UPSC Prelims Result 2023: यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा तीन चरणों में आयोजित की जाती है। पहले प्रारंभिक परीक्षा और फिर मुख्य परीक्षा और उसके पश्चात साक्षात्कार। यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा 2023 के परिणाम घोषित हो चुके हैं। प्रारंभिक परीक्षा में शामिल उम्मीदवार अपना परिणाम आधिकारिक वेबसाइट पर देख सकते हैं।
मुख्य बिंदु UPSC Prelims Result 2023
- यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा 2023 के परिणाम हुए घोषित
- 15 सितम्बर 2023 को होगी मुख्य परीक्षा
- 14,624 उम्मीदवार हुए शॉर्ट लिस्ट
- 1255 पदों की रिक्ति के लिए चयनित होंगे उम्मीदवार
यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा 2023 परिणाम की घोषणा
UPSC Prelims Result 2023: संघ लोक सेवा आयोग ने प्रारंभिक परीक्षा की घोषणा 12 जून 2023 को कर दी है। परीक्षा 28 मई को देशभर के विभिन्न सेंटरों पर आयोजित की गई थी। सिविल सेवा की परीक्षा में बैठने वाले उम्मीदवार अपना परिणाम आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर देख सकते हैं। प्रारंभिक परीक्षा में कुल 14,624 अभ्यर्थियों को फाइनल किया गया है। इनकी मुख्य परीक्षा 15 सितंबर 2023 को आयोजित की जायेगी।
UPSC Prelims Result 2023: इस वर्ष 1255 रिक्त पदों को भरा जाएगा
upsc prelims 2023: यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के जरिए वर्ष 2023 में आयोजित यूपीएससी की परीक्षा 1255 पदों के लिए आयोजित की गई हैं। इसमें इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस यानी आईएएस (IAS) के 1205 पदों को भरा जाएगा और आईएफएस (IFS) के 50 पदों को भरा जाएगा।
इस प्रकार देखें अपना रिजल्ट (UPSC Prelims 2023)
- सर्वप्रथम उम्मीदवार संघ लोक सेवा आयोग की आधिकारिक वेबसाइट upsc.gov.in पर विजिट करें।
- होम पेज पर यूपीएससी सिविल सर्विसेज प्रीलिम्स रिजल्ट 2023 दिखाई देगा इस लिंक पर क्लिक करें।
- यहां एक पीडीएफ प्रारूप में एक फाइल खुलेगी जिसमें चयनित उम्मीदवारों के नंबर हैं।
- इसमें उम्मीदवार अपना रोल नंबर खोज सकते हैं।
- इसे डाउनलोड करें एवं भविष्य में आवश्यकता के लिए सेव करके रखें।
UPSC Prelims Result 2023: हेल्पलाइन नंबर जारी
upsc prelims 2023: जारी हुए परीक्षा परिणाम से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए उम्मीदवार सुविधा केंद्र पर संपर्क कर सकते हैं। यह संघ लोक सेवा आयोग परिसर, धौलपुर हाउस, शाहजहां रोड, नई दिल्ली में परीक्षा हाल भवन के पास स्थित है। उम्मीदवार हेल्पलाइन नंबर 011-23385271 या 011-23381125 या 011-23098543 पर सुबह 10 से शाम 5 बजे के बीच कॉल कर सकते हैं।
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जीवन में कुछ भी नहीं अंतिम
सफलताएं और असफलताएं जीवन में लगातार ताने बाने के साथ चलती हैं। एक पड़ाव के बाद अगला पड़ाव पहले से ही इंतजार में होता है। किसी भी कार्य में असफलता का अर्थ भटकना नहीं होता है। जीवन का ध्येय होता है आसानी से अपने जीवन निर्वाह के लिए धनोपार्जन करना। इसके साथ ही सतभक्ति करते हुए मनुष्य जन्म को सार्थक करना। अन्यथा भोजन की व्यवस्था करते हुए परिवार तो पशु भी पाल लिया करते हैं। जीवन जितना विज्ञान से जुड़ा है उससे कहीं अधिक इसमें अध्यात्म की भूमिका होती है। अध्यात्म से जुड़कर व्यक्ति भविष्य को साध लेता है।
सतगुरु समाप्त करते हैं अंधकार
अज्ञान रूपी अंधकार को समाप्त कर ज्ञान का उजियारा केवल पूर्ण तत्वदर्शी संत ही किसी व्यक्ति के जीवन में प्रविष्ट कर सकते है। सफलता और असफलता का असली मर्म एक तत्वज्ञानी ही समझ सकता है। गीता भी अध्याय 4 के श्लोक 34 में तत्वदर्शी संत की शरण में जाने के लिए उपदेश देती है।
साथ ही अध्यात्म और जीवन के बाकी पक्षों को अलग करके देखना मूर्खता है। अध्यात्म और इसकी शक्ति जीवन के सभी पक्षों को नियंत्रित करती है। पूर्ण तत्वदर्शी संत इसे नियंत्रित करने का रास्ता बताता है। वर्तमान में पूरे विश्व के एकमात्र तत्वदर्शी संत हैं संत रामपाल जी महाराज। अनेकों धर्मगुरुओं की भीड़ में कैसे वे ही पूर्ण तत्वदर्शी संत हैं, आखिर क्या है तत्वज्ञान, ऐसा तत्वज्ञान जो धार्मिक शास्त्रों पर आधारित है और विज्ञान से जुड़ा है आदि जानकारी के लिए निशुल्क पढ़ें पुस्तक ज्ञान गंगा।