UGC Guidelines 2021: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने कोरोना महामारी के मद्देनजर यूनिवर्सिटी व कॉलेजों की परीक्षाओं, दाखिले और नए सत्र को लेकर ताज़ा गाइडलाइंस जारी की हैं। जीवन में कुछ अच्छा प्राप्त करने के लिए गाइडमाइंस का पालन करना जरूरी है चाहे वह परीक्षा हो या मोक्ष हो।
UGC Guidelines 2021-22: मुख्य बिंदु
- COVID-19 महामारी के मद्देनजर परीक्षाओं और शैक्षणिक कैलेंडर पर UGC ने जारी किए नए दिशानिर्देश
- यूजीसी ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट ugc.ac.in पर गाइडलाइंस का नोटिस जारी किया
- 30 सितंबर तक हर हाल में हो फर्स्ट ईयर में एडमिशन’, UGC ने यूनिवर्सिटीस को भेजी नई गाइडलाइंस
- फाइनल ईयर/ टर्मिनल सेमेस्टर की परीक्षाएं 31 अगस्त 2021 तक अनिवार्य रूप से पूरी करनी होंगी
- आयोग ने कहा है कि कोविड प्रोटोकॉल के तहत ऑफलाइन या ऑनलाइन मोड में ऐसी परीक्षाएं संपन्न कराई जाएं
- गाइडलाइंस ध्यान में रखकर कक्षाएं, ब्रेक, परीक्षाएं, सेमेस्टर ब्रेक आदि का प्लान तय कर सकते हैं
- दाखिला रद्द कराए जाने या छात्रों के स्थापन्न के मामले में पूरी फीस वापस की जाए
- जानें क्या है पूर्ण ब्रह्म कबीर परमेश्वर जी के मनुष्य जीवन को सफल करने संबंधित दिशा निर्देश
UGC ने विश्वविद्यालयों के लिए जारी किए परीक्षा दिशानिर्देश
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने कोरोना महामारी के मद्देनजर यूनिवर्सिटी व कॉलेजों की परीक्षाओं, दाखिले और नए सत्र को लेकर ताज़ा गाइडलाइंस जारी की हैं। यूजीसी ने इसमें कहा है कि यूजी कोर्सेज में एडमिशन की प्रक्रिया 12वीं बोर्ड रिजल्ट जारी होने के बाद ही शुरू होगी। सीबीएसई, आईसीएसई व तमाम राज्य शिक्षा बोर्डों के 12वीं के रिजल्ट 31 जुलाई तक जारी कर दिए जाएंगे। ऐसे में सभी विश्वविद्यालयों में अंडर ग्रेजुएट (यूजी) व पोस्ट ग्रेजुएट (पीजी) कोर्सेस में दाखिले की प्रक्रिया 30 सितंबर तक पूरी हो जानी चाहिए।
कैलेंडर के मुताबिक यूजी व पीजी कोर्सेज के फर्स्ट ईयर (फ्रेश बैच) की कक्षाएं (नया सत्र) 1 अक्टूबर 2021 से शुरू होंगी। मौजूदा बैच यानी वो स्टूडेंट्स जो यूजी सेकेंड ईयर व यूजी थर्ड ईयर एंव पीजी सेकेंड ईयर में गए हैं, उनकी कक्षाएं जल्द से जल्द ऑनलाइन या ऑफलाइन मोड से शुरू होनी चाहिए।
31 अगस्त, 2021 तक होगी फाइनल ईयर की परीक्षा
यूजीसी की कोरोना गाइडलाइनस में कहा गया है कि महामारी से बचाव से जुड़े दिशा निर्देश इस साल भी काॅलेजों में लागू रहेंगे। कोरोना प्रोटोकाॅल को ध्यान में रख कर ही आगामी स्नातक -परास्नातक परीक्षाएं होंगी। नए सत्र के लिए एडमिशन प्रक्रिया और आगामी क्लासेज भी कोरोना प्रोटोकाॅल के तहत ही होंगी। इसके अलावा यूजीसी ने अंतिम वर्ष (Final Year Exam) या सेमेस्टर (Last Semester Exam) की परीक्षाएं भी 31 अगस्त तक अनिवार्य तौर से संपन्न कराने के निर्देश जारी किए हैं। काॅलेजो को परीक्षाएं कोविड प्रोटोकॉल के तहत ऑनलाइन या ऑफलाइन कराने की छूट दी गई है।
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UGC Guidelines 2021: वहीं मिड सेमेस्टर (Mid Semester) के छात्रों का परीक्षा परिणाम 2020 आतंरिक मूल्यांकन के आधार पर किया जाएगा। यानि उनकी परीक्षाएं नहीं होगी। जारी गाइडलाइंस के अनुसार इंटरनल मार्क्स दिए जाएंगे। वैसे मौजूदा जारी गाइडलाइंस को यूजीसी ने 29 अप्रैल 2020 और 06 जुलाई 2020 को जारी किय़ा था, जिसमें शिक्षण के तरीके, परीक्षाओं के संचालन, सोशल डिस्टेंसिंग आदि के बारे में गाइडलाइन में शामिल किया गया था।
यूजीसी ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर गाइडलाइंस का नोटिस जारी किया
यूजीसी ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट ugc.ac.in पर गाइडलाइंस का नोटिस जारी किया है। जिसमें आयोग ने सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को लिखे अपने लेटर में ज़ोर देकर कहा कि COVID-19 महामारी के चलते, सभी का स्वास्थ्य और सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है और इन दोनों का ध्यान रखना सर्वोपरि है।
कई राज्यों में स्थगित हुए ऑफलाइन एग्जाम
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी, बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी, मध्य प्रदेश यूनिवर्सिटी समेत कई राज्यों और केंद्रीय विश्वविद्यालयों ने पहले ही कोरोना वायरस (COVID-19) महामारी के मद्देनजर स्नातक (undergraduate) और स्नातकोत्तर (postgraduate) छात्रों के लिए ऑफलाइन परीक्षाएं स्थगित कर दी।
UGC Guidelines 2021: गाइडलाइंस ध्यान में रखकर कक्षाएं प्लान करें
उच्च शैक्षणिक संस्थान 1 अक्टूबर 2021 से 31 जुलाई 2022 के बीच कोविड-19 की स्थिति और राज्य/केंद्र सरकारों की गाइडलाइंस ध्यान में रखकर कक्षाएं, ब्रेक, परीक्षाएं, सेमेस्टर ब्रेक आदि का प्लान तय कर सकते हैं।
वित्तीय परेशानियों के मद्देनजर विशेष परिस्थितियों में फीस लौटा दी जाए
महामारी के दौरान अभिभावकों के सामने आयी वित्तीय परेशानियों के मद्देनजर आयोग ने विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षा संस्थानों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि दाखिला रद्द कराए जाने या छात्रों के स्थापन्न के मामले में पूरी फीस वापस की जाए।
UGC Guidelines 2021: कब मिलेगी ऑनलाइन एग्जाम की स्वीकृति?
ऑनलाइन परीक्षा के आयोजन की अनुमति केवल तभी दी जा सकती है, जब विश्वविद्यालय यह सुनिश्चित करते हैं कि वे सभी तरह से तैयार हैं और केंद्र सरकार, राज्य सरकारों, शिक्षा मंत्रालय और यूजीसी द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करेंगे।
मनुष्य जीवन को सफल बनाने के लिए आध्यात्मिक ज्ञान और दिशा-निर्देश भी हैं महत्वपूर्ण
लाखों, करोड़ों लोग कबीर यूनिवर्सिटी से दीक्षित होकर अपने मानव जीवन को सफल बना रहे हैं। कबीर यूनिवर्सिटी से दीक्षित महापुरुष हैं श्री गुरु नानक देव जी, धर्मदास जी, संत रविदास जी, मीराबाई जी, नामदेव जी, मलूक दास जी। शुरुआत में यह सभी महापुरुष भी एक साधारण इंसान थे किंतु कबीर जी के दिशा निर्देश जानकर और ज्ञान से दीक्षित होकर महान संत और महापुरुषों की पदवी इन्हे मिल गई।
न जाने कितने ऐसे महापुरुष हुए जो कबीर यूनिवर्सिटी से दीक्षित होकर हमेशा के लिए सुखी हो गए। जीवन में आए सभी उतार चढ़ाव परमात्मा के ज्ञान से पास किए तथा सचखंड अर्थात सतलोक की प्राप्ति की। वर्तमान में तत्वदर्शी बाखबर संत रामपाल जी महाराज जी उसी कबीर यूनिवर्सिटी के सत्य ज्ञान का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। उनके दिशानिर्देशों से यह साफ होता है कि जो भी उनसे दीक्षित होते हैं वह सुखी हो रहे हैं और मोक्ष प्राप्त कर रहे हैं और महापुरुषों की श्रेणी में अपना नाम दर्ज करवा रहे हैं।
सभी मानव समाज को चाहिए कि अब पूर्ण ब्रह्म कबीर परमेश्वर जी के दिशा निर्देश अर्थात सतज्ञान को जानकर, अपने आध्यात्मिक सदग्रंथों को समझकर पूर्ण मोक्ष प्राप्त करें क्योंकि यही मानव जीवन का मूल उद्देश्य है। तत्वदर्शी जगतगुरु बाखबर संत रामपाल जी महाराज जी निशुल्क सत्य ज्ञान प्रदान करके मोक्ष प्राप्त करवा रहे हैं। कबीर ज्ञान और सतभक्ति मार्ग से जुड़ने के लिए पढ़ें पुस्तक “ज्ञान गंगा” और संत रामपाल जी महाराज जी के सत्संग प्रवचन साधना चैनल पर हर शाम 7:30 से 8:30 बजे तक देखें ।