Texas School Shooting [Hindi] | अमेरिका के टेक्सास से बीते मंगलवार दोपहर को स्कूल में हुए गोलीकांड की दिल दहलाने की खबर सामने आई। टेक्सास के युवाल्डे में स्थित रॉब एलिमेंट्री स्कूल में एक 18 वर्षीय युवक ने अंधाधुंध फायरिंग की, जिसमें 19 बच्चे समेत 2 शिक्षकों की मौत हो गई तथा फायरिंग में स्कूल के 13 बच्चे, स्कूल स्टाफ सदस्य और कुछ पुलिस वाले भी घायल हुए। हमलावर ने स्कूल में फायरिंग से पूर्व अपनी दादी को गोली मारी थी जिन्हें एयरलिफ्ट करके अस्पताल पहुंचाया गया। घटना के बाद टेक्सास गवर्नर ने दुःख जताया तथा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कड़ी कार्यवाही करने की बात कही, साथ ही उपराष्ट्रपति कमला हैरिस, संयुक्त राष्ट्र महासचिव समेत अनेक नेताओं, सेलिब्रिटीज ने अपनी संवेदनाएँ व्यक्त की।
Texas School Shooting [Hindi] : मुख्य बिंदु
- अमेरिकी राज्य टेक्सास (Texas) के रॉब एलिमेंट्री स्कूल, युवाल्डे (Robb Elementary School, Uvalde) में मंगलवार को हुए गोलीकांड में 19 स्टूडेंट्स समेत 21 लोगों की मौत।
- हमलवार ने दूसरी, तीसरी और चौथी क्लास के मासूम बच्चों पर फायरिंग की। हमलावर के पास एक हैंडगन और एक राइफल थी।
- पुलिस ने जिस संदिग्ध को मारने का दावा किया है, वह युवाल्डे हाईस्कूल का स्टूडेंट बताया जा रहा है।
- टेक्सास गवर्नर ग्रेग एबॉट ने कहा संदिग्ध की पहचान साल्वाडोर रैमोस के रूप में हुई है। जोकि युवाल्डे का ही रहने वाला था।
- टेक्सास स्कूल गोलीकांड (Texas School Shooting) की घटना, 2012 में हुए न्यूटाउन गोलीकांड के समान बताई जा रही है।
- टेक्सास स्कूल की घटना, अमेरिका की दूसरी सबसे बड़ी गोलीकांड की घटना है।
- अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन इस घटना पर दुःख जताते हुए, कड़ी कार्यवाही की बात कही। साथ ही, चार दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की।
- अमेरिका में कुछ सालों से लगातार बढ़ रही हैं गोली कांड की घटनाएं।
- आध्यात्मिक ज्ञान के अभाव के कारण बच्चे अपराध की ओर हो रहे हैं अग्रसर।
- जगतगुरु संत रामपाल जी महाराज के अद्वितीय आध्यात्मिक ज्ञान से ही आपराधिक गतिविधियों में विराम लग सकता है।
घटना कब और कहाँ हुई
बीते मंगलवार यानि 24 मई को अमेरिका के टेक्सास राज्य के युवाल्डे में स्थित रॉब एलिमेंट्री स्कूल से फायरिंग की घटना सामने आई। यह घटना दोपहर के समय की बताई जा रही है। हमलावर स्कूल में प्रवेश करके बच्चों, स्कूल टीचर्स पर अंधाधुंध फायरिंग करने लगता है जिसमें 19 स्कूली बच्चे समेत 2 टीचर, कुल 21 लोगों की मौत हो गई। फायरिंग में 13 बच्चे, स्कूल स्टाफ मेम्बर्स और कुछ पुलिस वाले भी घायल हुए बताये गये हैं।
सोशल मीडिया पर हमलावर की फोटो की आधिकारिक पुष्टि नहीं
टेक्सास गवर्नर एबॉट ने बताया कि हमलावर की पहचान साल्वाडोर रैमोस के रूप में हुई है। उसके बाद सोशल मीडिया पर एक युवक की फोटो वायरल हो गई जिसे टेक्सास स्कूल गोलीकांड (Texas School Shooting) का संदिग्ध साल्वाडोर रैमोस बताया जा रहा है। हालांकि अभी तक सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीर की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
Texas School Shooting [Hindi] | गवर्नर एबॉट ने कहा दोषियों को नहीं बख्शेंगे
टेक्सास के गवर्नर ग्रेग एबॉट ने कहा है कि टेक्सास स्कूल गोलीकांड (Texas School Shooting) में हमलावर ने रायफल से फायरिंग की थी। जोकि पुलिस एनकाउंटर में मारा जा चुका है। लेकिन हम इस फायरिंग की घटना की तह तक जाने की कोशिश कर रहे हैं, जो भी दोषी होगा उसे बख्शेंगे नहीं।
Texas School Shooting पर जो बाइडेन की कड़ी चेतावनी
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने टेक्सास के रॉब एलिमेंट्री स्कूल पर हुए गोलीकांड की घटना पर दु:ख जताते हुए कड़ी चेतावनी दी। राष्ट्रपति ने कहा कि “एक राष्ट्र के रूप में हमें पूछना होगा कि भगवान के नाम पर हम कब गन लॉबी के खिलाफ खड़े होंगे और हमें क्या करने की जरूरत है।” राष्ट्रपति ने संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि “अब जो बच्चे इस गोलीबारी में मारे गए हैं उनके मां-बाप अब कभी भी अपनी औलाद को नहीं देख पाएंगे। इस तरह की सरेआम और वीभत्सव गोलीबारी शायद ही कहीं दुनिया में होती होगी।” राष्ट्रपति जो बाइडन ने कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि “कोई भी हमलावर छोड़ा नहीं जाएगा और अब बाते नहीं केवल कार्रवाई होगी।” राष्ट्रपति जो बाइडेन ने टेक्सास स्कूल गोलीकांड पर दुःख जताते हुए चार दिन का राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया।
अमेरिका में चार दिन का राष्ट्रीय शोक
टेक्सास स्कूल गोलीकांड (Texas School Shooting) में मारे गए बच्चों व शिक्षकों के सम्मान में राष्ट्रपति जो बाइडेन ने देश में चार दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है। इस दौरान देश के सभी सैन्य और नौसेना के जहाजों, स्टेशनों, सरकारी इमारतों सहित विदेशों में सभी अमेरिकी दूतावासों और अन्य कार्यालयों में 28 मई को सूर्यास्त तक अमेरिकी ध्वज को आधा झुकाने का एलान किया।
Texas School Shooting घटना पर उपराष्ट्रपति ने क्या कहा?
अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने टेक्सास के स्कूल में हुए गोलीकांड पर दुःख जताया। हैरिस ने कहा कि “अब बहुत हो गया, एक राष्ट्र के रूप में हमें कार्यवाही करने का साहस रखना चाहिए और एक स्टैंड लेने का साहस रखना चाहिये”। उन्होंने कहा कि “देश में आगे ऐसी घटनाएं न हों इसके लिए एक सही बंदूक सुरक्षा पॉलिसी बननी चाहिए”।
घटना पर पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने ट्वीट कर अपनी संवेदनाएँ व्यक्त की
पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने टेक्सास स्कूल घटना पर दुःख जताते हुए कहा कि “सैंडी हुक के लगभग दस साल बाद – और बफ़ेलो के दस दिन बाद – हमारा देश डर से नहीं, बल्कि एक बंदूक लॉबी और एक राजनीतिक दल द्वारा शक्तिहीन बना हुआ है, जिसने किसी भी तरह से कार्य करने की कोई इच्छा नहीं दिखाई है जो इन त्रासदियों को रोकने में मदद कर सके।”
Texas School Shooting [Hindi] | 2012 की न्यूटाउन गोलीकांड के समान घटना
टेक्सास के स्कूल में हुई फायरिंग की घटना साल 2012 में कनेक्टिकट में हुई फायरिंग की घटना से मिलती जुलती है। 14 दिसंबर 2012 को अमेरिका के कनेक्टिकट के न्यूटाउन में सैंडी हुक एलिमेंट्री हाईस्कूल में एक 20 वर्षीय युवक ने फायरिंग की थी जिसमें 20 बच्चे समेत 26 लोगों की मौत हो गई थी। जोकि अमेरिका के इतिहास की सबसे भयावह मास शूटिंग की घटना है।
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2012 में अमेरिका के न्यू टाउन में सैंडी हुक एलिमेंट्री स्कूल में 20 वर्षीय एडम लांजा ने ताबड़तोड़ फायरिंग की थी जिसमें 20 बच्चे और 6 टीचर्स की मौत हो गई थी। टेक्सास की घटना भी न्यू टाउन की घटना से मिलती जुलती है। 2012 की न्यूटाउन घटना में हत्यारे एडम लांजा ने स्कूल में फायरिंग करने से पहले अपनी माँ को गोली मारी थी और टेक्सास स्कूल (Texas School) में फायरिंग करने वाले ने भी स्कूल में फायरिंग करने से पूर्व अपनी दादी को गोली मारी थी।
अमेरिका में हर साल बढ़ रही हैं गोलीबारी की घटना
इस साल की बात करें तो अब तक अमेरिका के 27 स्कूलों और देशभर में 200 से अधिक गोलीबारी की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। नेशनल गन वायलेंस मेमोरियल के आंकड़ों के अनुसार, अमेरिका में गोलीबारी के 2021 में 693 मामले, 2020 में 611 मामले और 2019 में 417 मामले सामने आए। आँकड़ो के मुताबिक अमेरिका में लगातार गोली बारी की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है।
स्कूलों में गोलीबारी की घटनाओं में इजाफा
कुछ वर्षों से देखा जाए तो अमेरिका में स्कूल में फायरिंग की घटनाएं लगातार बढ़ी हैं।
- 2005 में रेड लेक सीनियर हाई स्कूल में फायरिंग 7 की मौत
- 2006 में वेस्ट निकेल माइन्स स्कूल में फायरिंग 5 की मौत
- 2007 में वर्जीनिया टेक स्कूल में फायरिंग 32 लोगों की मौत
- 2012 में न्यू टाउन के सेंडी हुक स्कूल में फायरिंग 26 की मौत
- 2014 में मैरीसविले पिलचुक हाईस्कूल में फायरिंग 4 लोगों की मौत
- 2018 में मार्जारी स्टोमेन डगलस हाईस्कूल में फायरिंग 17 लोगो की मौत
- 2018 में सांता फे हाईस्कूल में फायरिंग 10 लोगों की मौत
- और अब 2022 में रॉब एलिमेंट्री स्कूल में फायरिंग के बाद अब तक 21 लोगो की मौत हो चुकी है।
देश-विदेश में ऐसी आपराधिक घटनाएँ क्यों बढ़ रही हैं?
सभी माता पिता अपने बच्चों को नेक शिक्षा देते हैं और शिक्षा के उद्देश्य से ही स्कूलों में अपने बच्चों को भेजते हैं। स्कूल के शिक्षक भी बच्चों को अच्छी शिक्षा देने का प्रयास करते हैं। लेकिन उसके बावजूद भी बच्चे अपराध करने की तरफ अग्रसर होते हैं क्योंकि बच्चे मोबाइल, टीवी में फ़िल्म, सीरियल देखते हैं और इन्हीं फिल्मों से अपराध करना सीखते हैं। माता पिता, शिक्षक आदि बच्चों को नेक शिक्षा देने का प्रयत्न तो करते हैं लेकिन फिल्मों से होने वाली हानियों से अवगत नहीं करवाते है जिससे बच्चे छोटी सी उम्र से ही अपराध करने के लिए अग्रसर हो जाते हैं।
आपराधिक घटनाओं को रोकने का समाधान
यदि किसी भी देश को आपराधिक घटनाओं पर पूर्णतः लगाम लगाना है तो सर्वप्रथम उन्हें अपने देश से फिल्मों, सीरियलों को बंद कर देना चाहिए क्योंकि बच्चे हों, बड़े हो या फिर बुजुर्ग, यह सब यहीं से अपराध करना सीखते हैं। दूसरा उन्हें नशे को पूरी तरह प्रतिबंधित कर देना चाहिये क्योंकि अधिकतर आपराधिक घटनाओं में हमलावर नशे में पाया जाता है। क्योंकि नशे में व्यक्ति को होश नहीं रहता कि वह क्या करने जा रहा है।
तीसरा जोकि सबसे प्रमुख है आध्यात्मिक ज्ञान का पाठ्यक्रम स्कूली शिक्षा में जोड़ना चाहिये और माता पिता को अपने बच्चों को अपने साथ बैठाकर प्रतिदिन एक घंटे कबीर भगवान के द्वारा भेजे तत्वदर्शी संत का सत्संग सुनाना चाहिए। क्योंकि आध्यात्मिक ज्ञान सत्संग से या आध्यात्मिक पुस्तकों से प्राप्त होता है और आध्यात्मिक ज्ञान में वह शक्ति है जोकि बच्चे, बड़े बुजुर्ग सभी को बुराइयों, अपराधों से बचाता है। आध्यात्मिक ज्ञान से हमें भगवान के संविधान का पता चलता है जिससे हमें भगवान का डर बनता है और हम अपराध करने से पीछे हटते हैं।
संत रामपाल जी महाराज हैं तत्वदर्शी संत
आध्यात्मिक ज्ञान की गुत्थी को तत्वदर्शी संत ही सुलझा सकता है। वर्तमान समय में तत्वदर्शी संत (सतगुरु, बाख़बर) के रूप में संत रामपाल जी महाराज जी इस पृथ्वी पर मौजूद हैं। जिन्होंने अध्यात्म में फैले अज्ञान को समाप्त कर सभी धर्म शास्त्रों के ज्ञान को सुलझा दिया।
कबीर, नौ मन सूत उलझिया, ऋषि रहे झख मार।
सतगुरू ऐसा सुलझा दे, उलझे न दूजी बार।।
संत रामपाल जी महाराज जी अपने सत्संगों में भगवान के संविधान से परिचित करवाते हैं, अपने अनुयायियों को फ़िल्म, सीरियल आदि देखने से मना करते हैं। जिससे उनके अनुयायी ना तो फ़िल्म देखते और ना ही सीरियल देखते हैं। वे प्रतिदिन संत रामपाल जी महाराज का कम से कम 1 घंटे सत्संग देखते हैं या संत रामपाल जी महाराज द्वारा लिखित पवित्र पुस्तकें पढ़ते हैं जोकि सर्व धर्म शास्त्रों से प्रमाणित होती हैं। जिससे वे किसी भी प्रकार का अपराध नहीं करते जैसे कि चोरी, जारी, रिश्वत खोरी, भ्रष्टाचार, दुराचार, हत्या, लूटमार, मिलावट आदि किसी भी तरह की आपराधिक घटनाओं में शामिल होना तो दूर, उसके बारे में सोचते तक नहीं।
अनमोल पुस्तक जीने की राह अवश्य पढ़ें
अपने बच्चों में आध्यात्मिकता बढ़ाने के लिए और बच्चों को आपराधिक गतिविधियों से बचाने के लिए सतगुरु संत रामपाल जी महाराज द्वारा सर्व धर्म ग्रंथों से प्रमाणित पवित्र पुस्तक जीने की राह पढ़ने के लिए कहें। यह पुस्तक हिंदी और इंग्लिश के अलावा अन्य भाषाओं में भी उपलब्ध है। इस पुस्तक में ऐसे ऐसे प्रमाण दिए गए हैं जिन्हें पढ़ने या सुनने के बाद व्यक्ति अपराध करना छोड़ देता है। तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज द्वारा लिखी अनमोल पुस्तक जीने की राह ऑडियो फॉर्मेट में भी उपलब्ध है जिसे आप Sant Rampal Ji Maharaj App पर जाकर सुन सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए आप जी Satlok Ashram Youtube Channel देखें।