिंदा, अल कबीर, अल्लाह हू कबीर, अल खिद्र, परम अक्षर ब्रह्म , उत्तम पुरुष, सत्पुरुष, अविनाशी परमात्मा, आदि पुरुष नारायण, सत्य नारायण, जिंदा बाबा, पीर, सदगुरु कबीर दास, कबीर देव, कबीर अमित औजा, साहेब कबीर, शब्द स्वरूपी राम के नाम से जानते हैं। उसकी इबादत की सही जानकारी कोई बाखबर ( इल्म वाला, तत्वदर्शी संत) ही जानता है। वर्तमान में वह बाखबर जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज हैं जो अल्लाह के भेजे हुए अंतिम रसूल, अंतिम पैगंबर तथा पूर्ण गुरु हैं। विश्व के सभी भाई बहनों से प्रार्थना है की आप भी बाखबर संत रामपाल जी महाराज से सच्चा ज्ञान प्राप्त करें, नाम दीक्षा लें, मर्यादा में रहकर भक्ति करें, और अविनाशी जन्नत प्राप्त करें। धर्म से जुड़ी सत जानकारी के लिए हमें मिस्डकॉल दें #8193819381